मेरी पहली चुदाई मनीषा के साथ

हाय दोस्तों, मैं हूँ रोहित। आपने मेरी पहली कहानी पढ़ी होगी, कामिनी भाभी के साथ मेरा पहला सेक्स अनुभव, जो आप सबको बहुत पसंद आई थी। अब मैं अपनी दूसरी कहानी सुनाने जा रहा हूँ, जो कि बस दो हफ्ते पहले की बात है। तो सभी लड़कियाँ अपनी अपनी चूत में उंगली डाल लें और भाई लोग अपने लंड पे एक हाथ रख लें, क्यूँकि ये कहानी इतनी गरम है कि आप खुद को रोक नहीं पाएंगे।

मेरी उम्र 21 साल है, मैं 6 फीट लंबा, गोरा, हल्की मस्कुलर बॉडी वाला लड़का हूँ। मेरा लंड पहले 5 इंच का था, लेकिन मैंने पिछले एक साल से रोज़ाना मालिश करके उसे 7.2 इंच का और 5.5 इंच मोटा कर लिया है। मुझे लंड की एक्सरसाइज करने में बहुत मज़ा आता है। हफ्ते में चार दिन, सिर्फ 10 मिनट की मालिश से मेरा लंड इतना दमदार हो गया है। दोस्तों, जिनका लंड छोटा है, वो आज से ही मालिश शुरू कर दें, नहीं तो आपकी गर्लफ्रेंड या बीवी पूरी तरह satisfy नहीं होगी और कहीं किसी और मर्द के साथ चुदाई करवा लेगी। अगर आपको एक्सरसाइज के बारे में जानना है, तो मुझे मेल करें। और हाँ, ये भी बता दूँ कि लड़की की चूत में 6 ऐसे पॉइंट्स होते हैं, जो इतने सेंसिटिव हैं कि अगर आप उन्हें रगड़ दें, तो वो पागल हो जाएगी और बार-बार आपके पीछे पड़ेगी चुदवाने के लिए।

तो बात ऐसी है कि मेरी लंड की सील कामिनी भाभी ने अपनी गोरी, रसीली चूत से तोड़ी थी। उनकी चुदाई ने मेरे लंड की सारी प्यास बुझा दी थी। अब तक मैं उन्हें 15 से ज्यादा बार चोद चुका हूँ। उन्हें मेरे साथ चुदवाने में बहुत मज़ा आता है, क्यूँकि मैं डायरेक्ट चूत नहीं मारता। पहले उनकी मालिश करता हूँ, फिर उन्हें थोड़ा तड़पाता हूँ ताकि उनकी चुदाई की भूख चरम पर पहुँच जाए। फिर जाकर उनकी चूत मारता हूँ। कामिनी भाभी मुझसे इतनी खुश हैं कि वो अब खुद मुझसे सेक्स की बात करती हैं। मेरे लिए तरह-तरह की डिश बनाती हैं, सरप्राइज गिफ्ट्स देती हैं। जब उनका पति ऑफिस में होता है, तो कभी-कभी मुझे साथ नहाने बुला लेती हैं या फिर सोने के लिए। तो मेरा उनके साथ फुलटाइम मस्ती वाला रिलेशन है।

अब बात को आगे बढ़ाते हैं। हुआ यूँ कि एक दिन मैं मेडिकल स्टोर पर कंडोम लेने गया। वहाँ बहुत भीड़ थी, तो मैंने इंतज़ार किया। तभी मेरी नज़र एक खूबसूरत, स्मार्ट लड़की पर पड़ी, जो मेरे बगल में खड़ी थी। उसकी हाइट करीब 5 फीट 7 इंच होगी, और उसका फिगर इतना सेक्सी था कि बस देखते ही बनता था। उसने टाइट टॉप और जीन्स पहनी थी, और उसके बूब्स बाहर से ही उछल-उछल के मेरी आँखों को चकमा दे रहे थे। उसकी गांड तो इतनी मस्त थी कि मन किया, वहीँ दबा दूँ। मैं उसे ही घूरता रहा, लेकिन जैसे ही उसने मुझे देखा, मैंने नज़र हटा ली। वो भी शायद कुछ लेने आई थी। भीड़ की वजह से वो मुझसे सट गई, उसके कंधे मेरे कंधों से टच हो रहे थे। मैंने सोचा, मौका तो मस्त है, लेकिन इतनी भीड़ में क्या करूँ? तभी उसने मुझसे पूछा, “टाइम कितना हुआ है?” मैंने उसे टाइम बताया, लेकिन मुझे एक बात खटकी। दुकान में मेरे सामने इतनी बड़ी घड़ी लगी थी, फिर भी उसने वहाँ देखने की बजाय मुझसे टाइम पूछा। मुझे कुछ शक हुआ।

