हेलो दोस्तो, मैं आपकी अपनी रंडी श्रुति शर्मा फिर से हाज़िर हू एक नयी हिन्दी सेक्स स्टोरी के साथ, मुझे पता है आप यहा अपनी प्यास बुझाने आते हो, तो डालो ना अपने अंडरवेर मे हाथ और हिलाओ अपने साँप को..
स्टोरी पे आती हू.. मेरी फिगर 34 28 38 है और उमर 22 साल है.
जैसे की आपने मेरी पहली स्टोरीस मे पढ़ा है कैसे मैं एक रांड़ और चुदाई की दीवानी हू.
तो इंडिया आ कर अभी (मेरा बीएफ) और मैं अक्सर चुदाई करती और मेरा भाई भी मुझे ठोकता. मुझे अब चुदने की आदत पड़ड़ गई थी और अभी को मुझसे पैसे कमाने का आइडिया आया.
तो अभी ने मेरे लिए 2-3 दलालो को कह दिया मेरा फिगर बता कर.
अभी – सर फिगर देखो आप माल की 34 के चूचे 38 की गॅंड और कमर सिर्फ़ 28 की कमाल का माल है.
दलाल – कितने पैसे मे देनी है इस माल की जवानी.
अभी – 20,000 रात के और सिंगल शॉट के 5,000.
दलाल – अरे बोहोत ज़्यादा है.
अभी – सर आप माल देखो कोई प्रोफीषनल रांड़ नही है. मेरी जीएफ़ है. अभी भी इसकी चूत टाइट है और मम्मे बिल्कुल कड़क.
दलाल – चलो मैं ढूंढता हू कस्टमर.
कुछ इस तरह अभी की कई दलालो से बात होती थी.
एक दिन वो घड़ी आ ही गई एक दलाल का फोन आया अभी को.
दलाल- अभी तेरे माल के लिए कस्टमर लाया हू. 3 लोग है 45-50 साल की उमर के रेट बता.
अभी – रात भर का ?
दलाल – हान पूरी रात तीनो ठोकेंगे.
अभी – 60,000 तीनो का.
दलाल – अरे 3 है, थोड़ा कम करो नही. तो मेरे पास और भी माल है. 50,000 मे डन करवा दू ?
अभी – चलो ठीक है करवा दो. कब और कहा भेजनी है.
दलाल – कल भेजनी है उम का फार्म हाउस है. उस पे मैं अड्रेस्स भेज देता हू और हां मस्त चिकनी बना के भेजना माल को.
इस तरह मेरा पहला सौदा हो गया और अभी मुझे एक ब्यूटी पार्लर पर ले कर गया और मेरी वॅक्सिंग करवाई पूरी बॉडी की.
मेरी चूत बिल्कुल सॉफ चमक रही थी, मानो जैसे मैं सुहागरात मना रही हू.
फिर मेरा फेशियल करवाया और वापस आते हुए मुझे एक नेट वाली ब्रा और पैंटी दिलवाई रेड कलर की.
अगले दिन शाम को मैने घर पे बहाना बना दिया की आज मैं फ्रेंड के याहा ही रुकूंगी और मैं एक क्रॉप टॉप और जीन्स पहन कर तैयार हो गई.
अभी मुझे गाड़ी मे लेने आया और लेकर उनके फार्म हाउस पे जाने लगा.
जब मैं फार्म हाउस पर पहुँची, तो वो दलाल आ कर मुझे अंदर ले गया और अभी को कहने लगा की सुबह 8 बजे ले जाना अपनी रांड़ को.
अंदर बोहोत अंधेरा था और कुछ नज़र नही आ रा था.
मुझे इतने मे महसूस हुआ 6 हाथ मेरे जिस्म पर घूम रहे है और मूह मे से कम्सीन सिसकारिया भर रहे है.
मैने भी अंधेरे मे 2 लोगो के लंड पैंट के उपर से सहलाने शुरू कर दिया.
