मैं एक बार स्कूल के महिला टॉयलेट में गया था, Xxx Teacher Forest Sex Story में पढ़ें। मैं मूत रहा था कि वहाँ एक महिला शिक्षिका अपनी साड़ी उठाकर आ गई।फिर क्या हुआ?
मैं राहुल हूँ।
मैं एक प्राइवेट संस्था में शिक्षक हूँ। मैं 5 फुट 6 इंच का हूँ और गठीले बदन का हूँ। मेरी उम्र 30 वर्ष है।
मेरी Xxx Teacher Forest Sex Story का आनंद लें।
रीमा मेरे ही संस्थान में शिक्षक थी।
मेरी पिछली कहानी
बॉयफ्रेंड के साथ पहला सेक्स अनुभव।
उसकी उम्र 33 साल थी और कुछ मोटी थी।
लेकिन उसके बड़े बड़े दूध और मोटे मोटे चूतड़ बहुत आकर्षक लगते थे।
गोरी चिट्टी रीमा साड़ी पहनती थी, गहरे गले का ब्लाउज पहनती थी, जिससे उसके वक्ष रेखा के दर्शन सुलभ थे।
एक दिन मैं लेडीज टॉयलेट में चला गया क्योंकि मुझे जोर से पेशाब आ रहा था और जेन्ट्स बाथरूम में बहुत बदबू आ रही थी।
मैं अपना 7 इंच का लंड निकालकर मूतने लगा क्योंकि वहाँ कोई नहीं था।
रीमा बाहर से साड़ी उठा कर आ गई।
उन्होंने सोचा कि बाथरूम में कोई नहीं होगा।
लेकिन उसने मुझे देखते ही साड़ी नीचे कर दी।
लेकिन तब तक मैंने रीमा की सफेद चड्डी, गोरी और मोटी जांघें देखा चूका था।
मेरे हाथ में लंड था, जिसमें से धार निकल रही थी।
…मैं, हमारे बाथरूम में गंदगी थी। इस वजह से मैं यहाँ आ गया।
कोई नहीं!“वह बोली।
तब तक मेरे सपने पूरे हो गए।
मैंने चेन लगाया और लंड को झटका दिया।
यह घटना हुई तो रीमा मुझे अजीब तरह से देखने लगी।
मैंने सोचा कि यह चुदना चाहती है।
एक दिन में मैं बार-बार रीमा के बाथरूम में आ गया।
रीमा वहां अपनी साड़ी ऊपर करके मुस्कुरा रही थी।
वह मुझे देखकर चौंक गई।
वह बैठी मूतती रही और विनती करती रही कि यहां से जाओ क्योंकि महिलाएं अब पुरुषों की तरह एकदम से अपना मूत्र निकाल नहीं पाती थीं।
ठीक है, मैंने कहा, लंड निकालकर। मैं चला जाऊँगा..। लेकिन मैं इसे कैसे समझाऊँ?..। जब से उसने तुम्हें देखा है, दिन-रात आंसू बहा रहा है।
रीमा ने वहीं बैठे बैठे मेरा लंड पकड़ा और मुस्कराया।
मैंने रीमा को उठाया और उसके होंटों को अपने होंटों के बीच दबाकर उसे चूसने लगा।
रीमा की जीभ मेरे मुंह में आ गई और मैं उसे चूसने लगा।
फिर मैंने रीमा से कहा, “यार, इस पर भी अपने होंटों का इस्तेमाल करो!”
रीमा नीचे बैठ गई और मेरा वीर्य प्यार से चूसने लगी।
थोड़ी देर बाद, रीमा ने कहा, “तुम भी मेरी चूत चाटो!”
तो मैं भी नीचे बैठ गया और रीमा की चूत में उंगली डालने लगा।
रीमा ने तुरंत मेरे मुख में अपनी चूत के रस की पिचकारी छोड़ दी।
रीमा की पिचकारी का स्वाद अलग था।
फिर मैंने रीमा को खड़ा कर उसकी गीली चूत में अपनी एक टांग उठा दी।
थोड़ी देर इस स्थिति में रहने के बाद रीमा थक गई।
मैंने भी रीमा को घुटनों के बल घोड़ी बनाकर चूत में लंड डाला।
यह हमारी पहली जल्दबाजी की चुदाई थी।
एक दिन, एक काम के सिलसिले में हमें जंगल जाना पड़ा।
रीमा और मैं बाइक पर जंगल की ओर चले गए।
रास्ते भर रीमा ने मेरा लंड सहलाया।
मैंने भी पीछे हाथ डालकर उसके दूध को दबाया।
जंगल में पहुंचते ही रीमा की चूत से पानी बह रहा था और मेरे लंड से भी पानी टपक रहा था।
अब हम दोनों चुदाई करना चाहते थे।
लेकिन इसके दौरान कैसे करते!
