Classroom sex story – Sister gangbang sex story: मेरी चुदक्कड़ बहन के आगे का किस्सा सुनाने जा रहा हूँ। पिछली कहानी को आप लोगों ने इतना पसंद किया, मेल किए और आगे लिखने का हौसला दिया, उसके लिए ढेर सारा शुक्रिया। कई लोगों ने तो मुझे अपना साला बना लिया और खुद को मेरा जीजा मान बैठे। इससे मुझे पता चला कि मेरी बहन आपको कितनी पसंद आई।
खैर अब आगे की बात बताता हूँ। मेरी बहन का नाम शेली है और वो कॉलेज में फाइनल ईयर में है। उसका फिगर 34-32-36 है। उसकी बॉडी देखकर किसी का भी लंड खड़ा हो जाए।
पिछली बार अपनी बहन को उसके बॉयफ्रेंड अंकुर के साथ चुदवाते देखने के बाद मेरी सारी फीलिंग्स बदल गईं। अब वो मुझे बहन नहीं, एक सेक्सी हॉट रंडी लगने लगी। उसे देखते ही उसकी चुदाई याद आने लगती है। अब तो मैं उस पर हर टाइम नजर रखता हूँ। मौका मिलते ही उसका पीछा करता हूँ कि कहीं फिर उसे किसी के साथ चुदवाते पकड़ लूँ।
एक दिन मैंने सुना कि वो मम्मी से कह रही थी कि कल कॉलेज से आने में देर हो जाएगी, मम्मी चिंता न करें। मुझे समझते देर नहीं लगी कि कुछ तो गड़बड़ है। मैंने सोचा कल किसी भी हाल में इसके पीछे रहना है।
अगले दिन सुबह जल्दी उठा, नहा-धोकर तैयार हो गया और उसका पीछा करते हुए कॉलेज पहुँच गया। वो हमेशा की तरह अपनी फ्रेंड्स के साथ क्लास में चली गई। मैं कैंटीन में बैठकर उसकी क्लास पर नजर रखने लगा। सोचा था कि आज फिर किसी होटल में जाएँगे, लेकिन कॉलेज टाइम खत्म होने के काफी देर बाद भी वो बाहर नहीं आई।
फाइनली मैं उसकी क्लास की तरफ जाने लगा। जैसे ही वहाँ पहुँचा, शेली की आवाज आई, वो अंकुर से बोली, “तुम दो मिनट रुको, मैं अभी आई, तुम इतने जाकर देख आओ कि कहीं कोई है तो नहीं बाहर आसपास।”
उसके बाहर आने की आहट हुई तो मैं भागकर पास वाली सीढ़ियों पर चला गया और वहीं से झाँकने लगा। शेली गर्ल्स टॉयलेट में चली गई और अंकुर क्लास से बाहर निकलकर नीचे की तरफ चला गया। रास्ता साफ होते ही मैं झट से क्लास में घुसा और छुपने की जगह ढूँढने लगा। क्लास के कोने में एक पुरानी अल्मारी थी, मैं उस पर चढ़ गया और दीवार के साथ छुप गया ताकि उन्हें दिखाई न दूँ।
दो मिनट बाद मेरी रंडी बहन क्लास में आई और उसके पीछे-पीछे अंकुर भी वापस आ गया। अंकुर बोला, “मैं नीचे देख आया हूँ, सब जा चुके हैं, कोई नहीं है, अब हम यहाँ अकेले हैं।” ये कहकर उसने शेली को बाहों में ले लिया और बोला, “अब तो आ जाओ जान, कब से तड़पा रही हो।”
उसने अपना हाथ मेरी बहन की कमर में डाला और उसे अपनी तरफ खींचकर अपने बदन से चिपका लिया। अंकुर ने उसके मुलायम होंठ चूमने शुरू कर दिए। शेली ने कहा, “अरे पहले दरवाजे तो बंद करो।” अंकुर बोला, “अब क्यों डर रही हो, मैंने कहा ना कोई नहीं है, वैसे भी जो प्यार करने का मजा खुले में है वो बंद दरवाजों में कहाँ?”
