Wife sharing sex story – Gangbang sex story: दिल्ली की एक पॉश कॉलोनी में रात का समय था, आसमान में तारे चमक रहे थे और नीचे शहर की लाइट्स से जादुई सा माहौल बन रहा था, मैं शालिनी अपने पति रोहन के साथ रहती थी, मैं गोरी थी लंबे रेशमी बालों वाली और ऐसी फिगर वाली कि मोहल्ले के मर्द मेरी एक झलक पाने को तरसते थे, मेरी टाइट साड़ी और डीप कट ब्लाउज मेरे भरे हुए बूब्स और गोल चूतड़ को और ज्यादा उभारते थे, रोहन मज़बूत जिस्म वाला शरारती स्वभाव का मर्द था और हमारी सेक्स लाइफ हमेशा जोशीली बनी रहती थी, लेकिन एक रात उसने अपनी हवस की सारी हदें पार कर दीं और मुझे अपने दोस्तों अजय और वरुण के साथ शेयर कर दिया, उस रात की चुदाई ने मेरी चूत गांड और पूरे जिस्म को पूरी तरह तृप्त कर दिया।
उस रात हल्की बारिश हो रही थी और दिल्ली की सड़कें पूरी तरह गीली हो चुकी थीं, मैंने पतली सिल्क की साड़ी पहनी हुई थी जिसका पल्लू बार बार मेरी चूचियों से सरक जा रहा था और मेरे गहरे ब्लाउज से चूचियों की गहरी झलक मिल रही थी, रोहन ने बताया कि उसके दोस्त अजय लंबा मज़बूत जिस्म वाला और वरुण चालाक गठीले बदन वाला डिनर के लिए आने वाले हैं, मैंने टेबल सजाई और जब अजय वरुण आए तो उनकी नज़रें मेरे जिस्म पर रेंगने लगीं, अजय ने शरारत भरी मुस्कान के साथ कहा कि शालिनी तू तो आज आग लगा रही है, मैंने हँसते हुए जवाब दिया अजय भैया मेरी चूत की आग बुझाने वाला चाहिए, मेरी इस बोल्ड बात पर रोहन की आँखों में चमक आ गई और उसने मुझे गहरी नज़र से देखा।
डिनर खत्म होने के बाद शराब के दौर शुरू हो गए, रोहन ने म्यूज़िक चालू किया और माहौल धीरे धीरे गर्म होने लगा, मैंने थोड़ी व्हिस्की पी और मेरे जिस्म में गर्मी फैलने लगी, रोहन ने मुझे अपनी गोद में खींच लिया और मेरे होंठों पर गहरा चुंबन किया, उसका चुंबन इतना गहरा था कि मेरी साँसें थम सी गईं, अजय और वरुण हमें देख रहे थे और उनकी आँखों में हवस साफ झलक रही थी, वरुण ने मज़ाकिया लेकिन गंभीर लहजे में कहा रोहन अपनी बीवी को हमारे साथ शेयर कर, रोहन ने मेरी कमर कस के पकड़ी और कान में फुसफुसाया शालिनी आज तुझे तीन तीन लंड का मज़ा देता हूँ, मैं चौंक गई लेकिन मेरी चूत की गर्मी ने मुझे हामी भरने पर मजबूर कर दिया।
रोहन ने मेरी साड़ी का पल्लू एक झटके में खींचकर फेंक दिया, मेरा ब्लाउज मेरी चूचियों को मुश्किल से रोक पा रहा था, अजय मेरे पास आया और धीरे धीरे मेरे ब्लाउज के बटन खोलने लगा, उसने मेरी काली ब्रा देखी और बोला शालिनी तेरी चूचियाँ तो दूध से भरी हुई हैं, फिर ब्रा का हुक खोल दिया और मेरे भरे हुए बूब्स पूरी तरह आज़ाद हो गए, अजय ने मेरी चूचियाँ दोनों हाथों से दबाईं, निप्पल्स को मुँह में लेकर चूसा और हल्के से काटा, मेरी सिसकियाँ निकलने लगीं आह्ह अजय और चूस, वरुण ने मेरी साड़ी पूरी उतार दी और मेरी काली पैंटी मेरी गीली चूत से चिपक चुकी थी, उसने पैंटी के ऊपर से ही मेरी चूत को सहलाना शुरू किया और मेरी सिसकियाँ और तेज़ हो गईं इह्ह वरुण।