मैंने सोचा, अगर लड़की को इंटरेस्ट है, तो मैं पीछे क्यों हटूँ? मैंने उससे पूछा, “आप बीमार हैं क्या?” उसने कहा, “नहीं।” मैंने कहा, “तो फिर क्या बात है?” उसने बताया कि वो कुछ सामान लेने आई है। मैं समझ गया कि शायद वो व्हिस्पर लेने आई है। हाहाहा। खैर, धीरे-धीरे दुकान खाली हो गई, और सिर्फ हम दोनों रह गए। मैं तो उस लड़की के सामने कंडोम माँगने में हिचक रहा था, सोचा पहले उसे सामान लेने दूँ, फिर मैं लूँगा। लेकिन उसने भी कुछ नहीं बोला।

तभी दुकानदार ने मुझसे पूछ लिया, “तुम्हें क्या चाहिए?” अब मुझे बोलना ही पड़ा। मैंने कहा, “अंकल, एक कंडोम देना।” वो कंडोम लाने गया, तो मैंने लड़की की तरफ देखा। वो मुझे देखकर मुस्कुरा रही थी। मैंने भी उसे देखकर स्माइल कर दी। फिर मैं दुकान से बाहर आ गया और उसका इंतज़ार करने लगा। जैसे ही वो बाहर आई, मैंने उससे पूछा, “एक्सक्यूज़ मी, आपका नाम क्या है?” उसने कहा, “मनीषा।” मैंने पूछा, “आप दुकान में मुझे देखकर क्यों मुस्कुरा रही थीं?” उसने कहा, “बस ऐसे ही।” मैंने कहा, “कोई बात तो होगी, कोई यूं ही थोड़ी मुस्कुराता है।” मेरे बार-बार पूछने पर उसने कहा, “जो आप लेने आए थे ना, उसे देखकर हँसी आ गई।” मैंने पूछा, “मैंने क्या लिया?” उसने कहा, “वो मैं नहीं बताऊँगी।” मैंने कहा, “ओह, कंडोम पर मुस्कुराई आप? क्या आपने इसका नाम कभी नहीं सुना या पहली बार अपनी आँखों से देख रही हैं?” वो हँस पड़ी और बोली, “ऐसी बात नहीं है।”

मैंने कहा, “तो फिर कैसी बात है?” वो शरमा गई और बोली, “आप बड़े एक्सपीरियंस्ड लगते हो इन मामलों में।” मैंने कहा, “हाँ, वो तो हूँ, इसमें कोई शक नहीं।” फिर हमने करीब 10 मिनट तक बात की, तभी बारिश शुरू हो गई। हम दोनों वहीँ दुकान में रुक गए। बारिश करीब 40 मिनट तक चली। मैंने इस मौके का फायदा उठाया और उससे खूब बातें कीं। पता चला कि वो उसी स्कूल से पासआउट है, जहाँ से मैं हूँ। उसने मुझसे ढेर सारी बातें पूछीं, और वो मुझसे काफी फ्रैंक हो गई। मैंने मौका देखकर उससे पूछा, “क्या आपका कोई बॉयफ्रेंड है? अगर है, तो मेरा दिल आज हज़ार टुकड़ों में टूट जाएगा।” ये सुनकर वो ज़ोर से हँस पड़ी। मैंने कहा, “इसमें हँसने वाली क्या बात है?” उसने कहा, “तुमने जिस तरह से सवाल पूछा।” फिर उसने बताया, “अभी तो कोई नहीं है। मेरे घरवाले इन मामलों में बहुत सख्त हैं, मुझे बाहर जाने नहीं देते। तो ये सब मेरे लिए दूर की बात है।”