ये कहकर उसने शेली के होंठ चूमने शुरू कर दिए। उसका एक हाथ शेली की कमर पर था, दूसरा उसके हिप्स पर। दोनों बुरी तरह किस करने लगे। अंकुर ने मेरी चुदक्कड़ बहन के गोल-गोल बड़े हिप्स पर हाथ रखे और उन्हें मसलने लगा, धीरे-धीरे दबाने लगा।
फिर उसने शेली को दीवार से सटा दिया और किस करना बंद करके उसकी शर्ट के बटन खोलने लगा। उस दिन मेरी रंडी बहन ने लाल शॉर्ट शर्ट और नीचे सफेद शॉर्ट स्कर्ट पहनी थी। देखते ही देखते अंकुर ने उसकी शर्ट उतार दी और उसके बूब्स को ऊपर से ही किस करने लगा।
शेली के गोल मोटे परफेक्ट शेप वाले बूब्स देखकर मैं पागल हो गया। उसकी ब्रा में उसके मस्त बूब्स उभरे हुए थे। अंकुर ने अपनी रंडी को सीने से लगाया और उसके कंधों को चूमने लगा, उसके नरम-नरम बूब्स को अपनी छाती से दबा दिया। उसके हाथ मेरी चाइनल बहन की स्कर्ट के नीचे उसकी जाँघों को रगड़ रहे थे।
उसकी गोरी-गोरी जाँघें ऐसी थीं कि किसी का भी लंड खड़ा हो जाए। धीरे-धीरे जाँघों को रगड़ते हुए उसने हाथ मेरी रंडी बहन की स्कर्ट में ले गया और उसके हिप्स दबाने लगा। इन हरकतों से शेली भी गरम हो रही थी। उसने भी अंकुर को किस करते हुए उसकी शर्ट उतार दी।
फिर वो नीचे बैठी और अपने यार की जींस का बटन खोला, जिप नीचे खींची और जींस उतार दी। अंकुर ने उसे ऊपर उठाया और उसकी स्कर्ट में हाथ डालकर उसकी पैंटी खींची और फेंक दी। शेली ने अपना हाथ उसके अंडरवियर में डाला और उसका लंड पकड़ लिया।
अंकुर ने मेरी रंडी बहन की ब्रा का हुक खोलकर उसके बूब्स आजाद करवा दिए। अब वो नीचे बैठा और शेली की स्कर्ट पकड़कर उतार दी। शेली ने अंकुर का अंडरवियर भी उतार दिया। अब दोनों क्लास में बिल्कुल नंगे खड़े थे।
शेली का नंगा बदन किसी को भी पागल कर सकता था। उसके मस्त गोल 34 इंच के गोरे बूब्स, जबरदस्त दिखने वाली गोरी मोटी 36 इंच की हिप्स और सेक्सी जाँघें। शेली की शेव की हुई चूत बिल्कुल उँचुई जैसी लग रही थी।
ये सब देखकर मेरा लंड सख्त हो गया और फनफनाने लगा। अंकुर ने मेरी बहन को अपनी तरफ खींचा और बाहों में ले लिया। एक नंगा बूब उसने हाथ से रगड़ना शुरू किया और दूसरे पर मुँह टिका दिया और जोर-जोर से चूसने लगा, ग्ग्ग्ग.. ग्ग्ग्ग.. गी.. गी.. गों.. गों.. जैसे आवाजें आने लगीं।
नीचे अंकुर का लंड खड़ा होकर मेरी बहन की चूत को रगड़ रहा था। शेली में भी मस्ती चढ़ चुकी थी। उसने अंकुर का सिर पकड़ा और अपने बूब्स पर दबा दिया और एक हाथ से उसका खड़ा लंड पकड़कर हिलाने लगी।
कुछ देर बाद अंकुर ने दूसरा बूब मुँह में लिया और पहले वाले को हाथ से मसलने लगा, दूसरे हाथ से शेली की चूत मसलने लगा। अब अंकुर बेंच पर बैठ गया और शेली को नीचे बिठाकर अपना लंड चूसने को कहा।
मेरी चाइनल बहन तो जैसे इसी इंतजार में थी। वो झट से घुटनों पर बैठ गई और उसके लंड को कसकर पकड़कर हिलाने लगी। फिर जीभ से उसके लंड और टोपे पर घुमाने लगी। अंकुर उसकी इन हरकतों से बेकाबू हो रहा था।
फिर शेली ने मुँह खोला और उसका लंड मुँह में ले लिया और धीरे-धीरे चूसने लगी, ग्ग्ग्ग.. ग्ग्ग्ग.. गी.. गी.. गों.. गों.. गोग। अंकुर ने शेली का सिर पकड़ा और अपने लंड पर दबाने लगा। काफी देर तक मेरी बहन अपने यार का लंड चूसती और चट्टी रही।
फिर वो जमीन से उठी और अंकुर के बेंच पर लेट गई और फिर से लंड चूसने लगी। ये सब देखकर मैं पागल हो रहा था, मेरा भी कंट्रोल करना मुश्किल हो रहा था।
अब अंकुर उठा और शेली को बेंच पर लिटा दिया और उसकी चूत पर मुँह लगाकर चूमने लगा। अपने हाथों से उसके बूब्स दबाने लगा और जीभ निकालकर चूत पर घुमाने लगा। शेली के मुँह से सिसकियाँ निकलने लगीं, आह्ह.. इह्ह.. ओह्ह.. आह ह ह ह ह्हीईईई आअह्ह्ह्ह.. ऊउइ.. ऊईईई..
