Cuckold Iyer नमस्ते दोस्तों, आपका स्वागत है आज की इस हॉट और मसालेदार कहानी में। ये कहानी जेठालाल, बबीता और अय्यर की है, जो गोकुलधाम सोसाइटी में रहते हैं। जेठालाल, एक 45 साल का हट्टा-कट्टा गुजराती व्यापारी, जिसकी इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान है और जिसका दिल बबीता पर आया हुआ है। बबीता, 35 साल की खूबसूरत, गोरी और सेक्सी औरत, जिसके कर्व्स और टाइट फिगर ने पूरे मोहल्ले को दीवाना बना रखा है। उसका पति अय्यर, 38 साल का साउथ इंडियन, ऑफिस में बिजी रहने वाला इंजीनियर, जो अपनी बीवी को वक्त कम दे पाता है। पिछले एक हफ्ते से जेठालाल और बबीता के बीच चोरी-छुपे चुदाई का सिलसिला चल रहा है। जेठालाल को बबीता की रसीली चूत और मोटी गांड मारने का ऐसा चस्का लग चुका है कि वो हर रात दुकान जल्दी बंद करके बबीता के घर पहुंच जाता है।
लेकिन आज की रात कुछ अलग है। जेठालाल का मन है कि वो बबीता को उसके पति अय्यर के सामने चोदे। उसका गुस्सा अय्यर पर है, जो हमेशा उसका मजाक उड़ाता है। दो दिन से दुकान के काम की वजह से जेठालाल बबीता को चोद नहीं पाया, और बबीता भी अपनी चूत में उंगलियां डाल-डाल कर थक चुकी है। उसकी चूत की आग बुझाने के लिए वो बेताब है।
शाम के 8 बजे जेठालाल, पसीने से तर-बतर, अपनी दुकान से सीधे बबीता के घर पहुंचता है। उसने नीली शर्ट और काली पैंट पहनी है, जो पसीने से चिपक रही है। बबीता ने गुलाबी रंग की टाइट नाइटी पहनी है, जो उसकी भारी चूचियों और मोटी गांड को और उभार रही है। जेठालाल जैसे ही दरवाजा खटखटाता है, बबीता दरवाजा खोलती है और उसे देखते ही उसकी आंखों में चमक आ जाती है। वो उसे अंदर खींच लेती है, लेकिन जेठालाल का जोश इतना है कि वो बबीता को कमर से पकड़कर सीधे बेडरूम में ले जाता है और उसे बिस्तर पर पटक देता है।
बबीता हंसते हुए कहती है, “अरे जेठा जी, जरा सब्र तो करो! गेट तो बंद करने दो, कोई देख लेगा!”
जेठालाल उसकी बात अनसुनी कर देता है और उसकी नाइटी के ऊपर से ही उसकी चूचियां दबाने लगता है। बबीता सिसकारी भरती है, “आह्ह… जेठा जी, इतनी जल्दी क्यों?” लेकिन उसकी आवाज में शिकायत कम और मस्ती ज्यादा है। वो जल्दी से उठकर गेट बंद करती है और वापस आते ही जेठालाल के गले लग जाती है। तभी बबीता का फोन बजता है। स्क्रीन पर अय्यर का नाम चमकता है।
बबीता फोन उठाती है। अय्यर दूसरी तरफ से कहता है, “हाय बबीता, आज मेरा काम जल्दी खत्म हो गया। मैं आधे घंटे में घर पहुंच रहा हूं। आज हम दोनों भूल-भुलैया करेंगे, तैयार रहना!”
बबीता का चेहरा गुस्से से लाल हो जाता है। वो मन ही मन सोचती है, “साला, अब जाकर इसकी याद आई? जब जेठा जी मेरी आग बुझाने आए हैं, तब ये भूल-भुलैया की बात करता है!” वो गुस्से में “ओके” बोलकर फोन काट देती है और जेठालाल को कहती है, “जेठा जी, अय्यर आ रहा है। आप अभी घर जाओ, प्लीज!”