तभी उसने मुझसे पूछ लिया, “तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है?” मैंने सीधे जवाब देने की बजाय थोड़ी इधर-उधर की बातें शुरू कर दीं। वो मेरी गर्लफ्रेंड के बारे में जानने को उत्सुक थी, लेकिन मैंने उसे टाल दिया और कहा, “ये पर्सनल चीज़ें मैं किसी को नहीं बताता।” उसने कहा, “तुमने तो मुझसे सब कुछ पूछ लिया, और खुद कुछ नहीं बता रहे।” मैंने कहा, “अगर जानना है, तो बाद में बता दूँगा।” उसने कहा, “अब हम थोड़ी ना मिलेंगे।” मैंने कहा, “कोई बात नहीं, तुम मुझे कॉल कर सकती हो।” मैंने उसे अपना नंबर दे दिया। उसके पास मोबाइल नहीं था, तो मैंने उसका नंबर माँगा। उसने बताया कि उसने नया नंबर लिया है, जो उसे याद नहीं। उसने पेन लिया और अपने हाथ पर मेरा नंबर लिख लिया, फिर बोली, “तुम तो बड़े चालू हो,” और हँस दी। बारिश रुकने के बाद वो जाने लगी, तो मैंने उसे लिफ्ट ऑफर की। वो मान गई।

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वो मेरी बाइक पर दोनों तरफ टाँगें करके बैठी। मैं बाइक तेज़ चलाता हूँ, तो वो डर गई और बोली, “प्लीज़ धीरे चलाओ।” लेकिन मैं कहाँ मानने वाला था। बार-बार ब्रेक मारने की वजह से वो मुझसे पूरी तरह सट गई। उसके बूब्स मेरी पीठ से बार-बार टकरा रहे थे। वो बार-बार पीछे हटती, लेकिन ब्रेक लगने पर फिर मेरे पास आ जाती। मुझे तो बहुत मज़ा आ रहा था। पहली बार किसी अनजान लड़की के बूब्स का टच इतना मस्त लग रहा था। उसने मेरी कमर पकड़ ली, और उसका टच कमाल का था।

उसने अपने घर से थोड़ी दूर पहले ही मुझे रोक दिया। फिर मुझे थैंक्स बोलकर, बाद में बात करने का कहकर चली गई। मैं घर वापस आ गया। अगले दिन उसका मैसेज आया, “हाय, मैं मनीषा।” मैंने मज़ाक में कहा, “मैं दो मनीषा को जानता हूँ, तुम कौन हो?” उसने बताया, “कल तुम मुझसे दुकान पर मिले थे।” मैंने सोचा, बस अब तो लड़की हाथ में आ गई। अगले एक महीने हम रोज़ 20-25 मिनट फोन पर बात करते। फेसबुक पर भी खूब चैट होती। एक दिन उसने मुझे मिलने बुलाया। वो किसी शादी में गई थी, और वहाँ से बाहर निकलकर मुझसे मिलने आई। उसने कहा, “मेरे पास ज़्यादा टाइम नहीं है, मुझे तुमसे कुछ कहना है।” मैंने कहा, “बताओ।”

उसने कहा, “रोहित, मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूँ। तुम मुझे बहुत अच्छे लगते हो। तुम्हारे साथ बात करना मुझे बहुत पसंद है। मैं तुम्हारी गर्लफ्रेंड बनना चाहती हूँ।” मैं तो जैसे शॉक में आ गया। सोचा, ये क्या बोल दिया उसने! मेरे तो सारे अरमान पूरे हो गए थे। मैंने सोचा, भला एक 6 फीट, सेक्सी, स्मार्ट, मस्कुलर लड़के को कोई लड़की कब तक मना कर सकती है। उसने मुझसे पूछा, “तुम्हारी कसम, सच-सच बताओ, तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है?” मैं नहीं चाहता था कि इस मौके पर कोई रुकावट आए, तो मैंने कहा, “इस वक्त तो कोई नहीं है।” वो मुस्कुरा दी। मैंने पूछा, “मनीषा, तुम इतनी खूबसूरत और स्मार्ट हो, तुमने अब तक कोई बॉयफ्रेंड क्यों नहीं बनाया? तुम्हें तो कोई भी लड़का आसानी से मिल सकता है।”

