अनुप्रिया सिन्हा, 25 साल की एक हसीन और जवान लड़की, जिसकी गोलमटोल फिगर (34-28-36), गोरी रंगत और बड़ी-बड़ी कातिलाना आँखें किसी का भी दिल धड़का सकती थीं। उसकी चाल में एक नशीला अंदाज़ था, जो हर मर्द को उसकी तरफ खींच लेता था। दूसरी तरफ, रिंकू, 45 साल के तजुर्बेकार मर्द, लंबे-चौड़े, भारी आवाज़ और आँखों में शरारत लिए हुए। उनकी वो चमक अनुप्रिया को हर बार बेकाबू कर देती थी। दोनों की मुलाकात एक रात ट्रेन में हुई थी, जहाँ रात भर की चुदाई ने उनकी केमिस्ट्री को आग की तरह भड़का दिया था। रिंकू ने उस रात अनुप्रिया को चार बार चोदा, और हर बार उनकी सिसकियाँ और रिंकू की भारी साँसें ट्रेन की सीटों के बीच गूँजती रहीं। अब वो दोनों एक फाइव-स्टार होटल के हनीमून स्वीट में थे, जहाँ उनकी कहानी और भी रंगीन होने वाली थी।
ट्रेन से उतरते ही स्टेशन पर एक चमचमाती गाड़ी उनका इंतज़ार कर रही थी। रिंकू ने पहले से ही एक शानदार होटल में हनीमून स्वीट बुक कर लिया था। गाड़ी में बैठते ही रिंकू ने अनुप्रिया का हाथ पकड़ा और उसकी उंगलियों को सहलाते हुए कहा, “रानी, अब असली मज़ा शुरू होगा।” अनुप्रिया ने शरमाते हुए नजरें झुकाईं, लेकिन उसकी साँसें तेज हो रही थीं। उसने एक टाइट काली टी-शर्ट और नीली जीन्स पहनी थी, जो उसके कर्व्स को और उभार रही थी।
होटल पहुँचते ही रिंकू ने रूम की चाबी ली और अनुप्रिया को लेकर सीधे स्वीट में चले गए। रूम में कदम रखते ही अनुप्रिया की नजर बड़े से बेड पर पड़ी, जिस पर गुलाब की पंखुड़ियाँ बिखरी थीं। हल्की रोशनी, शीशे की दीवारें और एक बड़ा सा बाथटब माहौल को और कामुक बना रहे थे। रिंकू ने दरवाजा बंद किया और पलटते ही अनुप्रिया को पीछे से जकड़ लिया। उनके मजबूत हाथ अनुप्रिया के बूब्स पर चले गए, और वो टी-शर्ट के ऊपर से ही उन्हें ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगे। अनुप्रिया के निप्पल्स सख्त हो गए, जो टी-शर्ट के ऊपर से साफ दिख रहे थे। रिंकू ने उसकी गर्दन पर गर्म साँसें छोड़ते हुए कहा, “क्यों डार्लिंग, रूम कैसा लगा?”
अनुप्रिया ने शरमाते हुए जवाब दिया, “बहुत अच्छा, रिंकू। ऐसा लग रहा है जैसे हम सचमुच हनीमून पर हैं।”
रिंकू ने हँसते हुए कहा, “तो फिर चल, आज हम बाथटब में नहाते हैं। मेरा मन है तुझे वहाँ चोदने का। प्लीज, मेरी ये इच्छा पूरी कर दे।”
अनुप्रिया ने नखरे करते हुए कहा, “जानू, कल रात से तूने मुझे चार बार चोदा, फिर भी तेरा मन नहीं भरा? अब बाथरूम में भी चुदाई चाहिए?”
