Gandu dost sex story – Blackmail threesome sex story: जी हाँ दोस्तों, आपने बिल्कुल सही पढ़ा, गांडू दोस्त की बहन की चुदाई,
मेरी पिछली कहानी में मैंने बताया था कि बचपन का दोस्त वरुण और मैं एक साथ सो रहे थे, मैं अपना लंड निकालकर मुठ मार रहा था, वरुण भी साथ में मुठ मार रहा था, तभी वरुण ने मेरे लंड को मुंह में ले लिया, और फिर मैंने भी उसकी गांड मार दी,
उस रात हमने तीन बार सेक्स किया था,
कहानी का पिछला भाग: बचपन के दोस्त ने गांड मरवाई
अब ये कहानी शुरू होती है उस दिन से, जब दिन में मैं वरुण की गांड मार रहा था, हम दोनों इतने मस्त थे कि पता ही नहीं चला कब पिंकी आ गई, पिंकी वरुण की छोटी बहन है, कॉलेज में पढ़ती है, उम्र लगभग 19 साल की,
वो हमें सेक्स करते देखकर चुपचाप वापस चली गई,
शाम को जब वरुण घर गया, तो पिंकी ने उससे पूछा, आज दिन में तुम और पवन भैया क्या कर रहे थे,
वरुण ने कहा, कुछ नहीं, बस ऐसे ही खेल रहे थे,
पिंकी बोली, मुझे भी खेलना है तुम दोनों के साथ, आज रात को, नहीं तो मैं पापा को बता दूंगी कि भैया और पवन भैया अकेले ऐसे-ऐसे खेलते हैं,
मुझे पहले लगा कि ये बेचारी को सेक्स के बारे में पता ही नहीं होगा, लेकिन बाद में पता चला कि ये तो मुझसे भी आगे निकल चुकी है,
वरुण मेरे पास आया और बोला, भाई बड़ा पंगा हो गया,
मैं डर गया, पूछा क्या हुआ,
वरुण बोला, पिंकी ने हमें दोपहर में सेक्स करते देख लिया था,
मैंने कहा, फिर,
वरुण बोला, मैंने कहा हम खेल रहे थे, अब वो कह रही है मुझे भी आज रात खेलना है, नहीं तो पापा को बता देगी,
वरुण बोला, भाई मैं अपनी बहन को चुदते कैसे देखूं,
मन में मैं खुश हो रहा था, आज तो मजा आने वाला था, भाई की गांड के बाद उसकी बहन की चुत,
मैंने वरुण को समझाया, कोई नहीं भाई, तू उसे ले आना,
वरुण बोला, पागल है क्या, वो तेरी भी बहन जैसी है,
मैंने कहा, तू ले आ, फिर बाहर चला जाना, मैं उसे समझा दूंगा कि भाई-बहन ऐसे खेल नहीं खेलते,
वरुण को बात ठीक लगी,
शाम को वरुण और पिंकी मेरे घर आए, खाना साथ लाए थे,
हमने खाना खाया, फिर तीनों बातें करने लगे,
बातें करते-करते रात के 10 बज गए, मैंने वरुण को इशारा किया, वो उठा और बोला, तुम दोनों खेलो, मुझे थोड़ा काम है,
पिंकी बोली, ऐसे नहीं होता, मुझे तुम दोनों के साथ खेलना है,
मैंने पिंकी को समझाया, इसे सच में काम है, हम दोनों खेलते हैं, दो जनों में ज्यादा मजा आता है,
वरुण चला गया, मैंने पिंकी को पास बुलाया, बोला, देखो पिंकी, इस खेल में दर्द होता है,
पिंकी मुस्कुराई और बोली, मुझे दर्द नहीं होगा, मैं पहले से अनुभवी हूं,
मैं चौंक गया, क्या,
पिंकी बोली, हां, मैंने पहले भी सेक्स किया है,
मैंने पूछा, फिर सुबह वरुण से क्यों नहीं बोला,
पिंकी हंसकर बोली, अगर मैं वरुण से कहती कि मुझे सेक्स करना है, तो वो मुझे कभी यहां नहीं लाता,
मैं मन में सोचा, साली कितनी तेज है,
पिंकी बोली, होना भी पड़ता है, तेरा छह इंच लंबा और ढाई इंच मोटा लंड जिसने देखा हो, उसे पाने के लिए कुछ तो करना पड़ता है,
अब मैं चुप रहा, सीधा उसके होंठ चूसने लगा, पिंकी भी पूरा साथ दे रही थी, हमारी जीभें आपस में लड़ रही थीं,