उसने कहा, “मुझे सारे लड़के कमीने लगते हैं। उन्हें लड़कियों के साथ खेलने की आदत होती है। लेकिन तुम मुझे अलग लगते हो।” मैं तो जैसे सातवें आसमान पर पहुँच गया। मैंने कभी नहीं सोचा था कि वो मुझे ये कहने बुलाएगी। मैंने सोचा, ये मुझे बहुत अच्छी लगती है। उसने मुझसे पूछा, “क्या तुम भी मुझे लाइक करते हो? प्लीज़ बताओ।” वो मुझे बहुत अच्छी लगती थी, लेकिन मैं उसे थोड़ा तड़पाना चाहता था ताकि उसका प्यार और एक्साइटमेंट बढ़े। मैंने कहा, “अभी मुझे जाना है।” लेकिन उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोली, “बिना बताए मैं तुम्हें जाने नहीं दूँगी। प्लीज़ बताओ, अगर तुम मुझसे प्यार नहीं करते, तो साफ-साफ बोल दो। मैं चली जाऊँगी।” वो बहुत इमोशनल हो गई थी। मैंने सोचा, अब तो फंस गया। मैंने कहा, “मुझे तुम्हारे साथ बात करना अच्छा लगता है, लेकिन प्यार के बारे में नहीं पता। मैं तुम्हें लाइक करता हूँ, लेकिन लव के बारे में नहीं बता सकता।” ये सुनते ही वो रोने लगी और बोली, “मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूँ, लेकिन तुम मुझसे प्यार नहीं करते।” और रोते-रोते चली गई। मेरा मूड खराब हो गया। मैंने उसका दिल तोड़ने की गलती कर दी थी। मैंने उसी रात उसे कॉल किया, लेकिन उसका मोबाइल स्विच ऑफ था।

सुबह उठकर मैंने उसे ढेर सारे मैसेज किए, लेकिन दिन भर कोई जवाब नहीं आया। उसने मेरा फोन भी नहीं उठाया। मैंने सोचा, अब तो बोल ही देता हूँ। मैंने उसे वॉइसमेल भेजा, “मनीषा, मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ। प्लीज़ मेरा फोन उठा लो। मैं बहुत सॉरी हूँ। मैं तो बस तुम्हें छेड़ना चाहता था।” रात को उसका कॉल आया। वो बहुत खुश लग रही थी। उसी दिन से मैंने उसे अपनी गर्लफ्रेंड बना लिया।

यहाँ तक तो थी मेरी लव स्टोरी। कहानी में थोड़ा ह्यूमर तो बनता है। अब बात आती है चुदाई की। भाइयो, मैंने उसकी ऐसी जबरदस्त चुदाई की कि आपका लंड फट जाएगा पढ़कर। वो मुझसे पूरी तरह पट चुकी थी। हम फोन पर रोमांटिक बातें करते थे, लेकिन वो सेक्स टॉक नहीं करती थी। अगर मैं सेक्स का टॉपिक लाता, तो वो टॉपिक चेंज कर देती। और हैरानी की बात, मैंने उसका एक किस तक नहीं लिया था। मेरा तो दिमाग खराब हो गया था। मैंने सोचा, अब इसकी चूत कैसे मिलेगी? प्यार में तो चूत बनती ही है यार। मुझे पता था कि उसे सेक्स पसंद है, लेकिन वो थोड़ी शर्मीली टाइप थी।

