दोस्तों मैं पुरी रात सो नहीं पाई। चुदाई का आनंद पाकर मैं और चुदासी हो गई। मैं पहली बार चुदाई का सुखद एहसास पाई थी। और ये जान पाई थी कि चुदाई में कितना आनंद है। मैं बिस्तर पर करवटें ले रही थी। कभी उठ के बैठ जाती, कभी टहलने लगती। मैं पागल हो चुकी थी। मुझे लंड की सख्त जरूरत थी। मेरी चुत की प्यास बुझ के और ज्यादा प्यासी हो चुकी थी। लेकिन भाई तो मुझे एकबार चोदकर अपनी बीवी के बाँहो में चला गया।
Part 1: बहन और भाभी एकसाथ चुदी (सामूहिक चुदाई) भाग-1
इधर मैं पूरी रात तड़पती रही। मुझे अब अपनी भाभी से जलन होने लगी। मैं बस यही सोच रही थी कि कैसे भाई मेरी चुत को फिर से चोदे। मेरे से बर्दास्त नहीं हो रहा था। मैं सारे कपड़े उतार के आईने के सामने खड़ी हो गई। मेरी चुत सूजी हुई थी। सामने से देखकर ही लग रहा था कि मेरी चुत की जबरदस्त चुदाई हुई थी। लेकिन इतनी चुदाई के बाद भी मेरी चुत चुदासी हो रखी थी। मेरी चुत लगातार गीली हो रही थी। फिर मैं चुत में उँगली डालने लगी। और पहली बार मेरे चुत से इतना तेज धार के साथ पानी छोड़ा था। फिर मैं बिन पानी मछली की तरह तड़पते हुए सो गई।
मेरी भाभी भी बहुत खूबसूरत है और वह अमीर घराने की है। उनका नाम नेहा है।
2 दिन ऐसे ही बीत गए। हमदोनों भाई–बहन हमेशा इसी फिराक में रहते की कब मौका मिल जाए और हम चुदाई करें।
तभी भाई के ससुर का भाई के पास कॉल आया कि हिमाचल के एक मंदिर में मन्नत मांगे थे कि बेटी की शादी हो जाएगी तो हम दर्शन करने आएंगे। तो आप और नेहा आ जाइए। साथ मे चलना है। तो भाई ने कहा कि घर पर माँ पापा भी नहीं हैं। वो एक हफ्ते के लिए मामा जी के यहाँ गए हैं। तो आप नेहा को ले जाइए मैं फिर कभी चलूंगा।
फिर भाभी के पापा आए और भाभी को ले गए। जैसे ही भाभी गई भाई आकर मुझे पीछे से पकड़ा और मेरी पैंटी को फाड़ दिया फिर मेरी गाउन को भी फाड़ दिया और मैं ब्रा नहीं पहनी थी तो मैं पुरी नंगी हो गई। भाई नीचे बैठा और मेरा एक पैर कंधे पर रखकर मेरी रसीली चुत को चाटने लगा। आज फिर से 2 दिन पहले वाला एहसास मुझे मिल रहा था। और इन 2 दिनों में एहसास हुआ कि चुदाई की तड़प और चुत की भूख क्या होती है। भाई ने मेरी चुत चाटकर मुझे ऑर्गेज़म दिलाया। अब बारी मेरी थी मैं भी भाई के लन्ड को चूसकर मस्त कर दी। फिर भाई मुझे जमकर चोदा। और उस दिन भाई ने मेरी गांड़ भी चोदा।
2 दिन हम जम के चुदाई किए। फिर भाभी आ गई तो वही रोना। अब मुझे भाई से चुदने का मौका नहीं मिल रहा था। मैं अब रोज भाई और भाभी की चुदाई छुपकर देखती और अपना चुत में उंगली करती। फिर हमदोनों भाई ने एक प्लान बनाया की ऐसे हमें मौका नहीं मिलेगा। कुछ ऐसा करते हैं कि हम तीनों एकसाथ चुदाई कर सकें।
तो प्लान के तहत भाई अब अक्सर भाभी को किचन में चोदने लगा और मैं जानबूझकर वहाँ चली जाती और सॉरी बोलकर वापस हो जाती। 2, 3 दिन ऐसा की। और भाई भाभी को थ्रीसम चुदाई का वीडियो दिखाता।