बहुत देर तक वो मेरी बहन को इसी तरह मजा देता रहा, कभी चूत चूमता-चाटता, कभी नंगी जाँघों को। फिर उसने शेली से उठने को कहा और पूछा, “बोलो मेरी रंडी, कैसा लगा?” शेली ने कहा, “मजा आ रहा था, रुक क्यों गए?”
अंकुर बोला, “मेरा लंड लोगी ना?” शेली ने कहा, “हाँ..” अंकुर ने फिर पूछा, “बोलो पहले कहाँ लोगी, पहले गांड मारवाओगी या सीधे चूत?” शेली ने कहा, “तुम्हारी मर्जी, मैं तो पूरी तरह तुम्हारी रंडी हूँ, जो करना है कर लो।”
अंकुर बोला, “तो ठीक है, पहले गांड मारूँगा तुम्हारी, आज बहुत दिन हो गए तुम्हारी गांड का मजा नहीं लिया।” ये कहकर उसने शेली को दीवार पर उल्टा लगाया और उसकी गांड को हाथों से खोल दिया और अपना लंड गांड पर लगाया।
लंड सेट करने के बाद उसने शेली की कमर और एक हाथ से बूब्स पकड़े और एक जोर का शॉट मारा, लंड का टोपा मेरी रंडी बहन की गांड में घुस गया। शेली दर्द से हल्का सा चिल्लाई लेकिन वो पहले से गांड मारवा चुकी थी इसलिए ज्यादा तकलीफ नहीं हुई।
अंकुर ने लंड धीरे-धीरे आगे-पीछे करना शुरू किया और मेरी चाइनल बहन की गांड मारने लगा। शेली को भी अब मजा आने लगा, उसके चेहरे पर सुकून और खुशी साफ दिख रही थी। गांड मारवाते हुए मेरी बहन एक नंबर की रंडी लग रही थी।
अंकुर ने दोनों हाथों से शेली के बूब्स दबाए और अपना लंड मस्ती से घुमाने लगा। उसने झटकों की स्पीड बढ़ा दी, लंड की मार शेली के हिप्स पर पट-पट-पट्ट की आवाज कर रही थी, जोर्र से.. स्स्स प्ल्ज और जोर से.. आह्ह्ह.. अह अह अह..
मेरी रंडी बहन की ये आवाजें मदहोश कर देने वाली थीं। उसकी चुदाई देखने में बहुत मजा आ रहा था। क्या मस्त माल लग रही थी वो चुदते हुए। करीब 15 मिनट गांड मारने के बाद अंकुर ने अपना लंड बाहर निकाला और बोला, “आह्ह.. जानेमन आज मेरी तुम्हें क्लास में नंगा करके चोदने की इच्छा पूरी हुई, वरना पिछली बार तुम्हारी मम्मी ने प्लान खराब कर दिया था।”
अब उसने शेली को फिर बेंच पर लिटाया और उसकी चूत के पास बैठ गया। उसने उसकी दोनों टाँगें उठाईं और अपने कंधों पर रख लीं। अपना लंड उसकी चूत पर रगड़ने लगा, स्स्स.. आह्ह्ह.. ओह्ह.. आज मार डालोगे क्या मुझे? अब और मत तड़पाओ प्ल्ज.. प्ल्ज इसे मेरे अंदर डाल दो.. आह्ह..
