Office HR Ke Saath Birthday Chudai दोस्तों, मेरा नाम हनी है। मैं मुजफ्फरनगर का रहने वाला हूँ। मेरी उम्र 24 साल है, और मैं दिखने में ठीक-ठाक हूँ, गोरा रंग, कद 5 फीट 10 इंच, और मेरे लंड का साइज सात इंच है, जो कड़क होने पर किसी भी लड़की को खुश कर सकता है। मैं आज आपको अपने जीवन की एक सच्ची कहानी सुनाने जा रहा हूँ, जो मेरे लिए पहली बार का अनुभव था और आज भी उसकी यादें मेरे दिल में ताजा हैं।
ये कहानी तब की है जब मैं एक साल पहले अपने घर से झगड़ा करके नोएडा जॉब करने गया था। मेरे घर में कुछ पारिवारिक तनाव था, और मैंने सोचा कि अब अपनी जिंदगी अपने दम पर शुरू करनी है। मेरा एक दोस्त मानी, जो मेरा बचपन का यार है, पहले से ही नोएडा में जॉब कर रहा था। वो 26 साल का है, सांवला, लंबा और थोड़ा मजाकिया। उसने ही मुझे नोएडा बुलाया और एक कंपनी में मेरा इंटरव्यू फिक्स करवाया। उसकी मदद से मुझे जॉब मिल गई।
मैंने नोएडा में एक छोटे से रूम में रहना शुरू किया, जो मानी के साथ शेयर करता था। ऑफिस में मेरा पहला दिन थोड़ा अजीब था, क्योंकि सब कुछ नया था। वहां मेरी मुलाकात कोमल से हुई, जो ऑफिस की एचआर थी। कोमल 28 साल की थी, एकदम मस्त माल। उसका फिगर 32-30-36 था, जो किसी को भी दीवाना बना दे। उसकी कातिलाना आंखें, गोरी त्वचा, और कसी हुई गांड देखकर मेरा दिल पहली बार में ही उस पर आ गया। मैं सोचता था कि काश एक दिन इसे चोदने का मौका मिले।
कोमल बहुत जिम्मेदार थी। वो कंपनी को अपना घर समझती थी और हर काम को पूरी मेहनत से करती थी। शुरू-शुरू में मैं थोड़ा लापरवाह था। एक दिन मैंने सिस्टम ऑफ कर रखा था और फोन में मस्त था। ऑफिस का मेरा सिस्टम कोने में था, जहां ज्यादा किसी का ध्यान नहीं जाता। मैं अक्सर ऐसा करता था, सिस्टम बंद करके फोन में वीडियो देखता रहता। उस दिन कोमल ने मुझे रंगे हाथों पकड़ लिया। उसने पीछे से आकर मेरे कंधे पर हाथ रखा और बोली, “हनी, ये क्या कर रहे हो?”
मैं एकदम घबरा गया। उसने मुझे अपने केबिन में बुलाया और वहां जमकर डांटा। “ये क्या तमीज है? काम छोड़कर फोन में लगे हो? अगर दोबारा ऐसा हुआ तो जॉब से निकाल दूंगी!” उसकी आवाज में गुस्सा था, लेकिन उसकी आंखों में एक अजीब सी चमक थी, जो मुझे थोड़ा उलझन में डाल रही थी। मैंने सॉरी बोला और वहां से निकल गया।
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उस दिन के बाद मैंने खुद को सुधार लिया। मैंने मन लगाकर काम करना शुरू किया। कोमल अब मुझ पर नजर रखने लगी थी। धीरे-धीरे वो मुझसे नॉर्मल बात करने लगी। कभी-कभी वो मजाक भी करती, जैसे “हनी, आज तो बड़ा काम कर रहे हो, कोई गर्लफ्रेंड को इम्प्रेस करना है क्या?” मैं हंस देता, लेकिन मन में सोचता कि काश ये मेरी गर्लफ्रेंड होती।
कुछ महीनों बाद मेरा बर्थडे आने वाला था। मैंने सोचा कि घर जाऊंगा, मां-बाप से मिलूंगा। मैंने अपने टीम लीडर मनीष से छुट्टी मांगी। मनीष ने कहा, “एचआर से बात करो।” मैं कोमल के पास गया। उसने कारण पूछा तो मैंने बताया, “मेरा बर्थडे है, मुझे गांव जाना है। दो दिन की छुट्टी चाहिए।” उसने पहले तो मुझे एडवांस में बर्थडे विश किया, लेकिन फिर बोली, “हनी, अभी बहुत काम है। छुट्टी नहीं मिल सकती।”
