हम लगभग घर पहुंचे तब थोड़ा थोड़ा अंधेरा हो चुका था। फिर पापा और पति जीप से उतरकर चौकी पर चारपाई पर बैठ गए। पति कपड़े पहनने लगे तो पापा ने रोक दिया और कहा के यहाँ का माहौल भी आपके घर जैसा है तो कपड़े पहनने की कोई जरूरत नहीं है। फिर मैं भी उतरकर घर के अंदर चली गई। अंदर जाते ही देखा के मम्मी, दाई और काका आँगन में चारपाई पर बैठे है। मुझे देखकर काका मेरे पास आये और मुझसे लिपट गए। फिर मैं और काका उनके पास जाकर बैठ गये और फिर मैंने बताया के पति भी साथ आये है। तो मम्मी ये सुनकर कपड़े पहनने के लिए कमरे में जाने लगी।
तो मैंने मम्मी को पकड़ लिया और कहा के कल तो आपको अपने दामाद स्व चुदना है तो कपड़े किसलिए पहन रही हो और आपका दामाद भी बाहर नंगा ही बैठा है। ये सुनकर मम्मी थोड़ी शर्मा गई। फिर काका बोले के तुम दोनों माँ बेटी जैसी तो इस दुनिया में कोई नहीं होगी जो एक दूसरे के पति से चुदती है। ये सुनकर मैं और मम्मी हँसने लगी।
फिर मैं जाकर गरम पानी से नहाकर आई तब जाकर मेरे बदन का दर्द कुछ कम हुआ। फिर मैं मम्मी, काका और दाई को उन ग्वालों के साथ कि चुदाई की बात बताने लगी। ये सुनकर काका गरम हो गया और मुझे पीछे से पकड़ कर अपना लंड मेरी गाँड में डालने लगा। फिर मैं काका से बोली के आज रात तुम्हारे पास ही रहूँगी अब छोड़ दीजिए तो काका ने मुझे छोड़ दिया।
फिर खाना बन गया था तो मैं खाना लेकर नंगी ही पापा और पति के पास गई। मैं गई तब पापा और पति बाहर वाले कमरे में सोये थे और बातें कर रहे थे और साथ में अपना लंड सहला रहे थे। फिर मेरे जाते ही वो खड़े हो गए और खाना खाने लगे। फिर पति ने मुझे अपनी गोद मे बैठा लिया और अपने साथ मुझे खाना खिलाने लगे और साथ मे मेरे बूब और चूत सहलाने लगे। हमारे सामने ही पापा बैठे थे तो वो हमें देखकर अपना लंड सहला रहे थे और साथ मे खाना खा रहे थे।
फिर हमने खाना खा लिया तो मैं बर्तन लेकर बाहर आई तो देखा के मम्मी, दाई और काका खिड़की से हमे देख रहे थे। मम्मी तो अपनी चूत में उंगली भी कर रही थी। ये देखकर मैं बोली के अपने दामाद का लंड देखकर चूत में अभी से पानी आने लगा क्या। तो ये सुनकर हम सब हँसने लगे।
फिर मैं काका को भी पति से मिलवाने कमरे में ले गई। मैं और काका नंगे ही गए थे और मैंने काका की कमर में हाथ डाल रखा था। फिर काका पति से मिले और फिर वो बातें करने लगे। तब मैं भी वहीं काका के पास बैठ गई और पति के सामने ही काका का लंड हिलाने लगी। काका के बारे में मैंने पहले ही पति को सब बता दिया था।
फिर पापा उठकर अंदर चले गए। फिर मैं उठकर काका की गोद में बैठ गई तो पति मुझे देखकर हँसने लगे। फिर इतने में पापा आ गए और साथ मे दाई को ले आये वो भी नंगी। दाई काफी शर्मा रही थी फिर काका ने दाई को पति के पास बैठा दिया। फिर दाई उठने लगी तो पति ने दाई का हाथ पकड़ लिया और दाई को अपनी गोद मे बैठा लिया। ये देखकर हम सब हँसने लगे।
फिर पति दाई के बूब सहलाने लगे और उसकी चूत पर अपनी उंगलियां फिराने लगे तो दाई को भी मजा आने लगा तो वो सिस्कारियाँ लेने लगी। फिर पति दाई को अपने दोनों हाथों में उठाकर पापा के पास बेड पर ले गए और फिर दाई को अपना लंड चुसवाने लगे।