फिर उसने शेली की कमर पकड़ी, थोड़ा ऊपर उठाया और लंड पर दबाव दिया, उसका लंड मेरी बहन की चूत में धीरे से घुस गया। शेली को थोड़ी राहत मिली। अंकुर के चेहरे पर हल्की सी स्माइल और जोश था। उसने शेली की दोनों टाँगें पकड़ीं और लंड चूत में डालने लगा। धीरे-धीरे पूरा लंड अंदर पहुँच गया।
अब वो जोर-जोर से अंदर-बाहर करने लगा। मेरी रंडी बहन की चूत पर उसके लंड की मार पट-पट-पट की आवाज से पूरा कमरा गूँज उठा। दोनों इस चुदाई का पूरा मजा ले रहे थे।
तभी अंकुर रुका और अपना लंड बाहर निकाल लिया। शेली शायद झड़ने ही वाली थी। उसने पूछा, “अब क्या हुआ? रुक क्यों गए.. प्ल्ज करो ना, मजा आ रहा था, मैं तो बस झड़ने ही वाली थी।”
अंकुर बोला, “तभी तो रुक गया रंडी, इतनी जल्दी झड़ जाओगी तो मजा कैसे आएगा, आज तो पूरी सुहागरात मनानी है यहाँ।” शेली ने पूछा, “अच्छा तो फिर अब क्या करोगे मेरे साथ?”
अंकुर बेंच पर सीधा बैठ गया और अपना लंड ऊपर की तरफ खड़ा करके बोला, “अब आजा.. अब ज्यादा मजा आएगा तुझे चोदने में।” शेली मुस्कुराई, उठकर खड़ी हो गई। उसने दोनों टाँगें फैलाईं और अंकुर के लंड के ऊपर आ गई। एक हाथ से लंड पकड़ा, अपनी चूत पर लगाकर सेट किया और धीरे से उसके लंड पर बैठ गई।
अंकुर ने अपनी रंडी की कमर पकड़ी और उसे ऊपर-नीचे करने लगा। शेली ने अपने हाथ उसके कंधों पर रखे और खुद ऊपर-नीचे होने लगी। ये चुदाई सबसे मजेदार लग रही थी। दोनों इसका भरपूर मजा ले रहे थे।
अंकुर ने शेली को अपने बदन से चिपका लिया और उसके बूब्स को मुँह पर टिकाकर चूसता रहा और मेरी बहन को अपने लंड पर बिठाकर ऊपर-नीचे करते हुए चोदने का मजा लेता रहा।
दोनों अब बस झड़ने ही वाले थे कि शेली के मुँह से आवाजें निकलने लगीं, आह्ह्ह ओह्ह्ह यaa फक मी.. स्स्स.. फक मी हार्डर.. आह्ह्ह्ह्ह.. चोदो और जोर से चोदो मुझे.. ओह्ह्ह अपनी रंडी तड़प रही है..
तभी अचानक दो लड़के क्लास में आ गए और मेरी बहन और उसके यार को नंगा इस हालत में देख लिया। उन्हें देखकर शेली और अंकुर की आँखें फटी की फटी रह गईं। उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि अब क्या करें।
उन्हें देखते ही मेरी बहन अंकुर के लंड से उठ खड़ी हुई और ये भूल ही गई कि वो इस वक्त नंगी है। मेरी बहन वैसे भी बहुत सेक्सी है और इस हालत में नंगा देखकर वो दोनों लड़के बेकाबू हो रहे थे।
अंकुर भी खड़ा हो गया और बोला, “साहिल, सनी? तुम दोनों यहाँ कैसे?” वो दोनों उसी क्लास के लड़के थे।
तभी साहिल बोला, “तुम दोनों यहाँ क्या कर रहे हो? ये क्या चल रहा है.. मेरा तो मोबाइल खो गया था, मैं सनी के साथ ढूँढता हुआ आया हूँ, यहाँ आया तो शेली तुम्हारी आवाज सुनाई दी तो समझ गया कि यहाँ कुछ गड़बड़ है। वैसे शेली तुम गजब सेक्सी लगती हो और बिना कपड़ों के तो और भी ज्यादा कहर ढा रही हो।”
शेली ने कहा, “प्लीज.. सनी, साहिल.. किसी को मत बताना इस बारे में.. प्लीज मैं हाथ जोड़ती हूँ.. तुम जो चाहो मैं करूँगी.. तुम जो माँगोगे मैं ला दूँगी.. प्लीज।”
तब शेली ने देखा कि दोनों एक टक उसके नंगे बदन को घूर रहे हैं। वो झट से कपड़े उठाने भागी तो साहिल बोला, “रुको-रुको.. ठीक है हम किसी को नहीं बताएँगे.. पर तुम्हें हमारी एक बात माननी होगी।”
अंकुर ने पूछा, “क्या करना होगा?” सनी ने जवाब दिया, “समझ जाओ.. अब इस कंडीशन में हम और क्या माँग सकते हैं। हमें भी इस नाजुक सेक्सी बदन को चोदने को मिल जाए बस.. वरना!”