एक दिन मौका देखकर मैंने उसे अपने घर बुलाया। उस दिन घर पर कोई नहीं था। वो मान गई। उस दिन वो इतनी मस्त लग रही थी, पूरी सज-धज के आई थी। उसे क्या पता था कि आज उसकी सील टूटने वाली है। मैंने उसे पहले सोफे पर बिठाया, कोल्ड ड्रिंक और स्नैक्स खिलाए, फिर ढेर सारी रोमांटिक बातें कीं। फिर मैं उसके पास जाकर बैठ गया और उसके बूब्स को घूरने लगा। उसने पूछा, “क्या बात है, ऐसे क्या देख रहे हो?” मैंने कहा, “तुम्हारा साइज़ क्या है?” वो शरमा गई। मैंने कहा, “देखो, अब तुम मेरी गर्लफ्रेंड हो। मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ, तो इतना तो बनता है ना यार।” उसने कहा, “जानू, मैं भी तुमसे बहुत प्यार करती हूँ। मुझे पता है कि सेक्स किसी भी रिलेशनशिप के लिए बहुत ज़रूरी है।” ये सुनते ही मेरे कान खड़े हो गए। मैंने सोचा, अब लड़की खुल चुकी है।

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मैंने कहा, “तुम्हारे होंठों पर कुछ लगा है।” उसने साफ किया, तो मैंने कहा, “अभी भी लगा है।” फिर मैंने कहा, “मैं साफ कर देता हूँ।” मैंने धीरे-धीरे उसके होंठों पर हाथ फेरना शुरू किया और अपना मुँह पास ले गया। फिर मैंने अपने होंठ उसके होंठों पर रख दिए। वाह! क्या मुलायम होंठ थे उसके। उसने मुझे रोका नहीं। मैंने उसे किस करना शुरू कर दिया। मैं तो उसके होंठ चूसकर पागल हो गया। एक हाथ से मैं उसकी कमर पर फेर रहा था। वो अब अच्छा रिस्पॉन्स दे रही थी। उसने मेरे बालों में हाथ फेरना शुरू किया और अच्छे से किस करने लगी। उसके मुँह से “म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म” की आवाज़ें आने लगीं। फिर मैंने अपने होंठ उसके होंठों से हटाए और उसकी गर्दन को चूमने लगा। वो तो जैसे पागल हो गई और मुझे अपनी तरफ दबाने लगी। मैं पागलों की तरह उसे चूम रहा था, और वो सिसकारियाँ भर रही थी।

फिर मैंने एक हाथ उसके लेफ्ट बूब पर रखा और धीरे-धीरे दबाने लगा, साथ ही उसकी गर्दन चूमता रहा। वो तेज़-तेज़ आवाज़ें निकालने लगी। मैंने उसे चुप कराया और अपनी बाहों में उठाकर अपने कमरे में ले गया। दरवाज़ा लॉक किया और वो बेड पर लेट गई। मैं उसके ऊपर आ गया और उसकी गर्दन को ज़ोर-ज़ोर से चूमने लगा। फिर मैंने दूसरा हाथ लाकर उसके दोनों बूब्स दबाने शुरू किए। वाह! क्या मुलायम और टाइट बूब्स थे उसके। मैं बाहर से ही दबाता रहा। फिर धीरे से मैंने एक हाथ उसके बूब्स के अंदर डाला। इतने मस्त बूब्स थे कि मन कर रहा था, अभी खा जाऊँ। जैसे ही मैंने दबाया, उसकी सिसकारी निकल पड़ी, “आआआह्ह्ह्ह्ह्ह… प्लीज़ रोहित, आराम से दबाओ… इतनी जल्दी क्या है तुम्हें?” मैंने दूसरा हाथ भी उसकी ब्रा के अंदर डाल दिया और ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगा। वो सिसकारियाँ भरती रही।

फिर मैंने उसका टॉप निकाल दिया। उसने रेड कलर की ब्रा पहनी थी। रेड कलर में वो माल लग रही थी। वो शरमा गई और बोली, “प्लीज़, आज नहीं, कभी और करेंगे।” मैंने कहा, “जान, आज मौका है, इससे अच्छा मौका कभी नहीं मिलेगा।” वो टॉप पहनने लगी, तो मैंने ज़बरदस्ती उसका टॉप निकाला और ऊपर फेंक दिया, जो पंखे पर जाकर लटक गया। वो मना करने लगी, लेकिन मैंने फिर से उसे किस करना शुरू कर दिया और एक हाथ से उसके बूब्स दबाने लगा। अब उसने भी मुझे किस करना शुरू किया। मैंने एक हाथ से उसकी ब्रा का हुक खोल दिया। जैसे ही ब्रा हटाई, मैं तो उसके बूब्स देखकर पागल हो गया। क्या मस्त, गोरे-गोरे बूब्स थे। मैंने उसके बूब्स पर किस करना शुरू किया। दोस्तों, लड़कियों के बूब्स बहुत सेंसिटिव होते हैं। मैं एक हाथ से उसके बूब्स दबा रहा था और साथ ही चूम रहा था। उसकी सिसकारियों की आवाज़ पूरे कमरे में गूँज रही थी।

