मैडम ने अपनी छोटी बहन को मेरा लंड गिफ्ट किया

Farmhouse threesome sex story – 18rh Birthday Virgin defloration sex story – Sister gift sex story: उस स्पोर्ट्स रूम वाली घटना के बाद से मैं और शिल्पा मैडम की चुदाई एक अलग ही लेवल पर पहुँच चुकी थी, जहाँ हर मुलाकात में नई आग लगती थी और हर बार कुछ नया करने का मन करता था। स्कूल में हम सावधानी बरतते थे, बस नजरों से एक-दूसरे को चिढ़ाते, कभी ब्रेक में केबिन में जाकर लंबा किस कर लेते और मैं उनकी चुच्चियाँ दबा लेता, लेकिन पूरा मजा तो सिर्फ छुट्टी के बाद या वीकेंड पर ही मिलता था। मैडम अब मेरे साथ पूरी तरह खुल चुकी थीं, घर पर मेरे साथ सोतीं, कभी मेरे फ्लैट में, कभी उनके अपार्टमेंट में, जहाँ हम रात भर एक-दूसरे की बाहों में लिपटे रहते।

कहानी का पिछला भाग: स्टूडेंट और पी.टी. सर मिलकर ने मैडम का हलुआ बनाया

एक शाम अचानक मैडम का मैसेज आया कि कल उनकी छोटी बहन रिया का 18वां बर्थडे है और फार्महाउस पर पार्टी रखी है, सिर्फ फैमिली और एक स्पेशल गेस्ट, यानी मैं, 11:30 बजे तक पहुँच जाना। मैंने सोचा पार्टी में दोस्त, म्यूजिक, डांस होगा, लेकिन मैडम ने कहा सिर्फ हम तीन, तो मन में थोड़ी उलझन हुई, फिर भी तैयार हो गया।

अगली सुबह मैंने अपनी अलमारी खोली और एक ब्लैक कलर की टाइट फिटिंग शर्ट निकाली, जो मेरी छाती और बाजुओं की मसल्स को परफेक्टली हाइलाइट करती थी, नीचे डार्क ब्लू जींस, जो मेरी जांघों पर टाइट बैठती थी। हेयर जेल लगाया, बालों को स्टाइल किया, AXE डार्क टेम्पटेशन परफ्यूम छिड़का, जो मैडम को बहुत पसंद था, उसकी खुशबू में एक गहरा, मर्दाना स्वाद था।

11:15 बजे मैंने अपनी बाइक स्टार्ट की, दिल्ली के बाहर फार्महाउस की तरफ निकल पड़ा। रास्ते में हल्की बारिश की बूंदें गिरीं, हवा ठंडी और सेक्सी थी, मूड अपने आप गरम होने लगा। 11:28 बजे मैं फार्महाउस के बड़े आयरन गेट पर पहुँचा, चारों तरफ हरे-भरे खेत, दूर पूल की नीली पानी सूरज में चमक रही थी। अंदर सिर्फ मैडम की सफेद SUV खड़ी थी, कोई और गाड़ी नहीं, कोई आवाज नहीं।
मैंने गेट खटखटाया, दरवाजा मैडम ने खुद खोला। वो रेड कलर की सिल्क साड़ी में थीं, पतली गोल्डन बॉर्डर, साड़ी पेट पर टाइट लिपटी हुई, नाभि दिख रही थी, ब्लाउज डीप नेक काला, चुच्चियाँ आधी बाहर, काली लेस वाली ब्रा की झलक, लाल लिपस्टिक, काजल, बाल खुले, चंदन की खुशबू। मुझे देखते ही उन्होंने मुझे अपनी बाहों में खींच लिया, होंठों पर गहरा किस, जीभ अंदर डालकर चूसने लगीं और फुसफुसाईं कि आ गए मेरे शेर, परफेक्ट टाइमिंग, अभी 11:50 है।

अंदर हॉल में AC की ठंडक थी, लाइट्स डिम, सोफे पर एक लड़की बैठी थी, मैडम की छोटी बहन रिया। वो शॉर्ट पिंक फ्रॉक में थी, घुटनों तक, स्लीवलेस, गोरी टांगें चमक रही थीं, बाल ब्राउन हाइलाइट्स वाले, लंबे और सिल्की, होंठ गुलाबी ग्लॉस से चमकते, आंखें बड़ी-बड़ी, मस्कारा लगाया हुआ। उसका फिगर एकदम टाइट था, चुच्चियाँ 32 की, कमर पतली, गांड गोल और उभरी हुई।