ये सुनकर अंकुर और मेरी बहन एक दूसरे की तरफ देखने लगे। उनके पास और कोई चारा भी नहीं था। सनी ने कहा, “पर हमारी एक शर्त है, जब हम इस सेक्सी माल को चोदेंगे तब तुम न कुछ बोलोगे न कुछ करोगे, चुपचाप वहीं बेंच पर बैठकर देखोगे। हम तुम्हारे सामने ही तुम्हारी इस रंडी गर्लफ्रेंड की गांड मारेंगे और चूत भी, तुम बस देखते रहोगे। बोलो मंजूर?”
मेरी बहन और अंकुर ने उनकी बात मान ली। अब साहिल और सनी ने अपने कपड़े उतारने शुरू किए। उन्होंने शर्ट-टीशर्ट उतारी और शेली को पास बुलाया और अपनी जींस उतारने को कहा।
शेली सनी के पास आई और उसकी जींस का बटन खोल दिया। साहिल ने पीछे से मेरी बहन की नंगी कमर और गांड पर हाथ लगाया और बोला, “साली क्या लगती है.. तुम्हें चोदने की ख्वाहिश तो मेरे दिल में कब से थी, रोज क्लास में छोटे-छोटे सेक्सी कपड़ों में देखकर मन करता था कि तुम्हें अपने लंड पर बिठाऊँ और मजे से चोदूँ।”
शेली ने सनी की जींस उतार दी और फिर साहिल की तरफ मुड़ी। जैसे ही उसने साहिल की जींस का बटन खोला, सनी ने उसे पीछे से पकड़ लिया और उसके बूब्स मसलने लगा और कमर को चूमने लगा। मेरी बहन ने दोनों की जींस उतार दी। अब वो दोनों सिर्फ अंडरवियर में थे।
तभी सनी बोला, “साली ये अंडरवियर कौन उतारेगा? चल इधर आ और प्यार से उतार मेरा और इसका भी अपने हाथों से।” शेली ने अपने दोनों हाथ उनके अंडरवियर में डाले और उतार दिया।
अब क्लास में अंकुर, मेरी बहन, साहिल और सनी चारों नंगे खड़े थे। दोनों ने मेरी बहन को अपने सामने घुटनों पर बिठाया और अपना लंड उसके हाथ में दे दिया और बोले, “चल कुतिया अब प्यार कर हमारे लंडों से भी, चूम इन्हें और चूस अच्छे से, अपने मुँह में रख और सैर करा अपने मुँह के अंदर।”
मेरी बहन ने दोनों के लंड हाथों में पकड़े और हिलाने लगी। शेली के छूने भर से उनके लंड खंभे की तरह तन गए। साहिल का 8 इंच और सनी का 9 इंच के लगभग था। दोनों के लंड अंकुर के लंड से भी लंबे और मोटे लग रहे थे।
उसने दोनों के लंडों को बारी-बारी से चूमना और चूसना शुरू किया। कभी साहिल का लंड चूसती और सनी का हिलाती, कभी सनी के लंड को जीभ से चाटती और साहिल का हिलाने लगती। मेरी रंडी बहन के हाथ में अपना लंड देकर वो दोनों जन्नत की सैर कर रहे थे।
शेली जब लंड मुँह में लेती और कभी चूसती कभी काट लेती तो वो सच में स्वर्ग की सैर करने लगते, आह्ह्ह अह्ह्ह.. क्या माल है ये रंडी.. क्या चूसती है.. साली.. अंकुर तूने तो इसे बिल्कुल रंडी बना दिया है, लंड चूसने में एक्सपर्ट हो गई है।
अब दोनों ने मेरी बहन को उठाया और टीचर की टेबल पर लिटा दिया। साहिल ने उसके बूब्स दबाने और होंठ चूसने शुरू किए। सनी उसकी टाँगों पर टूट पड़ा और उसने हाथों से मेरी बहन की गांड दबानी शुरू की और चूत को चूमने लगा, आह्ह आज इस चूत का आनंद आएगा.. स्स्स..
उनकी इन हरकतों से मेरी चुदक्कड़ बहन सिहर गई और उसे फिर जोश चढ़ने लगा। उसके मुँह से सिसकियाँ निकलने लगीं, ओह्ह्ह.. स्स.. क्या कर रहे हो.. आह्ह.. आह्ह्ह.. ऐसा मत करो.. मैं बर्दाश्त नहीं कर पा रही.. बस करो..
