कॉलेज डायरेक्टर को अपना शुगर डैडी बनाया

हिंदी चुदाई कहानी: कॉलेज में मुझे चुदाई का नशा छोड़ चुका था, मैंने कॉलेज में और कॉलेज के बाहर बहुत सारे बॉयफ्रेंड बनाए थे। जिनसे मैं खूब चुदती थी, साथ ही साथ मैं पढ़ाई में भी काफी आगे थी। कॉलेज के हर साल पिछले साल के छात्रों की विदाई होती है।

जब मैं अपने एम.कॉम प्रथम वर्ष में थी। तब विदाई की तैयारी के लिए मेरी क्लास की लड़कियों को सेलेक्ट किया गया। जिसमें मैं भी थी, एक दिन कॉलेज के मालिक मिस्टर भाटिया आये। जिनके साथ हम लोगों ने अपनी विदाई की तैयारी के लिए एक मुलाकात की। मैंने जब उनको अपना इंट्रो दिया, तो उनकी नज़र मेरे स्तन पर ही टिक गई थी।

मैं समझ गई हूं कि ये मेरे स्तनों को घूर रहा है। मिस्टर भाटिया की उम्र 35 साल के आस-पास थी। वो दिखने में बड़े ही हॉट और हैंडसम थे, उनके बारे में मैंने सुना था कि कॉलेज में ज्यादातर महिला टीचर्स की नौकरी मिस्टर भाटिया से चुदने के बाद मिली है। कॉलेज में बहुत सी लड़कियां कुछ फ़ायदे के लिए भी उनसे चुदती हैं।

मतलब मिस्टर भाटिया एक रसिया थे, जो अपने कॉलेज के शिक्षकों और छात्रों को चोदते थे। मिस्टर भाटिया की मीटिंग के समय पूरा फोकस मेरे ऊपर ही रहा, और मैं भी उनको लाइन दे कर उनको अंदर ही अंदर रोमांस कर रही थी। मीटिंग ख़तम होने पर मिस्टर भाटिया ने मुझे अपनी टीम का मुखिया बनाया, और मुझे सारी तैयारी की ज़िम्मेदारी दे दी।

यदि आप भी अपनी कहानी इस वेबसाइट पर पब्लिक करवाना चाहते हैं तो नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके अपने कहानी हम तक भेज सकते हैं, हम आपकी कहानी आपके जानकारी को गोपनीय रखते हुए अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित करेंगे

कहानी भेजने के लिए यहां क्लिक करें ✅ कहानी भेजें

मिस्टर भाटिया – अगर तुम्हें कोई भी दिक्कत हो, तो तुम मुझे सिर्फ पर्सनल नंबर पर कॉन्टैक्ट कर सकती हो।

ये कह कर उन्हें मुझे अपना पर्सनल नंबर भी दे दिया। विदाई की तैयारी के साथ ही मेरी बात मिस्टर भाटिया से होने लग गई, और जैसा मुझे शक था। वो मुझसे अब फ्लर्टी बातें करने लग गए। अब वो धीरे-धीरे आगे बढ़ने लग गए, इसी बीच मेरी एक दोस्त अंजलि मेरे पास आई और वो बोली- प्रतिभा मैंने सुना है, कि अब तेरा मिस्टर भाटिया बहुत फ़्लर्ट हो रहा है।

मैं- तुम को इस बारे में पता चला?

अंजलि- मिस्टर भाटिया ने मुझे तुम्हारी हिस्ट्री पता करने के लिए बोला है, वो तुम्हें चोदने के पूरे मूड में है।

प्रतिभा- तो तूने उन्हें क्या बताया?

अंजलि – मैंने तो उनसे तुम्हारी तारीफ ही की है, कि तुम बहुत अच्छी लड़की हो और एक दम सीधी साधी हो।

मैं- अच्छा ऐसा बोला तूने?

अंजलि – हां, वे भी मिस्टर भाटिया को सीधी साधी लड़कियां ज्यादा पसंद आती हैं। तुम ये मत समझो कि तुम अकेली हो जिनको वो चोदना चाहते हो, कॉलेज में बहुत ही लड़की है जो उनसे चुदती है, अपने फायदे के लिए। अब से तुम भी मजे लो.

इतना कह कर वो चली गई, मैं अब रोज मिस्टर भाटिया से बात करने लग गई थी। उन्हें मुझे विदाई की रात कार्यक्रम खत्म होने के बाद साथ में डिनर करने का ऑफर दिया। मैं जानती थी कि डिनर के बाद मेरे साथ क्या होने वाला है, तो मैंने उनका ऑफर स्वीकार कर लिया।

इसे भी पढ़ें   सहेली से चुदाई का चरमसुख। Lesbian Sex Story

विदाई के दिन मुझे एंकरिंग करनी थी, तो मैंने एक लाल रंग की साड़ी पहनी। जिसका ब्लाउज बहुत ज्यादा हॉट था, और सारे लोग मेरी हॉटनेस को ही देख रहे थे। विदाई ख़त्म होने के बाद मैं मिस्टर भाटिया के साथ एक रेस्तरां में गई, पर मैंने थोड़ा सा ही खाना खाया। क्योंकि मुझे पता था कि आज रात मेरी चुदाई पक्की है, तो ज्यादा खाने से दिक्कत होती है।

मिस्टर भाटिया- प्रोग्राम अच्छा चल रहा है, और तुम बहुत सेक्सी दिख रही हो।

मैं- धन्यवाद.

