बीवी को गैर मर्द से चुदवाने की तैयारी – पार्ट 1

यह कहानी है एक शादीशुदा खुशहाल कपल सूरज और नेहा की। सूरज नेहा से बेहद प्यार करता है, और नेहा भी एक आदर्श पत्नी की तरह अपने पति से प्यार करती है। वह घर का देखभाल करती है और खाली समय में ब्लॉगिंग करती है, जिससे थोड़ी बहुत कमाई हो जाती है। कह सकते हैं कि यह शादीशुदा कपल अपने जीवन को बेहद प्यार से जी रहे थे।

लेकिन एक दिन, सूरज इंटरनेट पर एडल्ट वीडियो, यानी कि पॉर्न वीडियो देखते हुए “cuckold” नामक एक कैटेगरी में घुस गया। इस कैटेगरी में ऐसे वीडियो होते हैं, जिसमें पत्नी किसी गैर मर्द के साथ संबंध बनाती है और पति कोने में बैठकर इसे देखता और इंजॉय करता है।

शुरुआत में, यह वीडियो सूरज को बेहद अजीब लगा, लेकिन उसने सोचा, “क्या होगा? देख तो लेता हूं, आखिर यह क्या चीज़ है।” धीरे-धीरे यह उसकी दिनचर्या बन गया। अब उसे यह वीडियो देखना बेहद पसंद आने लगा था। पॉर्नहब जैसी वेबसाइट पर वह सिर्फ इसी कैटेगरी की वीडियो देखता था। इसके अलावा, वह किसी अन्य प्रकार की वीडियो देखना पसंद नहीं करता था।

अब सूरज इसे अपने जीवन में अनुभव करना चाहता था। आप कह सकते हैं कि यह उसकी फैंटेसी बन चुकी थी। लेकिन वह जानता था कि नेहा इसके लिए कभी राजी नहीं होगी, क्योंकि वह सादगी पसंद जीवन जीने वाली महिला थी।

हालांकि, सूरज को अंदाज़ा था कि हो सकता है नेहा मान जाए। उसने नेहा के साथ कई बार रोल प्ले जैसी सेक्सी खेल खेले थे। रोल प्ले के लिए भी शुरुआत में नेहा नहीं मानी थी, लेकिन बाद में वह तैयार हो गई।

डिनर के बाद सूरज ने अपने कपड़े बदले, फ्रेश हुआ और रूम में वापस आ गया। कुछ समय बाद नेहा भी वापस आई और लैपटॉप लेकर अपने अधूरे ब्लॉग को लिखने लगी।

सूरज ने नरम स्वर में कहा, “नेहा… नेहा।”

नेहा ने लैपटॉप से नज़र उठाकर देखा, “क्या हुआ?”

सूरज ने कहा, “मुझे कुछ बात करनी है।”

नेहा थोड़ा चौंकी, “बोलो, क्या हुआ?”

उसने अपना लैपटॉप बंद करके किनारे रख दिया और सूरज की ओर देखने लगी।

सूरज हल्के से मुस्कराते हुए बोला, “सबसे पहले तुम वादा करो कि मुझे जज नहीं करोगी और गुस्सा नहीं होगी। जरूरी नहीं कि मेरी कही हुई बात तुम्हें अच्छी लगे, लेकिन तुम उसे समझने की कोशिश करना।”

नेहा कुछ सोचते हुए बोली, “ठीक है, मैं तुम्हें जज नहीं करूंगी और तुम्हारी बात को सुनूंगी। लेकिन बताओ तो सही, क्या हुआ? क्या ऑफिस में कोई दिक्कत हो गई या फिर क्रेडिट कार्ड का बिल मिस हो गया?”

सूरज ने कहा, “नहीं, ऐसी कोई बात नहीं है। यह हमारे रिश्ते को लेकर है।”
यह सुनकर नेहा और परेशान हो गई और बोली, “क्या हो गया हमारे रिश्ते में?”