रिंकू ने उसकी कमर को और सटाते हुए कहा, “अरे मेरी रानी, तुम जैसी सेक्सी लड़की हो, तो दस बार भी कम पड़ेगा। मैं तो तेरा दीवाना हो चुका हूँ।” ये कहते हुए रिंकू ने अनुप्रिया के होंठों पर अपने होंठ रख दिए। उनकी जीभ अनुप्रिया की जीभ से टकराई, और दोनों एक गहरे, गीले चुम्बन में खो गए। रिंकू के हाथ अब अनुप्रिया की गांड पर थे, जो जीन्स के ऊपर से ही मसल रहे थे। अनुप्रिया की साँसें तेज हो रही थीं, और वो धीरे-धीरे जोश में आ रही थी।
रिंकू ने अनुप्रिया की टी-शर्ट उतार दी। अब वो सिर्फ काली लेस वाली ब्रा और जीन्स में थी। रिंकू ने ब्रा के ऊपर से ही उसके बूब्स को चूसना शुरू किया। उनके होंठ निप्पल्स को हल्के से काट रहे थे, जिससे अनुप्रिया के मुँह से सिसकियाँ निकलने लगीं, “आह्ह… रिंकू… धीरे… उफ्फ…” लेकिन रिंकू रुके नहीं। तभी वेटर ने दरवाजा खटखटाया। दोनों एकदम से अलग हुए। रिंकू ने जल्दी से दरवाजा खोला, कुछ सामान लिया और सीधा बाथरूम में चले गए।
अनुप्रिया ने एक सफेद टॉवल लपेटा और बाथरूम में दाखिल हुई। वहाँ रिंकू सिर्फ काले अंडरवियर में बाथटब में लेटे थे। गर्म पानी से भरा बाथटब और उसमें रिंकू का आधा नंगा शरीर देखकर अनुप्रिया की धड़कनें बढ़ गईं। रिंकू ने उसे देखते ही उसका टॉवल पकड़कर खींच लिया। अब अनुप्रिया सिर्फ काली ब्रा और पैंटी में थी। रिंकू ने उसे बाथटब में खींच लिया और ब्रा के ऊपर से ही उसके बूब्स को चूमने लगे। उनका एक हाथ अनुप्रिया की चूत पर था, जो पैंटी के ऊपर से ही उसकी जांघों को सहला रहा था। अनुप्रिया जोश में सिसकने लगी, “आह्ह… रिंकू… उफ्फ… मैं मर गई… प्लीज…”
वो जोश में बोल पड़ी, “रिंकू, मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूँ। आज तू मुझे जैसे चाहे चोद ले, बस मेरी इस आग को बुझा दे… उफ्फ…”
रिंकू ने जोश में आकर कहा, “रानी, आज से तू मुझे सिर्फ सेम बुलाएगी।” फिर उन्होंने अनुप्रिया को टब से बाहर निकाला और उसे उल्टा खड़ा कर दिया। उनकी जीभ अब अनुप्रिया की गांड पर थी। वो पैंटी के ऊपर से ही उसकी गांड को चूम रहे थे, हल्के-हल्के काट रहे थे। अनुप्रिया की साँसें और तेज हो गईं। रिंकू ने कहा, “जानू, तेरी गांड देखकर मेरा लंड पागल हो जाता है। मैं तो तेरे लिए बार-बार मुठ मारता हूँ।”
अनुप्रिया ने शरारत से कहा, “हाँ, मुझे सब पता है। उस रात जब मैं सो रही थी, तू मेरी गांड को छू रहा था। मैं सब समझ गई थी कि तेरे मन में क्या चल रहा है।”
रिंकू ने हैरानी से पूछा, “तो तूने कुछ बोला क्यों नहीं?”
अनुप्रिया ने जवाब दिया, “क्योंकि मुझे तेरी वो हरकतें अच्छी लगीं। जब तू बाथरूम में मेरी पैंटी को चूमकर लंड हिला रहा था, मैंने तुझे देख लिया था। तू तो उस दिन मेरी पैंटी को गीला कर गया था।”
रिंकू ने हँसते हुए कहा, “हाँ, तूने मुझे पागल कर दिया है।” फिर उन्होंने अनुप्रिया की पैंटी उतार दी। अब वो पूरी तरह नंगी थी। रिंकू की जीभ उसकी गांड के छेद पर थी, हल्के-हल्के चाट रही थी। अनुप्रिया की सिसकियाँ कमरे में गूँज रही थीं, “आह्ह… रिंकू… उफ्फ… क्या कर रहा है… मैं पागल हो जाऊँगी…” रिंकू ने करीब बीस मिनट तक उसकी गांड को चाटा, कभी जीभ को अंदर डालकर, कभी हल्के से काटकर। उनके हाथ अनुप्रिया के बूब्स को मसल रहे थे, निप्पल्स को उंगलियों से रगड़ रहे थे। अनुप्रिया का शरीर काँप रहा था, और वो जोश में पागल हो रही थी।