वो शर्मा कर खड़ी हुई और हल्के से बोली हाय भैया, मैंने हैलो कहा, हाथ मिलाया, उसकी हथेली नरम और गर्म थी। मैडम मुस्कुराईं और बोलीं बैठो, अभी 12 बजने वाले हैं। हॉल में छोटा सा टेबल था, चॉकलेट केक, 18 कैंडल्स, लाल-सफेद गुब्बारे। कोई और नहीं, सिर्फ हम तीन, मैं मन ही मन सोच रहा था पार्टी कहाँ है। घड़ी में 11:59 हुआ, मैडम ने लाइट्स और डिम कर दीं, कैंडल्स जलाईं। ठीक 12:00 बजे रिया ने केक कट किया, हमने ताली बजाई, हैपी बर्थडे गाया। रिया ने मैडम को गले लगाया, फिर मुझे भी, उसकी चुच्चियाँ मेरे सीने से दब गईं, उसकी खुशबू मीठी और हल्की थी।

अचानक मैडम ने रिया को कसकर अपनी बाहों में जकड़ लिया और बोलीं कि मेरी प्यारी गुड़िया, अब तुम 18 की हो गईं, कुछ सेकंड पहले ही बड़ी हो गई, मैं जानती हूँ तुम्हारी हरकतें, लड़कों से चैट करती हो, न्यूड फोटो भेजती हो, वीडियो कॉल पर मजे करती हो, लेकिन रिया, ये बहुत खतरनाक है, कोई ब्लैकमेल कर लेगा, फोटो वायरल कर देगा, तुम्हारी जिंदगी बर्बाद हो जाएगी, मैं अपनी छोटी बहन का ऐसा नहीं होने दूंगी, इसलिए आज मैं तुम्हें सबसे सेफ, भरोसेमंद और कमाल का गिफ्ट देती हूँ, राजीव का मोटा, लंबा, गर्म लंड।

मैं हक्का-बक्का रह गया, लंड शब्द सुनकर मेरे अंदर हलचल होने लगी, नीचे कुछ खड़ा होने की तैयारी करने लगा। रिया का मुंह खुला का खुला रह गया, चेहरा टमाटर की तरह लाल, वो बोली दीदी तुम पागल हो गई हो क्या।

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मैडम जोर से हंस पड़ीं और बोलीं नहीं रिया, तेरी दीदी इस लंड की गुलाम है, राजीव चोदता है जैसे कोई देवता, कभी धोखा नहीं देगा, कभी रिकॉर्ड नहीं करेगा, कभी किसी को बताएगा नहीं।

रिया शर्मा कर सोफे पर बैठ गई, पैर आपस में रगड़ रही थी, आंखें नीची। मैडम ने अपना बैग खोला और ड्यूरेक्स हनीमून किट निकाली, नीले-सुनहरे पैकेट में कंडोम, ल्यूब, स्ट्रॉबेरी फ्लेवर जेल, रिया के हाथ में थमा दिया और बोलीं आज लड़की से औरत बनो, अपनी जवानी का असली स्वाद चखो।

फिर मैडम ने रिया का हाथ मेरे हाथ में रखा और बोलीं राजीव, मेरी बहन को चोद-चोदकर औरत बना दो, ये लो वियाग्रा की गोली, वैसे तुम 2-3 राउंड तो ऐसे ही पेल देते हो, लेकिन आज रिया कुँवारी है, मेहनत लगेगी, पहले उसके 2 राउंड, फिर मुझे भी इसी के साथ, लेकिन सुनो, पहले उसे गरम करो, पूरी बॉडी को किस करो, एक-एक हिस्सा, कोई कोना न छूटे, फिर उल्टा लिटाकर पीठ से लेकर गांड तक, फिर सीधा करके हर जगह चाटो, सेंसिटिव पार्ट्स पर जीभ फिराओ, फिर उसकी कुँवारी बुर को खाओ, फिर गांड, गांड मत चोदना, सिर्फ चाटना, तब तक जब तक वो लंड की भीख न मांगे, फिर भी मुझसे पूछना लंड दूं मैडम, मैं हाँ बोलूंगी तभी डालना।