सूरज थोड़ा डरते हुए बोला, “मैं तुम्हें कुछ दिखाना चाहता हूं।”
उसने अपना मोबाइल फोन निकाला और उसमें डाउनलोड किया हुआ एक वीडियो प्ले करने लगा। वह वीडियो उसी कैटेगरी का बेहद कामुक और हॉट वीडियो था, जो अब तक सूरज का सबसे फेवरेट बन चुका था।

वीडियो के शुरू होने के करीब 10 सेकंड बाद नेहा को अंदाज़ा हो गया कि वीडियो में क्या हो रहा है। उसने नाराज होकर कहा, “यह क्या देखते हो सूरज? इस टाइप का वीडियो कब से देखना शुरू कर दिया तुमने?”

सूरज घबराते हुए बोला, “न…नहीं, यह सिर्फ वीडियो नहीं है, यह मेरी फैंटेसी है। इसमें यह महिला किसी गैर मर्द के साथ संबंध बना रही है, और उसका पति बैठकर देख रहा है।”

नेहा लगभग गुस्से से भड़क उठी, “हां, मुझे दिख रहा है! मैं सबटाइटल पढ़ सकती हूं! लेकिन मैं यह पूछ रही हूं कि तुम इस प्रकार की वीडियो कब से देखने लगे? क्या तुम इतना गंदा सोचते हो? और… इसका मतलब है, तुम चाहते हो कि मैं भी किसी और के साथ…”

नेहा की बात अधूरी रह गई, लेकिन उसका गुस्सा उसके लाल पड़े चेहरे पर साफ झलक रहा था।

सूरज लगभग घबरा चुका था। उसने कहा, “नहीं, मैं यह नहीं चाहता हूं…”
फिर थोड़ा रुकते हुए उसने धीरे से कहा, “हां, मैं यह चाहता हूं। लेकिन मैं यह नहीं चाहता कि तुम इसे मेरे दबाव में करो। मैं चाहता हूं कि तुम इसे समझने की कोशिश करो। हम साथ में इस विषय को थोड़े दिन एक्सप्लोर करेंगे। इसके फायदे और नुकसान को देखेंगे, और फिर सोचेंगे कि हमें इसे करना चाहिए या नहीं।”

सूरज की आवाज अब धीरे और संयमित थी। उसने कहा, “जरूरी नहीं कि हमें यह करना ही है। हो सकता है कि यह सिर्फ रोल प्ले तक ही सीमित रहे, या फिर हम इसे और किसी तरह से एंजॉय करें।”

नेहा गुस्से में सांसें गहरी ले रही थी। उसने कोई जवाब नहीं दिया, लेकिन उसके मन में एक हलचल थी। सूरज की बातें उसकी सोच को प्रभावित कर रही थीं।

नेहा ने धीरे-धीरे अपने गुस्से पर काबू पाना शुरू किया। सूरज ने राहत की सांस ली और बात को आगे बढ़ाते हुए बोला, “देखो बेबी, यह हमारे प्यार को लेकर नहीं है। ऐसा मत सोचना कि अगर मैं ऐसी फैंटेसी रखता हूं, तो मैं तुमसे कम प्यार करता हूं। या फिर यह मत समझना कि मैं तुम्हें किसी के पास शेयर करना चाहता हूं। हालांकि, हां, मैं तुम्हें शेयर करना चाहता हूं, लेकिन यह सिर्फ एक खेल की तरह है।”

सूरज ने उसकी आँखों में झांकते हुए कहा, “मुझे यह देखकर अच्छा महसूस होता है, और इसमें कुछ भी बुरा नहीं है। मैं जानता हूं कि मैं तुम्हें उतनी खुशी नहीं दे पाता जितनी तुम डिज़र्व करती हो। मेरा टाइमिंग भी बहुत कम है; मैं बस 2-3 मिनट ही टिक पाता हूं। साथ ही, मेरा लंड भी छोटा है… मुझे पता है कि 3-4 इंच में कुछ खास नहीं होता।”

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सूरज ने गहरी सांस लेते हुए कहा, “तो क्यों न तुम्हें एक असली मर्द का आनंद मिले? तुम पूरी तरह से संतुष्ट हो सको, और ऐसा करते हुए मुझे भी बहुत मज़ा आएगा। यह कोई चीटिंग जैसा नहीं है, क्योंकि यह सब मेरे मन से होगा, मेरी इजाजत से। हो सकता है, मैं ही उस मर्द को बुलाऊं, जिसके साथ तुम संबंध बनाओगी। और सारी जिम्मेदारी मेरी होगी।”

