पार्क में रोमांस

फ्रेंड्स, मैं जिया, उम्र २२ वर्ष, लंबाई ५’५ इंच, छरहरा बदन तो चूचियां टेनिस बॉल की तरह साथ ही चूतड गोल और गद्देदार, जांघों के बीच चूत जिसको मैं क्लीन शेव रखती थी और मैं तो अपने भाई नितिन, दोस्त निलेश, मामा समर तो चाचा जी के साथ भी हमबिस्तर हो चुकी थी

लेकिन मेरी मां रेणु, जोकि ४२ वर्ष की औरत थी साथ ही गोरा रंग तो खूबसूरत जिस्म, चूचियां मानो पपीते की तरह छाती पर हो साथ ही गोल और गुंबदाकार नितंब और उनके साथ उनके भाई समर ने सेक्स किया था

लेकिन मैं भी उन दोनों के साथ थी, मॉम को तो मेरी हरकत के बारे में मालूम था लेकिन उन्हें ये मालूम नहीं था की मेरा नितिन के साथ जिस्मानी संबंध हैं और यकीनन किसी मां को ये जान बुरा लगता की बेटी और बेटा के बीच सेक्स होता आ रहा फिर है।

एक शाम मैं कॉलेज से लौटकर आई तो थकान के मारे चाय पीकर अपने बेडरूम में जाकर आराम करने लगी, डैड बाहर गए हुए थे और फिर भाई नितिन भी ऑफिस से घर आ गया, वो मुझसे उम्र में २-३ साल बड़े थे और फिर मैं कुछ देर बाद उठकर डाइनिंग हॉल गई जहां की मॉम बैठकर टी वी देख रही थी और मैं उनके बगल में बैठकर पूछी ” मॉम मुझे मार्केट में कुछ काम है आधे घंटे में आ जाऊंगी
( मॉम बोली ) कल जाना अकेले शाम को मार्केट जाना ठीक नहीं है
( नितिन भैया इतने में आ गए और सामने कुर्सी पर बैठ गए ) क्या ठीक नहीं है
( नितिन की नजर मेरे स्कर्ट के अंदर थी जोकि शॉर्ट लेंथ थी इसलिए उन्हें मेरी पेंटी दिख रही होगी ) जिया को मार्केट में काम है और वो अभी जाना चाहती है
( नितिन मुझे देख पूछा ) क्या बहुत जरूरी है जिया
( मैं बोली ) हां क्यों आप मेरे साथ मार्केट जायेंगे
( मॉम बोली ) ठीक है नितिन चले जाओ और उधर से ही कुछ खाना पैक करा कर लेते आना ” फिर मैं भैया के साथ मार्केट चली गई, शाम के ०७:०० बजे थे और मैं भैया के कमर में हाथ डाले बाईक के पीछे बैठकर मार्केट जाने लगी, भैया पूछ बैठे ” मार्केट में तुमको क्या काम है
( मैं बोली ) काम तो है पहले मैं बियर पिऊंगी फिर आज रात आपको तंग करूंगी
( भैया बोले ) आज ब्लू रंग की पेंटी पहन रखी हो
( मैं भैया के पीठ से दाहिने बूब्स रगड़ते हुए बोली ) बोलिए तो अभी उतार दूं क्यों ” नितिन चुप रहा फिर दोनों मार्केट पहुंचे, भैया बाईक पार्क किए फिर बोले ” क्या बीयर पीने की इच्छा है
( मैं बोली ) हां ” फिर दोनों एक रेस्तरां गए तो भैया उसे खाने का ऑर्डर देकर बोले की घंटे भर बाद तैयार रखना और दोनों वहां से निकले तो भैया वाईन शॉप की ओर चले गए तो मैं थोड़ी दूरी पर रुकी रही फिर भैया आए और बोले ” चलो खाना पैक करेगा तब तक बीयर पीते हैं ” फिर भैया बाईक स्टार्ट किए तो मैं पीछे बैठ गई, हाथ में एक पोलिबेग पकड़ रखी थी जिसमें बीयर की बोतल थी और एक हाथ उनके कंधे पर रख दी थी, नितिन मार्केट से आगे की ओर ले गए फिर एक पार्क के बाहर बाईक लगाए ” चलो इसके अंदर यहीं बैठकर बीयर पीते हैं ” दोनों पार्क में घुसे तो नगर निगम का ये पार्क प्रेमी युगल के लिए ठीक था, नितिन के साथ मैं पार्क के एक छोर पर गई तो वहीं दोनों बैठ गए और भैया मेरे हाथ से पोलिबेग लिए उससे बॉटल निकालने लगे तो मैं उनके कंधे में हाथ डाल गाल चूम ली ” क्या बात है बहुत फड़फड़ा रही है
( मैं उनके हाथ से एक ग्लास ले ली जिसमें वो बियर डाल चुके थे ) क्या नितिन सिगरेट नहीं रखे हो
( वो अपने पॉकेट की ओर इशारा किया ) मॉम के तबीयत को क्या हुआ ” मैं सिगरेट सुलगाई फिर फूंकते हुए बीयर पीने लगी ” उन्हें शायद मासिक चक्र आया हो
( नितिन बियर पीने लगा और एक हाथ से मेरे स्कर्ट को जांघों तक उठाए पेंटी पर हाथ फेरने लगा ) तुम्हें तो सब मालूम रहता है ” और फिर दोनों दो दो ग्लास पी लिए, मैं नितिन के गाल चूमने लगी तो वो मेरे पीठ सहलाते हुए पूछे ” क्यों बहुत खुजला रही है