अब हम लोग के घर जाने की बारी थी, तो मिस्टर भाटिया बोले – तुम हॉस्टल में रहते हो, इतनी रात में जब जा कर क्या करोगी तुम मेरे साथ ही चलो।

पहले तो मैंने जाने में आना कानी करी, और फिर मैं राजी हो गई। अब रस्ते में ही मेरी झांगो पर हाथ रख कर उसे सहलाने लग गया। मैं कुछ नहीं बोली, मैं उनको बस स्माइल दे रही थी। जिसे उनको समझ आ गया कि मैं भी अब चोदने के लिए तैयार हूं। ये कहानी आप फ्री सेक्स कहानी पर पढ़ रहे हैं।

उनके घर पूछते ही वो मुझे अंदर ले गए, और उन्हें गले लगाकर मेरे स्तन दबाने लगे। जो मैंने उम्मीद भी नहीं की थी, पर मैं जल्दी से संभल गई और घूम कर उनको मैं किस करने लग गई।

उन्हें चूमते हुए मेरी झांगो को पकड़ लिया, और मुझे उठा कर सोफ़े पर पटक दिया। फ़िर मिस्टर भाटिया ने एक बीयर की बोतल खोली और थोड़ी सी बीयर उहोने पी और मेरे मुँह पर उन्हें बोतल लगा दी। जिसकी बियर से मेरे होंठ भीगने लग गए, और मेरा ब्लाउज पूरा भीग गया।

ब्लाउज गीला होने करो अब मेरे स्तन साफ साफ दिख रहे थे। मिस्टर भाटिया ने मुझे फिर से किस करना शुरू कर दिया, और वो मेरे स्तनों को अब जोर जोर से दबाने लग गए। मैंने अपनी साड़ी और ब्लाउज के साथ ब्रा भी अलग कर दी, और अब मैं सिर्फ पैंटी में थी। मिस्टर भाटिया 10 मिनट तक मेरे स्तन के साथ खेलते रहे। काफ़ी देर मेरे स्तन चूसने के बाद वो मुझे बोले।

मिस्टर भाटिया- मैं वाइल्ड हूं, और मुझे डोमिनेट करना पसंद है। तुम्हारी क्या फ़ैन्तासी है?

मैं- वो ही जिससे आप खुश हो जाओ।

इतना सुनने के बाद वो हंसने लग गए और वो बोले – तो तैयार हो जाओ मेरी स्लट बनने के लिए।

इतना बोलते ही उन्हें मेरे बालो को पकड़ कर मुझसे उठाया और वो मुझे किस करने लग गए। 1 मिनट की किस करने के बाद वो मुझे पकड़ कर बेडरूम में ले जाने लगे। वो मेरे पीछे पीछे चलते हुए मेरी गांड को मटकाते हुए देख रहे थे, और बीच बीच में उस पर थप्पड़ भी मार रहे थे।

इसे भी पढ़ें   बाप खिलाड़ी बेटी महा खिलाड़िन- 3

रूम में ले जा कर उन्हें मुझे उल्टा लेटाया और उन्हें मेरी गांड पर थप्पड़ मारने शुरू कर दिया। मैं आह आह करते हुए दर्द से चिल्ला पड़ी, जिसको सुन कर मिस्टर भाटिया बोले- साली तेरी गांड तो बहुत ही मस्त है, और ये लाल होने के बाद और भी मस्त लग रही है।

फिर उन्हें मेरी पैंटी को निकाल दिया, और वो भी पूरी न्यूड हो गई। मैंने उनका लंड देखा जो पूरा तन गया था, और काफी बड़ा था। मैंने अभी तक इतना बड़ा लंड सिर्फ 2 लोगो का देखा था, और आज मिस्टर भाटिया का भी देख लिया था।

इतना बड़ा और मोटा लंड देख कर मैं मन में बोली – प्रतिभा तैयार हो जा आज तो तेरी चूत की बैंड बजाने वाली है, ये आज पूरा अंदर तक जाएगा। फ़िर मिस्टर भाटिया ने मुझे लंड चूसने का इशारा किया, तो मैं भी जल्दी से उठ कर नीचे बैठ गयी।

मैंने उनको बिस्तर पर बिठा दिया, और मैं उनका लंड सहलाने लग गई। मैं अपने हाथ से उनके लंड की कठोरता को महसूस कर रही थी। लंड को सहलाते हुए मैंने उसके टोपे को किस किया और अपने मुँह के अंदर ले लिया। अब मैं उनका लंड एक लॉलीपॉप की तरह चूस रही थी।