इतने मे उन मे से एक ने मेरा टॉप उपर कर के मेरे चूचे ब्रा मे से दबाने शुरू कर दिए और एक ने मेरी जीन्स खोल के उतार दी. अब मुझे नीचे फर्श पर लेटा कर मेरी चूत से पैंटी थोड़ी साइड कर के एक जीभ मेरी चूत का रस्स चखने लगी. इतने मे उन्न मे से एक बोला, अभी बहुत हुआ ये लूका छुपि. चलो अब लाइट ओन करो. हम भी तो देखे 50,000 की हमारी रात की दुल्हन.
मुझे आवाज़ पहचानी हुई लगी.
जैसे ही लाइट ओन हुई मैं देख कर दंग रह गई.
मेरी चूत पर जो जीभ थी. वो मेरे पापा की थी और उनके 2 फ्रेंड्स मेरे मम्मे दबा रहे थे.
पापा और उनके फ्रेंड्स मुझे देख कर दंग रह गये और हटपटाने लगे.
इतने मे एक फ्रेंड ने कहा, वा सुरेश(पापा) तेरे तो घर मे ही रांड़ है और हमने 50,000 लगाए और पापा शर्मिंदा हो गये. आप यह बेटी की गैंगबैंग चुदाई कहानी इंडियन एडल्ट स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे हे. पर उनके फ्रेंड्स ने कहा, अब तो मज़े लेने शुरू कर ही दिए है, तो क्यू ना पूर्रे मज़े लिए जाए और हान हमने इसके 50,000 दिए है वसूल तो ले.
इतने मे एक फ्रेंड ने मुझे कहा, चल पूरे मज़े दिलवा रंडी, नही तो पूरे पैसे नही मिलेंगे.
मैने डरते डरते उसकी ज़िप खोली और उसका लंड बाहर निकाल कर सहलाने लगी.
अब मुझे भी मज़ा आना शुरू हो गया था और पापा भी कम्फर्टेबले हो गये थे.
मैने पापा की जीन्स उतारी और कच्चे मे से उनका साँप निकाल कर सहलाने लगी.
उन्न सब के लंड 7 इंच से बड्डे थे और मोटे थे.
पापा का लंड सब से बड़ा और मोटा था.
मैने पापा का लंड मूह मे ले लिया और लोली पोप की तरह चूसने लगी.
2 दोस्तो के लंड दोनो हाथो मे ले कर सहलाने लगी.
उसके बाद एक एक कर के मैने 3 नो को ब्लो जॉब दी.
फिर पापा ने मुझे गोद मे उठाया और बेड रूम मे ले जा कर बेड पे पटक दिया.
अब पापा मेरी चूत चाटने लग गये थे और उनका एक फ्रेंड मेरे मोम्म्मे चूस रा था और एक का लंड मेरे मूह मे था.
उन्न सब की उमर 45 साल से उपर थी पर अभी भी बिल्कुल जवान तगड़े थे और लंड एकदम कड़क और रसीले थे.
अब पापा ने चूत से मूह हटाया और उनके दोनो फ्रेंड्स ने बारी बारी मेरी चूत चाटी.
कुछ ऐसे ही 1 घंटा हमारा फोर प्ले चलता रहा फिर अंकल ने मुझे 69 पोज़िशन मे आने को कहा.
मैं अंकल का लंड चूस रही थी और वो मीरी चूत चाट रहे थे. इतने मे मुझे एक ज़ोर का झटका लगा और मैं चिल्ला उठी. क्यूंकी पीछे से पापा ने अपना मोटा लंड मेरी गॅंड मे घुसेड दिया.
मैं चिल्लाने लगी, पर दूसरे फ्रेंड ने मेरा मूह पहले फ्रेंड के लंड पर दबा दिया. अब मुझे भी मज़ा आने लगा और मैं भी उछाल उछाल के गॅंड मरवाने लगी.
अब मुझे पापा ने अपने उपर आने को कहा और लंड मेरी छूत मे घुसा दिया और अपनी छाती से मुझे चिपका लिया. इतने मे एक फ्रेंड ने पीछे से मेरी गॅंड मे लंड घुसेड दिया और दूसरे फ्रेंड ने मेरे मूह मे अपना हथियार डाल दिया.
मेरे तीनो होल भर गये थे और मैं जन्नत की सैर कर रही थी.
कोई मर्द दिल्ली से है क्या? जो मेरे जैसे विधवा से दोस्ती करेगा?
Mai bihar se hu kar sakti hai to aa ja ful enjoy