रिंकू ने अनुप्रिया को बाथटब के किनारे बिठाया और उसकी जांघों को धीरे-धीरे सहलाने लगे। उनकी उंगलियाँ उसकी चूत के आसपास मंडराने लगीं, लेकिन अभी छू नहीं रही थीं। अनुप्रिया की साँसें और तेज हो गईं, “रिंकू… प्लीज… अब और मत तड़पाओ…” रिंकू ने मुस्कुराते हुए उसकी जांघों को और खोला, और अपनी जीभ को उसकी चूत के होंठों पर हल्के से फिराया। अनुप्रिया की चूत पहले से ही गीली थी, और रिंकू की जीभ ने उसकी आग को और भड़का दिया। वो धीरे-धीरे चूत के ऊपरी हिस्से को चाटने लगे, जहाँ उसका क्लिट सख्त हो चुका था। अनुप्रिया की सिसकियाँ अब चीख में बदल गईं, “आह्ह… उफ्फ… रिंकू… ये क्या कर रहे हो… मैं मर जाऊँगी…”
रिंकू ने अपनी जीभ को चूत के अंदर डाला, और हल्के-हल्के चूसने लगे। उनकी उंगलियाँ अब अनुप्रिया की जांघों को मसल रही थीं, और कभी-कभी गांड के छेद को हल्के से छू रही थीं। अनुप्रिया का शरीर अकड़ रहा था, और वो अपने कूल्हों को हिलाकर रिंकू की जीभ के साथ तालमेल बिठाने लगी। “आह्ह… रिंकू… और चूसो… उफ्फ… मेरी चूत को चाट डालो…” रिंकू ने अपनी जीभ की रफ्तार बढ़ा दी, और अब उनकी दो उंगलियाँ अनुप्रिया की चूत में अंदर-बाहर होने लगीं। हर बार जब उनकी उंगलियाँ अंदर जातीं, एक गीली आवाज़ गूँजती, “चप… चप…” अनुप्रिया की सिसकियाँ अब कमरे में गूँज रही थीं, “आह्ह… उह्ह… रिंकू… मैं झड़ने वाली हूँ…”
करीब दस मिनट की चाटने और उंगलियों की चुदाई के बाद अनुप्रिया जोर से चीखी, “आह्ह… रिंकू… मैं गई…” और उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया। रिंकू ने उसका सारा रस चाट लिया, और अपनी जीभ से चूत को साफ कर दिया। अनुप्रिया की साँसें अभी भी तेज थीं, और उसका शरीर काँप रहा था।
रिंकू ने अब अपना 7 इंच का मोटा लंड अनुप्रिया के मुँह के पास लाया। उनका लंड पहले से ही सख्त था, और टोपे पर एक बूंद प्री-कम चमक रही थी। अनुप्रिया ने शरारत से मुस्कुराते हुए लंड को हाथ में लिया और हल्के से सहलाया। वो धीरे-धीरे टोपे को अपनी जीभ से चाटने लगी, जैसे कोई आइसक्रीम चाट रहा हो। रिंकू की सिसकियाँ शुरू हो गईं, “आह्ह… जानू… हाँ… ऐसे ही चूस… उफ्फ…” अनुप्रिया ने लंड को पूरा मुँह में ले लिया, और अपनी जीभ को उसके चारों तरफ घुमाने लगी। वो कभी टोपे को चूसती, कभी पूरे लंड को गले तक ले जाती। रिंकू के हाथ उसके बालों में थे, और वो धीरे-धीरे उसके मुँह को चोद रहे थे। “उह्ह… बेबी… तू तो कमाल है… और चूस… आह्ह…”
अनुप्रिया ने अपनी रफ्तार बढ़ा दी। उसकी जीभ लंड के निचले हिस्से को चाट रही थी, और वो हल्के से अपने दाँतों से टोपे को कुरेद रही थी। रिंकू की सिसकियाँ अब जोर-जोर से निकल रही थीं, “आह्ह… उफ्फ… जानू… तू मुझे पागल कर देगी…” करीब पंद्रह मिनट की चूसाई के बाद रिंकू ने अनुप्रिया के मुँह में झड़ दिया। उनका गर्म वीर्य अनुप्रिया के मुँह में भरा, लेकिन उसे उल्टी सी आने लगी, और उसने सारा वीर्य बाहर थूक दिया। रिंकू ने हँसते हुए कहा, “अरे मेरी रानी, ये तो तेरा इनाम था।”
अब अनुप्रिया फव्वारे के नीचे नहाने लगी। गर्म पानी उसके नंगे शरीर पर बह रहा था, और उसके बूब्स और गांड पानी में चमक रहे थे। रिंकू फिर से पीछे से उसे जकड़कर चूमने लगे। उनका मोटा लंड अब फिर से सख्त था और अनुप्रिया की गांड के छेद पर टकरा रहा था। अनुप्रिया ने शरारत से कहा, “ये क्या कर रहे हो?”
रिंकू ने जवाब दिया, “बस अपनी पत्नी को थोड़ा प्यार कर रहा हूँ।”
अनुप्रिया ने हँसते हुए कहा, “अभी तो किया था, फिर ये क्या है?”