मैंने जंगल में जाकर अपनी बाइक खड़ी की और बातें करते हुए घूमने दूर निकल गया।
अब थोड़ा घना जंगल हो गया था, और मैं एक जगह ढूंढ रहा था जहां रीमा की जमकर चुदाई कर सकती थी।
रीमा ने कहा, “यार, मुझे टट्टी आ रही है।”
बहन चोद चुदाई पर मुझे बहुत गुस्सा आया।
लेकिन मैंने कहा: करो!
मैंने कहा और थोड़ा दूर चला गया।
वहीं बैठकर रीमा हल्का होने लगी।
थोड़ी देर बाद उसने कहा, “राहुल, एक बोतल पानी देना।”
तभी मुझे याद आया कि मैंने पानी की बोतल गाड़ी से नहीं निकाली थी।
रीमा ने मुझे बताया कि वह धोए बिना नहीं उठेगी।
अब मैंने सोचा कि जंगल का मामला है, मैं इसे अकेला छोड़कर पानी लेने नहीं जा सकता हूँ।
मैं कुछ समझ नहीं पाया।
रीमा ने कहा, “एक काम करो, मेरी गांड पर पेशाब छोड़ दो।” मैं उससे धो लूंगी।
मैं इसे सही समझा।
रीमा वहाँ से उठकर साड़ी ऊपर कर फिर से घोड़ी बन गई।
मैंने अपना लंड बाहर निकाला और रीमा की गांड पर वीर्य छोड़ने लगा।
रीमा ने अपने हाथ साफ करने के बाद जल्दी से अपनी गांड पर लगी हुई टट्टी निकाली।
अब रीमा को चोदना था!
रीमा का ब्लाउज़ ऊपर करके मैं उसके मोटे बूब्बस दबाकर चूसने लगा।
और नीचे मेरी उंगली उसकी चूत में घुसने लगी।
रीमा भी खुश हो गई और मेरा लंड सहलाने लगी।
मैं नीचे झुका और रीमा की चूत में अपना मुंह डाल दिया।
रीमा तड़प उठी और मेरे मुंह पर जोर से अपनी चूत रगड़ने लगी।
अब देर करना उचित नहीं था, इसलिए मैंने रीमा की साड़ी खींचकर बिछा दी और उसे पीठ के बल लिटाकर धक्के मारने लगा।
एक मिनट बाद, रीमा ने कहा, “यार, एक मिनट रुक जाओ।”
लेकिन मैं नहीं रुका, लंड आधा रीमा की चूत में घुस गया।
तभी रीमा ने पेशाब की धार छोड़ी, जिससे मेरा लंड पागल हो गया।
मैंने और तेज धक्के लगाने शुरू किया।
रीमा बार-बार पेशाब निकालती रही, और सन्नाटे में जंगल में फचर-फचर की आवाज आने लगी।
फिर मैं निढाल हो गया और अपनी रंडी रीमा की चूत छोड़ दी।
तभी मैंने देखा कि हमारे आसपास तीन गाँव के लोग खड़े थे और एक औरत बड़े कुत्सित ढंग से हंस रही थी।
वे सबके चेहरे खतरनाक लग रहे थे।
वह महिला लगभग चालीस वर्ष की होगी।
पुरुष भी लगभग ३५ से ४० वर्ष की उम्र में थे।
शायद वे जंगल से लकड़ी काट कर चोरी करते थे, इसलिए उनके हाथ में कुल्हाड़ियाँ थीं।
हम दोनों घबरा गए जब हमने उन्हें देखा।
मैंने कहा, भाई, हमें जाने दो!
लेकिन उन्होंने मेरी बात नहीं सुनी।
रीमा की नंगी चूत पर उनकी आंखें गिरी, जिसमें से मेरा वीर्य बह रहा था।
वह काली औरत के दांत लगातार तम्बाकू खाने से लाल पीले हो गए।
मेरे मुरझाए हुए लंड को उसने देखा।
शायद मेरा लंड उसे पसंद आया था।
दोस्तो, Xxx Teacher Forest Sex Story आपको कैसी लगी?
कृपया आप बताएं!
मेरा पता riya9090@gmail.com है।
गाँव के लोगों ने हमारे साथ क्या किया, इसकी पूरी कहानी अगली बार, जब आप मुझे ईमेल करेंगे।