सेक्स को तड़पती बेटी की कहानी (Sex ki bhukhi beti)
शाम का धुंधलका धीरे-धीरे आसमान को लपेट रहा था। हवा में एक अजीब सी ठंडक थी, जैसे आंधी के बाद का मौसम, जब सब कुछ शांत हो जाता है, मगर मन के भीतर तूफान उमड़ने लगता है। आज का दिन कुछ अलग था। घर में सन्नाटा पसरा था, और मेरे मन में एक बेचैनी सी …