मैडम कॉर्नर की कुर्सी पर जाकर बैठ गईं, साड़ी का पल्लू थोड़ा सरका दिया, पैर फैलाए, आंखें चमक रही थीं, जैसे कोई डायरेक्टर अपनी फिल्म का पहला सीन देख रहा हो।

मैंने रिया को धीरे से पास खींचा, उसकी सांसें तेज थीं, होंठ कांप रहे थे, आंखें शर्म से नीची। मैंने उसके गुलाबी होंठों पर अपने होंठ रखे, पहले हल्के से चूमा, फिर गहराई तक, उसका लिपग्लॉस स्ट्रॉबेरी फ्लेवर का था, मीठा और चिपचिपा, मैंने अपनी जीभ उसकी जीभ से टकराई, चूसने लगा, चपचप चपचप की हल्की आवाजें आने लगीं। रिया पहले तो कांपी, फिर धीरे-धीरे जवाब देने लगी, उसकी जीभ मेरी जीभ से लिपटने लगी, मैंने उसके होंठों को हल्के से काटा, फिर जीभ से चाटा, उसकी सांसें मेरी नाक पर गर्म लग रही थीं।

मैंने उसकी पिंक फ्रॉक की स्ट्रिंग पीछे से खींची, धीरे-धीरे ऊपर उठाई, फ्रॉक उसके सिर से निकली, बाल बिखर गए, ब्राउन हाइलाइट्स चमक रहे थे। अब वो सिर्फ पिंक लेस वाली ब्रा और पिंक पैंटी में थी, पैंटी पर छोटा सा बो लगा हुआ था, उसकी गांड की शेप साफ दिख रही थी। मैंने ब्रा की हुक पीछे से खोली, चुच्चियाँ बाहर आईं, छोटी लेकिन परफेक्ट गोल, निप्पल गुलाबी, सख्त और उभरे हुए, जैसे छोटे चेरी।

मैंने उसकी गर्दन से शुरू किया, गाल चूमा, कान में हल्की फूंक मारी, वो सिहर उठी और बोली आह्ह भैया, फिर नाक, ठुड्डी, गला चाटा, उसकी त्वचा पर हल्की वैनिला की खुशबू थी। कंधे पर किस, बाजू चाटे, उंगलियां, एक-एक उंगली मुँह में लेकर चूसी, उसकी नेलपॉलिश गुलाबी थी, सांसें और तेज हो गईं।

उसके पेट पर किस किया, नाभि में जीभ घुमाई, चपचप, वो कमर उछालने लगी, उसकी कमर की गड्ढी में पसीना चमक रहा था। टांगें, जांघें अंदर से चाटी, घुटने के पीछे जीभ फिराई, पिंडलियां, पैर की उंगलियां, गुलाबी नेलपॉलिश लगी हुई थीं, एक-एक चूसी, उसकी टांगें कांप रही थीं। रिया अब तड़प रही थी और बोली दीदी ये क्या हो रहा है।

अब मैंने उसे उल्टा लिटाया, उसकी पीठ पर किस किया, कमर की गड्ढी में जीभ फिराई, गांड पर हाथ फेरा, पैंटी में गोल और मुलायम, जैसे दो रसगुल्ले। मैंने पैंटी धीरे से नीचे सरकाई, गांड पूरी बाहर, गोरी, गुलाबी छेद, बिल्कुल टाइट, हल्की रोएं। पीठ से लेकर गांड तक जीभ फिराई, जांघें चाटीं, रिया की कमर अपने आप हिलने लगी, उसकी सिसकारियाँ कमरे में गूँज रही थीं।

फिर उसे सीधा लिटाया, चुच्चियाँ, निप्पल गुलाबी और सख्त, मैंने एक निप्पल मुँह में लिया, चूसा, दांतों से हल्का काटा, वो बोली आह्ह इस्स राजीव, दूसरी चुच्ची को हाथ से मसलते हुए, निप्पल को जीभ से गोल-गोल घुमाया, उसकी चुच्चियाँ सख्त हो रही थीं। अंडरआर्म्स चाटी, हल्की गुदगुदी, वो बोली ओह्ह हंस रुक। पेट, जांघें अंदर से चाटी, उसकी त्वचा पर हल्के रोएं खड़े हो गए। अब पैंटी पूरी उतार दी, कुँवारी चूत, गुलाबी होंठ, क्लिट छोटी और गुलाबी, हल्की गीली, बिल्कुल क्लीन शेव, एक बूंद रस चमक रहा था।