फिर उन्हें वैसे ही छोड़कर मैं और काका वहाँ से आ गए और कमरे में चले गए। तब रात को ठंड हो जाती थी तो हम सब अंदर ही सोते थे। फिर हम अंदर गए तो देखा के मम्मी रामु से अपनी चूत चटवा रही थी। फिर काका ने भी मुझे मम्मी के साइड में लेटा दिया और फिर काका भी मेरी चूत चाटने लगा। फिर हम दोनों माँ बेटी एक ही बिस्तर पर अपनी टांगें फैलाकर दो मर्दों को अपनी चूत चटवा रही थी। फिर हम गर्म हो गए तो काका ने मेरी चूत में अपना लंड डाल दिया और रामु ने मम्मी की में। फिर दोनों जने हमे चोदने लगे।
मेरी और मम्मी की सिस्कारियाँ काफी तेजी से निकल रही थी। फिर काका ने मुझे घोड़ी बना लिया तो मम्मी भी रामु से घोड़ी बनकर चुदने लगी। फिर कुछ देर बाद काका मेरी गाँड में झड़ गया तो मैं बेड पर पसर कर सो गई। मैं करवट लेकर सोई थी तो काका मेरे पीछे गाँड में लंड डालकर सो गया औऱ धीरे धीरे करने लगा। फिर पता नहीं मुझे कब नींद आ गई।
फिर सुबह मम्मी उठी और फिर मम्मी ने मुझे भी जगाया। फिर काका भी जाग गया था तो हम तीनों उठकर कमरे से बाहर गए और चुल्हे के पास जाकर बैठ गए। मम्मी चाय बनाने लगी सबके लिए। फिर मैंने काका से कहा के आज तुम मम्मी के साथ आँगन में नंगे होकर घूमना और मम्मी के बदन से खेलना। फिर काका बोला के इससे क्या होगा।
फिर मैं बोली के मैं कमरे के अंदर से तुम्हारी और मम्मी की रंगरलियां पति को दिखाउंगी। फिर पति मम्मी को देखकर गर्म हो जाएंगे तो वो अपने आप तुम्हारे पास आ जाएंगे और मम्मी को चोदने लग जाएंगे। फिर काका बोला के तुमने तो अपनी मां चुदवाने का पूरा प्लान बना लिया। ये सुनकर मम्मी मुस्कुराने लगी।
फिर मैं पति और पापा को चाय देने के लिए गई तो काका भी मेरे साथ आ गए। फिर मैं और काका कमरे में गए तो देखा के पापा और पति बेड पर सोये है और दाई उन दोनों के बीच सोई है। फिर मैंने उन्हें जगाया और चाय दी। दाई तो उठकर अंदर चली गई और पापा और पति चाय पीने लगे। फिर मैंने पति से कहा के रात तो खूब चुदाई की होगी। फिर पति बोले के नहीं थके हुए थे तो बस एक दो बार करके सो गए थे। तब मैं कमरे में उन तीन मर्दों के बीच अकेली थी।
फिर मैं जाकर पापा और पति के बीच बैठ गई। फिर मैंने उन दोनों के लंड पकड़ लिए और हिलाने लगी। फिर हम बातें करने लग गए। फिर पापा ने फ्रेश होने के लिए खेत चलने को कहा। फिर पति ने पूछा के खेत भी नंगे जाएंगे। फिर पापा बोले के हाँ हम गाँव से बाहर की तरफ रह जाते है तो नंगे जा सकते है। फिर हम चारों मैं, पापा, काका और पति खेत जाने लगे। फिर थोड़ी देर बाद हम खेत से आ गए तो फिर पति और पापा नहाने लगे। फिर बाकी हम सब भी नहा लिए और खाना वगैरह खा लिया। फिर मैंने काका को सुबह जो प्लान बनाया था वो याद दिलाया तो काका तुरंत काम पर लग गया। मैं पापा और पति के साथ बाहर वाले कमरे में थी।
पापा लेटे हुए थे और पति बैठे थे। फिर मैं उनके पास आने लगी तो पति खड़े हुए और मुझे पीछे से पकड़ लिया। फिर पति मेरे बूब सहलाने लगे। फिर मैंने बाहर खिड़की से देखा के मम्मी नहाकर आँगन में आई और फिर खिड़की के सामने खड़ी होकर अपने बाल सुखाने लगी। फिर मैंने पति को खिड़की के पास जाने के लिए कहा। फिर हम दोनों खिड़की के पास आ गए और पति ने मम्मी को पूरी नंगी देखा तो पति देखते ही रह गए।