तभी उसने एक हाथ मेरे लंड पर फेरना शुरू किया और बाहर से ही दबाने लगी। मेरा 7.2 इंच का लंड तो पत्थर की तरह कड़क हो चुका था। मैंने उसकी जीन्स भी उतार दी। अब वो सिर्फ बिकिनी में थी। मैंने देखा कि उसकी बिकिनी गीली हो चुकी थी। मैं समझ गया कि अब वो चुदने के लिए तैयार है। मैंने उसकी जाँघों पर किस करना शुरू किया। वो पागलों की तरह सिसकारियाँ भरने लगी, “आआआह्ह्ह्ह्ह्ह… म्म्म्म्म्म्म्म्म…” मैंने 10 मिनट तक उसकी जाँघें चूमीं, फिर उठकर एक तेल की बोतल ले आया। उसने पूछा, “ये क्या है?” मैंने कहा, “जानू, देखती जाओ।” फिर मैंने उसकी बिकिनी भी खोल दी। जैसे ही मैंने उसकी बिकिनी हटाई, मैं उसकी चूत देखता रह गया। क्या मस्त, टाइट, पिंक कलर की चूत थी, जिसमें से पानी टपक रहा था। वो बोली, “प्लीज़ अब चोद दो मुझे… अब रहा नहीं जाता… प्लीज़ फक मी नाउ…”

मैंने कहा, “इतनी जल्दी क्या है?” फिर मैंने उसकी चूत पर तेल लगाया। जैसे ही मैंने उसकी चूत को टच किया, वो ज़ोर से चिल्लाई, “आआआह्ह्ह्ह्ह… प्लीज़ अब मत तड़पाओ… मुझे बहुत गुदगुदी होती है… आआह्ह्ह्ह्ह…” मैंने कहा, “जान, पहली बार करवा रही हो ना, इसलिए ऐसा हो रहा है।” फिर मैंने उसकी पूरी चूत पर तेल लगाया और मालिश करने लगा। वो पागलों की तरह तड़प रही थी। फिर मैंने उसकी क्लिटोरिस को चूमना शुरू किया और जीभ से चाटने लगा। वो ज़ोर-ज़ोर से सिसकारियाँ भरने लगी, “आआआह्ह्ह्ह्ह… म्म्म्म्म्म… प्लीज़ अब मत तड़पाओ… फक मी नाउ…” लेकिन मुझे लड़कियों को तड़पाने में बहुत मज़ा आता है। मैं उसकी चूत के दाने को चाटता रहा। अपनी जीभ से ऊपर से नीचे, फिर नीचे से ऊपर चाटा। उसे बहुत मज़ा आ रहा था। उसने मेरा सिर अपनी चूत पर दबा दिया। मैं और तेज़ी से उसकी चूत चाटने लगा। वो चिल्ला रही थी, “आआआह्ह्ह्ह्ह… चोदो मुझे… प्लीज़ मत तड़पाओ… आआआह्ह्ह्ह्ह…”

मुझे उसकी चूत चाटते हुए 10 मिनट हो चुके थे। तभी उसने मेरा सिर ज़ोर से अपनी चूत में दबाया और उसका शरीर अकड़ गया। मैं समझ गया कि वो झड़ने वाली है। मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी। तभी उसकी एक ज़ोरदार सिसकारी निकली, “आआआह्ह्ह्ह्ह… मैं तो गई…” और वो एक चीख के साथ झड़ गई। उसने अपनी चूत को मसलना शुरू कर दिया। मुझे उसकी चूत मसलने में बहुत मज़ा आया। फिर वो उठी और मेरे कपड़े उतारने लगी। जैसे ही उसने मेरी शर्ट उतारी, वो मेरे बाइसेप्स और चेस्ट के कट्स देखकर मुस्कुराई और पागलों की तरह उन्हें चूमने लगी। मैं तो पागल हो रहा था। फिर वो नीचे बैठी और मेरी जीन्स उतार दी। जैसे ही उसने जीन्स उतारी, मेरे अंडरवियर में तंबू बन गया। उसकी आँखें फटी की फटी रह गईं। फिर उसने मेरे अंडरवियर में हाथ डाला और लंड दबाने लगी। मैंने अंडरवियर उतार दिया। अब मेरे 7.2 इंच का लंड उसके सामने था।