किस करते-करते मैंने उसके छोटे-छोटे बूब्स मसलने शुरू कर दिए, पिंकी की सांसें तेज हो गईं,
मैंने उसके कपड़े उतारने शुरू किए, बूब्स मुंह में लेकर चूसने लगा, पिंकी बोली, आह्ह पवन डार्लिंग, जोर से चूसो, ओह्ह मजा आ रहा है,
मैंने काफी देर उसके निप्पल्स चूसे, फिर उसे बेड पर लिटाया, लोअर और पैंटी एक साथ उतार दी,
उसकी चुत पहले से गीली थी, मैंने उंगली से सहलाया, पिंकी सिहर उठी, इह्ह्ह आह्ह,
फिर मैंने मुंह रख दिया, जीभ से चुत चाटने लगा, क्लिट पर जीभ घुमाई, पिंकी की कमर ऊपर उठने लगी, आह्ह ओह्ह पवन, जोर से चाटो, ऊउइइ मजा आ गया,
मैंने जीभ अंदर डाली, तेज-तेज चाटा, पिंकी की सिसकारियां तेज हो गईं, आह ह ह ह्हीईई, ओह माय गॉड, बस करो, आ रहा है,
पांच मिनट में ही पिंकी झड़ गई, उसका रस मेरे मुंह में आया,
पिंकी बोली, यार तुम कमाल हो, जीभ से ही पानी निकाल दिया, लंड से तो पता नहीं क्या होगा,
मैंने कहा, अभी देखना, पहले तेरे भाई की गांड फाड़ी, अब तेरी चुत फाड़ूंगा,
पिंकी बोली, चुत मारो, गांड नहीं मरवाऊंगी,
मैंने कपड़े उतारे, लंड निकाला, पिंकी के मुंह के पास ले गया, चूसने को कहा,
पहले मना किया, लेकिन मैंने बाल पकड़े, मुंह खोला और लंड डाल दिया,
पिंकी चूसने लगी, मैंने बाल पकड़कर गले तक उतार दिया, ग्ग्ग्ग गों गों गोग, पिंकी की आंखों में पानी आ गया,
लंड निकाला तो खांसी आई, बोली, धीरे यार,
मैंने फिर डाल दिया, मुंह की चुदाई की, उसका चेहरा लाल हो गया,
अब उसे लिटाया, चुत पर थूक लगाया, लंड पर भी, एक झटका मारा, सुपारा अंदर गया,
पिंकी चीखी, आह्ह बाहर निकाल, दर्द हो रहा है,
मैंने नहीं सुना, दूसरा झटका, पूरा लंड अंदर, होंठों पर होंठ रखकर किस किया ताकि चीख न निकले,
कुछ देर रुका, बूब्स मसलता रहा, पिंकी सहज हुई,
फिर धीरे-धीरे धक्के शुरू किए, पिंकी भी गांड उठाने लगी, आह्ह मजा आ रहा है, जोर से पवन, फाड़ दो मेरी चुत,
मैंने टांगें कंधे पर रखीं, तेज चोदने लगा, पिंकी की आवाजें तेज, ओह्ह ऊउइइ आह ह ह ह्हीईई,
आवाज सुनकर वरुण दूसरे रूम से आ गया,
वरुण बोला, ये क्या कर रहे हो भाई,
पिंकी बोली, कल तू गांड मरवा रहा था, आज मैं चुत मरवा रही हूं,
वरुण चुप होकर पास बैठ गया,
मैं फिर चोदने लगा, पिंकी को डॉगी बनाया, पीछे से लंड पेला, तेज-तेज ठोका,
पिंकी चिल्लाई, आह्ह जोर से, ओह्ह फाड़ दो,
मेरा होने वाला था, मैंने चुत में ही सारा माल निकाल दिया,
फिर साइड में लेट गया, हम दोनों नंगे लेटे थे,
वरुण बोला, पिंकी तूने ये क्या कर लिया, ये शादी के बाद होता है,
पिंकी बोली, भाई मैं पहली बार थोड़े कर रही हूं, पहले भी बहुत बार की हूं, तेरी गांड मारते देख खुजली हो गई तो मरवा ली,
अब मैंने दोनों को साथ लिया, पहले वरुण की गांड में लंड डाला, पिंकी वरुण का लंड चूस रही थी,
फिर पिंकी की चुत में डाला, वरुण पिंकी का मुंह चोदने लगा,
कुछ देर बाद दोनों को नीचे बिठाया, मुंह पर माल निकाला, दोनों ने लंड चाटकर साफ कर दिया,
ये थी मेरी सच की कहानी, मजा आया हो तो शेयर करना.
1 thought on “बहन ने भाई की गांड मारते देखा और खुद चुत मरवाई”