फिर एकदिन मैं भाभी से बोली कि भाभी आप बहुत खुशनसीब हो कि आपको भाई जैसा चुदक्कड़ पति मिला है। फिर भाभी भी मुझसे खुल गई और शादी से पहले के अपने अफेयर के बारे में बताई। बातों बातों में वह खुद ही बता दी कि उनका अफेयर कई लड़कों के साथ रहा था। और दो दोस्तों के साथ अफेयर था जिनसे वो साथ मे कई बार चुदी थी। मतलब भाभी पहले ही थ्रीसम चुदाई का मजा ले चुकी थी।
फिर भाभी मेरे और मेरे पति के बारे में पूछी। मेरी सुहागरात के बारे में पूछी तो मैं बताई की सुहागरात को तो मेरे पति कही गायब थे। वो तो 4 बजे सुबह आये और आते ही सो गए। मेरी पहली चुदाई दूसरे दिन हुआ और वो भी बस फोर्मलटी की। मेरे हस्बैंड आये और साड़ी उठाकर मेरी पैंटी निकाले और अपना छोटा सा मूंगफली जैसा लंड मेरी चुत में डाल के हिलाने लगे। और 5,6 धक्के लगाके हाँफते हुए दूसरे तरफ लुढ़क गए, और सो गए। मैं 7 दिन ससुराल रही लेकिन मेरे पति सिर्फ 3 बार चोदे। उनकी चुदाई मुझे कभी लगी ही नही की मेरी चुदाई भी हुई है। उससे ज्यादा मजा तो मैं अपनी चुत को रगड़ के लेती थी।
फिर मैंने उन्हें कन्वेंस किया कि चलो हमलोग भी थ्रीसम चुदाई का मजा लेते हैं। तो भाभी बोली लेकिन कैसे, किस लड़के से? फिर भाभी मेरे उदास चेहरे को देखकर मेरी होंठो पर अपना होंठ रख दी और मुझे किस करने लगी। सबकुछ नया हो रहा था मेरे साथ। मैं पहली बार किसी लड़की को किस कर रही थी। फिर भाभी मुझे बोली कि मजा लेना चाहती हो तो मैं हाँ में सर हिलाई। भाभी मुझे फिर से किस करने लगी।
और मेरी गाउन को उतार दी और मेरी ब्रा को खोल दी। मेरी कड़क चुचियाँ आजाद हो गई। और भाभी हैरान हो गई कि दीदी आपकी चुचियाँ इतनी सख्त कैसे हैं। फिर वह मेरी चुचियों पर टूट पड़ी। और मुँह में लेकर चूसने लगी
मैं भी भाभी के गाउन को उतार दी। और उनकी चुचियों को मसलने लगी। भाभी की चुचियाँ बड़ी बड़ी थी लेकिन लटकी हुई थी। ऐसा लग रहा था जैसे वो शादी से पहले जम के चुदी हैं। फिर वो मुझे लेटा दी और मेरी पैंटी उतार दी। और मेरी चुत चाटने लगी। फिर मैंने कहा अपनी पैंटी उतारो और 69 कि पोज़िशन में आओ। वह झट से पैंटी उतारी और मेरी मुँह पर चुत रखकर आगे झुककर मेरी चुत चाटने लगी। मैं भी भाभी के चुत को चाटने लगा। करीब हम 15 मिनट एक दूसरे का चुत चाटेनिस दौरान मैं 2 बार और भाभी एक बार झड़ गई।
फिर भाभी सीधा हुई और मेरे ऊपर आ गयी और मेरे पैरों को मोड़कर ऊपर कर दी। और अपनी चुत मेरी चुत पर रख दी। और रगड़ने लगी। मुझे चुत से चुत का मजा पहली बार बहुत मजा आ रहा था। भाभी किसी मर्द की तरह मेरी चुत पर चुत रगड़ रही थी। ऐसे जैसे वो मुझे चोद रही हो। मैं फिर से एक बार झड़ चुकी थी। और करीब 10 मिनट चुत रगड़ने के बाद भाभी भी झाड़ गई। उनकी चुत का रस मेरी चुत पर फैल गया।फिर हम एकदूसरे के बाँहो में समा गए। काफी देर हम चुप रहे फिर उठे और अपनी अपनी गाउन पहने क्योंकि भाई कभी भी आ सकता था।
