मौसी की बेटी की पहली चूत चुदाई कहानी | Xxx Hot Sister Sexy Kahani

मेरी Xxx Hot Sister Sexy Kahani पढ़ें। मेरी मौसी की बेटी ने मुझसे अपनी ननद को चुदवाया।

मेरा नाम अजय है। मैं महाराष्ट्र के हिंगोली जिले में रहता हूँ।
मैं बीएससी का तीसरा वर्ष पूरा कर रहा हूँ।

कहानी दो वर्ष पहले हुई थी। हम चारों, माँ, पापा और बड़े भाई, मेरे घर में रहते हैं।

मेरे घर के निकट मेरी मौसी का घर है। मौसी, मौसा और उनकी बेटी अपने घर में सो रहे हैं। सोनी, जिसके विवाह को पांच वर्ष हो चुके हैं, अपने ससुराल में रहती हैं।
उसे मैं दीदी कहता हूँ।

Hot Sister Xxx Kahani

सोनी का गाँव होली पर था। उसकी ननद भी आई थी। ज्योति उसका नाम था।
उसकी आकृति थोड़ी सांवली थी। लेकिन उसका शरीर बहुत कड़क था। उसके स्तन उभरे हुए थे। उसकी गांड अविश्वसनीय थी।

मौसी के घर अक्सर जाता था। दीदी के साथ मेरा व्यवहार अच्छा था।

होली के दूसरे दिन सुबह नौ बजे मेरी मौसी ने मुझे बैठने के लिए कुर्सी दी।

ज्योति और दीदी पलंग पर बैठी थीं।

मैं बैठ गया और कुर्सी को पलंग पर चिपकाकर लगा दिया। वह मेरी दीदी के बगल में बैठी थी।

थोड़ी देर टीवी देखने के बाद मैंने अंगड़ाई वाले हाथ को ऊपर उठाया और फिर खींचा।

दीदी के पीछे से मैंने ज्योति के कमर पर हाथ रखा। जब मैंने उसकी ओर देखा तो मैंने उससे सॉरी कहा, तो वह थोड़ा मुस्कुराई।
मुझे अजीब लग गया।

थोड़ी देर बाद वापस अपने घर गया।

शाम को मैं अपने दोस्तों के साथ गली में बैठा था।
ज्योति दीदी मार्केट में जा रही थी।
उसकी तरफ देखकर मैंने एक स्माइल दी।
वह देखकर चली गई।

अगले दिन मैं मौसी के घर गया और दीदी से बात करने लगा।

थोड़ी देर बाद प्रकाश आया।
उसने मुझे देखा और दीदी के पास बैठकर बातें करने लगी।

Desi Sister Xxx Sexy Kahani

बात करते हुए वह मेरी तरफ थोड़ा देखती थी।
मैंने उससे पूछा: आप क्या कर रहे हैं?
इसलिए उसने कहा कि वह बारहवीं की परीक्षा दे चुकी है।

तुम अब क्या कर रहे हो, दीदी?
मैंने कहा कि कुछ खास नहीं था। मैं परीक्षा की तैयारी कर रहा हूँ।

बातों बातों में, दीदी ने मुझसे पूछा कि क्या मैंने कोई प्रेमिका बनाई या नहीं।
मैंने कहा कि मैं कहाँ कोई लड़की देखता हूँ।

तुममें क्या कमी है, दीदी ने पूछा।
तो मैंने कहा कि आजकल की लड़कियों को हैंडसम लड़के पसंद हैं। कहाँ हैंडसम हूँ?

ज्योति हमें भी सुन रही थी।
उसने मुस्कुराते हुए मेरी ओर देखा।
मेरी हिम्मत नहीं हुई कि उससे पूछूँ कि क्या तुम्हारा कोई प्रेमी है।

मैं थोड़ी देर बाद अपने घर पहुंचा।

मैं पूरी रात उसके बारे में ही सोच रहा था कि उसे कैसे पटाऊँ।

अगले दिन मैं दीदी के घर गया, तो वह खाना बना रही थी।
मैं किचन में गया।

जब मौसी नहीं दिखाई दी, मैंने दीदी से पूछा कि क्या वह कहीं बाहर गई है।
तो दीदी ने कहा कि मौसी हमारे एक रिश्तेदार से मिलने गई है। और वे दो दिनों में वापस आ जाएंगे।

ज्योति के बारे में मैंने दीदी से कहा कि वह चली गई है।
तो मैं उतर गया।

यह देखकर दीदी ने पूछा: क्या हुआ? तुम्हारा चेहरा क्यों गिरा?
तो मैंने दीदी को कहा कि ज्योति मुझे अच्छी लगती है।
लेकिन मैं कहाँ जानता था कि ज्योति नहाने गई थी?

