Threesome in Train: मैं राशि, मेरी उम्र 21 है और पुणे में रहती हूँ स्टडी के लिए और फैमिली गुजरात में है, और फिगर 34,26,32 है, दिखने में हॉट हूँ, पटाखा। ये कहानी कुछ ही दिन पहले की है। मुझे डांसिंग का बहुत शौक है और उसमें भी गरबा! आई लव इट। नवरात्रि अभी अभी कम्प्लीट हुई, जो गुजरात का फेमस त्योहार है और मेरा फेवरेट। ओह माय गॉड, मैं कभी भी नवरात्रि मिस नहीं करती, इस साल स्टडी के लिए पुणे में हूँ फिर भी मैं गुजरात जाने वाली थी। थ्रीसम सेक्स की कहानी
चलो मैं स्टोरी शुरू करती हूँ, मैं बहुत एक्साइटेड थी नवरात्रि के लिए और इस बार तो मेरे साथ मेरी बेस्ट फ्रेंड अवनीत भी आने वाली है, हाँ हमारे बीच कुछ मिसअंडरस्टैंडिंग हुई थी पर बाद में क्लियर हो गया। नाउ हम फिरसे बेस्टिज हैं, अवनीत ने पहले कभी नवरात्रि नहीं देखी थी इसलिए मैं उसे साथ लेके आने वाली थी।
हमने सारी शॉपिंग 4 दिन पहले ही कर ली थी, ट्रेडिशनल और चोली और बहुत कुछ। हम 5 अक्टूबर को रात की ट्रेन से पुणे से सूरत आने वाले थे, मैं बहुत हैप्पी थी। क्योंकि बहुत दिन बाद फैमिली से भी मिलने वाली थी। हम दोनों दोपहर में सो गए थे ताकि रात को ट्रेन में ढेर सारी बातें और ढेर सारी मस्ती कर सकें।
6 बजे की ट्रेन थी, थर्ड एसी की, अवनीत ने कम्पार्टमेंट का डोर बंद कर दिया। मैं खुश हो गई और उसे लिपकिस कर ली (डोन्ट वरी। हमारे बीच ये कॉमन था) ओह माय गॉड, अब पूरी रात मस्ती धमाल करेंगे और तभी, नॉक नॉक!!! मैं बोली, अबे यार, अब कौन होगा?
अवनीत ने डोर ओपन किया एक लड़का था, वाव, ब्लैक सूट, क्लीन शेव्ड, क्लासिक हेयरस्टाइल, सेक्सी, ओह माय गॉड, ही वाज अ डैशिंग गाय।
लड़का – हाय सॉरी, मैं अंदर आ सकता हूँ, यहाँ की सीट्स मेरे साथ एक्सचेंज की हुई हैं।
मैं – हाँ श्योर, कम इन, वो हमारे सामने बैठ गया। अवनीत ने डोर क्लोज किया और उसे देखती रही, लगता है उसे भी पसंद आ गया होगा। उसके आते ही उसके डियो की सेक्सी स्मेल पूरे कम्पार्टमेंट में फैल गई, पर वो थोड़ा स्ट्रेस्ड लगता था। थोड़ी देर सब चुप रहे, अवनीत ने मुझे फोन चेक करने का इशारा किया और मुझे मैसेज किया उसने। “थ्रीसम सेक्स की कहानी”
अवनीत – किस्मत कितनी कमीनी चीज है, 10 लाइक्स फ्रॉम मे।
मैंने रिप्लाई किया – साली लाइन मत मार, ये मेरा शिकार है।
अवनीत – कुत्ती, सब तुझे चाहिए क्या? मेरी गर्मी का क्या?
मैं – शट अप, उसे ही पूछते हैं उसे कौन चाहिए!!
अवनीत – नहीं, पूछना मत, चल उसके साथ बैठ जाते हैं।
अवनीत उठकर उसके पास बैठ गई, मैं भी जल्दी से उसकी दूसरी साइड बैठ गई।
वो तो शॉक में आ गया – क्या हुआ?
अवनीत – हमें लगा तुम टेंश्ड हो और वैसे हम भी बोर हो रहे हैं।
सो मैंने उसका हाथ पकड़ा – क्या हुआ? इतना टेंश्ड क्यों हो? हमें भी बताओ।
लड़का – नथिंग यार।
अवनीत – ठीक है अपना नाम तो बताओ।
लड़का – कुंदन सिंह, और तुम दोनों का?
मैं – मैं राशि और ये अवनीत, बताओ ना क्या हुआ?
अवनीत – कुछ ठीक नहीं लग रहा, से, लव मैटर?