मैंने जिद की, “मैम, मेरा बर्थडे है, प्लीज!” लेकिन उसने साफ मना कर दिया। फिर हंसते हुए बोली, “बर्थडे यहीं मना लो। मैं सब इंतजाम कर दूंगी।” मैंने कहा, “मैम, मेरी तो सैलरी भी नहीं आई। मैं कैसे सेलिब्रेट करूं?” उसने जवाब दिया, “वो तुम मुझ पर छोड़ दो।” मैं चुपचाप मान गया।
बर्थडे वाले दिन मैं ऑफिस गया। मुझे लगा कोमल कुछ स्पेशल करेगी, लेकिन उसने पूरे दिन मुझसे बात तक नहीं की। मैं इंतजार करता रहा, पर वो अपने काम में बिजी रही। ऑफिस बंद होने के बाद भी मैं वहां रुका, सोचा शायद वो कुछ कहे। लेकिन वो अपने केबिन से निकली और बिना कुछ बोले चली गई। मैं बहुत गुस्से में था। मन में सोच रहा था, “साली ने छुट्टी भी नहीं दी और बर्थडे भी भूल गई।”
रात को मैं अपने रूम पर पहुंचा। मानी ने कहा, “यार, आज होटल में खाना खाते हैं।” मैंने हामी भरी। हम बाहर निकलने वाले थे कि तभी कोमल का कॉल आया। मैंने फोन उठाया तो उसने सॉरी बोला, “हनी, मुझे याद नहीं रहा कि आज तेरा बर्थडे था।” मैंने गुस्से में कहा, “अब सॉरी से क्या फायदा?” उसने कहा, “कोई बात नहीं, अभी भी तेरा बर्थडे मना लेंगे। मैं तुझे लेने आ रही हूँ।”
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मैंने कहा, “मैं मानी के साथ खाना खाने जा रहा हूँ।” उसने जिद की, “कल खा लेना। आज मेरे साथ आ जा।” मैं मान गया। वो अपनी स्कूटी लेकर मेरे रूम के पास आई। मैं उसके पीछे बैठा और हम उसके फ्लैट पर पहुंच गए। मैंने सोचा शायद उसके फ्लैट में कोई पार्टी होगी, कोई सहेली या दोस्त होंगे। लेकिन वहां कोई नहीं था, बस मैं और कोमल।
उसने खाना ऑर्डर किया, मेरी पसंद का ढाबे वाला बटर चिकन और नान। साथ में एक चॉकलेट केक भी मंगाया। उसके फ्रिज में बीयर की बोतलें थीं। उसने कहा, “चल, पहले केक काटते हैं।” हमने केक काटा, एक-दूसरे को खिलाया। फिर बीयर की बोतलें खोलीं। तेज नशे वाली बीयर थी। दो घूंट में ही मुझे चढ़ने लगी। कोमल भी थोड़ी टुन्न हो रही थी।
नशे में हमने म्यूजिक ऑन किया और डांस करने लगे। कोमल ने टाइट जींस और टॉप पहना था, जो उसके फिगर को और उभार रहा था। डांस करते-करते वो मेरे करीब आई। उसकी सांसें मेरे चेहरे पर लग रही थीं। हम थक गए तो सोफे पर बैठ गए। खाना खाया, फिर बीयर की दूसरी बोतल खोली। अब हम दोनों को पूरा नशा हो गया था।
खाने के बाद हम बेड पर लेट गए। मैंने कहा, “कोमल मैम, अब मुझे छोड़ आइए।” उसने कहा, “अब इतनी रात को कहां जाओगे? यहीं रुक जाओ। मानी को कॉल करके बता दो कि तू सुबह आएगा।” मैंने मानी को फोन किया और बता दिया। कोमल ने कहा, “सोफे पर मत सो, मेरे पास बेड पर लेट जा। तेरा बर्थडे है, मैं तुझे सोफे पर नहीं सोने दूंगी।”
मैं बेड पर लेट गया। कोमल ने लाइट्स बंद कीं और मेरे बगल में आकर लेट गई। मुझे नींद आने लगी थी, लेकिन तभी कोमल मेरे करीब सरक आई। उसने धीरे से मेरे सीने पर हाथ रखा। मुझे लगा शायद वो सो गई है। लेकिन उसकी सांसें तेज हो रही थीं। वो धीरे-धीरे मेरी टी-शर्ट के अंदर हाथ डालने लगी। उसका नरम हाथ मेरे पेट पर फिर रहा था। मेरा लंड तनने लगा।