रोहन ने मुझे सोफे पर लिटाया और मेरी पैंटी धीरे से उतार दी, मेरी गोरी गीली चूत तीनों की नज़रों के सामने थी, रोहन बोला शालिनी तेरी चूत तो चोदने के लिए ही बनी है और अपनी जीभ मेरी चूत पर फेरने लगा, उसकी जीभ मेरी चूत के दाने को सहला रही थी और मैं सिसकियाँ ले रही थी आह्ह ह्ह्ह रोहन, अजय मेरी चूचियाँ चूसता रहा और वरुण ने अपनी पैंट उतारी, उसका मोटा लंड मेरे सामने था, उसने उसे मेरे मुँह में डाल दिया, मैंने वरुण के लंड को चूसना शुरू किया, मेरी जीभ उसके सिरे पर नाच रही थी ग्ग्ग्ग गी गी, वरुण कराहते हुए बोला शालिनी तू तो मेरे लंड की रानी है, मेरी चूत और मुँह दोनों भरे हुए थे और हवस चरम पर पहुँच चुकी थी।
रोहन ने अपनी पैंट उतारी और उसका मोटा लंड मेरी चूत के सामने था, उसने लंड को मेरी चूत पर रगड़ा और धीरे से अंदर डाला, मेरी एक हल्की चीख निकली आह्ह क्योंकि उसका लंड मेरी चूत को पूरा भर रहा था, मैंने सिसकते हुए कहा रोहन मेरी चूत चोद दे, उसने धीरे धीरे चुदाई शुरू की और मेरी चूचियाँ हर धक्के के साथ उछल रही थीं थप थप, अजय ने मेरे मुँह में अपना लंड डाला और मैं उसे चूसने लगी गों गों, वरुण मेरी चूचियाँ दबा रहा था और उसकी उंगलियाँ मेरे निप्पल्स को मसल रही थीं, मेरे जिस्म में दो लंड थे और तीसरा मेरी चूचियों को सहला रहा था।
दर्द धीरे धीरे मज़े में बदल रहा था, रोहन ने अपनी रफ्तार बढ़ा दी और उसका लंड मेरी चूत की गहराई को छू रहा था चप चप, रोहन कराहते हुए बोला शालिनी तेरी चूत कितनी टाइट है, मैंने अजय के लंड को और गहरे तक चूसा ग्ग्ग्ग गों और उसकी सिसकियाँ तेज़ हो गईं, वरुण ने मेरी जांघें चौड़ी कीं और मेरी गांड को सहलाने लगा, उसने शरारत से कहा शालिनी तेरी गांड भी चोदेंगे, मैंने सिसकते हुए जवाब दिया वरुण मेरी गांड भी ले लो बस मेरी चूत को तृप्त कर दो, वरुण ने अपनी उंगली मेरी गांड में डाली और मेरी एक और चीख निकली ऊईई।
वरुण ने मुझे घोड़ी बना दिया और अपने लंड को मेरी गांड पर रगड़ा, धीरे से लंड अंदर डाला और मेरी ज़ोरदार चीख निकली आअह्ह्ह वरुण धीरे मेरी गांड फट जाएगी, उसने धीरे धीरे धक्के शुरू किए और मेरी गांड उसके लंड को निगल रही थी फच फच, रोहन ने मेरी चूत में अपने लंड को और तेज़ी से चलाया थप थप, अजय ने मेरे मुँह में अपना लंड डाला गी गी गों, मेरे जिस्म में तीनों छेद भरे थे चूत गांड और मुँह, मेरी सिसकियाँ चीखों में बदल गईं हाँ मुझे और चोदो आह ह ह ह ह्हीईई।
रोहन की चुदाई इतनी ज़ोरदार थी कि सोफा हिल रहा था, वरुण का लंड मेरी गांड को गहरे तक चोद रहा था फच फच, अजय का लंड मेरे मुँह में था ग्ग्ग्ग गों, मेरी चूचियाँ उछल रही थीं और अजय ने उन्हें कस के दबाया, अजय कराहते हुए बोला शालिनी तू तो रंडी बन गई, मैंने जवाब दिया हाँ तुम्हारी रंडी हूँ मेरी चूत और गांड को चोद डालो, रोहन ने मेरे होंठों को चूमा मेरी जीभ को चूसते हुए, वरुण ने मेरी गांड को थप्पड़ मारा और मेरा जिस्म तीन मर्दों की भूख का शिकार बन चुका था।