कुंदन – नहीं बाबा, लीव मी अलोन।
अवनीत – ए भाव मत खाओ यार, बता दो ना, मुझे टेंशन हो रही है।
मैं – हाँ बता दो प्लीज।
कुंदन – तुम्हारी तो उसने हम दो को बैक पे धक्का दिया और सामने की बर्थ पे बिठा दिया। लेकिन अवनीत फिर से उठ कर उसे चिपक के बैठ गई।
उसे गुस्सा आया और फिर अवनीत का फेस होल्ड करके किस कर लिया और किस करते रहे दोनों, लाइक 5-6 मिनट्स तक कंटिन्यूअसली। मुझे भी गुस्सा आया, मैंने अवनीत को साइड पे धक्का दिया और कुंदन के बाल खींच कर उसके लंड पर हाथ रख कर किस किया।
फिर उसने मेरी गांड पर हाथ रख के टाइटली पकड़ लिया। अवनीत ने कम्पार्टमेंट अंदर से लॉक कर दिया और विंडोज पे कर्टन्स सेट कर दिए। तभी तक मैं और कुंदन किस करते रहे, उसने मेरी शॉर्ट्स में हाथ डाला और मेरी गांड को मसलने लगा, आह्ह्ह उम्म्म।
अवनीत ने मुझे खींच कर सामने की बर्थ पे बिठा दिया और मेरे साथ बैठ गई वो भी। मैं कुछ समझी नहीं, थोड़ी देर सब चुपचाप बैठे रहे। हम दोनों कुंदन को देखते रहे, उसका लंड टाइट था कि पैंट पे दिख रहा था।
अवनीत जान बूझ कर मेरे बूब्स दबाने लगी, मैं भी मजे लेने लगी। मैं अपने पैर सामने कुंदन के लंड पे रख कर सहलाने लगी, थोड़ी देर ऐसा ही चलता रहा। अवनीत ने तो मेरी टीशर्ट भी उतार दी थी। “थ्रीसम सेक्स की कहानी”
कुंदन – साली रंडियाँ हो तुम? इतनी सेक्सी रंडियाँ कभी नहीं देखी, आज रात का क्या ख्याल है? बोल अपना भाव बोल।
अवनीत – देख, तू जितना शरीफ है, हम भी उतने ही शरीफ हैं, डोन्ट कॉल अस रंडी।
कुंदन – मुझे मत सिखा बहन चोद।
उसने मेरे बाल खींच कर मेरे लिप्स चूमने लगा और कुत्ते की तरह काटने लगा, ओह माय गॉड!!
कुंदन – देखो अब मजाक बहुत हुआ, अच्छे से दोनों अपना अपना भाव बता दो, मुझे मेरा स्ट्रेस खत्म करना है, पता नहीं चल रहा किस रंडी पे करूँ।
मैं – लिसन, हम अच्छे घर की बदमाश लड़कियाँ हैं, हम प्रॉस्टीट्यूट्स नहीं हैं, माना कि शौक कुछ ऐसे ही हैं, पर इसका मतलब ये नहीं कि तू कुछ भी बोले।
कुंदन – ठीक है मेरी जान, पर तू ही बता कि किसको अपनी घोड़ी बनाऊँ?
अवनीत और मैं साथ में चिल्लाए, मुझे बनाओ।
कुंदन – देखा, दोनों रंडियाँ ही तो हो।
फिर कुंदन ने अपनी पैंट उतार दी। उसकी अंडरवियर से उसका टाइट लंड साफ दिख रहा था और वो हम दोनों रंडियों। आई मीन दोनों लड़कियों की सामने खड़ा हो गया, और फिर अंडरवियर निकाल दी, ओह माय गॉड, कितना बड़ा और काला और मोटा, ओह माय गॉड, मुझे चूसना है!! “थ्रीसम सेक्स की कहानी”
कुंदन – चलो कुतियों, ये तुम्हारी हड्डी है।
मैं तो टूट ही पड़ी, पूरा मुँह में लेके सक करने लगी। वाव। उम्म्म.. येह्ह्ह.. आह्ह्ह.. अवनीत खड़ी हो कर किस करने लगी उसे। मैं अच्छे से मुँह में अंदर लेकर चूस रही थी, बहुत दिनों बाद लंड मिला था, ओह माय गॉड, मजा आ रहा था।
कुंदन ने अवनीत और मेरे दोनों के कपड़े उतार दिए, मुझे बर्थ पे लिटाया और अवनीत को दूसरे बर्थ पे।
कुंदन – चलो, अब पहले कौन मेरी रंडी बनेगी?