जेठालाल का चेहरा तमतमा जाता है। वो जोर से कहता है, “नहीं, मैं कहीं नहीं जा रहा! आज मैं तुझे अय्यर के सामने चोदूंगा। साले को दिखाऊंगा कि असली मर्द कौन है!”
बबीता की सांसें तेज हो जाती हैं। वो जेठालाल की इस जिद को सुनकर थोड़ा डरती है, लेकिन उसकी चूत में गुदगुदी भी होने लगती है। जेठालाल उसे फिर से बिस्तर पर धकेल देता है और उसकी नाइटी को एक झटके में फाड़ देता है। बबीता की गोरी चूचियां और काली ब्रा बाहर आ जाती हैं। जेठालाल उसकी ब्रा को भी खींचकर फाड़ देता है और उसकी 36D की चूचियों को आजाद कर देता है। वो भूखे शेर की तरह बबीता की चूचियों पर टूट पड़ता है, उन्हें चूसने और काटने लगता है।
“आह्ह… जेठा जी… धीरे… ओह्ह…” बबीता सिसकारियां लेती है। उसकी चूचियों के निप्पल सख्त हो चुके हैं। जेठालाल एक हाथ से उसकी चूची दबाता है और दूसरा हाथ उसकी पैंटी के ऊपर से उसकी चूत पर फेरने लगता है। बबीता की पैंटी पहले ही गीली हो चुकी है। जेठालाल उसकी पैंटी को भी फाड़ देता है और उसकी गीली, रसीली चूत को देखकर उसका लंड पैंट में तन जाता है। वो बबीता की टांगें चौड़ी करता है और उसकी चूत पर अपनी जीभ रख देता है।
“आह्ह… जेठा जी… ओह्ह… कितना मजा आ रहा है…” बबीता की सिसकारियां कमरे में गूंजने लगती हैं। जेठालाल उसकी चूत को चाटने लगता है, उसकी जीभ बबीता की चूत के दाने को सहलाती है। वो एक उंगली बबीता की चूत में डाल देता है और धीरे-धीरे अंदर-बाहर करने लगता है। बबीता का शरीर तड़पने लगता है, वो जेठालाल के सिर को अपनी चूत पर दबाने लगती है। “आह्ह… और तेज… जेठा जी… चाटो… ओह्ह…”
जेठालाल अपनी जीभ को और तेजी से चलाता है, उसकी उंगली अब दो हो जाती हैं। बबीता की चूत से रस टपकने लगता है। वो पागल सी हो रही है, उसकी सिसकारियां अब चीखों में बदल रही हैं। “आह्ह… जेठा जी… बस… अब डाल दो… मेरी चूत को फाड़ दो…”
तभी डोरबेल बजती है। बबीता और जेठालाल दोनों चौंक जाते हैं। बबीता घबराते हुए कहती है, “जेठा जी, ये अय्यर है! अब क्या करें?”
जेठालाल मुस्कुराता है और कहता है, “बस, तू देखती जा। आज मैं इस साले को सबक सिखाऊंगा।” वो जल्दी से बबीता के मुँह से अपना लंड निकालता है और अलमारी के पीछे छुप जाता है। बबीता हड़बड़ाहट में एक तौलिया लपेटकर गेट खोलने जाती है। उसका चेहरा लाल है, बाल बिखरे हुए हैं, और तौलिया मुश्किल से उसकी चूचियों और गांड को ढक रहा है।
दरवाजा खुलते ही अय्यर अंदर आता है। उसे देखते ही उसका लंड पैंट में खड़ा हो जाता है। वो बबीता को देखकर पागल हो जाता है। “बबीता, ये क्या हॉट अवतार है तेरा!” वो बबीता को कमर से पकड़कर बेडरूम में ले जाता है और उसे बिस्तर पर लिटा देता है। तौलिया फेंक देता है और बबीता की नंगी चूचियों को देखकर उसका लंड और सख्त हो जाता है। वो बबीता को किस करने लगता है, उसकी चूचियों को चूसने लगता है।
“आह्ह… अय्यर… धीरे…” बबीता सिसकारी लेती है, लेकिन उसकी आंखें जेठालाल की तरफ हैं, जो अलमारी के पीछे से सब देख रहा है। अय्यर बबीता की चूत पर अपनी जीभ रख देता है और चाटने लगता है। “आह्ह… बबीता, तेरी चूत कितनी रसीली है… उफ्फ… इसका स्वाद…”
बबीता सिसकारियां लेती है, “आह्ह… अय्यर… चाटो… ओह्ह…” लेकिन उसका मन जेठालाल के लंड पर है। तभी जेठालाल चुपके से बाहर निकलता है। वो देखता है कि अय्यर बबीता की चूत चाटने में मस्त है। वो मन ही मन कहता है, “साले बहनचोद, मेरी बबीता को चाट रहा है। अब तुझे मजा चखाता हूं!”