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मैंने चूत के होंठों पर किस किया, जीभ से चाटा, चपचप, रस निकलने लगा, मीठा और गर्म, जैसे शहद। क्लिट को जीभ की नोक से छुआ, फिर काटा, वो बोली अई अई दीदी राजीव। मैंने जीभ पूरी अंदर डाली, चूत खाने लगा, रस बहने लगा, चूत की दीवारें गर्म और नरम, मेरी जीभ को दबा रही थीं। रिया की कमर उछल रही थी और वो बोली खाओ और और। फिर उसे उल्टा लिटाया, गांड फैलाई, छेद गुलाबी, टाइट और साफ। जीभ छुई, वो बोली राजीव गंदा, लेकिन मैंने अंदर डाली, चाटने लगा, चपचप, गांड गीली हो गई, उसकी गांड की टाइटनेस मेरी जीभ को दबा रही थी। रिया अब पागल हो रही थी और बोली दीदी लंड प्लीज।

मैंने मैडम से पूछा लंड दूं मैडम, मैडम मुस्कुराईं और बोलीं नहीं और गरम करो। मैंने फिर चूत और गांड चाटी, उंगलियां डालीं, एक उंगली चूत में, एक गांड में, रिया की सिसकारियाँ थम नहीं रही थीं, वो भीख मांगने लगी प्लीज लंड दीदी। मैंने फिर पूछा, मैडम बोलीं अभी नहीं। और फोरप्ले जारी, मैंने उसकी चुच्चियाँ फिर चूसीं, निप्पल मरोड़े, चूत में दो उंगलियां डालकर मसलने लगा, क्लिट को अंगूठे से रगड़ा, वो चिल्लाई आह्ह बस अब नहीं सह पाऊंगी। रिया अब पूरी तरह पागल और बोली मैं भिखारी हो गई हूँ लंड की। आखिर मैडम बोलीं अब डालो लेकिन प्यार से।

पहला राउंड शुरू हुआ, मैंने कंडोम लगाया, मेरी सुपारी लाल, नसें उभरी हुईं, 7 इंच लंबा, मोटा, टोपा चमक रहा था, मैंने ल्यूब की एक बूंद टोपा पर लगाई, रिया को सीधा लिटाया, उसके पैर फैलाए, घुटने मोड़े, चूत पूरी खुली, गुलाबी होंठ अलग हुए, क्लिट उभरी हुई। मैंने लंड चूत के होंठों पर रगड़ा, ऊपर-नीचे, क्लिट को छुआ, वो सिहर उठी, फिर टोपा धीरे दबाया, सील टूटी, खून की बूंद निकली, वो बोली अई मम्मी दर्द, उसकी आंखें बंद, मुंह खुला।

मैं रुका, उसके होंठ चूसे, गाल चाटे, चुच्चियाँ मसली, निप्पल चूसे, धीरे-धीरे अंदर किया, चूत टाइट, गर्म, दीवारें मेरे लंड को दबा रही थीं, जैसे कोई गर्म मखमल की पकड़, मैंने आधा अंदर किया, रुका, फिर धीरे धक्का, पूरा अंदर, रिया की सांस रुक गई, वो बोली धीरे आह्ह। मैंने धीरे-धीरे धक्के शुरू किए, लपलप, चूत का रस बहने लगा, बेड पर गिर रहा था, खून मिला हुआ लाल-गुलाबी। रिया की आंखें खुलीं, वो मेरी आंखों में देखने लगी, उसकी सांसें मेरे चेहरे पर लग रही थीं। मैंने स्पीड बढ़ाई, धक्के लंबे और गहरे, उसकी चुच्चियाँ उछलने लगीं, मैंने एक हाथ से मसला, निप्पल मरोड़ा, दूसरा हाथ उसकी कमर पर, उसकी त्वचा पसीने से चिपचिपी।