इसे भी पढ़ें   छोटी बहिन की चुत को चोदा | Bhai Bahan sex story

जब वह पानी पीकर वापस आई, मैंने उसकी ओर देखा तो मेरी नजरें मिल गईं।
मैं बस उसकी ओर देखता रह गया।

वह पिंक रंग का गाऊन पहना था। क्या अद्भुत दिखती थी वह..। उसकी तनी हुई चूचियां गाऊन के ऊपर से दिख रही थीं।
मैं अभी उससे किस करना चाहता था..। उसकी चूचियों को सहलाऊँ..। मुंह में डालकर चूस रहा हूँ।

तभी दीदी ने जोर से हंस दिया।
ज्योति दूसरे कमरे में चली गई, जब मुझे अजीब लगने लगा।

तो मैं पीछे से उसके चूतड़ों को हिलाते हुए देख रहा था।
मेरी हालत खराब थी।

Kamukta Sister Sex Kahani

उस समय दीदी ने “मेरी नजर कहाँ है” देखा।
और मुझे हाथ धक्का देकर पूछा: क्या हुआ? क्या खो गया?

मैं वापस अपने घर आकर बाथरूम गया और कुछ नहीं बोला।

मैं उस सीन को याद करके अपने लिंग को हिलाने लगा।
मैं सपनों में खो गया।
मैं बाथरूम में बैठे-बैठे प्रकाश के सपने देख रहा था।
मेरा पानी कब निकला पता नहीं चला।

जब मैं बाथरूम से बाहर आया, तो मैं दोस्तों के साथ खेलने लगा।
मैं थोड़ी देर बाद दीदी के पास गया।

दीदी से मैं नजरें नहीं मिल रहा था।
दीदी ने कहा कि ज्योति ने कल खरीदे गए कपड़े बदलने के लिए टाइट आए हैं। उसके साथ मार्केट जाओगे?

मैं परेशान हो गया था।
मैंने हाँ कह दिया।

फिर कहा कि मैं बाइक लेकर आता हूँ।
मार्केट हमारे घर से थोड़ा दूर है।

मैं अपने घर पर पहुंचा और खुश होने गया।
फ्रेश ने दूसरे कपड़े पहनकर परफ्यूम लगाया और दीदी के घर के सामने बाइक पर रुक गया।
मैं हॉर्न बजाता था।

थोड़ी देर बाद प्रकाश निकला। उसने हल्की जींस पहनी थी।
मैंने उससे बाइक पर बैठने को कहा।
बैठ गई।

वह मुझसे थोड़ा दूर बैठी दीदी के सामने।

जब मैं स्पीड ब्रेकर से गुजर रहा था, तो मैंने ब्रेक लगा दिया। उसकी चूचियां मेरी पीठ से टकराईं जब वह आगे की तरफ झुक गई।
शरीर में एक करंट सा महसूस हुआ। मेरी पैंट हिलने लगी।

लेकिन वह पीछे नहीं हटी; वह उसी तरह बैठ गई।

मेरी स्थिति खराब हो गई। भी मज़ा आया।

फिर हम उस दुकान पर पहुंचे जहाँ हमें कपड़े बदलने थे।
मुझे दीदी का फोन आया जब मैं उसके साथ अंदर जाने वाला था।

वो फोन पर बात करने के लिए दूसरी ओर चली गई।
दीदी ने कहा कि मैंने ज्योति को बताया कि मैं उससे प्यार करता हूँ।

मैंने इसलिए पूछा कि उसने क्या कहा?
दीदी ने कहा कि अगर वह स्वयं बोलेगा तो मैं मना नहीं करूंगी।

वह बाहर निकली जब मैं फोन पर बात कर रहा था।
ज्योति की ओर मुझे फोन आया।

Antarvasna Desi Bahan Ki Chudai

मैंने उससे पूछा कि क्या वह अपने कपड़े बदल चुकी है?
उसने इसलिए हाँ कहा।

मैंने उससे पूछा कि क्या और कुछ लेना चाहिए?
उसने ऐसा नहीं कहा।

मैंने उससे पूछा कि क्या मैं जूस पीने चलूँ?
ज्योति ने पहले कुछ नहीं कहा।
मैं जोर से कहा, चलो!
इसलिए वह मान गई।