जेठालाल चुपके से अय्यर के पीछे जाता है और एक रुमाल से उसकी आंखों पर पट्टी बांध देता है। अय्यर चौंक जाता है, “ये क्या हो रहा है?” जेठालाल उसे कुर्सी पर बिठा देता है और रस्सी से उसके हाथ-पैर टाइट बांध देता है। अय्यर चिल्लाता है, “ये कौन है? बबीता, ये क्या हो रहा है?”
बबीता हंसते हुए कहती है, “अरे जेठा जी, आपका दिमाग तो कमाल है!” वो जेठालाल के पास आती है और उसे गले लगाती है। जेठालाल बबीता को किस करने लगता है, उसकी जीभ बबीता के मुँह में चली जाती है। वो उसकी चूचियों को जोर-जोर से दबाने लगता है। “आह्ह… जेठा जी… और जोर से…” बबीता सिसकारी लेती है।
जेठालाल अय्यर की तरफ देखकर कहता है, “साले, तू मेरा मजाक उड़ाता था ना? अब देख, तेरी बीवी को मैं तेरे सामने चोदता हूं!”
अय्यर गुस्से में चिल्लाता है, “जेठालाल, तू ये क्या कर रहा है? बबीता, ये सब क्या है?”
बबीता उसका मजाक उड़ाते हुए कहती है, “अय्यर, तू तो कुछ कर ही नहीं पाता। जेठा जी मेरी चूत की आग बुझाते हैं। आज मैं उनका लंड तेरे सामने लूंगी!”
जेठालाल हंसते हुए कहता है, “चुप कर, बहनचोद!” वो बबीता को घुटनों पर बिठा देता है और अपना 8 इंच का मोटा लंड उसके मुँह में डाल देता है। बबीता लंड को चूसने लगती है, उसकी जीभ जेठालाल के लंड के टोपे पर घूम रही है। “उम्म… उम्म…” वो लंड को पूरा मुँह में लेती है, उसका गला तक लंड को धकेलती है। जेठालाल के मुँह से सिसकारियां निकल रही हैं, “आह्ह… बबीता… तू तो कमाल चूसती है…”
अय्यर कुर्सी पर बंधा हुआ सब देख रहा है। उसका 5 इंच का लंड पैंट में तन गया है। जेठालाल उसका मजाक उड़ाता है, “देख बहनचोद, अपनी बीवी को चोदते देख तेरा भी खड़ा हो गया!”
जेठालाल अब बबीता के मुँह में जोर-जोर से लंड पेलने लगता है। बबीता के मुँह से “ग्लक… ग्लक…” की आवाजें आ रही हैं। जेठालाल का लंड बबीता के गले तक जा रहा है। वो बबीता के बाल पकड़कर और जोर से धक्के मारता है। आखिरकार वो जोर से चिल्लाता है, “आह्ह… बबीता… ले मेरा माल!” और उसका गर्म माल बबीता के मुँह पर और चूचियों पर गिरता है।
बबीता को अय्यर पर तरस आता है। वो उसकी पैंट खोल देती है और उसका छोटा लंड बाहर निकालती है। वो उस पर बैठ जाती है, लेकिन अय्यर का लंड इतना छोटा है कि उसे कुछ महसूस ही नहीं होता। वो गुस्से में कहती है, “साले, तेरे इस छोटे लंड से कुछ नहीं होता!”
