Girlfriend Boyfriend Sex Story: मेरा नाम अनुपम है। ये मेरी पहली सेक्सी कहानी है, जो मेरी गर्लफ्रेंड कंचन के साथ हुई। मैं लखनऊ से हूँ और लखनऊ यूनिवर्सिटी में ग्रेजुएशन कर रहा हूँ। मेरी उम्र 21 साल है। मैं दिखने में बहुत सुंदर हूँ, ऐसा कंचन कहती है। मेरी बॉडी भी ठीक-ठाक है, जिससे क्लास की लड़कियाँ मुझे नोटिस करती हैं। लेकिन मेरा दिल तो बस कंचन पर अटका हुआ है। वो बहुत खूबसूरत है, उसकी बॉडी का शेप इतना अच्छा है कि कॉलेज के सारे लड़के उस पर लाइन मारते हैं। तो दोस्तों, मैं तुम्हारा टाइम खराब किए बिना सीधे अपनी कहानी पर आता हूँ। मेरा पहला सेक्स एक्सपीरियंस कंचन के साथ हुआ।
कंचन मेरी क्लास में ही पढ़ती थी। ये बात 15 जनवरी की है, मेरा जन्मदिन था। दिल्ली में उस दिन बहुत सर्दी थी। मैं कंचन से रोज रात को 2-3 घंटे फोन पर बात करता था। मुझे उसकी आवाज बहुत पसंद थी, पर कभी-कभी बातें लंबी खिंचने से बोरियत भी होती थी। मुझे सेक्स की बातें करना अच्छा लगता था। उसे भी पसंद था, पर वो शर्माती थी। शायद सोचती थी कि मैं उसके बारे में गलत सोचूँगा। लेकिन 15 जनवरी को, मेरे जन्मदिन पर, सब कुछ बदल गया।
उस दिन हमने दिन में खूब मस्ती की। रात को फोन पर बात करते-करते मैंने सेक्सी बातें शुरू कर दीं। मुझे लगा कि जन्मदिन है, आज तो उसे भी कुछ नया करने का मन होगा। वैसे भी, मुझे उसकी बातों से मजा आता था। मैंने उससे पूछा कि उसका साइज क्या है, उसने क्या-क्या पहना है। वो हँसती रही, पर ज्यादा कुछ बोल नहीं पाई। पहले तो हमारी बातें कभी आगे नहीं बढ़ी थीं, पर उस रात मैंने हिम्मत की और पूछ लिया, “तुम कभी शेव करती हो?”
पहले तो उसने नाटक किया, बोली, “ये क्या पूछ रहे हो? लड़कियाँ भी शेव करती हैं क्या?” मैं हँस पड़ा। फिर मैंने उसे बार-बार पूछा तो वो शरमाते हुए बोली, “नहीं, मैंने आज तक कभी शेव नहीं की।” मुझे मौका मिल गया। मैंने कहा, “शेव नहीं करने से इन्फेक्शन हो जाता है। हर 1-2 महीने में तो करना चाहिए।” वो सचमुच डर गई। शायद सोचने लगी कि उसे कोई बीमारी न हो जाए। मैंने मौके का फायदा उठाया और कहा, “कोई बात नहीं, मैं कर दूँगा। तुम छत पर आ जाओ, मैं भी तुम्हारी छत पर आ जाता हूँ। वहाँ तुम्हारी शेव कर दूँगा।”
वो थोड़ा हिचकिचाई, पर फिर हाँ कह दिया। मैं तो खुशी से पागल हो गया। लगभग एक घंटे बाद मैं उसकी छत पर पहुँच गया। वो भी थोड़ी देर में आ गई। उसे देखते ही मैंने उसे अपनी ओर खींच लिया और स्मूच करना शुरू कर दिया। वो पहले तो चौंकी, फिर उसने भी मेरा साथ दिया। हमने 2-3 मिनट तक स्मूच किया। फिर मैंने उसे रेजर दिखाया और कहा, “चलो, जो काम करने आया हूँ, वो कर लेते हैं।”
वो शरमा गई, बोली, “मुझे शर्म आ रही है।” मैंने उसे डराया, “अगर बीमारी हो गई तो? कुछ होने से पहले बाल साफ करवा लो।” वो मान गई, पर बोली, “प्लीज दर्द मत करना।” मैंने उसका कोट उतारा, फिर उसकी जींस भी निकाल दी। सर्दी बहुत थी, वो काँप रही थी। उसे काँपते देख मैंने मजाक में कहा, “मेरा लंड पकड़ लो, ठंड नहीं लगेगी।” उसने पहले भी मेरा लंड टच किया था, तो बिना ज्यादा सोचे उसने मेरा 10 इंच लंबा और 6 इंच मोटा लंड कसकर पकड़ लिया। मैं 69 पोजीशन में उसकी चूत की तरफ आ गया और उसके बाल साफ करने लगा। साफ करते-करते मुझे जोश चढ़ गया और मैंने उसकी चूत चाटना शुरू कर दिया।
