Horny bhabhi sex story – pyasi bhabhi chudai sex story: हेलो दोस्तों, मेरा नाम साहिल सिंह है, उम्र 24 साल, हैंडसम और फिट बॉडी वाला लड़का हूँ, आज मैं तुम्हारे सामने अपनी सबसे हॉट सच्ची कहानी लेकर आया हूँ, ये घटना ठीक 5 महीने पहले की है जब मैं छुट्टियों में अपने अंकल के घर गया था।
मेरे बड़े भैया की शादी नई-नई हुई थी, शादी में मैंने खुद उनके सुहागरात का बिस्तर सजाया था, तभी से भाभी से फोन पर मजाक चलता था, मैं हर बार बोलता था भाभी मेरा तोहफा कब दोगी, वो हँसते हुए कहतीं कुछ भी ले लो, मैं बोलता एक रात मेरे साथ सोना पड़ेगा, वो शरमाते हुए कहतीं रात में क्या करोगे, मैं बोलता पता नहीं क्या हो जाए, वो कहतीं बस किस्सी ले लेना, मैं बोलता लिप्स पर चाहिए।
आखिर वो दिन आ गया, मैं अंकल के घर पहुँचा, दरवाजा भाभी ने ही खोला, देखते ही लंड खड़ा हो गया, एकदम गोरी, भरी हुई बॉडी, फिगर 34-30-36 का लग रहा था, साड़ी में कयामत ढा रही थीं। मैंने नमस्ते किया, अंदर आया, सब खुश हुए, अंकल-आंटी और छोटी ननद से मिला, भैया बाहर जॉब पर थे, घर में सिर्फ 2 कमरे थे, अंकल-आंटी एक में आराम कर रहे थे, ननद कॉलेज गई थी।
भाभी किचन में थीं, मैं उनके कमरे में चला गया, बोला भाभी मेरा गिफ्ट, वो शरमाते हुए बोलीं भूल भी गए क्या, मैं बोला इतनी प्यारी भाभी से गिफ्ट कोई भूल सकता है क्या, फिर मैंने गाल पर किस्स मांगा, वो देने लगीं, मैं बोला लिप्स पर चाहिए, वो मुस्कुराईं और बस इतना ही मिलेगा बोलीं।
हल्की ठंड थी, मैं उनके बेड पर कंबल ओढ़कर बैठ गया, भाभी बोलीं लेट जाओ आराम करो, मैं लेट गया, वो मेरे सिरहाने बैठ गईं, मैंने बोला आप भी लेट जाओ ना, वो मुस्कुराईं और कंबल में मेरे बगल में लेट गईं, दोस्तों उस वक्त मेरे मन में भी कुछ गलत नहीं था, बस मजाक चल रहा था।
फिर मैंने मजाक में उनकी जांघों पर गुदगुदी की, वो कुछ नहीं बोलीं, मेरा हौसला बढ़ा, मैंने धीरे-धीरे हाथ उनकी कमर पर फिर पेट पर फेरने लगा, वो चुप रहीं, फिर मैंने हाथ उनके बूब्स के ऊपर रख दिया, वो फिर भी चुप, मैं समझ गया रास्ता साफ है।
धीरे-धीरे दबाने लगा, उनकी साँसें तेज हो गईं, अचानक भाभी बोलीं ऊपर हाथ मत रखो, मैंने पूछा क्यों ऊपर क्या है, और दोनों बूब्स जोर से दबा दिए, भाभी सिसक उठीं आहह्ह्ह, फिर बोलीं तुम्हारे भैया तो बहुत तेज-तेज दबाते हैं, और तेज दबाओ ना, ये सुनकर तो मेरे अंदर आग लग गई।