लेकिन ये तो अभी शुरुआत थी आगे तो बहुत कुछ होना था। काका भी वहीं मम्मी के पास खड़ा था और वो मम्मी को देखकर अपना लंड सहला रहा था। उसका लंड एकदम खड़ा था। फिर मम्मी ने बाल सूखा लिए तो मम्मी अपने बालों का जुड़ा करने लगी। मम्मी जुड़ा कर रही थी तो काका मम्मी के पास चला गया और मम्मी के दोनों बूब पकड़ लिए और सहलाने लगा। ये देखकर पति का बुरा हाल हो रहा था और पति भी साथ मे मेरे बूब जोर से दबा रहे थे। पापा भी हमारे पास आकर खड़े हो गए थे और भी अपनी बीवी को पराए मर्द से मजे लेते हुए देखने लगे। फिर काका मम्मी के बदन सहलाने लगा। बदन सहलाने से मम्मी के गुदगुदी होती तो मम्मी हँसने लगी।
मम्मी को हँसता हुए देख पति और ज्यादा गर्म हो गए। फिर मम्मी तेल से मालिश करवाने के लिए वहीं पास ही धूप में रखी चारपाई पर सीधी सो गई। फिर मम्मी ने दाई को तेल लाने के लिए आवाज दी। फिर दाई तेल लेकर आ गई तो काका अपने हाथ मे तेल लेकर मम्मी के बदन की मालिश करने लगा। काका मम्मी के बूब पर बहुत सारा तेल डालकर मसलने लगा। मम्मी अपने दोनों हाथ पीछे करके और अपने दोनों पैर खोलकर मस्त होकर सोई थी।
ये नजारा देख कर तो पति ने मुझे वहीं खिड़की के सहारे झुका कर खड़ा कर लिया और मेरी गाँड में लंड डालकर करने लगे थे। पापा मेरे पास ही खड़े थे तो मैं एक हाथ से उनका भी लंड हिला रही थी। फिर कुछ ऐसा हुआ के जिसे देखकर तो पति और भी पागल हो गए।
काका मम्मी की चिकनी चूत पर तेल लगाकर मालिश कर रहा था तो मम्मी भी अब मादक सिस्कारियाँ लेने लगी थी। फिर हमारा नौकर रामु भी वहाँ आ गया। फिर काका ने मम्मी को उल्टा लेटने के लिए कहा तो मम्मी उल्टी लेट गई। फिर काका ने रामु से मम्मी की पीठ की मालिश करने को कहा और काका खुद मम्मी की गाँड की मालिश करने लगा। दो-दो नंगे मर्दों के बीच मम्मी नंगी लेटी थी और उनसे अपने बदन की मालिश करवा रही थी।
ये देखकर तो जैसे पति एक दम बहुत ज्यादा गर्म हो गए और वो तेजी से मेरी गाँड में अपना लंड अंदर बाहर करने लगे। फिर मम्मी की तेल मालिश पूरी हो गई तो मम्मी खड़ी हो गई। मम्मी का बदन धूप में चमक रहा था। फिर मम्मी रामु और काका के बदन से अपना बदन रगड़ने लगी तो रामु और काका भी मम्मी के बदन को सहलाने लगे। फिर पति से नहीं रहा गया तो पति नंगे ही आँगन में सीधे मम्मी के पास चले गए। पति को आता देख नौकर और रामु मम्मी से दूर हो गए और पति ने जाते ही मम्मी को अपनी बाहों में भर लिया और मम्मी को चूमने लगे।
ऐसे अचानक पति के आने के कारण मम्मी पहले तो थोड़ी शर्मा रही थी। मम्मी गदराए बदन की थी और पति भी एक अच्छे शरीर के मालिक थे तो उन दोनों की जोड़ी बहुत जच रही थी। फिर पति ने मम्मी को वहां रखी चारपाई पर सीधा सुला लिया और उनकी चूत चूसने लगे। ऐसा नजारा देखकर पापा मेरे पीछे आये और मेरी गाँड में लंड डालकर करने लगे। काका और रामु भी खड़े खड़े अपना लंड हिला रहे थे।