फिर हमारी रात को करीब 10 बजे खाना खाने का समय होता है और भाभी ही मुझे बोलने आती थी। तो मैं अपने रूम में पूरी नंगी हो गई और भाई बहन के चुदाई वाला पोर्न चला दिया और चुत में उँगली करने लगी। दरवाजा खुला था तो भाभी बिना नोक किये अंदर आ गई और हैरान हो गई। फिर मैं शर्माने की नाटक करने लगा। लेकिन पोर्न मूवी चालू रहा गया तो भाभी बोली वाह दीदी अकेले अकेले चुत में उँगली कर रही हो। और फिर वो भी भाई बहन की चुदाई का वीडियो देखी।
उस रात फिर बित गया दूसरे दिन दोपहर को काम से फ्री होकर भाभी मेरे रूम में आई कुछ देर इधर उधर की बातें की और फिर से हम एक बार लेस्बियन चुदाई किए। हमदोनों ननद भौजाई अब बहुत खुश थे। और फिर भाभी बोली कि दीदी अगर बुरा ना मानो तो एक बात बोलूं।
तो मैंने कहाँ हाँ बोलो, तो वो बोली कि विवेक के साथ क्या हमदोनों एकसाथ चुदाई कर सकते हैं? तो मैंने कहा कि भाई इसके लिए तैयार होगा? तो बोली कि रात को हम जब चुदाई करने लगेंगे तब तुम आ जाना और फिर हम तुम्हे बुला लेंगे। मैंने कहा ठीक है।
मैंने ये सारी बातें बाद में भाई को बताया। और रात को खाना खाने के बाद हमलोग अपने अपने कमरे में चले गए। और मैं इंतजार करने लगी कि भाई और भाभी का चुदाई कब शुरू होता है। फिर जब चुदाई शुरू हुआ तो मैं दूध लेकर उनके कमरे में गई दोनो जैसे शर्मा गए। फिर मैं सॉरी बोलके वापस जाने लगी तो भाभी आवाज दी कि दीदी रुको यहां आओ।
फिर मैं शर्माते हुए उनके पास गई और भाभी मेरा हाथ से लेकर दूध एक तरफ रखी और हाथ पकड़ के बोली कि रोज तो हमें चुदाई करते हुए देखती हो आओ आज आप भी हमारे साथ चुदाई करो।
फिर वह मुझे किस करने लगी और भाई को भी इशारा की। फिर भाई मेरे कपड़े उतारने लगा मैं शर्मा रही थी। लेकिन तबतक भाई मेरे सारे कपड़े उतार चुका था। अब भाभी मुझे बेड पर खींची और मुझे सुला दी। फिर भाई मेरे पैरों को फैलाया और चुत चाटने लगा। और भाभी अपना चुत मेरी मुँह पर रगड़ने लगी। मैं भी भाभी की चुत को चाटने लगी। भाभी आहहहहहहहहहहहहह… उँहहहहहहहहहहहहहहहहह…. सससीईईईईईईसिईईईईईईईई… आहहहहहहहहहहहहह… उँहहहहहहहहहहहहहहहहह…. सससीईईईईईईसिईईईईईईईई…उईईईईईईईईई….. ममानंन्नंन्नंन… आहहहहहहहहह… आहहहहहहहहहहहहह… उँहहहहहहहहहहहहहहहहह…. सससीईईईईईईसिईईईईईईईई… आहहहहहहहहहहहहह… उँहहहहहहहहहहहहहहहहह…. सससीईईईईईईसिईईईईईईईई…उईईईईईईईईई….. ममानंन्नंन्नंन…बहुत मजा आ रहा है…..। फिर भाई ने अपना लन्ड मेरे चुत पर रखा आउर जोर जोर से रगड़ने लगा। भाई का लन्ड बिल्कुल गर्म था और उसका बड़ा लन्ड चमक रहा था। और फिर भाई मेरे दोनो पैरों को कंधे पर रखकर तेज धक्का मारा। भाई का लन्ड एक ही बार मे मेरे चुत में चला गया।
