दीदी की फ्रेश चूत के लिए बम्बू बना मेरा लंड 4

हेल्लो फ्रेंड्स, मैं रोहित आप सभी का फिर से स्वागत करता हूँ. आपने मेरी कहानी के पिछले भाग “दीदी की फ्रेश चूत के लिए बम्बू बना मेरा लंड 3” में आपने पढ़ा की दीदी और मै हम दोनो बुरी तरह से थक चुके थे। अब चूत मे से लंड निकालते ही दीदी बेड पर जा लेटी। अब मैं भी बेड पर आ गया और दीदी से लिपट गया। Didi Seyx Ass Fuck

“ओह्ह्ह् दीदी मज़ा आ गया। बहुत दिनों के बाद आपको बजाने का मौका मिला है।”

“हाँ यार मज़ा तो खूब दिया तूने। मेरी चूत भी तेरे लंड के लिए बहुत तड़प रही थी।”

“लेकिन चुदने के लिए आपकी हिम्मत नही हुई।”

“मम्मी का डर लगता है यार।”

“अब डर की वजह से आप कब तक लंड के लिए तरसती रहोगी?

“हाँ यार।”

अब मैं दीदी के बोबो पर टूट पड़ा और उन्हे मुँह मे दबाकर अच्छे से चूसने लगा। अब मैं दीदी के टाइट चुच्चो को सबड़ सबड कर चूसने लगा।

“उँह दीदी बहुत ही टेस्टी बोबे है तेरे आह्ह।”

मै जमकर दीदी के बोबो को चुस् रहा था। फ्रेश् बोबे चूसने मे कितना मज़ा आता है? ये मुझे फिर से महसूस हो रहा था। मुझे आज फिर से फ्रेश बोबे चूसने का मज़ा मिल रहा था। मै दीदी के टाइट बोबो को भीचकर चूस रहा था।

“ओह्ह्ह्ह् जीजू उन्ह अह्ह्ह।”

दीदी उसके खजाने को खुला छोड़ चुकी थी। मै जमकर दीदी के खजाने को लूट रहा था। दीदी के मस्त बोबो को चूसने मे मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। दीदी चुपचाप बोबे चुस्वा रही थी।

“ओह्ह्ह् रोहित सक्कक् वैरी फास्ट आह्हा उन्ह।”

मै जल्दी जल्दी दीदी के बोबो को चूसस रहा था। मै दीदी के बोबो के लिए भूखा शेर बन चुका था। दीदी भी अच्छी तरह बोबो को चुस्वा रही थी। मै रगड कर दीदी के बोबो का मज़ा ले रहा था।

“ओह्ह्ह्ह् रोहित आह्हा उँह।”

मस्त हिंदी सेक्स स्टोरी : 

फिर मैंने बहुत देर तक दीदी के बोबे चूसे। अब मैं वापस नीचे आ गया और दीदी की गांड के नीचे ताकिया लगा दिया। अब मैंने दीदी की टांगे खोल दी और उसकी चूत को चाटने लगा। दीदी अब शर्म से लाल पीली होने लगी।

मै दीदी की चूत को सबड़ सबड कर चुस् चाट रहा था। दीदी की चूत चाटने मे मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। आज दीदी की सबसे बेशकीमती चीज मेरे मुँह लग चुकी थी। अब धीरे धीरे गरिमा कासमसने लगी “ओह्ह्ह् आह्हा सिस उन्ह ओह्ह्ह् सिसस्।”

मै सकासक् दीदी की चूत चाट रहा था। बेड पर दीदी को नंगी करके उसकी चूत चाटने मे मुझे बहुत ज्यादा मज़ा मिल रहा था। दीदी उनकी चूत चुसाई से बुरी तरह से बौखला रही थी।

“ओह्ह्ह् आह्हा सिसस् उँह अब इतना मत तड़पा मुझे। आह्हा सिसस् उन्ह आह्हा।”

अब दीदी से रहा नही जा रहा था। तभी दीदी आतुर होकर मेरे बालों को नोचने लगी। मै उसकी चूत पर जमकर किस कर रहा था। अब दीदी को देखकर लग रहा था कि अब वो किसी भी टाइम झड़ सकती है। मै उसकी चूत के गुलाबी दाने को जमकर किस कर रहा था।

“ओह्ह्ह् सिसस् आह्हा उँह ओह्ह्ह् सिस्स्स उन्ह्ह्ह आराम से चाट मेरी चूत ओह्ह्ह सिस्सस।”

तभी दीदी बुरी तरह से अकड़ गई और उसकी चूत से लावा फुट पड़ा। अब दीदी ने मेरे मुँह को जोर से उनकी चूत पर दबा दिया।

“ओह्ह्ह् रोहित मर्र गईई। आह्हा।”

अब मै दीदी के नमकीन् लावे को चाटने लगा। आज मुझे दीदी का पानी पीने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा था। दीदी अब शर्म से लाल पीली होकर उनकी चूत का पानी मुझे पिला रही थी। मै भी मस्ती से दीदी की चूत का पानी पी रहा था।

“ओह्ह्ह्ह् रोहित आह्हा सिसस उन्ह।”