सूरज ने उसके हाथ पकड़ते हुए कहा, “इसलिए इस बारे में इतना मत सोचो। पहले हम इस विषय को समझते हैं, एक्सप्लोर करते हैं। उसके बाद सोचेंगे कि हमें यह करना है या नहीं।”

“और करना है तो इसे रियल में करना है या फिर सिर्फ रोल प्ले में?” सूरज ने अपनी बात खत्म की।

नेहा चुपचाप बैठी सूरज की बातों को सुन रही थी। उसका गुस्सा अब धीरे-धीरे शांत हो रहा था। कह सकते हैं, अब वह सूरज की बातों में लॉजिक देखने लगी थी। नेहा बेहद खुले विचारों वाली महिला थी। वह इंटरनेट पर ब्लॉग लिखती थी, इसलिए उसे इंटरनेट पर हो रही चीज़ों की अच्छी जानकारी थी।

नेहा को इस फैंटेसी के बारे में पहले से थोड़ा बहुत पता था। उसने इंटरनेट पर कुछ आर्टिकल्स पढ़े थे, लेकिन उसने कभी यह नहीं सोचा था कि वह या उसके पति इस फैंटेसी को एक्सप्लोर करने की सोचेंगे।

उसने सोचा, “क्यों न अपने पति को एक मौका दिया जाए और इस विचार को समझा जाए?” आखिरकार, शुरुआत में जब रोल प्ले के खिलाफ भी वह बहुत सख्त थी, उसे लगा था कि यह एक बेकार निर्णय होगा। लेकिन अब, रोल प्ले उसे बहुत मज़ा देता था।

अगर पति-पत्नी ने 10 रोल प्ले किए होते, तो उनमें से 8 का आईडिया नेहा का ही होता।

नेहा ने गहरी सांस लेते हुए कहा, “ठीक है, ट्राई करते हैं।”

फिर उसने पूछा, “मोबाइल में क्या है? टीवी पर लगाओ।”

सूरज ने खुश होकर मोबाइल को टीवी से कनेक्ट किया, यानी स्क्रीन शेयर किया। नेहा के सामने वीडियो प्ले हो गया।

अब दोनों, यानी पति-पत्नी, वीडियो को देख रहे थे। वीडियो की शुरुआत से ही उसमें सभी लोग पूरी तरह नंगे थे। स्क्रीन पर, एक बेहद हॉट महिला अपने पति के सामने एक दूसरे मर्द के साथ बिस्तर पर थी। वह मर्द महिला की चूत को जोर-जोर से चाट रहा था, और महिला अपने उंगलियों से उसकी सिर को अपनी चूत की तरफ खींचते हुए मचल रही थी।

महिला ने पति की तरफ देखते हुए कहा, “देखो, बेबी, यह असली मर्द कैसे चूसता है। तुम्हारी तरह नहीं, जो बस नाम के लिए चाटते हो। आह… ये तो मेरी पूरी चूत चूस रहा है!”

नेहा की नजरें वीडियो पर टिकी हुई थीं। सूरज ने धीरे-धीरे अपनी उंगलियां नेहा की चूचियों की तरफ बढ़ाईं और उन्हें हल्के-हल्के सहलाने लगा।

“आह… सूरज,” नेहा ने धीरे से सिसकारी भरी, लेकिन उसकी नजरें अब भी स्क्रीन पर थीं।

वीडियो में अब वह मर्द महिला की चूत चाटने के बाद अपनी गोद में उसे उठा चुका था। महिला हंसते हुए बोली, “बेबी, देखो! ये मुझे गोद में उठाकर मेरी गांड को मसल रहे हैं। तुम्हारी तरह कमजोर नहीं हैं।”

सूरज ने नेहा की शर्ट के बटन खोलना शुरू किया। उसकी सांसें तेज हो रही थीं। नेहा ने कोई विरोध नहीं किया। शर्ट के खुलते ही उसकी ब्रा सामने आई। सूरज ने बिना देर किए उसकी ब्रा को भी खींचकर उतार दिया। नेहा की गोरी, उभरी हुई चूचियां अब उसके सामने थीं। सूरज ने उन्हें जोर से मसलना शुरू किया।

वीडियो में महिला अब मर्द के मोटे, लंबे लंड को अपने मुंह में लेकर चूस रही थी। महिला ने पति की तरफ देखकर कहा, “देखो बेबी, ये कितना मोटा और लंबा है। तुम्हारा तो मेरी जुबान पर भी नहीं टिकता। और ये मेरे गले तक जा रहा है। आह… यह होता है असली लंड!”