अंकुर वहाँ बैठा ये सब अपने सामने देखता रहा और मैं अल्मारी के ऊपर से। तभी सनी ने अपना लंड मेरी बहन की चूत पर मसलना शुरू किया और साहिल ने अपना लंड उसके मुँह में दे दिया। मेरी बहन साहिल का लंड पकड़कर हिला रही थी और चूस रही थी, ग्ग्ग्ग.. ग्ग्ग्ग.. गी.. गी..
सनी ने अपना मोटा सा लंड मेरी रंडी बहन की चूत में उतार दिया और हिलाने लगा। सनी अब सुकून की साँस ले रहा था और मजे से मेरी बहन को चोद रहा था। उसके लंड जितनी बार चूत में जाता, मेरी बहन के मुँह से चीख निकलती लेकिन साहिल के लंड की वजह से दब जाती।
काफी देर तक वो दोनों इस पोज में मेरी बहन के नंगे बदन से खेले। फिर उन्होंने जगह बदली। सनी ने अपना लंड उसके मुँह में दिया और साहिल ने मेरी बहन को उल्टा करके घोड़ी बना दिया और अपना लंड उसकी गांड में पेल दिया और मजे से हिलाने लगा।
मेरी बहन की चुदाई की पट-पट-पट की आवाजें फिर पूरे कमरे में गूँजने लगीं। साहिल ने बहुत देर तक मेरी बहन की गांड मारी। फिर करीब 20 मिनट बाद उसने शेली को इशारा किया और उसकी चूत में लंड रगड़ने लगा।
तब तक मेरी बहन सनी का लंड ही चूस रही थी। अब सनी ने भी मेरी बहन की गांड मारने की इच्छा जताई। साहिल ने अपना लंड उसकी चूत से निकाला और मुँह में दे दिया। सनी शेली की गांड के पास आया और गांड फैलाकर अपना पूरा लंड धीरे से अंदर डाल दिया।
सनी तो जैसे गांड मारने में एक्सपर्ट था। ऐसा लग रहा था मानो वो कब से इस सेक्सी गांड को मारने का इंतजार कर रहा था। उसने साहिल को 2 मिनट रुकने को कहा और खुद शेली को बाहों में जकड़कर गोद में उठा लिया और दीवार से कमर चिपकाकर उसकी चूत में लंड डालकर मजे से चोदने लगा।
कुछ देर तक उसने अपना सारा जोर लगाकर उसकी चूत मारी और फाइनली मेरी बहन की चूत में ही झड़ गया। फिर साहिल ने अपना लंड हाथ में पकड़ा और मेरी बहन को उल्टा करके दीवार से लगाकर झुका दिया और घोड़ी बना दिया।
अब उसने अपना लंड मेरी बहन की गांड में डाला और मजे से गांड मारने लगा। लगभग 15 मिनट गांड मारने के बाद उसने लंड निकाला और उसी पोज में चूत में घुसाया और जोर-जोर से झटके मारने लगा।
कुछ देर मेरी रंडी बहन को इसी तरह लूटने के बाद उसने अपना सारा रस मेरी बहन की बच्चेदानी में ही छोड़ दिया और शांत हो गया। फाइनली साहिल के साथ-साथ मेरी बहन भी उसके वीर्य की गर्माहट पाकर झड़ गई।
आज मेरी बहन ने अपनी चुदाई का पूरा मजा ले लिया था। अब उन लोगों ने मेरी बहन को स्टोर रूम में भेज दिया कपड़े पहनने को और खुद क्लास में ही कपड़े पहनने लगे।
जब उन तीनों ने कपड़े पहन लिए तो अंकुर ने पीछे की तरफ जाकर साहिल का मोबाइल उसे लाकर दे दिया, ये वही मोबाइल था जिसमें कुछ देर पहले रिंग हो रही थी। फिर अंकुर ने सनी और साहिल से हाथ मिलाया और हँसने लगे।
मैं समझ गया कि ये सब एक जाल था, इन तीनों ने मिलकर मेरी बहन को चोदने का प्लान बनाया था। लेकिन फिर भी मेरी बहन को मजा करवा रहे थे। मेरी बहन की रोज चुदाई हो रही थी जिससे उसकी गांड भारी होती जा रही थी, मटक-मटक कर चलती तो लंड अपने आप खड़े हो जाते। मुझे भी खुशी थी क्योंकि मैं भी अपनी रंडी बहन की चुदाई का मजा ले रहा था।
तो दोस्तों कैसी लगी मेरी स्टोरी, मुझे जरूर मेल करना।