तभी रोहन का एक और दोस्त निखिल मज़बूत चालाक जिस्म वाला फ्लैट में आ गया, उसने हमें देखा और हँसते हुए बोला रोहन शालिनी को तो मज़ा दे रहा है मुझे भी शामिल कर, रोहन ने हँसकर कहा आ जा निखिल भाभी की चूत में और आग लगानी है, निखिल ने अपनी पैंट उतारी और उसका मोटा लंड मेरे सामने था, उसने मेरी चूचियाँ पकड़ीं और उन्हें चूसने लगा, निखिल बोला शालिनी तेरी चूचियाँ तो दूध से भरी हैं, मैंने कराहते हुए जवाब दिया निखिल मेरी चूत और गांड को और चोदो, निखिल ने मेरे मुँह में अपना लंड डाला और मैं उसे चूसने लगी ग्ग्ग्ग गी गों।
अब मेरे जिस्म में तीन लंड थे रोहन की चूत में थप थप, वरुण की गांड में फच फच, निखिल का मुँह में गों गों, अजय मेरी चूचियाँ दबा रहा था और उसकी उंगलियाँ मेरे निप्पल्स को मसल रही थीं, मेरी सिसकियाँ और चीखें रात के सन्नाटे में गूंज रही थीं आह्ह ह्ह्ह ऊउइ, रोहन ने मेरी चूत को और ज़ोर से चोदा और उसका लंड मेरी गहराई को छू रहा था, वरुण ने मेरी गांड में अपने लंड को और तेज़ी से चलाया, निखिल ने मेरे मुँह में अपने लंड को गहरे तक डाला, रोहन कराहते हुए बोला शालिनी तू तो हमारी रानी है, मैंने सिसकते हुए जवाब दिया हाँ मेरी चूत और गांड तुम्हारी गुलाम हैं।
हमारी चुदाई रातभर चलती रही, रोहन ने मेरी चूत में अपनी गर्मी छोड़ दी फचाक, वरुण ने मेरी गांड में अपने रस बिखेरे फच फच, निखिल ने मेरे मुँह से लंड निकालकर मेरी चूचियों पर अपनी गर्मी छीट दी, अजय ने मेरे मुँह में अपना लंड डाला और मेरे चेहरे पर अपनी गर्मी छोड़ दी, मेरा जिस्म पसीने और तृप्ती से गीला था और मेरी चूत की प्यास आखिरकार बुझ चुकी थी, सुबह होने से पहले हमने कपड़े ठीक किए और अपने अपने कोनों में चले गए, रोहन ने मुझे बाहों में लिया और फुसफुसाया शालिनी तूने आज रात को यादगार बना दिया, मैंने शरारती मुस्कान के साथ जवाब दिया रोहन मेरी चूत और गांड अब तुम सबकी गुलाम हैं।
अगली सुबह जब मैं रोहन से मिली तो उसकी आँखों में वही हवस थी, मेरे जिस्म पर चुदाई के निशान थे मेरी चूचियों पर अजय के दाँतों के निशान, मेरी गांड पर वरुण के थप्पड़ों के लाल निशान, मेरे होंठों पर रोहन के चुंबनों की गर्मी, नाश्ते की मेज़ पर अजय और वरुण की नज़रें मुझ पर टिकी थीं और उनकी मुस्कान बता रही थी कि वे फिर से मेरी चूत और गांड का मज़ा लेना चाहते थे, मैंने रोहन को एक चोर नज़र से देखा और उसकी शरारती मुस्कान ने बता दिया कि ये चुदाई का सिलसिला अभी रुकने वाला नहीं था।
रोहन ने मुझे उस दिन दोपहर में फिर से पास बुलाया, उसने कहा शालिनी तेरी चूत की आग ने हमें दीवाना कर दिया अगली बार और मज़ा करेंगे, मैंने हँसते हुए जवाब दिया रोहन मेरी चूत और गांड तुम्हारे दोस्तों के लिए हमेशा तैयार हैं, उस रात की चुदाई ने मेरी हवस को एक नया रंग दिया था और मैं जानती थी कि रोहन और उसके दोस्तों के साथ ऐसी रातें फिर आएँगी, मेरी चूत और गांड की प्यास अब और गहरी हो चुकी थी।