नेहा ने यह सुनकर शर्माते हुए अपनी नजरें सूरज की तरफ फेर लीं। लेकिन सूरज ने उसकी स्कर्ट का ज़िप धीरे-धीरे नीचे खींच दिया। स्कर्ट जमीन पर गिर गई, और नेहा अब केवल अपनी पैंटी में थी।

सूरज ने उसकी आंखों में देखते हुए कहा, “नेहा, इसीलिए मैं तुम्हें असली मर्द का लंड दिलवाना चाहता हूं, बेबी। मैं जानता हूं कि मेरा सिर्फ 4 इंच का लंड तुम्हें खुश नहीं कर पाता। मैं चाहता हूं कि तुम असली मर्द का आनंद लो, और इसे देखकर मैं भी खुश हो जाऊं।”

नेहा ने हिचकिचाते हुए उसकी तरफ देखा, लेकिन उसकी आंखों में गहराई तक यह सुनने का असर झलक रहा था।

वीडियो में महिला अब मर्द के लंड पर सवार थी। वह पति की तरफ देखकर कह रही थी, “बेबी, देखो, ये कितना अंदर जा रहा है। तुम्हारे छोटे लंड से तो मुझे पता भी नहीं चलता, लेकिन ये मेरी चूत की हर दीवार तक पहुंच रहा है। आह… यह होता है असली मर्द।”

सूरज ने नेहा को अपनी बाहों में खींचकर उसका होंठ चूस लिया। नेहा ने भी उसकी बेल्ट खोलकर उसकी पैंट नीचे गिरा दी। सूरज का छोटा सा लंड, लेकिन पूरी तरह खड़ा हुआ, अब नेहा के सामने था।

नेहा ने हल्की मुस्कान के साथ उसे अपने हाथ में लिया और सहलाने लगी। “तुम्हारा भी बुरा नहीं है,” नेहा ने हल्के मजाक में कहा।

सूरज ने उसकी पैंटी खींचकर नीचे कर दी। अब नेहा पूरी तरह नंगी थी। उसने सूरज के छोटे लंड को चूमते हुए कहा, “लेकिन हां, वीडियो में जो लंड है, वैसा कभी महसूस करने का मन जरूर होता है।”

सूरज ने गर्म सांसों के साथ कहा, “मैं तुम्हें यह मौका जरूर दूंगा, नेहा। तुम्हारी खुशी मेरे लिए सबसे जरूरी है।”

सूरज खड़ा हुआ और पास में रखा बड़ा सा टेडी बियर उठाकर कुर्सी पर रख दिया। उसने नेहा की तरफ देखा और शरारती अंदाज में कहा, “देखो, यह सूरज है। अब से मैं सूरज नहीं हूं। अब मैं अजय हूं, तुम्हारे पति का खास दोस्त। तुम्हारे पति ने मुझे बुलाया है, क्योंकि वह जानता है कि वह तुम्हें खुश नहीं कर सकता। अब मैं तुम्हें खुश करूंगा।”

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नेहा ने थोड़ा मुस्कुराते हुए जवाब दिया, “ठीक है अजय। मुझे पता है कि मेरे पति मुझे कभी संतुष्ट नहीं कर सकते, इसलिए उन्होंने तुम्हें बुलाया है। अब तुम मुझे वो मज़ा दो जो मेरे पति कभी नहीं दे पाए।”

सूरज, जो अब अजय बन चुका था, ने टेडी बियर की ओर इशारा करते हुए कहा, “भाभी जी, देखिए आपके प्यारे पति बैठे हुए हैं। वह कुछ नहीं कर सकते, सिर्फ देखते रहेंगे।”

नेहा ने हंसते हुए कहा, “सच में, देवर जी। मेरे पति बस नाम के मर्द हैं। इनका छोटा सा लंड कुछ कर ही नहीं सकता।”