मैं – मैं बनूँगी।
इस बार अवनीत चुप रही, पता नहीं क्यों। फिर कुंदन ने अपनी फिंगर से मेरी चूत को छेड़ना शुरू किया, आह्ह्ह.. उह्ह्ह.. मैं तड़पने लगी, ओह माय गॉड, जस्ट वाव, आई लाइक इट सो मच, कम ऑन, फक मे कुंदन, मैं मोनिंग करने लगी।
तभी अवनीत खड़ी हुई और मेरे मुँह पे अपनी चूत रख कर बैठ गई, ओह माय गॉड, मैं उसकी चूत चाटने लगी। उम्म्म.. येह्ह्ह मजा आने लगा, उसकी रसीली चूत और मेरी चूत में कुंदन की फिंगर, औच्ह्ह.. मैं जोर से चिल्लाई। कुंदन ने एक ही धक्के में पूरा लंड मेरी चूत में, ओह माय गॉड पेन हो रहा था, औच्ह्ह.. फिर उसने धीरे धीरे धक्के देना शुरू किया, ओह माय गॉड, येह, मजा आ रहा है। “थ्रीसम सेक्स की कहानी”
कुंदन या अवनीत कोई मेरे बूब्स दबा रहा था और कुंदन जोर जोर से धक्के दे रहा था। ओह्ह्ह.. आह्ह.. मेरे मुँह पर अवनीत बैठी हुई थी इसलिए कुंदन नहीं दिख रहा था मुझे, वो दोनों किस कर रहे थे, औच्ह्ह.. आह्ह्ह..
अवनीत ने अपना पानी मेरे मुँह पे छोड़ दिया, और फिर उतर कर सामने की सीट पे बैठ गई, कुंदन पूरी जोर से धक्के देने लगा मुझे, आह्ह्ह.. उह्ह्ह.. ओह माय गॉड मर गई।
अवनीत ने कुंदन से कुछ कहा और कपड़े पहन लिए उसने, मैं अभी तक चुदवा रही थी। कुंदन ने एक बार लंड निकाल कर मेरे बूब्स पे पानी छोड़ दिया, फिर फिर से चुदाई करने लगा, वाव्व, ओह माय गॉड।
अवनीत ने अपने फोन से पिक्स लेना शुरू किया हमारी, या फिर वीडियो, क्या पता। पर मैं मजे से चुदवा रही थी, आह्ह्ह.. येह्ह्ह.. माय गॉड्स.. फक मेह्ह्ह.. कुंदन.. येह्ह्ह.. कम ऑन फास्टर्र्र, और मेरा पानी निकल गया, वाव्व, क्या फीलिंग थी यार, मैंने उसे निकालने को कहा पर उसने कहा अभी मेरा लंड शांत नहीं हुआ। “थ्रीसम सेक्स की कहानी”
मैं – तो अवनीत को चोद ले कुत्ते।
अवनीत – राशि, तुझे अपनी गांड पे बहुत घमंड है ना!! वो भी मरवा ले।
कुंदन – क्या बात है अवनीत, तूने तो मेरा दिल जीत लिया, चल राशि रंडी पलट जा, तुझे इसके अलग पैसे दे दूंगा, पर आज तू मेरी है।
मैं – नहीं रे, पैसे तू मुझसे लेले, पर मेरी गांड को और सेक्सी कर दे, लंड से उसमें हवा भर दे।
मैं पलट गई, अवनीत अभी तक वीडियो शूटिंग कर रही थी, और कुंदन ने अपना मोटा लंड, मेरी गांड में घुसा दिया, ओये माँ..
कुंदन ने मेरे बाल पीछे से खींच कर मुझे घोड़ी बनाकर मेरी गांड मारता रहा, आह्ह्ह.. उह्ह्ह.. येह्ह्ह.. मैं मोनिंग करती थी, उम्म्म.. उह्ह्ह..