रिया डर्टी बातें करने लगी राजीव तुम्हारा लंड दीदी जितने फोटो देखे उनसे कहीं बड़ा आह्ह चोदो मुझे मुझे औरत बनाओ, उसकी आवाज कांप रही थी, लेकिन आंखों में चमक।

मैडम साड़ी-पेटीकोट कमर तक ऊपर कर उंगली कर रही थीं, उनकी चूत से रस टपक रहा था, ब्राउन निप्पल सख्त, वो बोलीं देख रिया मजा आ रहा है ना तेरी दीदी भी गर्म हो रही है, उनकी सिसकारियाँ कमरे में गूँज रही थीं।

मैं 15 मिनट तक मिशनरी में पेलता रहा, रिया की चुच्चियाँ उछल रही थीं, मैंने उन्हें मसलते हुए धक्के मारे, उसके निप्पल गुलाबी से लाल हो गए, मैंने उन्हें मरोड़ा, वो चिल्लाई और तेज और, उसकी चूत अब गीली और ढीली पड़ने लगी, लपलप की आवाजें तेज हो गईं। मैंने पोजीशन बदली, उसे घोड़ी बनाया, गांड ऊपर, मैंने गांड पर थप्पड़ मारा, थपथप, लाल निशान पड़ गए, लंड पीछे से डाला, तेज धक्के, रिया की चीखें आईईई राजीव फाड़ दो, उसकी गांड हिल रही थी, मैंने बाल पकड़े, कमर खींची, लंबे धक्के मारे, चूत से रस की धार बह रही थी, बेड गीला हो गया। 10 मिनट और पेला, रिया की टांगें कांप रही थीं, वो बोली बस और बस और, मैंने स्पीड और बढ़ाई, लंड की नसें उसकी चूत की दीवारों से रगड़ रही थीं, आखिर मैं झड़ गया, कंडोम में, गर्म माल भरा, रिया की चूत लाल हो चुकी थी, रस और खून मिला हुआ, वो हांफ रही थी, आंखें बंद, मुस्कुरा रही, उसकी बॉडी पसीने से तर, बाल चिपके हुए, चुच्चियाँ लाल, निप्पल सूजे हुए।

दूसरा राउंड शुरू करने से पहले रिया ने सिकुड़ा हुआ लंड चाटना शुरू किया, ग्ग्ग्ग ग्ग्ग्ग, जीभ से सुपारी चाटी, टोपा मुँह में लिया, गले तक, थूक लेसदार, ठुड्डी पर बह रहा, उसकी जीभ हर नस पर फिर रही थी, लंड पर कंडोम का स्वाद, लेकिन वो नहीं रुकी, 5 मिनट में फिर खड़ा हो गया, नसें फूल गईं, सुपारी चमक रही थी। मैंने उसे डॉगी बनाया, गांड पर थप्पड़ मारा, थपथप, लाल निशान और गहरे, लंड पीछे से डाला, तेज धक्के, लपलप, रिया बोली आह्ह और बस और फाड़ दो। वो चीख रही थी आईईई राजीव मेरी चूत फाड़ दो, उसकी कमर हिल रही थी, मैंने कमर पकड़ी, लंबे-लंबे धक्के मारे, चुच्चियाँ लटककर झूल रही थीं, मैंने आगे झुककर उन्हें मसल लिया, निप्पल मरोड़े, वो और तेज चिल्लाई आह्ह मरोड़ो और। 20 मिनट तक पेला, चूत अब पूरी गीली, रस मेरी जांघों पर बह रहा था, लपलप की आवाजें पूरे कमरे में, मैंने गांड पर और थप्पड़ मारे, वो बोली हाँ मारो राजीव मुझे सजा दो।

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फिर काउगर्ल में बदला, रिया ऊपर चढ़ी, खुद उछलने लगी, मैं नीचे से धक्के मार रहा था, उसकी चुच्चियाँ मेरे चेहरे पर लग रही थीं, मैंने उन्हें चूसा, काटा, निप्पल पर दांत गड़ाए, वो बोली और और बस, उसकी चूत मेरे लंड को निचोड़ रही थी, दीवारें सिकुड़ रही थीं। मैंने उसकी गांड मसली, उंगलियां गांड में डाली, वो चिल्लाई आह्ह दोनों तरफ, उसकी आंखें पागल, बाल बिखरे। फिर मैंने उसे दीवार से सटाया, खड़े-खड़े पेला, उसके पैर मेरी कमर पर लिपटे, मैंने गांड दबाई, धक्के मारे, लंबे और तेज, वो चिल्लाई मर गई राजीव आह्ह बस, उसकी चूत से रस की बौछार, मैंने स्पीड नहीं रोकी, 10 मिनट और, आखिर झड़ा, रिया ने कंडोम उतारा, सारा माल चाट लिया, लंड साफ किया, उसकी जीभ हर बूंद पर, वो मुस्कुराई और बोली दीदी ये स्वाद कमाल का है।