सूरज ने नेहा के पास आते हुए कहा, “भाभी जी, आपके ये बड़े-बड़े चूचे… उफ्फ, इन्हें देखने से ही मेरा लंड खड़ा हो जाता है।”

उसने नेहा के दाएं चूचे को अपने हाथ में लेकर मसलना शुरू किया और फिर उसे अपने मुंह में भर लिया। वह जोर-जोर से चूसने लगा। “आह… अजय,” नेहा ने सिसकारी लेते हुए कहा।

सूरज ने दूसरे चूचे को अपनी उंगलियों से कसकर दबाया और जोर से मसलते हुए कहा, “भाभी, आपका पति तो बस देखता ही रह जाएगा। ये देखिए, वह वहां बैठकर बस आपकी बेबसी देख रहा है। बेचारा।”

नेहा ने मुस्कुराते हुए कहा, “हाँ, देवर जी। मेरे पति बस नाम के मर्द हैं। इन्हें चूसने का तरीका तक नहीं आता। आप तो कितने अच्छे से चूसते हो।”

सूरज ने अपने दूसरे हाथ को नेहा की चूत पर रखा और उसे हल्के-हल्के सहलाने लगा। उसने चूत में उंगली डालते हुए कहा, “भाभी, बताओ, क्या मैं तुम्हें वो मज़ा दे रहा हूं जो तुम्हारा पति, ये टेडी बियर, नहीं दे सकता?”

नेहा मचलते हुए बोली, “हां, देवर जी। यही तो चाहिए था मुझे। आप असली मर्द हो।”

सूरज ने जोर से हंसते हुए कहा, “भाभी, जरा अपने इस पति को देखिए। यह टेडी बियर की तरह सिर्फ बैठा रहेगा। कुछ नहीं कर पाएगा। यही तुम्हारी औकात है, सूरज।”

नेहा भी हंसने लगी और सूरज के लंड की ओर बढ़ी। उसने सूरज का लंड पकड़ते हुए कहा, “अजय, आपका लंड कितना बड़ा है। काश मुझे पहले ऐसा लंड मिला होता। मुझे इस छोटे लंड वाले सूरज से कभी संतोष नहीं मिलता।”

सूरज ने और गर्म होकर कहा, “भाभी, इसीलिए तुम्हारे पति ने मुझे बुलाया है। ताकि तुम असली मर्द का आनंद ले सको। अब इसे चूसो।”

नेहा ने बिना देर किए सूरज का लंड अपने मुंह में डाल लिया और जोर-जोर से चूसने लगी। “आह, देवर जी। यह तो मेरी पूरी जुबान भर रहा है। यही होता है असली मर्द का लंड।”

सूरज ने जोर से सिसकारी लेते हुए कहा, “भाभी, अब इसे अच्छे से चूसो। और अपने इस टेडी बियर पति को देखो। यह सिर्फ तुम्हारी बेबसी देख रहा है। क्या मर्द कहलाने का हक़ है इसे?”

नेहा ने चूसते हुए कहा, “नहीं, यह मर्द नहीं है। यह बस नाम का पति है। असली मर्द तो आप हो, अजय।”

सूरज ज्यादा देर तक खुद को रोक नहीं पाया। दो-तीन मिनट के अंदर वह झड़ गया, और नेहा ने सारा वीर्य पी लिया। उसने सूरज के लंड को आखिरी बार चूसते हुए साफ किया।

इसके बाद नेहा सूरज के ऊपर आकर लेट गई। उसने उसके होंठों को चूमा और कहा, “बेबी, यह सच में मजेदार था। लेकिन यह सब सिर्फ रोल प्ले तक ही ठीक है। मुझे डर लगता है। मैं ऐसा सच में कभी नहीं कर सकती। मैं तुम्हें बहुत प्यार करती हूं और किसी के सामने इस तरह नंगी नहीं हो सकती।”

सूरज ने मुस्कुराते हुए कहा, “कोई बात नहीं, बेबी। मुझे भी बस तुम्हारे साथ यह खेल चाहिए।”

धीरे-धीरे यह उनकी आदत बन गई। अब हर दिन, वे नए रोल प्ले और नाम लेकर यह खेल खेलने लगे। सूरज अपने दोस्तों के नाम पर रोल प्ले करता और दोनों इसमें पूरी तरह खो जाते।

