जेठालाल, तापू, अय्यर, बबीता, सोनू और दया
Gokuldham me chudai ka hungama गोकुलधाम सोसाइटी की रौनक उस रात कुछ अलग ही थी। आसमान में चाँद अपनी पूरी शिद्दत से चमक रहा था, और हल्की ठंडी हवा खिड़कियों से टकराकर कमरों में घुस रही थी। दया अपने किसी रिश्तेदार के पास गई हुई थी, और बापूजी गाँव चले गए थे। घर में सिर्फ …