थोड़ी देर मम्मी की चूत चूसने के बाद पति ने अपना लंड मम्मी की चूत पर रखा और एक ही झटके में अपना लंड मम्मी की चूत में घुसा दिया। जिस कारण मम्मी पहले तो थोड़ा चीखी और फिर जोर जोर से सिस्कारियाँ लेने लगी और पति से चुदने लगी। पति भी मम्मी को पूरी ताकत लगाकर चोद रहे थे। मम्मी ने अपने दोनों पैर पूरे फैला लिए थे और जितना अंदर तक हो सके पति का लंड ले रही थी। चूत में करने के बाद पति ने मम्मी को घोड़ी बना लिया और फिर पति मम्मी की गाँड मारने लगे तब मम्मी और पति चुदाई करते हुए काफी सेक्सी लग रहे थे।
उनकी चुदाई देखकर पापा मेरी गाँड में झड़ चुके थे। फिर मैं और पापा वहीं आ गए जहाँ पति मम्मी को चोद रहे थे। फिर पापा तो उन्हें देखकर अपना लंड हिलाने लगे और मुझे काका ने पीछे से पकड़ लिया और फिर काका मुझे भी घोड़ी बनाकर वहीं चोदने लगा। दाई भी वहाँ आ गई थी और वो भी पति और मम्मी की चुदाई के मजे ले रही थी और साथ मे अपनी चूत में उंगली कर रही थी।
फिर पति झड़ गए तो पति ने मम्मी की चूत और गाँड चाटकर साफ कर दी। फिर वो वहीं चारपाई पर बैठ गए। वो मम्मी की कमर में हाथ डालकर बैठे थे। पापा अपना लंड हिला रहे थे फिर वो झड़ने लगे तो उन्होंने अपना पानी जाकर मम्मी के बदन पर गिराने लगे। फिर मम्मी ने पापा का पानी को अपने बदन पर मसलने लगी।
जब काका भी झड़ गया तो मैं भी जाकर पति के दूरी तरफ बैठ गई। फिर पापा ने दाई से दूसरी चारपाई मंगवाई और पापा, काका और रामु उस पर हमारे सामने बैठ गए। पति हम दोनों माँ बेटी की कमर में हाथ डालकर बैठे थे और मैं और मम्मी ने पति का लंड पकड़ रखा था। पति मम्मी को चोदकर काफी खुश थे। वो बोले के बहुत मजा आया आज तो अपनी सासु माँ को चोदकर। फिर पति हम सबके सामने ही मम्मी के बदन की तारीफ करने लगे। ये सुनकर मम्मी मुस्कुरा रही थी। फिर काका पति से बोला के आगे आपका क्या इरादा है।
फिर काका पति से बोला के आप एक बार इन दोनों माँ बेटी को एक साथ एक ही बिस्तर पर चोदिए फिर देखिए आपका मजा दुगुना हो जाएगा। फिर पति बोले के दोनों माँ बेटी की एक साथ चुदाई ये सोचकर ही मैं तो काफी गर्म हो रहा हूँ। फिर मैं पति से बोली के आज रात को हम दोनों माँ बेटी आपके साथ एक साथ सुहागरात मनाएंगे। ये सुनकर पति काफी खुश हुए और बोले के फिर तो मजा ही आजायेगा। फिर पति ने मेरी और मम्मी की कमर में अपना हाथ और टाइट कर लिए और मुझे और मम्मी को अपने से पूरा चिपका लिया।
फिर पति मेरे और मम्मी के बूब एक साथ दबाने लगे। इतने में पति का लंड फिर से खड़ा हो गया। फिर मैंने पति को पीछे की तरफ सुला दिया और फिर मैं और मम्मी एक साथ पति का लंड चूसने लगी। फिर पति ने मम्मी को अपने बूब के बीच डालकर अपना लंड सहलाने को कहा तो मम्मी पति के सामने नीचे घुटनों के बल बैठ गई और पति के लंड को अपने बूब के बीच डालकर मसलने लगी। जिससे पति को काफी मजा आ रहा था।
फिर पति झड़ने लगे तो उनके लंड का पानी मम्मी के मुँह पर गिरने लगा। जो कुछ तो मम्मी पी गई और कुछ मम्मी के बूब और मुँह पर गिर गया। फिर वो पानी मैं चाटने लगी। फिर मैं और मम्मी एक दुसरे की बांहों में बांहे डालकर खड़ी हो गई और एक दूसरे के बूब चूसने लगी और किस करने लगी। ये देखकर पति बोले के तुम दोनों माँ बेटी तो सच में बहुत सेक्सी हो।
अगले भाग में बताऊंगी के मैंने और मम्मी ने पति के साथ सुहागरात कैसे मनाई…..