धीरे-धीरे एक महीना बीत चुका था, और नेहा को यह सब अब अच्छा लगने लगा था। हर रात, वे नए-नए रोल प्ले करते और अपने फैंटेसी को अलग-अलग तरीके से जीते।

एक दिन, रोल प्ले खत्म होने के बाद, नेहा सूरज के ऊपर लेटी हुई थी। उसने अपनी उंगलियां सूरज के सीने पर फिराते हुए धीरे से कहा, “सूरज, सुनिए ना…”

सूरज, जो नेहा की हलचलों को महसूस कर रहा था, समझ गया था कि उसकी पत्नी कुछ बड़ा कहने वाली है। उसने प्यार से कहा, “बोलो, बेबी। क्या हुआ? आज अच्छा नहीं लगा?”

नेहा ने झिझकते हुए कहा, “नहीं, ऐसा नहीं है। अच्छा लगा… लेकिन अगर मान लो, मैं हां कह देती हूं… तो तुमने यह किसके साथ करने का सोचा है?”

सूरज ने उसकी आंखों में झांकते हुए महसूस किया कि अब नेहा पूरी तरह तैयार थी। उसने शांत लहजे में कहा, “तुम बताओ, तुम किसके साथ जाना चाहोगी?”

नेहा थोड़ी देर चुप रही और फिर बोली, “नहीं, यह मैं नहीं कह सकती। आप जानते हैं कि आपके दोस्तों में कौन सही है और कौन हमारी बात को राज़ रख सकता है। सबसे बड़ी बात यह है कि यह करने के बाद अगर किसी को पता चला, तो हमारी बदनामी होगी। हमें समाज में मुंह दिखाने लायक नहीं छोड़ा जाएगा। इसलिए कोई ऐसा चाहिए, जो पूरी तरह भरोसेमंद हो।”

सूरज ने उसकी बात को समझते हुए गहरी सांस ली और कहा, “यही तो मैं सोच रहा था। इसलिए मैंने कुछ दोस्तों की लिस्ट बनाई है। हम अजय, सुमित, अर्णव, या कुणाल में से किसी को चुन सकते हैं। ये चारों मेरे बहुत भरोसेमंद दोस्त हैं।”

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सूरज ने थोड़ा रुकते हुए आगे कहा, “और जहां तक मुझे लगता है, इन सबका लंड बड़ा ही होगा। अगर हम यह एक बार कर रहे हैं, तो मैं चाहता हूं कि तुम्हें मुझसे ज्यादा संतुष्टि और खुशी मिले। ऐसा न हो कि वह छोटा औजार लेकर निकले और मामला खराब हो जाए।”

नेहा ने हल्की मुस्कान के साथ उसकी ओर देखा। सूरज ने उसकी आंखों में झांकते हुए कहा, “मुझे लगता है कि अजय सही रहेगा। वह जिम करता है, उसकी ताकत भी अच्छी होगी, और स्टैमिना भी।”

नेहा ने हामी भरते हुए कहा, “ठीक है। एक बार उनसे बात करके देख लो। अगर वह तैयार हो जाए, तो हम आगे सोच सकते हैं।”

अगली सुबह, सूरज ने अजय को फोन किया।
“हैलो भाई, क्या हाल है?” सूरज ने हल्के अंदाज़ में बातचीत शुरू की।

अजय ने जवाब दिया, “सब बढ़िया है। तुम बताओ, इतने दिन बाद कैसे याद किया?”

सूरज ने गंभीर होते हुए कहा, “भाई, मुझे तुमसे कुछ जरूरी बात करनी है। व्हाट्सएप पर बात कर सकते हो?”

अजय ने थोड़ा हैरानी से पूछा, “व्हाट्सएप पर? क्या हुआ, भाई? बहुत गंभीर बात लग रही है।”

सूरज ने कहा, “हाँ, थोड़ा सीरियस है। कॉल पर बात करना मुश्किल होगा। मैं चाहता हूं कि यह बात सिर्फ हमारे बीच में रहे।”

अजय ने सहमति जताते हुए कहा, “ठीक है, भाई। मेरा यही नंबर व्हाट्सएप पर है। तुम मैसेज करो और बताओ क्या बात है। लेकिन यार, तुम तो मुझे डरा रहे हो।”

