Teenage Girl Sex Story: आज मोहित ने अपनी एक खास कहानी साझा करने का फैसला किया। वह हरियाणा के सोनीपत जिले के कुंडली तहसील से था। हालांकि उसने अपने बारे में ज्यादा बताने की आवश्यकता नहीं समझी, लेकिन उसने इतना जरूर बताया कि वह अपनी कहानी पढ़ने के बाद किसी पर कुछ थोपने वाला नहीं है। यह उसके पाठकों पर निर्भर करेगा कि वे खुद क्या निर्णय लेते हैं।
यह कहानी मोहित और उसके पड़ोस के गांव की एक लड़की की है। मोहित की हाइट 6 फुट थी, और उसका शरीर भरा-पूरा था। हालांकि उसे जिम का कोई शौक नहीं था, लेकिन दोस्तों के साथ वह गांव की जिम में समय बिताता था। उसने अपने “छोटे भाई” (अपने लिंग) का भी जिक्र किया, जो 7 इंच लंबा और 3 इंच मोटा था।
यह कहानी पिछले साल नवंबर की है, जब मोहित ने दिल्ली में सरकारी नौकरी की कोचिंग शुरू की थी। उसने एडमिशन के समय एक लड़की को देखा था, जो बाद में उसी के बैच में एडमिशन लेने वाली थी। मोहित और उसके दोस्त ने कोचिंग का चयन करने के बाद कुछ खाने के लिए होटल का रुख किया। वहां उसने पहली बार उस लड़की की आवाज सुनी। जब उसने लड़की को देखा, तो उसकी काली शर्ट और नीली जीन्स में खूबसूरती देखकर मोहित चौंक गया।
मोहित ने मजाक में अपने दोस्त से कहा, “तेरी भाभी बैठी है वहां।” हालांकि यह बात मजाक में कही गई थी, लेकिन यह सच बन गई।
20 नवंबर से उसकी कोचिंग क्लास शुरू हो गई। शुरू के कुछ दिनों तक मोहित का ध्यान उस लड़की से हट चुका था। लेकिन एक दिन, वह उसे डीटीसी की बस में मिली। वह मोहित के आगे खड़ी थी और उसने पूछा, “आपको उतरना है क्या?” मोहित ने उसकी आवाज सुनकर तुरंत पलटकर देखा और पहचान लिया कि यह वही लड़की है।
मोहित ने उससे कहा, “नहीं, मुझे नहीं उतरना,” और उसे आगे कर दिया। जब उसने पहली बार उसकी गांड को देखा, तो मन ही मन सोचा, “ये बिल्कुल सील पैक लगती है। क्या आज भी कोई बिना चुदे रह सकती है?” हालांकि उस दिन वह लड़की उसे फिर नहीं दिखी।
अगले दिन, जब मोहित ने उसे अपनी ही क्लास की सीढ़ियों पर जाते हुए देखा, तो वह चौंक गया। उसने हल्की सी स्माइल दी और क्लास में चली गई। मोहित ने उसे क्लास में ढूंढा, लेकिन वह कहीं नहीं दिखी। दिल्ली की कोचिंग के बारे में सोचते हुए उसने मन में कहा, “यहां स्टूडेंट्स को कुत्तों की तरह रखा जाता है।”
कुछ समय बाद, मोहित और उस लड़की का रोज मिलना-जुलना शुरू हो गया। जब भी वह बस का इंतजार करती थी, मोहित उसके पास चला जाता और दोनों के बीच बातचीत होती। एक दिन उसने मोहित को अपना नाम बताया और मोहित ने भी अपना नाम बताया।
एक बार, आजादपुर वाले बस स्टैंड पर वह बस का इंतजार कर रही थी। उस दिन बस में बहुत भीड़ थी। मोहित ने उसे बस में चढ़ा दिया, लेकिन खुद पीछे रह गया। कोचिंग पहुंचने पर उसने मोहित से कहा, “मैं तो आज लेट हो जाती अगर तू ना आता!”
