मेरी ऑफिस की सहकर्मी, मंजू (Manju ki Pahli chudai)
हाय, मैं सिद्धार्थ जाधव हूँ। ये बात करीब पाँच साल पहले की है, जब मैं अपने एक दोस्त के साथ किराए के फ्लैट में रहता था। घरवालों और रिश्तेदारों से दूर, मुझे अकेले रहने का मज़ा आता था। बाहर की आज़ादी, वो बिंदास ज़िंदगी, मुझे हमेशा भाती थी। उन दिनों मेरी ऑफिस की एक सहकर्मी, …