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मैं चुपचाप लेटा रहा, नशे में होने का नाटक करता रहा। उसने मेरे नेकर में हाथ डाला और मेरे सात इंच के लंड को सहलाने लगी। उसका स्पर्श इतना गर्म था कि मैं पागल होने लगा। धीरे-धीरे उसने मेरी टी-शर्ट और नेकर उतार दिया। मैं नंगा उसके सामने लेटा था। फिर उसने अपने कपड़े उतारने शुरू किए। उसने अपनी जींस और टॉप उतारा, अब वो सिर्फ ब्रा और पैंटी में थी। उसकी गोरी चूचियां ब्रा में से झांक रही थीं।
वो मेरे ऊपर लेट गई और मेरे होंठों पर किस करने लगी। उसकी जीभ मेरे मुँह में थी, और मैं भी उसका साथ देने लगा। मैंने उसकी ब्रा का हुक खोला। उसकी 32 साइज की चूचियां आजाद हो गईं। मैंने एक चूची को मुँह में लिया और चूसने लगा। “आह्ह… हनी…” उसने सिसकारी भरी। मैं उसकी दूसरी चूची को हाथ से मसल रहा था। उसका निप्पल कड़क हो गया था।
मैंने उसकी पैंटी उतारी। उसकी चूत पूरी तरह शेव्ड थी, हल्की गुलाबी और गीली। मैंने उसकी जांघों को चूमा, फिर धीरे-धीरे उसकी चूत के पास पहुंचा। उसकी चूत से एक मादक खुशबू आ रही थी। मैंने जीभ से उसकी चूत को चाटना शुरू किया। “उम्म… आह्ह… हनी… और करो…” वो सिसकारियां ले रही थी। मैंने उसकी चूत को चाटते हुए अपनी जीभ अंदर डाली। उसका रस नमकीन और गर्म था।
वो मेरे सिर को अपनी चूत पर दबाने लगी। “हनी… आह्ह… चाटो मेरी चूत को…” उसकी आवाज में चुदास थी। मैंने उसकी चूत को और तेजी से चाटा। वो जोर-जोर से सिसकारियां ले रही थी। तभी उसका शरीर अकड़ने लगा, उसने मेरे सिर को और जोर से दबाया। “आह्ह… मैं झड़ रही हूँ…” वो झड़ गई। मैंने उसका सारा रस पी लिया।
अब मैं ऊपर आया और उसे किस करने लगा। वो मेरे होंठों से अपनी चूत का स्वाद ले रही थी। फिर उसने मुझे नीचे धकेला और मेरे ऊपर आ गई। वो मेरे सीने को चूमने लगी, फिर मेरे पेट पर आई। धीरे-धीरे वो नीचे सरकती गई और मेरे लंड को हाथ में लिया। उसने जीभ से मेरे लंड को चाटा, फिर उसे मुँह में ले लिया। “उम्म… कितना बड़ा है तेरा लंड…” उसने कहा और मेरे लंड को लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी।
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उसके मुँह की गर्मी मेरे लंड को पागल कर रही थी। वो मेरे गोटों को सहलाते हुए लंड को पूरा मुँह में ले रही थी। मैंने कहा, “कोमल… मैं झड़ने वाला हूँ…” उसने कहा, “मेरे मुँह में ही झड़ जा।” मैंने उसके मुँह में झड़ दिया। उसने मेरा सारा माल पी लिया और मेरे लंड को चाटकर साफ कर दिया।
हम दोनों थोड़ी देर लेटे रहे। फिर मैंने उसकी चूचियों को फिर से चूसना शुरू किया। वो फिर से गर्म होने लगी। “हनी… अब चोदो मुझे…” उसने कहा। मैंने उसे बेड पर लिटाया और उसकी चूत पर लंड सेट किया। उसकी चूत इतनी टाइट थी कि लंड अंदर नहीं जा रहा था। मैंने थूक लगाया और धीरे से धक्का मारा। मेरा लंड आधा अंदर गया। वो चीख पड़ी, “आह्ह… दर्द हो रहा है… रुको!”