अवनीत ने शूटिंग बंद कर के कहा – कुंदन, उसकी हालत बिगाड़ कर मेरे पास आ जाना, मैं अभी सो रही हूँ।
कुंदन – ठीक है रंडी, सोजा।
और ज्यादा तेज धक्के देने लगा मेरी गांड में, औच्ह्ह.. मेरे बूब्स पे हाथ कर कर जोर से खींच रहा है मुझे पीछे, वाव, मैं खुशी से अपनी गांड हिला हिला कर मरवा रही थी, ओह माय गॉड वो तो बेशर्मी से मुझे ठोकता ही जा रहा था।
मे बी 30 मिनट तक वो तेजी से गांड मारता रहा, फिर अपना पानी मेरे मुँह पे निकाला, मैं थक चुकी थी सो वही पर लेटी रही, कुंदन खड़ा हो कर अवनीत के पास गया, वो सो रही थी।
कुंदन – साली, तू तो सो गई, थोड़ी देर बाद तेरी बारी है, बीसी, क्या रात बना दी मेरी तुम दोनों ने, और तू, मेरी वीडियो बना रही थी ना? देख अब, उसने अपना फोन निकाला और अवनीत के कपड़े खोल ने लगा। “थ्रीसम सेक्स की कहानी”
कुंदन – वाह क्या रंडी है, अवनीत, मेरी जान ले लेगी। चल, रेडी हो जा बेबी।
उसने अवनीत को नंगी कर के शूट की पूरी बॉडी, मैं देख रही थी पर मैं खड़ी भी नहीं हो सकती थी।
कुंदन फिर उसकी बॉडी को चाटने लगा, अवनीत जाग चुकी थी पर माइंड नहीं किया उसने कुछ, सोने का नाटक करते हुए मजे लेने लगी, कुंदन तो अवनीत के ऊपर कुत्ता बन गया था, इतनी ही देर में उसका लंड फिर से टाइट हो गया था, ओह माय गॉड, कितना स्टैमिना, !! उसने अवनीत की चुदाई शुरू की, अवनीत मोनिंग करने लगी।
अवनीत – कुत्ते, मैं तेरी रंडी हूँ, चल, दिखा तुझ में कितना दम है, ये रंडी सुबह तक चुदवाएगी, कुंदन बेरहमी से अवनीत की चूत मारता रहा और मैं सो गई। “थ्रीसम सेक्स की कहानी”
फिर जब मुझे उठाया तब अहमदाबाद आने ही वाला था, कुंदन बीच में और दोनों रंडियाँ उसके साइड में सोई हुई थी, आई मीन मैं और अवनीत, कुंदन दोनों के बूब्स दबा रहा था, मैं खड़ी हुई मेरे कपड़े पहनने लगी।
कुंदन – रंडी, यहाँ आ। तू तो बिना कपड़ों की ही अच्छी लगती है, ऐसे ही चल, वैसे भी तेरे इतने छोटे कपड़े क्या छुपा सकते हैं?
मैं – शट अप कुत्ते, अब निकल तू यहाँ से, मैंने ब्रा और टीशर्ट पहन ली, उसने मेरी गांड को पकड़ के टर्न किया और मुझे उसके पास खींचा।
मैं – अब क्या है?
उसने कुछ कहे बिना मेरी चूत चाटने लगा, ओह माय गॉड, मजा आ रहा था, जैसे लंड से चुदवा रही हूँ और दर्द भी नहीं हो रहा हो, उम्म्म.. आह्ह्ह.. उह्ह्ह.. ओह्ह्ह.. येह्ह्ह.. फिर उसने अपनी मिडिल फिंगर से फिंगरिंग शुरू किया, वाव्व.. मैं उछलने लगी उसके हर एक धक्के से, आह्ह्ह उह्ह्ह, ट्रेन स्लो होने तक ऐसा ही चलता रहा, फिर हमने कपड़े पहन लिए और अवनीत को भी उठाया, वो रेडी हो गई कपड़े पहन के।
कुंदन – चलो रंडियों, अपना नंबर दो, जब मन होगा बुला लूंगा।
अवनीत – अबे, ये सिर्फ इस रात के लिए था, अब तू कौन और मैं कौन?
कुंदन – बेटा, तू ने जो वीडियो बनाया था ना, वो मैंने ले लिया है और तेरा भी वीडियो शूट किया है मैंने, तो अच्छा यही होगा कि अपने नंबर दे दो और शाम को मैं बोलूँ वहाँ आ जाना, और हाँ, मैं भी अपने दोस्त को ले कर आ जाऊंगा। “थ्रीसम सेक्स की कहानी”
अवनीत – देख, वो वीडियो डिलीट कर दे, और अकेले आएगा तोही नंबर दूँगी।
मैं – अवनीत ये क्या?
कुंदन – ये हुई ना मेरी अच्छी रंडी।
फिर हमने नंबर्स एक्सचेंज किये, और स्टेशन से अलग अलग हो गए, मैं अवनीत को लेके अपने घर जा रही थी।
अवनीत – अच्छा हुआ, पीछा छूटा उससे।
राशि – अबे, अब तो वो पीछे पड़ेगा, नंबर देने की क्या जरूरत थी?
अवनीत – साली तूने अपना नंबर दिया? हे भगवान।
मैं – ऑबवियसली, तूने किसका दिया?
अवनीत – अरे मेरी माँ, मैंने गलत नंबर दिया, वो हमें थोड़ी जानता है तो वीडियो किसको दिखाएगा?
मैं – ओह शिट्ट्ट।
अवनीत – अब तू हैंडल कर लेना, उसे, मेरा नंबर मत देना तुझे मेरी कसम।
मैं – भैया, आगे से राइट लेना।
रिक्शावाला – काफी थकी हुई लगती हो दोनों, कहाँ से आए हो?
अवनीत – तुझे क्या साले, तू आगे ध्यान दे, अपना दिमाग मत चला।
हम दोनों मेरे घर पहुँचे, घर पे मैंने किसी को भी नहीं बोला था कि मैं गुजरात आने वाली हूँ, वो लोग तो शॉक ही रह गए !! फिर हमने फ्रेश हो कर नाश्ता किया।