हम जूस संग्रहालय गए।
मैंने उससे कहा, “तुम बैठो, मैं अभी आया।”

और मैं निकल गया।

वह बाहर से एक गुलाब का फूल लेकर गाड़ी में डाल दिया।
हम वहां से जूस पीकर निकल गए।

इसे भी पढ़ें   भैया मुझे बीवी बना कर चोद दो

बाहर आते ही मैंने उससे शादी की और गुलाब का फूल दिया।
मुझे फूल मिलने पर उसने हाँ कहा।

तभी मैंने उसे गले लगाया।
उसने कहा कि सभी हमें देख रहे हैं।
हम नॉर्मल हो गये।

उसने कहा कि घर चलो।
रास्ते में वह मुझसे चिपक गई।

तब हम घर गए।

मैं अपने घर नहीं गया, बल्कि दीदी के घर चला गया।
दीदी ने पूछा कि क्या हुआ? प्रपोज किया था, क्या नहीं?
मैंने हाँ कहा, लेकिन इसमें कुछ खास नहीं था!

दीदी ने कहा कि तुम घर जाओ और बाद में आओ।
मैं अपने घर पहुंचा।

मैं करीब एक घंटे बाद दीदी से फोन किया।
दीदी ने बताया कि ज्योति घर पर अकेली है।
तब दीदी ने मेरी ओर देखा और मुझे देखकर आंख मार दी।
दीदी फिर बाहर चली गई।

अब हम दोनों घर में थे।
ज्योति ने गाऊन पहना हुआ था जब मैं अंदर गया।

ज्योति ने कहा कि बैठकर चाय बनाऊँगी।
मैंने कहा: “अब तो”
उसने कहा कि वह चाय पीना चाहती है।

थोड़ी देर बाद, वह चाय बनाकर मेरे पास आकर बैठ गई।
जब मैंने उसे देखा, तो हम चाय पीने लगे।

Anal Sister Sexy Kahani

हम दोनों में एक अजीब तरह का झगड़ा था।

वह चाय पीने के बाद कप उठाकर रसोई में चली गई।
मैं सिर्फ उसे देखता था।

कुछ देर बाद वह लौट आई।
मैंने उसकी तरफ देखा और आंखों से अपने मन की बात कहने की कोशिश की।

मैं तुम्हें किस करना चाहता हूँ, कहा वह..। खड़े हो जाएँ।
मैं उठकर खड़ा हो गया और हम दोनों किस करने लगे।

मेरे साथ वह लगभग चिपक गई। मैं उसके चुंबन की प्रतीक्षा कर रहा था।
उसने मेरे होंठों पर अपने होंठ रखते हुए मेरे होंठ आगे बढ़ा दिए।

हम दोनों को किस करना नहीं आता था।
हम सिर्फ एक दूसरे के होंठ चूम रहे थे। हमारे दांत एक दूसरे से जुड़े हुए दिखाई देते थे।

इस दौरान उसकी सांस तेज होने लगी।

उसकी पीठ को सहलाने के लिए मैंने एक हाथ उसकी कमर पर रखा।
वह भी गर्म हो गई।
यहाँ मेरा लन्ड तनकर पैंट से बाहर निकलने की कोशिश कर रहा था।

मैं उसकी चूची पर दूसरा हाथ रखकर सहलाने और दबाने लगा।
मैं ज्यादा जोर से दबाने लगा जब वह कुछ नहीं बोली।

अब मैं भी दूसरा हाथ उसकी चूची पर रखकर दबाने लगा।
जब मैंने उसके ऊपर अधिक दबाव डाला, तो वह सिसकारी लेने लगी।

मैंने अब उसके गर्दन, कान, नाक और गाल को चूमना शुरू किया।
उसकी आँखें बह रही थीं।

मैं उसका गाऊन उतारने लगा।
तो उसने मुझे बताया कि बेड पर चलो।

मैंने उसे बेड पर बैठाकर गोद में उठा लिया।
मैंने बेड पर आते ही उसका गाऊन उतारा। अब उसके कपड़े सिर्फ ब्रा और पैंटी थे।

