स्टूडेंट को होटल में लेजाकर पेला

बात उन दिनो की है जब मैं कंप्यूटर सेंटर मे पढ़ाता था, मेरे एक स्टूडेंट थी तृप्ति, उसकी चूची देखकर तो किसी का भी मन डोल जाए, जब तक वो क्लास नही आती थी मुझे मन नही लगता था, क्यूंकी मैं किसी ना किसी बहाने मे उसके चूच को जरुर् छूता था, कभी हाथ से कभी केहुनि से. Student Suck Dick

एक दिन मैने अपना हाथ कम से कम सेकेंड के लिए रख दिया उसने कुछ भी नही कहा मेरा हिम्मत बढ़ गया, अब तो रोज साइज़ कितना है उतना तक महसूस करने लगा, अब क्या था, एक दिन मैने पुछ लिया , तृप्ति तुम्हे बुरा तो नही लगता है, मैं तुम्हारे…… समझ गयी.

हा… तृप्ति ने जवाब दिया, उसने कहा नही बुरा नही लगता, हमे भी अच्छा नही लगता जब तक आप छूते नही हो.

मुझे तो मानो जन्नत मिल गया, मेरा दिल और मेरा लंड दोनो ख्वाब देखने लगा, की बस समय आ गया अब चोदने का वक्त आ गया है, पहले तो सिर्फ़ नज़र से फिर हाथ से फिर अब लंड से प्यास बुझाने का वक्त आ गया.

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एक दिन हमने उसको पहले ही कह दिया तृप्ति हमलोग कल घूमने चलेंगे.  पर वो कहने लगी नही सर मैं नही जा सकती मेरे पापा कही भी जाने नही देते अगर आप कुछ बहाना बना सकते हो तो बात मैं करा दूँगी क्यों की आप टीचर हो कुछ बता देना मैं कहा ठीक है.

उसने अपने पापा को फोन लगाया और मैने बात की, “तृप्ति कल हमारे कोचिंग की तरफ से एक कॉम्पीटिशन मे भाग लेगी, उसको कल बाहर जाना पड़ेगा, अगर आप कहते है तो ठीक है नही तो हमे किसी और को ले जाना पड़ेगा, क्यों की तृप्ति कह रही थी की पापा हमे जाने नही देंगे.

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तृप्ति के पापा ने कहा ” नही सर ले जाओ, पढ़ाई के लिए थोड़े ना मना करता हू, आपको तो पता है सर जमाना खराब है, इसलिए बच्चो को कह देता हू. खैर आप ले जाईए, कब तक वापस आएगी.

मैने कह दिया शाम हो जाएगा क्यों की २ बजे से है, सुबह आकर क्लास मे प्रैक्टिस करेगी फिर जाएगी.

बस क्या था बात बन गयी, तृप्ति दूसरे दिन लाल कलर की सूट मे आ गयी जहा मैने बताया था मिलने के लिए, वो मस्त लग रही थी, वो पूरी तरीके से तैयार थी, आज तो और भी सेक्सी लग रही थी, बस वो मेरे बाईक के पीछे बैठ गयी और, वहां पहुच कर एक होटेल का कमरा किराया पर लिया, और दरवाजा बंद करते है बस टूट पड़ा.

अरे आराम से आज तो पूरा दिन है मेरी जान “तृप्ति ने कहा”.

मेरे पास तो टाइम है तृप्ति लेकिन मेरे लंड को कौन समझाए ये पागल हो रहा है, जब से तुम्हारा चूच मेरे पीठ मे रगड़ खा रहा था, तब से ही ए परेशान है.

“कोई बात नही, उसका हक है लाओ मैं समझा दूँगी” और वो मेरे पैंट का चैन और हुक खोलकर जंघिया के उपर से निकाल कर किस कर लिया” और बोली “रुक जा परेशन ना हो, मैं तुम्हे तुम्हारे दोस्त से मिलवाउंगी रुक जा थोड़े देर, क्यों की तुम्हारी दोस्त भी तड़प रही है, पानी पानी हो रही है, आज इन अठारह साल मे कोई दोस्त मिलने वाला है.

और फिर वो मेरे लीप को चूसने लगी और मैं भी कस के अपनी बहो मे भरकर उसे चूमने लगा, उसकी आँखे लाल लाल और होठ गुलाबी हो रहे थे और चूचिया टन रही थी. मैने उसके चूतड़ को पकड़ के  अपने लंड से सटा दिया अब उसका बुर और मेरा लंड रगड़ खा रहा था. वो तेज तेज साँसे ले रही ही और मैं उसको बेड पे सुला दिया और उपर चढ़कर मैं उसके फिर किस और चूच दबाने लगा.

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वो बोली “छोड़ो ना प्लीज़ क्या कर रहे हो, उपर से अपने कपड़े उतारो ना प्लीज़.”

फिर मैने अपना कपड़ा उतार के मैं उसका भी पूरा कपड़ा उतार दिया अब तो क्या बताऊ क्या चीज़ थी, मस्त दो ३४ के साइज़ के चूच, पेट ऐसे लग रहा था जैसे कोई साउथ इंडियन हेरोईन हो, उसका कमर क्या बात थी यार, छोटे छोटे बुर पे बाल, और पूरा शरीर एक दम बेदाग.

मैने उसके चूच को मूह मे लेले निपल को दाँत से हल्का हल्का दबाने लगा, तो निपल एकदम टन गया, और वो सिसकिया निकालने लगी, क्या कर रहे हो. धीरे धीरे प्लीज़्ज़ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज, आराम्म्म्मम से मेरे राजा, चोद दो आज, आज इतना चोदो की बुर फॅट जाए.”

मैने उसके दोनो पैर को तोड़ा उपर किया और उसके दोनो पैरो के बीच मे बैठकर मैने अपने लंड को उसके बुर के मूह पे लगा के थोड़ा धक्का लगाया तो वो कहने लगी “दर्द हो रहा है” धीरे धीरे प्लीज़, मैने बाहर कर लिया और अपना थूक अपने लंड मे लगा के फिर बुर पे रखा. ये कहानी आप FREE SEX KAHANI पर पढ़ रहे है.

उसका बुर एकदम गरम था और पानी पानी हो रहा था, मैंने कस के धक्का लगाया और पूरा लंड उसके बुर मे चला गया वो छटपटाने लगी, मैं कहा हिलो नही और दो मिनिट तक वैसे ही रहा, फिर धीरे धीरे आगे पीछे करने लगा, वो मज़ा लेने लगी, और मैं भी चूच पकड़ के उसके बुर मे अपना लंड अंडर बाहर करने लगा, वो भी झटके दे दे के चुदवा रही थी, और आहह उहह, आहह उहह, हआइई, मरररर गइई, चुद गइईईईईईईईई, फॅट गइईईईईईईईईई.

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मैने भी कस कस के देना शुरू किया, और करीब ३० मिनिट तक चोदने के बाद मेरा वीर्य उसके बुर मे ही झड़ गया, और वो शांत हो गयी, वो ना तो हिल रही थी ना डुल रही थी, हम दोनो करीब ३० मिनिट तक एक एक दूसरे को पकड़ के लेटे रहे और बाद मे कपड़े पहन लिए फिर लंच मंगाया, फिर खाने के बाद फिर लिया, करीब ७ घंटे तक होटेल मे रहे और ३ बार उसको चोदा, फिर क्या था जब भी मौका मिलता है चोद लेता हू, वो भी बड़ी चुड़क्कड़ है, वो तुरंत ही तैयार हो जाती है.

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