उसने धन्यवाद कहकर मोहित को करंट सा महसूस कराया। जब वह बस में चढ़ी, तो उसने एक कातिलाना स्माइल दी, जिससे मोहित और भी ज्यादा आकर्षित हो गया। अब तक वह उसे केवल एक दोस्त की तरह देखता था, लेकिन धीरे-धीरे उसके प्रति उसकी भावनाएं गहरी होने लगीं।
अगले दिन, उसने दूर से ही मोहित को हलो कहा, जिससे वहां खड़े अन्य लोग भी देखने लगे। मोहित ने उसे ई-रिक्शा में बैठाया और उससे बातचीत शुरू की। उसने बताया कि उसके पिता दिल्ली पुलिस में इंस्पेक्टर और भाई सब-इंस्पेक्टर हैं।
बातों ही बातों में, मोहित ने उससे उसका मोबाइल नंबर मांगा। उसने मना कर दिया, लेकिन अपनी इंस्टाग्राम आईडी दे दी। अब वे दोनों घंटों तक बातें करने लगे। धीरे-धीरे उनकी दोस्ती गहरी होती गई।
काजल ने मोहित को बताया कि उसका उन्नीसवां जन्मदिन आने वाला है। जब मोहित ने उसकी तारीख पूछी, तो उसने बिना झिझक बता दिया। जन्मदिन वाले दिन मोहित ने उसे ट्रीट के लिए मनाया। पहले तो काजल ने मना किया, लेकिन आखिरकार मान गई।
जब वे साथ में गए, तो मोहित ने बिल चुकाने के बाद उसे चॉकलेट और एक गुलाब का फूल दिया। काजल ने बिना कुछ कहे फूल ले लिया, जिससे मोहित को यह महसूस हुआ कि वह उसकी भावनाओं को समझने लगी है।
धीरे-धीरे, दोनों ने क्लास बंक करना शुरू कर दिया। वे कभी लाल किला घूमने जाते, तो कभी दिल्ली की अन्य जगहों पर। फरवरी का महीना आया, और वेलेंटाइन डे के दिन, मोहित ने काजल को मुगल गार्डन में प्रपोज कर दिया। काजल ने भी “हां” कह दिया।
अब उनकी बातचीत और भी गहरी हो गई। वे एक-दूसरे के साथ हर बात साझा करने लगे। उनकी कोचिंग खत्म होने में अब एक महीने का समय बचा था। इस दौरान, मोहित ने काजल से सेक्स के बारे में बातें शुरू कर दीं। काजल उन बातों में मजे लेती, लेकिन कभी भी कोई सीधा जवाब नहीं देती थी।
एक दिन, मोहित ने काजल से कहा, “चलो कहीं घूमने चलते हैं।” काजल ने तुरंत हां कर दी। मोहित ने पुराना किला जाने का प्लान बनाया, क्योंकि उसे पता था कि वहां गार्डन में कपल्स अक्सर बैठे रहते हैं।
वे दोनों गार्डन में एक पेड़ के नीचे बैठ गए। कुछ दूरी पर झाड़ियों से “उह… अहह… आराम से करो… दर्द हो रहा है!” जैसी आवाज़ें आ रही थीं। काजल वहां से जाने को कहने लगी, तो वे उठकर वहां से चले गए।
इसके बाद वे ऐसी जगह पहुंचे, जहां कोई नहीं था। मोहित ने उसे किस करना चाहा, लेकिन काजल ने मना कर दिया और कहा, “मैं ये सब नहीं करने वाली! ओके?” इतना कहकर वह वहां से जाने लगी। मोहित ने उसे जाने दिया और उससे बातें करना कम कर दिया।
अब काजल खुद ही मोहित से बातचीत शुरू करने की कोशिश करने लगी। धीरे-धीरे, वह समझ गई कि उसे मोहित को किस करने देना चाहिए था। अब वे दोनों फिर से सेक्स से जुड़ी बातें करने लगे। इस बार, काजल भी खुलकर मोहित का साथ देने लगी।
अब काजल ने मोहित को किस करने देना शुरू कर दिया। जब भी मौका मिलता, मोहित उसे जोर से किस करता। दोनों के बीच धीरे-धीरे आकर्षण और बढ़ता गया। आखिरकार, मोहित ने काजल को सेक्स के लिए मना लिया। पहले तो काजल ने इनकार किया, लेकिन मोहित ने उसे कसम देकर और समझाकर मना ही लिया।
काजल ने पूछा, “हम कहां जाएंगे?”