फिर मैंने थोड़ी देर मे ही दीदी की चूत को बुरी तरह से चाट दिया। चूत चाटने से गरिमा बुरी तरह से पानी पानी हो गई थी। अब मैंने दीदी की चूत मे लंड सेट् कर दिया और फिर से दीदी को बजाने की तैयारी करने लगा।

अब मैंने दीदी को बाँहों मे कस लिया और दे दना दन दीदी को बजाने लगा। अब मैं दीदी की चुत में गाँड़ हिला हिलाकर लण्ड पेल रहा था। अब दीदी की टांगे हवा में लहरा रही थी। वो मेरे लंड के झटको से करहा रही थी।

“आह्ह आह्ह आह्ह सिससस्स आह्ह आह्ह आह्ह सिसस्ससस्स आईईईई आईईईई ।फाकक्क मी रोहित।”

“येसस् आई फक्क यू। आह्हा।”

मैं दीदी के छेद में जमकर लण्ड पेल रहा था। दीदी का सेक्सी जिस्म के पसीने से अब मै भी गिला होने लगा था। दीदी अब मेरी पीठ को सहला रही थी। वो मुझे बाहों में भर रही थी।

“आहा ओह सिससस्स आह्ह सिसस्ससस्स ओह जीजू आहा सिससस्स आह्ह बससस्स ऐसे हो चोदो मुझे। आह्ह।”

“हाँ दीदी चोद् रहा हूँ।”

अब दीदी शर्म को ताक पर रखकर मस्ती से चुदने लगी थी। मेरा मोटा तगड़ा लंड दीदी की कसी हुई चूत को ढीला कर चुका था। मुझे दीदी को बजाने मे बहुत मज़ा आ रहा था।

“ओह्ह्ह्ह् रोहित आह्हा आह्हा बहुत अच्छा लग रहा है अब। आह्हा आह्हा।”

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मेरा लंड दीदी की जमकर खबर ले रहा था। तभी दीदी का पानी निकल गया। अब मेरा लंड दीदी के पानी मे कुद् रहा था। मेरा लंड फिर से दीदी के पानी मे लथपथ हो चुका था।

“आह्हा आह्हा आईई बहुत मज़ा आ रहा है रोहित आह्हा।”

“हाँ दीदी।”

अब मैने दीदी को अच्छी तरह से बजाकर उन्हे मेरे ऊपर ले लिया। अब दीदी ने तुरंत चूत मे लंड सेट् करने लगी। अब दीदी उछल उछल कर चुदने लगी।

“आह्हा ओह्म आहह आईई ओह्ह्।”

“ओह्ह्ह् दीदी ऐसे ही चुदो आह्हा मज़ा आ रहा है।”

“ओह्ह्ह् साले हरामी आह्ह आहहा ओह्ह्ह्।”

दीदी जोर जोर से झटके मार रही थी। दीदी को मेरे लंड की सवारी करने मे बहुत मज़ा आ रहा था। जोरदार झटको से दीदी की गेंदे उछल रही थी।”

“आह्हा आह्हा ओह्ह्ह् रोहित आह्हा बहुत मज़ा आ रहा है। आह्हा आह्हा।”

“जमकर मज़ा लो दीदी आह्हा आह्हा।”

“हाँ साले ले रही हूँ आह्हा।”

दीदी उछल उछल कर बुरी तरह से चुद् रही थी। ज़ोरदार झटकों से उनका चिकना जिस्म पसीने मे भीगने लगा था। तभी थोड़ी देर मे ही दीदी का पानी निकल गया।

“ओह्ह्हह मम्मी मर् गईई मैं तो।”

चुदाई की गरम देसी कहानी : 

तभी दीदी मुझसे लिपट गई। अब दीदी मेरे मुँह पर बैठ गई और चुत को रगडने लगी। मैं दीदी की चूत की खुशबू से पागल सा होने लगा। इधर दीदी को चुत रगडने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था।

“ओह सिससस्स आह्ह ओह सिससस्स ओह साले कमीने आहा बहुत आराम मिल रहा है। आह्ह।”

दीदी उनकी गरमा गरम गीली चुत को मेरे मुझे पर कसकर रगड़े जा रही थी।मैं भी दीदी की चूत को चाट रहा था। दीदी की गीली चूत चाटने में मुझे अलग ही मज़ा आ रहा था।

“ओह कमीने आह्ह बहुत मज़ा आ रहा है। आह्ह।”

अब मैंने दीदी को खींचकर नीचे पटक दिया और झट से दीदी की टाँगे खोल दी। अब मै दीदी की चूत में लण्ड पेलकर उन्हें फिर से बजाने लगा।

“आह्ह आह्ह आह्ह सिसस्ससस्स आह्ह ओह मम्मी। आह्ह आह्ह आह्ह।”

“ओह मेरी रानी आह्ह आज तो तेरी चूत की खैर नहीं।”

“ओह मेरे सैया। आह्ह पेल ले। आह्ह बहुत मज़ा आ रहा है।”