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वो मेरे लंड को देखकर बोली, “वाह रोहित, तुम्हारा लंड कितना बड़ा है। मैं पहली बार किसी का लंड टच कर रही हूँ।” मैंने कहा, “जानू, मैं इसे रोज़ मालिश करता हूँ, तभी इतना बड़ा हुआ है।” वो खुश हो गई। मैंने कहा, “इसे चूसो।” वो थोड़ा हिचकिचाई। फिर मैंने अपना लंड उसके बूब्स के बीच में डाला और आगे-पीछे करने लगा। उसने अपने बूब्स कसके पकड़ लिए और आगे-पीछे करने लगी। मुझे उसके बूब्स के बीच लंड डालने में बहुत मज़ा आ रहा था। तभी उसने मेरा लंड पकड़ा और अपने मुँह में डाल लिया। जैसे ही उसने मुँह में लिया, मेरे मुँह से सिसकारी निकल पड़ी, “आआआह्ह्ह्ह्ह…” वो मेरे लंड को चूसने लगी। उसका मुँह मेरा आधा लंड ही ले पा रहा था। मैं उसके मुँह में लंड आगे-पीछे करने लगा। उसने मेरे लंड के सुपाड़े को हाथ से मसलना शुरू किया। मेरी तो जान निकल गई। फिर उसने लंड को मुँह में लिया और सुपाड़े को चूसने लगी। मैं झड़ने वाला था, तो मैंने कहा, “जानू, मैं झड़ने वाला हूँ।” उसने मेरा लंड मुँह से निकाला और ज़ोर-ज़ोर से मुठ मारने लगी। मैंने फिर से लंड उसके बूब्स के बीच डाला और 20-30 धक्के लगाने के बाद मेरे लंड से ज़ोरदार पिचकारी निकली, “फुच्छ्छ्छ्छ…” और मैंने सारा माल उसकी गर्दन और बूब्स पर झाड़ दिया।

मुझे बहुत मज़ा आया। जिंदगी में इतना मज़ा कभी नहीं आया था। उसने सारा माल अपनी बॉडी पर मल लिया और बोली, “रोहित, अब मुझे चोद दो… प्लीज़…” मैंने उसे बेड पर लिटाया और अपनी एक उंगली उसकी चूत में डाली। ये वक्त था G-स्पॉट ऑर्गेज़म देने का। मैं ज़ोर-ज़ोर से उसकी चूत में उंगली डाल रहा था। वो चिल्ला रही थी, “प्लीज़ चोदो मुझे… और चोदो… आआआह्ह्ह्ह्ह… फक मी… आआह्ह्ह्ह्ह… ओह्ह्ह्ह्ह… चोदो…” G-स्पॉट चूत में 2-3 इंच अंदर, ऊपर की तरफ होता है। मैंने उसे खूब रगड़ा। फिर मैंने दूसरी उंगली भी उसकी चूत में डाल दी। मैं ज़ोर-ज़ोर से उंगली अंदर-बाहर कर रहा था। वो पागलों की तरह चिल्ला रही थी। तभी उसने मुझे कसके पकड़ लिया और एक ज़ोरदार चीख के साथ झड़ गई।