मैं रुक गया। मैंने उसके होंठों को चूमा, उसकी चूचियों को दबाया। फिर धीरे-धीरे धक्के मारने शुरू किए। उसकी चूत अब ढीली होने लगी थी। मैंने एक जोरदार धक्का मारा और मेरा पूरा लंड उसकी चूत में समा गया। वो फिर चीखी, “आह्ह… हनी… धीरे करो…” मैंने धीरे-धीरे धक्के मारने शुरू किए। “उम्म… आह्ह… हनी… चोदो मुझे…” वो सिसकारियां ले रही थी।
मैंने स्पीड बढ़ाई। उसकी चूत की गर्मी और टाइटनेस मुझे पागल कर रही थी। “आह्ह… कोमल… तेरी चूत तो जन्नत है…” मैंने कहा। वो हंसते हुए बोली, “चोद ना साले… फाड़ दे मेरी चूत…” उसकी गालियां मुझे और जोश दिला रही थीं। मैंने उसे घोड़ी बनाया और पीछे से उसकी चूत में लंड पेल दिया। “पचाक… पचाक…” लंड और चूत की टक्कर की आवाज कमरे में गूंज रही थी।
वो जोर-जोर से चीख रही थी, “आह्ह… हनी… और तेज… फाड़ दो मेरी चूत…” मैंने उसकी गांड पर हल्का सा थप्पड़ मारा। उसकी गांड लाल हो गई। मैंने उसे फिर से सीधा किया और उसकी टांगें हवा में उठाकर चोदने लगा। उसकी चूचियां उछल रही थीं। मैंने एक चूची को मुँह में लिया और चूसते हुए धक्के मारने लगा।
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करीब 20 मिनट की चुदाई के बाद वो फिर झड़ने वाली थी। “हनी… मैं झड़ रही हूँ…” उसने कहा। मैंने भी कहा, “मैं भी आने वाला हूँ…” हम दोनों एक साथ झड़ गए। उसकी चूत मेरे माल से भर गई। हम दोनों पसीने से तर-बतर होकर लेट गए।
उस रात हमने तीन बार और चुदाई की। हर बार कोमल ने नई-नई पोजीशन में चुदवाया। एक बार उसने मुझे नीचे लिटाकर मेरे लंड पर सवारी की, जैसे कोई रानी घोड़े पर सवार हो। उसकी चूचियां उछल रही थीं और वो “आह्ह… हनी… कितना मजा आ रहा है…” कह रही थी।
सुबह मैं अपने रूम पर लौटा। इतनी थकान थी कि मैं ऑफिस नहीं गया। शाम को कोमल का कॉल आया। उसने पूछा, “ऑफिस क्यों नहीं आया?” मैंने कहा, “थक गया था, सो गया।” उसने हंसते हुए कहा, “बर्थडे गिफ्ट कैसा लगा?” मैंने कहा, “जिंदगी का बेस्ट गिफ्ट।”
उसके बाद कोमल ने मुझे अपने फ्लैट पर शिफ्ट होने को कहा। मैं उसके साथ रहने लगा। हम दोनों रोज चुदाई करते। कोमल की चुदास इतनी थी कि वो हर रात नई-नई चीजें ट्राई करती। कभी वो मेरे लंड को घंटों चूसती, कभी मैं उसकी चूत को चाटता।
चार महीने बाद मुझे घर लौटना पड़ा। हमारे पास खेती का बिजनेस है, और मैं उसमें उलझ गया। लेकिन कोमल से मेरी बात अभी भी होती है। जब भी मैं नोएडा जाता हूँ, उसके फ्लैट पर रुकता हूँ। हम कई दिन तक चुदाई करते हैं, जैसे कोई प्यासा पानी पीता हो।
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दोस्तों, ये थी मेरी सच्ची कहानी। आपको ये ऑफिस की चुदाई की कहानी कैसी लगी, जरूर कमेंट करके बताइए!