फोन रखने के तुरंत बाद अजय ने व्हाट्सएप पर “हाय, भाई! भेजो, क्या बात है?” का मैसेज किया। उसने आगे पूछा, “सब ठीक तो है ना? तुम तो मुझे डरा रहे हो।”

सूरज ने तुरंत जवाब दिया, “हां यार, सब ठीक है। लेकिन मैं तुमसे एक जरूरी बात करना चाहता हूं। बस यह बात सिर्फ हमारे बीच ही रहनी चाहिए। हम बचपन के दोस्त हैं, और मैं तुम पर पूरा भरोसा करता हूं।”

अजय ने उत्सुकता से लिखा, “बोलो ना, यार। अब तुमने मेरा सस्पेंस और बढ़ा दिया है।”

सूरज ने गहरी सांस लेते हुए कहा, “देख, भाई। यह बात थोड़ी अजीब है, लेकिन मुझे पूरी उम्मीद है कि तुम समझोगे।” इसके बाद सूरज ने उसे अपनी फैंटेसी, नेहा के साथ रोल प्ले, और असली मर्द के साथ चुदाई का आइडिया खुलकर समझाया। उसने बताया कि नेहा अब इसके लिए तैयार हो चुकी है और वह चाहता है कि अजय इस योजना में उसका साथ दे।

अजय ने कुछ पल के लिए कोई जवाब नहीं दिया। सूरज सोचने लगा कि शायद अजय नाराज हो गया है। लेकिन कुछ मिनटों बाद, अजय का जवाब आया, “भाई, सच में क्या तुम यह करना चाहते हो? और तुम सच में मुझे नेहा के साथ चुदाई करने के लिए कह रहे हो?”

सूरज ने सीधा जवाब दिया, “हां, अजय। मैं यही चाहता हूं। मैंने नेहा को समझा लिया है, और वह भी अब तैयार है। बस तुम्हारी हां की जरूरत है।”

अजय ने हल्की हंसी के साथ कहा, “यार, नेहा जैसी जवान, खूबसूरत और हॉट औरत के साथ चुदाई करने का ऑफर दोगे, तो मैं मना कैसे कर सकता हूं? तुमने तो मुझे लॉटरी पकड़ा दी है। बताओ, कब आऊं?”

सूरज ने कहा, “ठीक है। तुम एक बार आ जाओ, और फिर हम सब डिस्कस कर लेंगे। मैं चाहता हूं कि सब कुछ साफ-साफ और तय तरीके से हो।”

अजय ने मजाक में कहा, “भाई, अगर तुम मुझे ऐसा मौका दे रहे हो, तो मैं इसे खराब नहीं होने दूंगा। लेकिन तुम दोनों के रिश्ते पर इसका असर तो नहीं पड़ेगा, ना?”

सूरज ने गंभीर लहजे में कहा, “नहीं, अजय। यह मेरी फैंटेसी है, और नेहा के साथ मेरा रिश्ता बहुत मजबूत है। हम दोनों ने इस बारे में बहुत बात की है। बस तुम इस राज को राज ही रखना।”

अजय ने सहमति जताई और कहा, “ठीक है। मुझे बताओ कब आना है। मैं तैयार हूं।”

यह कहानी यहीं समाप्त नहीं होती…

अगले भाग में देखेंगे कि कैसे एक ककोल्ड पति अपनी पत्नी को चुदवाने का रोमांच महसूस करता है। नेहा, जो अब अपने पति की फैंटेसी को समझ चुकी है, पहली बार एक गैर मर्द के साथ खुलकर अपनी इच्छाओं को जीने की तैयारी करती है।

इस दौरान, सूरज अपने अंदर उठ रहे जलन और उत्साह के भावों से जूझता है। वह देखता है कि नेहा कैसे पूरी तरह से उस मर्द के साथ डूब जाती है। नेहा के होंठों से निकलने वाले मादक शब्द और उसकी सिसकारियां सूरज को अंदर तक झकझोर देती हैं।

हम यह भी जानेंगे कि नेहा किस तरह अपने पति को उसकी सीमाओं का अहसास कराते हुए उसे जलील करती है और अपनी इच्छाओं को पूरा करते हुए नए अनुभवों का आनंद लेती है।

अगली कहानी जल्द ही आएगी।
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