मोहित ने जवाब दिया, “मेरे दोस्त का फ्लैट है, हम वहां जाएंगे।”
मोहित ने उसी रात अपने दोस्त को फोन किया, और उसने सहमति दे दी। अगले दिन सुबह 9 बजे वे दोनों उसके फ्लैट पर पहुंचे। काजल उस दिन बेहद हॉट लग रही थी।
मोहित ने फ्लैट का दरवाजा खोला और काजल को अंदर बुलाकर बेड पर बैठाया। उसने उसे कोल्डड्रिंक दी। इसके बाद मोहित ने धीरे-से उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए। काजल ने भी उसका पूरा साथ दिया।
मोहित और काजल ने काफी देर तक एक-दूसरे को किस करना जारी रखा। मोहित ने धीरे-धीरे काजल की चूची को दबाया, तो काजल ने जोर से “आह” की आवाज निकाली और मोहित से लिपट गई। दोनों के बीच यह सिलसिला लगभग 10-15 मिनट तक चलता रहा।
इसके बाद, मोहित ने काजल की टीशर्ट निकाल दी। अब काजल सिर्फ अपनी लाल रंग की जालीदार ब्रा में थी। मोहित ने उसे छेड़ते हुए पूछा, “ये तो तुम्हारे पास नहीं थी?”
काजल ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, “कल ही खरीदी थी। मुझे पता था कि तुम कुछ प्लान कर रहे हो।”
इतना कहते ही काजल ने मोहित को फिर से किस करना शुरू कर दिया। मोहित उसकी चूची दबा रहा था, और काजल लगातार “उम्म्ह… अहह… हाय… ओह…” की आवाजें निकाल रही थी।
मोहित ने उसकी ब्रा निकाल दी और उसकी खूबसूरती पर जैसे खो गया। उसने काजल को जोर से किस करते हुए कहा, “इतने मस्त चूचे तो मैंने आज तक नहीं देखे।”
काजल ने तुरंत जवाब दिया, “ले ले मोहित… आज के बाद ये सब तेरा ही है। चूस इनको, जोर से चूस!”
मोहित ने उसकी बात मानी और उसे चूसने लगा। काजल की सिसकारियां और भी तेज हो गईं, “उम्म्ह… अहह… हाय… याह… अब नहीं रहा जा रहा… कुछ कर ना मोहित… मैं मर जाऊंगी।”
मोहित ने भी जवाब दिया, “आज तो मैं तुझे अपनी दुल्हन बनाकर ही चोदूंगा।”
काजल ने कहा, “जो भी करना है, जल्दी करो। अब मुझसे और सहा नहीं जा रहा।”
मोहित ने धीरे-धीरे काजल की जींस उतार दी। अब वह सिर्फ अपनी पैंटी में थी। उसने उसकी पैंटी पर उंगली फेरी, तो पाया कि वह पूरी तरह गीली हो चुकी थी। बिना देर किए, मोहित ने उसकी पैंटी भी उतार दी और उसकी चूत पर अपनी जीभ फेरने लगा।
काजल ने जोर-जोर से सिसकारियां लेना शुरू कर दिया, “उम्म्ह… अहह… हाय… याह… आह्ह… ओह्ह…” उसकी उंगलियां मोहित के सिर पर फिरने लगीं।
मोहित ने पांच मिनट तक उसकी चूत चाटी, और अब काजल का शरीर मोहित के सिर को और भी जोर से दबाने लगा। मोहित समझ गया कि वह झड़ने वाली है। उसने अपनी गति तेज कर दी, और काजल इतनी जोर से झड़ी कि मोहित का चेहरा उसके कामरस से भीग गया।
काजल थोड़ी शांत हुई, लेकिन मोहित ने उसे अपने लंड को चूसने के लिए कहा। काजल ने पहले मना कर दिया, लेकिन मोहित ने सोचा, “कोई बात नहीं, यह तो अब अपना ही माल है। जब मन करेगा, तब चुसवा लूंगा।”
इसके बाद, मोहित ने अपना लंड काजल की चूत पर रगड़ना शुरू किया। काजल फिर से गर्म होने लगी थी। मोहित ने काजल के कानों में धीरे से कहा, “थोड़ा दर्द होगा, संभाल लेना।”