तीसरा राउंड थ्रीसम का था, मैडम उठीं, साड़ी का पल्लू गिरा दिया, ब्लाउज की हुक खोली, चुच्चियाँ बाहर, भारी, निप्पल ब्राउन और सख्त, पेटीकोट नीचे, पूरी नंगी, चूत गीली, बाल हल्के, रस चमक रहा था। वो लंड चूसने लगीं और बोलीं देख रिया सीख कैसे चूसते हैं, स्लॉपी डीपथ्रोट, ग्ग्ग्ग्ग्ग गोंग्ग्ग, थूक लेसदार, ठुड्डी पर बह रहा, उनकी जीभ लंड की जड़ से टोपा तक, नसें चाटीं, सुपारी चूसी, गले तक लिया, गला दबा, आंखें पानी, लेकिन नहीं रुकीं। फिर मैडम मेरे ऊपर चढ़ीं, राइड करने लगीं, चुच्चियाँ उछल रही थीं, वो बोलीं रिया देख तेरी दीदी की चूत आह्ह राजीव का लंड तू अब मेरी तरह गुलाम बन, उनकी चूत मेरे लंड को निचोड़ रही थी, दीवारें टाइट और गर्म, रस बह रहा था।

रिया मेरे मुँह पर बैठ गई, मैं उसकी चूत खा रहा था, चपचप, उसका रस मेरे मुँह में बह रहा था, मीठा और गर्म, क्लिट चूसी, वो बोली दीदी राजीव की जीभ कमाल है आह्ह। मैडम नीचे उछल रही थीं, थपथप, उनकी चुच्चियाँ मेरे चेहरे पर लग रही थीं, मैंने चूसीं, निप्पल काटा, वो चिल्लाई आह्ह राजीव फाड़ दो मेरी चूत।

हमने पोजीशन बदली, सैंडविच, मैं मैडम की चूत में, रिया मैडम की चुच्चियाँ चूस रही थी, मैडम की सिसकारियाँ, रिया की जीभ उनके निप्पल पर, मैं धक्के मार रहा था, लपलप। फिर मैंने रिया की चूत में डाला, मैडम रिया की गांड चाट रही थीं, रिया चिल्लाई आह्ह दीदी गंदा लेकिन मजा, मैंने तेज धक्के, रिया की चुच्चियाँ हिल रही थीं, मैडम ने मेरी गांड चाटी, उंगली डाली, मैं और तेज पेला।

30 मिनट तक चला, चीखें, सिसकारियाँ, रस, पसीना, सब मिला हुआ, मैडम बोलीं राजीव दोनों को एक साथ, मैंने दोनों को पास-पास लिटाया, बारी-बारी चूत में डाला, एक धक्का मैडम, एक रिया, दोनों चिल्ला रही थीं, चुच्चियाँ मसलता रहा। आखिर मैं झड़ा, दोनों बहनों के मुँह में, वो चाट-चाटकर साफ किया, एक-दूसरे को किस किया, माल शेयर किया।

सुबह तक हम तीनों पेलते रहे, लेकिन ये तीन राउंड सबसे इंटेंस थे।

शाम को उठे, एक आखिरी क्विकी गुडबाय सेक्स, फिर घर लौटे। रिया अब मेरी भी गुलाम थी, और मैडम की तरह मेरे लंड की दीवानी।

मैडम चाहती है रिया को भी थ्रीसम का मजा मिले लेकिन किसी ताक़तवर और अच्छे लंड से और प्यार से, क्या कोई इंट्रेस्टेड है? जो मिलकर मेरे साथ मैडम और रिया को पेले, और एक बार करने के बाद बार बार कांटेक्ट करके परेशान न करे।

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