उसने कहा, “मैंने कभी नहीं सोचा था कि तुम मुझे इतने मस्त तरीके से चोदोगे।” उसके चेहरे पर एक अलग ही चमक थी। फिर मैंने उसे बेड पर लिटाया और अपने लंड पर ढेर सारा तेल लगाया। मैंने धीरे से उसकी चूत में लंड डाला। वो चिल्लाई, “आआआह्ह्ह्ह्ह… प्लीज़ धीरे डालो…” मैं समझ गया कि उसकी सील नहीं टूटी थी। मैंने उसे समझाया, “पहली बार थोड़ा दर्द होगा, थोड़ा कंट्रोल करना।” वो थोड़ी डरी हुई थी। मैंने उसकी चूत में ढेर सारा तेल लगाया और धीरे से ज़ोर मारा। मेरा आधा लंड उसकी चूत में घुस गया। वो ज़ोर से चिल्लाई, “आआआह्ह्ह्ह्ह… ओह्ह्ह्ह्ह… प्लीज़ आराम से…” उसकी आँखों से आँसू निकल पड़े। मैंने देखा कि उसकी चूत से खून आ रहा था। मैं वहीँ रुक गया और उसे किस करने लगा। 15 मिनट किस करने के बाद वो अपनी गांड हिलाने लगी। मैं खड़ा हुआ और फिर से लंड उसकी चूत में डाला। इस बार मैंने थोड़ा ज़ोर लगाया और मेरा आधे से ज़्यादा लंड उसकी चूत में घुस गया। वो सिसकारियाँ भरने लगी। मैं धीरे-धीरे लंड अंदर-बाहर करने लगा। वो भी अपनी गांड आगे-पीछे करने लगी और चिल्लाने लगी, “आआआह्ह्ह्ह्ह… मुझे चोदो आज… आई लव यू सो मच… फक मी… आआआह्ह्ह्ह्ह…”

मैं उसकी आवाज़ सुनकर जोश में आ गया और ज़ोर-ज़ोर से उसकी चूत में लंड डालने लगा। वो पागलों की तरह सिसकारियाँ भरने लगी, “म्म्म्म्म्म… आआआह्ह्ह्ह्ह… चोदो मुझे… प्लीज़ चोदो…” मेरा लंड उसकी चूत में घपाघप जा रहा था। वो अपनी गांड उछाल-उछाल के चुदवा रही थी। मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। मेरा लंड फुल स्पीड में उसे चोद रहा था। पूरे कमरे में “फच-फच” की आवाज़ गूँज रही थी। तभी मनीषा चिल्लाई कि वो झड़ने वाली है। मैंने स्पीड और बढ़ा दी। वो चिल्लाई, “आआआह्ह्ह्ह्ह… मैं तो गई…” और झड़ गई। मैं उसे चोदता रहा। मेरे लंड के सारे अरमान पूरे हो गए थे। उसने अपनी गांड आगे-पीछे करनी शुरू की और बोली, “फक मी रोहित… फक मी हार्ड… आआआह्ह्ह्ह्ह… चोदो मुझे… और चोदो… फाड़ दो मेरी चूत…” तभी मेरे लंड में हलचल होने लगी। मैंने कहा, “मनीषा, मैं झड़ने वाला हूँ।” उसने कहा, “प्लीज़ अंदर मत झाड़ना, मैं प्रेगनेंट हो जाऊँगी।” मैंने लंड उसकी चूत से निकाला और उसके हाथ में दे दिया। उसने ज़ोर-ज़ोर से मेरे लंड की मुठ मारी। फिर एक ज़ोरदार झटके के साथ मैंने सारा माल उसके मुँह पर झाड़ दिया। बहुत मज़ा आया उसकी चूत मारने में।

वो बहुत खुश हो गई और मुझे किस करने लगी। फिर मैंने उसकी दोबारा चूत मारी। अब मैं महीने में एक बार उसकी चूत मार देता हूँ। वो भी मुझे खूब मज़े से चुदवाती है। मैंने अब दो लड़कियों की चूत मारी है—कामिनी भाभी और मनीषा। लेकिन मनीषा की चूत मारने में ज़्यादा मज़ा आया, क्यूँकि उसकी चूत बहुत टाइट थी। अब तो मैं कामिनी भाभी और अपनी गर्लफ्रेंड दोनों की चूत मारता हूँ। वाह! क्या लाइफ है।

तो दोस्तों, आपको मेरी कहानी कैसी लगी, कमेंट ज़रूर करना। और सारी लड़कियों, जिन्होंने मेरी कहानी पढ़ी, उन्हें मेरे 7.2 इंच के लंड का प्रणाम।

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