वो उठकर जेठालाल के पास चली जाती है। जेठालाल उसे बिस्तर पर लिटा देता है और उसकी टांगें चौड़ी करता है। “अब देख, बबीता, असली चुदाई क्या होती है!” वो अपना लंड बबीता की चूत पर रगड़ता है। बबीता सिसकारी लेती है, “आह्ह… जेठा जी… डाल दो… मेरी चूत फट रही है…”
जेठालाल धीरे-धीरे अपना लंड बबीता की चूत में डालता है। “फच… फच…” की आवाजें कमरे में गूंजने लगती हैं। बबीता की चूत इतनी गीली है कि लंड आसानी से अंदर-बाहर हो रहा है। “आह्ह… जेठा जी… और जोर से… फाड़ दो मेरी चूत…” बबीता चीख रही है। जेठालाल जोर-जोर से धक्के मारने लगता है, उसका लंड बबीता की चूत की गहराई तक जा रहा है।
करीब 30 मिनट तक जेठालाल बबीता को अलग-अलग पोजीशन में चोदता है। कभी वो उसे डॉगी स्टाइल में चोदता है, तो कभी बबीता उसके ऊपर बैठकर उछलने लगती है। “आह्ह… ओह्ह… जेठा जी… और तेज…” बबीता की सिसकारियां कमरे में गूंज रही हैं। अय्यर बंधा हुआ सब देख रहा है, उसका लंड बार-बार खड़ा हो रहा है।
आखिरकार जेठालाल का माल निकलने वाला होता है। वो बबीता की चूत से लंड निकालता है और अय्यर के सामने खड़ा हो जाता है। बबीता घुटनों पर बैठकर जेठालाल का लंड हिलाने लगती है। “आह्ह… बबीता… ले…” जेठालाल का गर्म माल अय्यर के मुँह पर और बबीता की चूचियों पर गिरता है।
अय्यर चिल्लाता है, “जेठालाल, ये क्या कर रहा है? उफ्फ… कितना गरम है!” बबीता हंसते हुए अय्यर के मुँह से जेठालाल का माल चाटने लगती है। वो खड़ी होकर अपनी गांड अय्यर की तरफ करती है। जेठालाल बबीता की मोटी गांड देखकर फिर से जोश में आ जाता है।
“वाह, ये गांड तो जन्नत है!” वो बबीता को घोड़ी बनाता है और उसकी गांड में अपना लंड धीरे-धीरे डालने लगता है। बबीता को दर्द होता है, वो चीखती है, “आह्ह… जेठा जी… धीरे… मेरी गांड फट जाएगी…” लेकिन जेठालाल धीरे-धीरे धक्के मारने लगता है। “फच… फच…” की आवाजें फिर से गूंजने लगती हैं। बबीता अपने हाथ अय्यर की गोद में रखती है और अपनी चूचियां उसके मुँह के पास लटकाती है।
करीब 20 मिनट तक जेठालाल बबीता की गांड मारता है। बबीता की सिसकारियां अब दर्द और मजा दोनों की मिली-जुली हैं। “आह्ह… जेठा जी… बस… अब और नहीं…” लेकिन जेठालाल रुकता नहीं। आखिरकार वो फिर से अपना माल बबीता के मुँह में डाल देता है। बबीता सारा माल निगल जाती है और थककर बिस्तर पर गिर पड़ती है।
जेठालाल अय्यर की रस्सी खोल देता है। अय्यर की आंखें शर्म से नीची हैं। वो कुछ बोल नहीं पाता। जेठालाल हंसते हुए अपनी शर्ट-पैंट पहनता है और कहता है, “साले, अब समझा असली मर्द कौन है?” वो हंसते हुए घर चला जाता है। बबीता थकी हुई नहाने चली जाती है।
अय्यर अकेला रह जाता है। वो बबीता की नंगी गांड और चूचियों के बारे में सोचकर अपना छोटा लंड हिलाने लगता है। हिलाते-हिलाते वो थककर सो जाता है।
अगली कहानी में क्या होगा? क्या अय्यर जेठालाल से बदला लेगा? या बबीता और जेठालाल का ये चुदाई का सिलसिला और बढ़ेगा? अपनी राय कमेंट में जरूर बताएं!