मैंने दोनों हाथों से उनके मलाई जैसे बूब्स मसलने शुरू कर दिए, वो सिसकियाँ लेने लगीं आह्ह्ह इह्ह्ह ओह्ह्ह आह्ह्ह्ह, मैंने उन्हें बाहों में भर लिया, उनके गुलाबी होंठ चूसने लगा, कभी मैं चूसता कभी वो मेरे होंठ नोंचतीं, फिर मैंने उनका ब्लाउज और ब्रा उतार दी, एकदम सफेद-गुलाबी बूब्स और पिंक निप्पल देखकर पागल हो गया, मुह में लेकर चूसने लगा, वो चिल्लाईं ऊईईई माँ आह्ह्ह्ह्ह साहिल जोर से चूसो आह्ह्ह्ह।
अचानक दरवाजे की आवाज आई, हम अलग हुए, मैंने देखा आंटी सो रही थीं, फिर वापस आया और भाभी को फिर बाहों में लिया, उन्हें बेड पर लिटाया, साड़ी ऊपर की, पैंटी पूरी गीली, मैंने पैंटी के ऊपर से चूत पर किस किया, खुशबू से पागल हो गया, फिर पैंटी उतारी, एकदम गुलाबी चूत, बाल साफ किए हुए।
मैंने अपना पेंट उतारा, 7.5 इंच का मोटा लंड बाहर आया, भाभी ने देखते ही हाथ में लिया, अपने गुलाबी होंठों से रगड़ने लगीं, फिर मुँह में लिया, ग्ग्ग्ग ग्ग्ग्ग गी गी गों गों गोग गोग, पूरा लंड गले तक ले लिया, मैंने उनका सिर पकड़कर मुँह चोदा, आह्ह्ह्ह भाभी क्या चूसती हो आह्ह्ह्ह।
फिर मैंने लंड निकाला, उनकी चूत पर रगड़ा, वो तड़प उठीं प्लीज साहिल अब डाल दो, मैंने तकिया उनकी गांड के नीचे लगाया, पैर फैलाए और एक जोरदार झटका मारा, पूरा लंड चूत फाड़ता हुआ अंदर तक चला गया, भाभी चीखना चाहीं लेकिन मैंने मुँह बंद कर दिया, आह्ह्ह्ह की आवाज गले में दब गई, वो मुझे धक्का देने लगीं, 5 महीने से नहीं चुदा था इसलिए दर्द हो रहा था।
मैं कुछ देर रुका, उनके होंठ चूसता रहा, बूब्स मसलता रहा, फिर धीरे-धीरे झटके देने लगा, वो भी मादा बनकर साथ देने लगीं, आह्ह्ह्ह साहिल फाड़ दो चूत को, जोर जोर से चोदो आह्ह्ह्ह इह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह ऊईईई माँ मर गई, मैंने स्पीड बढ़ाई, कमरा चोदने की आवाजों से भर गया, फच फच फच, भाभी 20 मिनट में तीन बार झड़ीं, उनकी चूत से पानी की बौछारें निकल रही थीं।
फिर मैंने उन्हें ऊपर चढ़ने को बोला, वो मेरे लंड पर बैठ गईं, खुद उछलने लगीं, मैं नीचे से ठोक रहा था, आह्ह्ह्ह साहिल मजा आ गया, चोदो मुझे ऐसे ही, आह्ह्ह्ह ऊउइइ ऊईईई, मैंने उन्हें सीने से चिपकाया और रफ्तार बढ़ाई, आखिर मैंने उनकी चूत में ही सारा माल उड़ेल दिया, दोनों पसीने से तर, एक-दूसरे को चिपके रहे, होंठ चूसते रहे।
भाभी बोलीं आई लव यू साहिल, 5 महीने से प्यासी थी, तुमने बुझा दी, थैंक यू, मैंने कहा आई लव यू टू भाभी, ये अनमोल गिफ्ट कभी नहीं भूलूंगा, फिर भाभी मुस्कुराते हुए चाय बनाने चली गईं।
दोस्तों ये सिर्फ शुरुआत थी, आगे की कहानी अगले पार्ट में, तब तक मेरा साथ देते रहो।