( मैं उनके ओंठ चूम ली ) उहुं अभी तो नहीं क्यों तुम्हारा मन नहीं है ” और फिर दोनों पार्क में बैठकर एक दूसरे को चूमने लगे, नितिन का हाथ मेरी पेंटी पर था तो वो पेंटी पर से ही चूत को रगड़ रहे थे और फिर मेरे रसीले ओंठ मुंह में लेकर चूसने लगे तो मैं नितिन के जींस के बटन खोलने लगी फिर उसका चेहरा पीछे कर ओंठ मुंह से निकाल ली तो नितिन खुद जींस को खोल नीचे कर दिया और मैं उसके लन्ड को पकड़ सहलाने लगी तो नितिन मेरे गाल चूमते हुए बूब्स पकड़ दबाने लगा ” बेबी पहले फ्रेंच किस्स फिर ब्लोजॉब ” तो मैं नितिन के गर्दन में हाथ डाले उसके ओंठ पर चुम्बन देने लगी फिर जीभ निकाल उसके ओंठ चाटने लगी तो नितिन मुंह खोलकर जीभ अंदर ले लिया फिर चूसने लगा, मैं उससे लिपटकर बैठी हुई थी और भैया जीभ चूसने में लीन थे तो मैं उनके हाथ का एहसास अपने चूतड पर पा रही थी, अब मेरी चूत खुजलाने लगी तो नितिन का लन्ड टाईट हो चुका था, मैं उसे पकड़े सहलाने लगी और मैं जीभ निकाल उसके कंधे पर सर रखी, नितिन मेरी चूत को पेंटी के ऊपर से ही कुरेद रहा था और उसका लन्ड पूरी तरह से टाईट था, मैं अब उसके सामने बैठ लन्ड को पकड़ ली फिर घुटने के बल हुए सुपाड़ा को ओंठ पर रगड़ने लगी और नितिन मेरे कमर पर हाथ रख स्कर्ट को ऊपर किया फिर गांड़ के दरार में उंगली फेरने लगा, मैं सुपाड़ा मुंह में लिए चूसने लगी और वो मेरे पेंटी को कमर से नीचे कर चूत में उंगली करने लगा, मैं अब मुंह खोलकर उसका लन्ड अंदर ली फिर चूसते हुए मस्त थी तो नितिन मेरे गुदाज अंग चूत में उंगली घुसाए कुरेदने लगा और अब मेरी चूत रस छोड़ने पर थी तो मैं मुंह में लन्ड लिए चेहरा का झटका देते हुए मुखमैथुन करने लगी और नितिन ” आह ओह उह अब बस कर साली रण्डी तू तो चूस चूसकर इसका वीर्य निकाल देगी ” और मैं लन्ड निकाल ली तो नितिन बोला ” आओ एक एक ग्लास और बीयर पी लिया जाए ” , तो मेरी चूत खुजली से परेशान थी फिर मैं पेंटी को उठाए पर्स में रखी तो नितिन बियर ग्लास में डाले मुझे दिया और मैं एक सिगरेट जलाई फिर फूंकते हुए बीयर पीने लगी ” नितिन ये बताओ की तेरे दोस्त याकूब का क्या हाल है
( नितिन मेरे गाल चूम लिया ) क्यों उससे चुदाने का जी कर रहा है
( मैं हंस दी ) हां नितिन उस साले का लन्ड ही कुछ अलग है और वो तो मॉम की चूत को भी मस्त कर दे ” और मैं बीयर पीकर मस्त हो गई तो नितिन मुझसे पूछा ” क्यों यहीं पर चुदाई का मजा लेगी
( मैं बोली ) क्यों नहीं लेकिन कोई देख लिया तो समझ लो क्या होगा ” और फिर नितिन मेरे टॉप्स को गर्दन तक कर दिया फिर ब्रा को ऊपर की ओर कर चेहरा को छाती पर लगाया और चूची चूसने लगा तो मैं उसके लन्ड पकड़े हिलाने लगी, साला रात को आराम से चोदेगा अभी तो इसके लन्ड से वीर्य निकाल दूं और वो मेरी चूची चूसते हुए मेरी बूर में उंगली घुसाए कुरेदने लगा तो मैं बूर की गर्मी से निजात पाना चाहती थी ” आह उह आआआह्हह ओह मेरा निकला ” तो मेरी चूत से रस निकलने लगा और नितिन मेरी चूची मुंह से निकाल दिया साथ ही बूर से ऊंगली भी, अब वो मेरी बाईं चूची मुंह में लिए चूसने लगा तो मैं उसका लन्ड पकड़ हस्तमैथुन करने लगी और वो चूची चूसता हुआ मस्त था तो मैं उसके लन्ड हिलाते हुए ” आहा उह उई आआआह्ह नितिन दांत मत लगाओ साले आराम से चूस ” और उसका लन्ड लोहे की रॉड की तरह हो चुका था, मैं तो उसे जोर जोर से हिलाने लगी और फिर वो चूची मुंह से निकाल दिया ” आह ओह जिया मेरा भी निकलने पर है ” तो मैं जोर जोर से लन्ड हिलाने लगी और वो मेरी चूची दबाए जा रहा था फिर उसके लन्ड से वीर्य की पिचकारी छूट पड़ी तो मैं लन्ड छोड़कर पानी पी ली फिर बूर को पानी से साफ कर पेंटी पहन ली, दोनों कुछ देर बाद रेस्तरां जाकर खाना लिए फिर वापस घर चले आए।

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