काजल ने आंखों से सहमति दी।
मोहित ने पहला धक्का लगाया, लेकिन लंड फिसल गया। काजल हल्का मुस्कुरा दी। मोहित ने दूसरी बार प्रयास किया, तो उसका लंड सिर्फ टोपा तक अंदर गया। काजल दर्द से चीख पड़ी, “उम्म्ह… अहह… हाय… याह…” उसने कहा, “मुझे नहीं करना, इसे अभी बाहर निकाल लो।”
मोहित ने उसे प्यार से समझाया और किस किया, जिससे काजल नॉर्मल हो गई। अब मोहित ने एक और जोर का धक्का लगाया, और उसका आधा लंड अंदर चला गया। काजल की आंखों में आंसू आ गए, लेकिन मोहित ने उसे शांत किया और एक और धक्का मारा।
मोहित के अगले धक्के में उसका पूरा लंड काजल की चूत में चला गया। झिल्ली फट चुकी थी, और वहां से खून भी निकल रहा था। लेकिन मोहित ने काजल को खून के बारे में कुछ नहीं बताया। काजल दर्द के कारण रो रही थी, इसलिए मोहित ने वहीं रुककर उसे संभाला।
पांच मिनट बाद, जब काजल थोड़ी नॉर्मल हो गई, तो मोहित ने धीरे-धीरे आगे-पीछे होना शुरू किया। अब काजल भी उसका साथ देने लगी। मोहित ने जोर-जोर से उसकी चूत मरना शुरू कर दिया, और काजल सिसकारियां भरते हुए कहने लगी, “आह… ओह… और जोर से चोद… मेरे इस छेद को बहुत आग लगी हुई थी, जब से तुझे देखा था।”
मोहित ने उसे छेड़ते हुए पूछा, “तूने मुझे कब देखा?”
काजल ने जवाब दिया, “पहले मेरी आग बुझा, फिर सब बताऊंगी।”
मोहित ने और जोर-जोर से उसकी चूत मरनी शुरू कर दी। काजल भी अपनी गांड ऊपर उठाकर उसका पूरा साथ दे रही थी। वह अब तक दो बार झड़ चुकी थी, लेकिन मोहित का झड़ना अभी बाकी था।
लगभग 15 मिनट की धक्का-मुक्की के बाद, मोहित को महसूस हुआ कि वह भी झड़ने वाला है। उसने काजल से पूछा, “कहां?”
काजल ने तुरंत जवाब दिया, “अंदर।”
मोहित ने उसी पल उसके अंदर झड़ दिया। इसके बाद वह एक तरफ लेट गया। दोनों की सांसें तेज चल रही थीं, और दोनों पसीने में लथपथ थे।
मोहित ने काजल की तरफ देखा, तो उसके चेहरे पर संतुष्टि का भाव था। उसने मुस्कुराते हुए पूछा, “मज़ा आया?”
काजल ने मुस्कुराकर कहा, “आज से मैं तुम्हारी हूं। जब तुम कहोगे, हम मज़े किया करेंगे।”
उस दिन मोहित और काजल ने फ्लैट में दो बार सेक्स किया। पहली बार के बाद, मोहित ने उसे प्यार से किस किया और उसके कपड़े दिए। काजल बाथरूम में गई, खुद को थोड़ा ठीक-ठाक किया और फिर दोनों वापस तैयार होकर बाहर निकले।
काजल अपने घर चली गई, और मोहित अपने। लेकिन उनके बीच की नज़दीकियां और बढ़ गई थीं। मोहित और काजल अब नियमित रूप से एक-दूसरे से मिलते और साथ समय बिताते।
मोहित ने कई बार काजल के साथ सेक्स किया, और उनके बीच का रिश्ता और भी गहरा होता गया। लेकिन उनकी खुशी लंबे समय तक नहीं टिक सकी।
मोहित को बाद में पता चला कि काजल ने उससे अलग होने के दो महीने बाद शादी कर ली थी। यह खबर सुनकर मोहित को झटका लगा, लेकिन उसने काजल को कॉन्टैक्ट करने की कोशिश नहीं की। उसने इस बात को स्वीकार कर लिया कि उनकी कहानी वहीं खत्म हो चुकी थी।