पर उनका लंड काफी बड़ा होने के कारण मैं उसे पूरा अंदर तक नहीं ले पा रही थी। करीब 5 मिनट के बाद ऐसे ही उनका लंड चूसा, जिसे वो और भी जोश में आ गया। अब उन्हें मुझे उठा कर बिस्तर पर सीधा लेटा दिया, और वो मेरे ऊपर आ कर।

अब उन्हें मेरे ऊपर आ कर अपना लंड मेरे मुँह में डाल दिया, अब वो मेरे मुँह को चोदने लग गये। हाय दोस्तो वो क्या मस्त मेरा मुँह चोद रहे थे, मेरे मुँह की उसने आज जान निकल दी थी। मेरे मुँह से आहह उम्म उम्म जेसी मसट आवाज़ आ रही थी।

मेरे चेहरे पर थूक और स्पर्म से भीगा हुआ था। मैंने उठ कर अपना मुँह साफ़ किया, और मैं अपनी चूत में लंड लेने के लिए तैयार हो गयी। मिस्टर भाटिया ने मेरी चूत पर थप्पड़ मारते हुए उसको जोर-दार तरीके से चूसना शुरू कर दिया, इससे मैं जल्दी ही झड़ गई।

फिर उन्हें मेरे दोनों पैरों को 180 डिग्री के एंगल पर फेला दिया, और उन्होंने अपना लंड मेरी चूत में डाल दिया। मैं एक दम से आअहह करते हुए चिल्लाई। इसके बाद वो लगतार लंड बहार करने लग गया, मुझे उनका लंड अंदर तक महसूस हो रहा था। मैं बस आँखें बंद करके उनका लंड महसूस कर रही थी, और मेरी सिसकियाँ निकल रही थी।

इसे भी पढ़ें   मामाजी, अब तो बस चोद ही दो

मैं- अह्ह्ह अह्ह्ह उम्म आअह्ह ओह्ह आअह्ह.

तभी मिस्टर भाटिया ने मेरे मुँह पर एक जोरदार थप्पड़ मारा और वो बोले – साली आँखें बंद मत कर मेरी आँखों में आँखें डाल कर मेरे लंड के मजे ले।

अब मैं उनकी आंखों में देखने लग गई, जिसमें मुझे उसके लंड की ताकत का अब एहसास हो रहा था। फिर उसने मुझे घोड़ी बना दिया, और मेरे बाल पकड़ कर वो मुझे चोदने लग गई। जिसके बाद उन्होंने मुझे बिस्तर पर उल्टा लेटा दिया, और मेरे दोनों हाथ पीछे करके उन्हें पकड़ लिया।

अब उन्हें दूसरे हाथ से मेरे बालो पकड़ कर चोदना शुरू कर दिया। आह, ये क्या मस्त पोज़ था, मैं पहले ऐसे नहीं चुदी थी। इसके बाद उन्होंने मुझे अपने लंड पर बिठाया और जिसका पूरा लंड अब सीधा मेरी चूत के अंदर तक जा रहा था। ये कहानी आप फ्री सेक्स कहानी पर पढ़ रहे हैं।

अब मैं मदहोश हो कर उनका लंड ले रही थी, पर जैसे ही मैंने अपनी आँखें बंद कीं। तभी मेरे मुँह पर एक ज़ोरदार थप्पड़ पड़ता था, उनको चोदने की अंदाज़ ने मुझे अंदर तक आज खुश कर दिया था। इसी तरह से उन्हें 2 राउंड तक चोदा, अब मेरी भी 2 राउंड चुदाई के बाद हालत खराब हो गई थी।

वरना मैं तो थ्रीसम सेक्स के बाद भी लंड लेने की हिम्मत रखती थी। पर मिस्टर भाटिया के लंड में सच में काफी ज्यादा ताकत थी, फिर सुबह जब मैं उठी तो मिस्टर भाटिया मेरे लिए कॉफ़ी ले कर आये। मैं उनके साथ बिस्तर पर नंगी लेती हुई कॉफी पी रही थी।

मिस्टर भाटिया- मैंने बहुत सी लड़कियों के साथ सेक्स किया है, और उन्हें 2-3 बार चोद दिया, मुझे उन्होंने छोड़ दिया। पर साली तेरी तो बात ही कुछ अलग है, तुझे तो मैं कितना भी चोदू मेरा आदमी नहीं भरेगा। आज से तुझे कोई भी जरूरी हो, तो मुझे जब मर्जी बता दियो।

फिर उन्हें मुझे अपना क्रेडिट कार्ड भी दे दिया। दोस्तो यहाँ से मेरी चुदाई की अब एक नई कहानी शुरू होती है। जब तक मैं कॉलेज में रही, तब तक मिस्टर भाटिया ने मुझे काम कर चोदा। विदाई के दिन से मेरी चुदाई शुरू हुई, और मेरे विदाई के दिन तक मेरी चुदाई चलती रही।

Related Posts

Report this post

मैं रिया आपके कमेंट का इंतजार कर रही हूँ, कमेंट में स्टोरी कैसी लगी जरूर बताये।

Leave a Comment