उसकी सफ़ेद पैंटी और ब्रा देखकर मैं पागल हो गया।
और उसने अपना मुंह ढककर शरमाया।

मैंने फिर अपने कपड़े खोले। सिर्फ अंडरपैंट में मैं था।

Brother Sister Ki Xxx Kahani

मैं उसके हाथ पकड़कर उसे किस करने लगा।
वह भी मेरे साथ थी।

हम एक दूसरे को चूमते हुए बेड पर लेट गए। उसकी पीठ और गांड को पैंटी के ऊपर से मेरा एक हाथ घूम रहा था; उसकी चूचियों को दूसरा हाथ दबा रहा था।

थोड़ा चूमने के बाद मैं उसकी एक चूची चूसने लगा।
मैंने किसी लड़की की चूची को पहली बार मुंह में लिया था।

ज्योति की पैंटी को नीचे करके मैंने उसकी बुर पर हाथ रखा।
ज्योति की बुर को मैं अपने हाथ से सहलाने लगा। उसकी बुर पर हाथ फिराना बहुत अच्छा लगता था।
मैं उसकी बुर को तेजी से मसलने लगा, जिससे वह कसमसाने लगी। फिर मैं उसकी बुर में उंगली डालने लगा। ज्योति चिल्लाने लगी।

इसे भी पढ़ें   दीदी के साथ रंगीन सुहागरात

फिर मैं उसकी बुर को चाटने लगा, तो वह आह, उम्म्ह, अहाह, याह करने लगी। उसकी बुर की सुगंध मुझे उत्तेजित करती थी।

अब रहा नहीं जा रहा था, इसलिए उसने कहा, “अब डाल दो।”

तो मैंने अपना लन्ड निकालकर उसकी बुर के मुंह के पास लगाकर ऊपर से नीचे किया।
उसे कुछ दर्द हुआ।

उसकी टाइट बुर से पानी निकल रहा था।
मेरा सुपारा उससे अधिक चिकना हुआ।

मैंने फिर से लंड डालने की कोशिश की, लेकिन वह फिसल गया।

फिर मैंने लंड को बुर पर रखा और तकिया उसकी गांड के नीचे रखा।
सिर्फ सुपारा ही अंदर गया और चिल्लाया, “आह… आआह..।” बस्स… बेशक। प्लीज़… रुको।

मैं उसको छटपटाई और किस करने लगा। मैं बार-बार उसकी दोनों चूचियों को मसलने लगा।

ज्योति के दोनों चूचे कसकर दबाने के लिए मैंने अपने लंड को वहीं पर रोक दिया।

उसको कुछ राहत महसूस हुई तो मैंने दूसरा झटका दिया, जिससे मेरा लंड पूरी तरह से अंदर चला गया।
उसके आंसू बह गए।

मैं थोड़ा रुका और फिर लंड बाहर निकालने लगा।
अब वह भी खुश होने लगा।

वह पागल हो गई थी और चिल्लाती जा रही थी: “आ.. आह.. आइ ओह माँ.. आहा.. उम्म… अह… हाय… याह… अहह… आ..।
और खुशी से मेरा साथ देती हुई अपनी कमर उठा रही थी।

मैं किस करते हुए उसे धक्के मार रहा था।

मैं रहा नहीं गया वह भी तड़प रही थी जब मैंने गति बढ़ा दी।
मैंने कहा कि मैं गिरने वाला हूँ।
उसने कहा: हाँ, मैं भी! करो जल्दी से वाह!

फच्च फच्च की आवाज आई।
और मैंने एक बड़ी सांस ली और अपना सारा सामान उसकी बुर में डाल दिया। मैंने अपने वीर्य से उसकी बुर भर दी।

वह हाँफ उठी।

मैं भी इतना थक गया था कि उसी के ऊपर गिर गया और हम पांच मिनट तक ऐसे ही पड़े रहे।
थोड़ी सांस आने पर मैंने उससे पूछा: क्या आपको अच्छा लगा?
बहुत हो गया!

अब हम कपड़े पहनते हैं।
हम बाहर निकल गए क्योंकि दीदी भी आने वाली थी।

मैं अपने घर पहुंचा जब दीदी भी आई।

इसके बाद हमें कोई अवसर नहीं मिला।
वह भी शादी कर चुकी है।

दोस्तो, आपको मेरी Xxx Hot Sister Sexy Kahani कैसी लगी?
मैं ईमेल करें!

Read More Sexy Kahani…

समलैंगिक गांड चुदाई कहानी | Smuggling Antarvasna Sex Kahani

नई गर्लफ्रेंड कि सेक्स कहानी | New Girlfriend Xxx Hot Kahani

Related Posts

Report this post

Leave a Comment