अब भाई मुझे जोर जोर से चोदने लगा। मैं मजे से सिसकारियां लेने लगी। मेरे मुंह से अपने आप ही ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह….. भाई मेरी जान चोदो. आआआहहहहहहह चोदो मेरी चुत। मारो मेरे राजाआआआ हहहहहहहहहहहहह…….. जोर से झटके मारो… आहहहहहहहहहहहहहहह…… कितना अच्छा चुत चोदता है तू भाई। ……ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह….. आआआहहहहहहह चोदो मेरी चुत। मारो मेरे राजाआआआ हहहहहहहहहहहहह…….. जोर से झटके मारो… आहहहहहहहहहहहहहहह… तू तो सच्चा मर्द निकला मेरे शेर….. चोदो भाई…. चोदो मेरी चुत……. फाड् दो मेरी चुत को… मेरी चुत को चोद के भोसड़ा बना दो….ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह….. मेरी जान चोदो. आआआहहहहहहह चोदो मेरी चुत।
मारो मेरे राजाआआआ हहहहहहहहहहहहह…….. जोर से झटके मारो… आहहहहहहहहहहहहहहह…… तुम्हारा लन्ड बहुत बड़ा है… चोदो मुझे… कितना अच्छा चुत चोदता है तू। ……ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह….. चोदो…………तुम्हारा लंड मेरे चुत से होते हुए अंदर मेरी गांड तक जा रहा है..
बहुत बड़ा लंड है तुम्हारा… ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह….. आआआहहहहहहह चोदो मेरी चुत। मारो मेरे राजाआआआ हहहहहहहहहहहहह…….. जोर से झटके मारो… आहहहहहहहहहहहहहहह…… भाई कितना अच्छा चुत चोदता है तू। चोदो और जोर से। ……ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह….. सौरभ मेरी जान चोदो. आआआहहहहहहह चोदो मेरी चुत। मारो मेरे राजाआआआ हहहहहहहहहहहहह…….. जोर से झटके मारो… अंदर तक धक्का मार रहा है…… करीब 10 मिनट चुदाई करता रहा मैं 2 बार झड़ चुकी थी।
फिर भाई लन्ड निकाला और लेट गया। मैं भाभी का हाथ पकड़ी और भाई के लन्ड पर बैठने को बोली। भाभी विवेक के लंड को अपने चुत में डाली और झटके में बैठ गई। पूरा लन्ड भाभी के चुत में समा गया। फिर भाभी जोर जोर से उछलने लगी। भाभी के चुत से फच फच की आवाज आ रही थी। मैं भाभी के चुचियों को मसल रही थी। और उनके चुत के दाने को रगड़ रही थी। भाभी बहुत चुदासी थी। वह मुझे किस भी कर रही थी। और छोड़ भी रही थी। करीब 15 मिनट तक भाभी ऊपर से चोदती रही। अब भाभी थक चुकी थी भाभी की चुत 3 बार पानी छोड़ चुका था।
फिर भाभी चुत से लन्ड निकाली और बैठ गई। फिर भाई को मैं उठाई और लन्ड चूसने लगी। भाभी भी भाई के अंडकोष को चाट रही थी। मैंने बोला भाभी आप इस दुनिया की सबसे खुशनसीब इंसान हो जो इतना तगड़ा लंड की मालकिन बनी हो। और हम दोनों भाई के लन्ड को चूसते, चाटते रहे। करीब 2 मिनट बाद भाई का लन्ड पानी छोड़ने लगा। और मेरा और भाभी का चेहरा वीर्य से सन गया।
इस तरह भाई के लन्ड ने बीवी के साथ बहन के चुत को भी चोद दिया।
हमे उम्मीद है कि आपको हमारी कहानियाँ पसंद आयी होगी और हम आपको पूरा यकीन दिलाते हैं आपकी पसंद की हर कहानियां लेकर आएंगे।
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