उसे मजा आने लगा था। वो कुछ बोल नहीं पाई, बस सिसकारियाँ ले रही थी। फिर मैंने चाटते-चाटते अपनी उंगली अंदर डालने की कोशिश की, पर वो एकदम उछल पड़ी। उसे लगा कि उसका पेशाब निकल जाएगा। मैंने उसे जोर से पकड़ लिया और उसका रस पी गया। मुझे बहुत अच्छा लगा। मैंने उससे कहा, “मेरा लंड मुँह में लो।” उसने मना कर दिया। मैंने कहा, “तुम्हें मेरी कसम।” उसने थोड़ा सा टच किया, फिर बोली, “अनुपम, प्लीज, ये मुझसे नहीं होगा।”
मैंने कहा, “ठीक है, ये नहीं तो सेक्स कर लो।” वो फिर मना करने लगी और छत से भागने की कोशिश करने लगी। रात के 2 बज रहे थे। मैंने उसे पीछे से पकड़ लिया और जबरदस्ती फर्श पर लिटाकर उसके ऊपर चढ़ गया। मैंने उसके बूब्स चूसना शुरू कर दिया। उसके 34 साइज के बूब्स मेरे मुँह में पूरे नहीं आ रहे थे, पर मुझे बहुत मजा आ रहा था।
कंचन के 34 साइज के बूब्स मेरे मुँह में पूरे नहीं आ रहे थे, पर मुझे बहुत मजा आ रहा था। मैंने बूब्स चूसते-चूसते उसकी पैंटी में अपनी उंगली डाल दी और धीरे-धीरे उसकी चूत को सहलाने लगा। उसे भी अब मजा आने लगा था। उसके मुँह से आवाजें निकल रही थीं, “आआअ… फास्ट करो… फक मी…” सुनकर मेरा जोश और बढ़ गया। मैंने सोचा कि आज तो पूरा मौका है, इसे मिस नहीं करना चाहिए।
फिर मैंने उसके दोनों पैर उठाकर अपने कंधों पर रख लिए और अपना लंड उसकी चूत पर सेट किया। जैसे ही मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रखा, वो घबरा गई। उसे पसीने छूटने लगे। मुझे लगा कि वो डर रही है, पर मैं रुकना नहीं चाहता था। मैंने धीरे से एक धक्का मारा, पर मेरा लंड फिसल गया। मुझे थोड़ी झुंझलाहट हुई। मैंने फिर से लंड को उसकी चूत के मुँह पर सेट किया और एक और धक्का मारा, पर फिर से वो फिसल गया। अब तो मुझे गुस्सा आने लगा था।
तभी कंचन को भी गुस्सा आ गया। वो चिल्लाई, “मादरचोद, कुछ नहीं कर सकता, तो गांड मरवाने जा!” उसकी ये बात सुनते ही मुझमें जैसे आग लग गई। मेरा जोश दोगुना हो गया। मैंने पूरी ताकत लगाई और एक जोरदार धक्का मारा। इस बार मेरा आधा लंड उसकी चूत में चला गया। उसके मुँह से जोर की चीख निकली। मुझे डर हुआ कि कहीं कोई सुन न ले, इसलिए मैंने फटाक से उसके मुँह पर हाथ रख दिया। वो दर्द से तड़प रही थी, पर मैंने उसे कसकर पकड़ रखा था। मुझे उसका दर्द साफ दिख रहा था, पर उस पल में मेरा जोश उससे कहीं ज्यादा था।
फिर अचानक कंचन ने जोर से मुझे धक्का दिया और मुझे दूर गिरा दिया। मैं फर्श पर गिर पड़ा। तभी उसकी चीख सुनकर शायद उसकी मम्मी की नींद खुल गई। नीचे से लाइट जलने की आवाज आई। कंचन घबराकर छत से भागी और सीधे बाथरूम में चली गई। मैं भी समझ गया कि अब रुकना ही ठीक है। मैंने जल्दी से अपने कपड़े ठीक किए और वहाँ से निकल लिया। उस रात के बाद मुझे थोड़ा डर लगा कि कंचन मुझसे नाराज तो नहीं होगी।
बाद में मुझे पता चला कि बाथरूम में उसने देखा कि उसकी चूत से बहुत खून निकल रहा था। वो डर गई थी, पर धीरे-धीरे सब ठीक हो गया। अब तो वो बड़ी आसानी से लंड लेती है और खुलकर चुदवाती है। मुझे गर्व है कि उसका पहला एक्सपीरियंस मेरे साथ हुआ। ये मेरी जिंदगी की सबसे हॉट रात थी।
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