रिंकू ने कहा, “रानी, मुझे तुझे फव्वारे के नीचे चोदना है।” ये सुनते ही अनुप्रिया की साँसें रुक गईं। रिंकू ने फिर से उसकी चूत को चूसना शुरू किया। उनकी जीभ चूत के अंदर तक जा रही थी, और अनुप्रिया की सिसकियाँ फिर से शुरू हो गईं, “आह्ह… रिंकू… प्लीज… अब चोद दे… और मत तड़पाओ…”
रिंकू ने कहा, “रानी, ये हमारा हनीमून का पहला दिन है। मैं तुझे हर पोजीशन में चोदूँगा।” फिर अनुप्रिया ने रिंकू के लंड को फिर से चूसना शुरू किया। वो उसे गले तक ले जा रही थी, और उसकी आँखों में शरारत थी। कुछ देर बाद रिंकू ने उसे खड़ा किया, उसका एक पैर अपने कंधे पर रखा और अपने लंड को उसकी चूत में डाल दिया। अनुप्रिया चीख पड़ी, “उई माँ… मर गई… रिंकू… धीरे… उफ्फ…”
रिंकू ने कहा, “रानी, तूने मुझे बहुत तड़पाया है। जब तू ढीले टॉप्स पहनकर अपने बूब्स दिखाती थी, मुझे सब पता था कि तू क्या चाहती है। आज मैं अपनी सारी तड़प पूरी करूँगा।” ये कहकर उन्होंने एक ज़ोर का झटका मारा, और उनका आधा लंड चूत में चला गया। अनुप्रिया को अब मज़ा आने लगा, “आह्ह… रिंकू… चोदो… ज़ोर से चोदो… मैं तुम्हारी पत्नी हूँ…”
रिंकू ने ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारने शुरू किए। हर धक्के के साथ अनुप्रिया की चीखें और सिसकियाँ बढ़ रही थीं, “आह्ह… उफ्फ… रिंकू… और ज़ोर से… फाड़ दो मेरी चूत…” हर धक्के के साथ एक गीली आवाज़ गूँज रही थी, “थप… थप…” रिंकू ने अपनी रफ्तार बढ़ा दी, और अब उनका पूरा लंड अनुप्रिया की चूत में अंदर-बाहर हो रहा था। अनुप्रिया का शरीर काँप रहा था, और वो अपने कूल्हों को हिलाकर रिंकू के धक्कों का जवाब दे रही थी। “आह्ह… रिंकू… मेरी चूत में आग लगी है… और चोदो… उह्ह…”
रिंकू ने अनुप्रिया को दीवार के सहारे टिका दिया और पीछे से उसकी चूत में लंड डाल दिया। अब वो उसे डॉगी स्टाइल में चोद रहे थे। अनुप्रिया की गांड हवा में थी, और रिंकू के हर धक्के के साथ उसके बूब्स हिल रहे थे। “आह्ह… रिंकू… फाड़ डालो… उफ्फ… ये मज़ा… मैं मर जाऊँगी…” रिंकू ने एक हाथ से उसके बूब्स को पकड़ लिया और निप्पल्स को मसलने लगे। अनुप्रिया की चीखें अब कमरे में गूँज रही थीं, “आह्ह… उह्ह… रिंकू… और ज़ोर से…”
करीब 25 मिनट की ताबड़तोड़ चुदाई के बाद अनुप्रिया चीखी, “रिंकू… मैं झड़ रही हूँ… आह्ह…” और उसकी चूत ने फिर से पानी छोड़ दिया। रिंकू ने भी उसी वक्त अपना वीर्य अनुप्रिया की चूत में छोड़ दिया। दोनों की साँसें तेज थीं, और वो एक-दूसरे के ऊपर बाथटब में लेट गए। बाथटब का पानी उनके पसीने और वीर्य से गंदा हो गया था। उन्होंने पानी बदला और फिर साथ में नहाए।
नहाने के बाद अनुप्रिया कपड़े पहनने लगी, लेकिन रिंकू ने उसके कपड़े छीन लिए। “रानी, तू रूम में नंगी रहेगी। मैं जब चाहूँ, तुझे चोद सकूँ।” अनुप्रिया ने हँसते हुए कहा, “ठीक है, लेकिन तू भी नंगा रहेगा।” दोनों नंगे एक-दूसरे की बाहों में लेटकर टीवी देखने लगे। रिंकू अनुप्रिया के बूब्स से खेल रहे थे, और अनुप्रिया उनके लंड को सहला रही थी। उस हनीमून में दोनों ने कई बार अलग-अलग तरीकों से चुदाई की।
दोस्तों, आपको अनुप्रिया और रिंकू की ये हॉट कहानी कैसी लगी? क्या आपने कभी ऐसा हनीमून एक्सपीरियंस किया है? नीचे कमेंट में बताइए।
Bathtub porn, sexy ladki, uncle ke saath chudai, honeymoon sex story, Hinglish adult story, hot desi girl, Anupriya Sinha sex, hotel room chudai, explicit Hindi story, desi couple sex, erotic foreplay, passionate chudai, sexy honeymoon adventure