ससुर और बहू

Family Taboo story माँ-बाप को अपने बच्चों की शादी बहुत सोच-समझकर करनी चाहिए। ये नहीं कि किसी ने कह दिया कि लड़का अच्छा है, अच्छा कमाता है, विदेशी टूर पर काम के सिलसिले में जाता है, तो बस घरवाले खुश हो गए और रिश्ते की बात पक्की कर दी। लेकिन ये कभी नहीं सोचते कि …

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बहकती बहू-22

Sasur-Bahu Ki Barish Mein Chudai – कहानी का पिछला भाग: बहकती बहू-21 मदनलाल के फुफ्कारते कोबरा को देखकर काम्या का दिल धक-धक करने लगा। वो छत पर आते वक्त सोच रही थी कि बाबूजी को समझा-बुझाकर वापस लौट जाएगी, मगर उसका 8 इंच का तना हुआ लंड देखते ही उसकी सारी समझ हवा हो गई। …

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बहकती बहू-21

Kitchen me chudai sex story – कहानी का पिछला भाग: बहकती बहू-20 काम ज्वार के उतरने के बाद ससुर-बहू दोनों ने मिलकर नहाया। मदनलाल का कई दिनों से सपना था कि वो अपनी बहू काम्या के साथ नहाए, और आज वो सपना पूरा हो गया। उसने काम्या के हर अंग को मसल-मसलकर धोया, जैसे कोई …

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बहकती बहू-20

Sasur Bahu ka risky sex  – कहानी का पिछला भाग: बहकती बहू-19 अब आगे… दूसरे दिन सुबह-सुबह सुनील अपने दोस्तों के साथ चला गया, शाम को लौटने की बात कहकर। ये उसकी पुरानी आदत थी—आने के दो दिन बाद से दोस्तों के साथ सारा दिन घूमता रहता। काम्या अभी बिस्तर से उठी नहीं थी। शांति …

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बहकती बहू-19

Bahu ne Saas Sasur ki chudai dekhi  – कहानी का पिछला भाग: बहकती बहू-18 काम्या नंगी ही बिस्तर पर पसर गई। घंटे भर में दो बार की ताबड़तोड़ ठुकाई ने उसके अस्थि-पंजर हिला दिए थे। खुली आँखों से अपनी चुदाई के पल याद करने लगी। मधु, पिंकी ने सही कहा था—सुहागरात के बाद दूसरा दिन …

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बहकती बहू-18

Sasur ne Bahu ki seal todi  – कहानी का पिछला भाग: बहकती बहू-17 मदनलाल बहू के ऊपर पड़ा अपनी थकान उतार रहा था। नीचे दबी काम्या ने उसे बाहों में जकड़ रखा था, टाँगें लपेटकर कैंची मार दी थी। तृप्त आँखों से छत की ओर देख रही थी। आज जो सुख पाया, उसकी कल्पना भी …

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बहकती बहू-17

Bahu ki shuhagrat Sasur ke sath – कहानी का पिछला भाग: बहकती बहू-16 काम्या की टाँगें हवा में थीं, और उसके जाँघों के बीच का जन्नत का नजारा मदनलाल की आँखों के सामने चमक रहा था। उसका मुँह लार से भर गया, मानो कोई भूखा शेर रसीले मांस को देख रहा हो। लेकिन इस बार …

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बहकती बहू-16

कहानी का पिछला भाग: बहकती बहू-15 काम्या बेकाबू हो गई। गरम, खुरदुरी जीभ की छुअन से ऐंठी, सिसकारी निकली, और झर-झर बहने लगी। मदनलाल अमृत को लपर-लपर पीने लगा, जैसे जन्मों का प्यासा हो। काम्या निढाल होकर साँसें संयत करने लगी। मदनलाल बाजू में लेट गया, बहूरानी की नंगी जवानी निहारने लगा। धीरे से एक …

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बहकती बहू-15

कहानी का पिछला भाग: बहकती बहू-14 सुबह से काम्या ने मेरून सिल्क साड़ी पहनी थी, मदनलाल को तड़पाने के लिए। साड़ी नाभि से चार इंच नीचे बँधी थी, गोरा नाजुक पेट उत्तेजक ढंग से झलक रहा था। डीप कट ब्लाउस में उरोज आधे नजर आ रहे थे। साड़ी शरीर से चिपकी थी, नितंब पूरे शेप …

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बहकती बहू-14

कहानी का पिछला भाग: बहकती बहू-13 मदनलाल ऊपर टहलने लगा। उसका दिल धड़क रहा था। उसे यकीन था, काम्या हाँ बोलेगी। इतने दिन की नजदीकी के बाद ना की कोई गुंजाइश नहीं थी। फिर भी थोड़ा नर्वस था। आखिर फैसला काम्या का था। वो दबाव नहीं डाल सकता। परेशान होकर बुदबुदाया, “जब माल पी सकती …

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