मैं दीदी की चूत में ताबड़तोड लण्ड पेल रहा था। मेरा लंड फूल स्पीड में दीदी की चूत में अंदर बहार हो रहा था। दीदी मेरे लण्ड की ताबड़तोड़ ठुकाई से बुरी तरह से पस्त हो रही थी।

“आईईईई आह्ह आहा आह्ह सिससस्स आह्ह ओह सिससस्स आह्ह ओह सिससस्स।”

“ओह मेरी रानी।”

अब मैनें दीदी की चुत में से लण्ड बाहर निकाला और फिर दीदी की टाँगे पकड़कर मैंने उन्हें बेड के किनारे खीच लिया। अब मै बेड से नीचे उतरकर दीदी की चूत में लण्ड सेट करने लगा।

“ओह साले आज तो तू मेरी जमकर लेगा।”

“हाँ दीदी।“

“थोड़ा मम्मी का ध्यान रखना।”

“हाँ आप उनकी चिंता मत करो।”

फिर मैंने दीदी की चुत में लण्ड पेल दिया और अब मैं दीदी को झमाझम चोदने लगा। मेरा लण्ड दीदी की चूत में अंदर बहार होने लगा। मैं खड़ा खड़ा दीदी की चूत की बखिया उदेड रहा था।दीदी दर्द से झल्ला रही थी। “आईईईईई आईईईईई ओह आह्ह सिससस्स आह्ह सिसस्ससस्स आह्ह ओह सिससस्स।”.

मैं दीदी की बुरी तरह से ठुकाई कर रहा था। मेरे लण्ड के झटकों से बेड चुड चुड करने लगा था। दीदी आधी बेड पर थी और आधी नीचे लटकी हुई थी। मै दीदी की चूत में ताबड़तोड़ लण्ड पेल रहा था। “आईईईईई सिससस्स आह्ह ओह सिससस्स आह्ह ओह सिससस्स आह्ह ओह।”

“ओह दीदी आह्ह बहुत मज़ा आ रहा है। आह्ह आह्ह।”

“हां मेरे सैया।”

मैं दीदी की चूत में गाँड़ हिला हिलाकर ज़ोर ज़ोर से लण्ड पेल रहा था। तभी दीदी की चूत में उबाल आ गया और दीदी का पानी निकल गया। अब मेरे लण्ड के झटकों से दीदी का पानी टकपने लगा। “आह्ह आह्ह सिससस्स आह्ह आह्ह ओह आईईईई आईईईईई आह्ह ओह।”

फिर मैंने दीदी को बहुत देर तक इसी तरह से बजाया। अब मैने दीदी की टाँगे पकड़ कर उन्हे नीचे खीच लिया और अब मैंने फिर से दीदी के गुलाबी होंठो पर हमला कर दिया। अब मैं फिर से दीदी के होठो को बुरी तरह से चूस रहा था। “Didi Seyx Ass Fuck”

दीदी के होठो को चूसते हुये मै उसकी मस्त सेक्सी गांड को सहला रहा था। दीदी की सेक्सी गांड सहलाने मे मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। तभी मैंने दीदी को दीवार से चिपका दिया और फिर उसके बोबो को चूसने लगा। “ओह्ह्ह् दीदी उँह बहुत टाइट है तेरे बोबे आह्हा।”

“खाजा मेरे बोबो को रोहित।”

“हाँ दीदी आज तो तेरे बोबो को खा ही जाऊंगा।”

मै जमकर दीदी के बोबो को चूस रहा था। गरिमा अब गर्म सी होकर कसमसाने लगी थी। मै जमकर दीदी के बोबो का मज़ा ले रहा था।” ओह्ह्ह् जीजू आह्हा सिसस उन्ह आह्हा।”

मै जमकर दीदी के बोबो को चूसे जा रहा था। दीदी के टाइट बोबे चूसने मे मुझे बहुत ही मज़ा आ रहा था। तभी मैंने दीदी के छेद मे उंगलिया पेल दी। अब दीदी दर्द से झटपटाने लगी। “ऊँह आह्हा आईई मम्मी आह्हा आईई। ओह्ह्ह्ह् रोहित धीरे,,,,, धीरे,, आह्हः आईई।”

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“बहुत आग लगी है साली तेरी चूत में। आज पूरी आग लगा दुंगा।”

“आईईईईई आईईईई बुझा दे साले कुत्ते।”

मै दीदी की गरम चूत मे जमकर खलबली मचा रहा था। मेरी ऊँगलिया दीदी की चूत मे थी और दीदी के बोबो को मै जमकर चूस रहा था। मुझे दीदी को पिघलाने मे बहुत मज़ा आ रहा था।

“ओह्ह्ह्ह् रोहित आहह ओह्ह्ह्ह् सिसस ऊँह आह्हा।”

मस्तराम की गन्दी चुदाई की कहानी : 

मुझे दीदी की चूत मे उंगली करने मे बहुत मज़ा आ रहा था। दीदी बुरी तरह से तड़प रही थी। मै उसकी चूत को अच्छी तरह से खोद रहा था। दीदी को कुछ समझ मे नही आ रहा था तभी दीदी का पानी निकल गया।

मेरी उंगलियाँ दीदी के पानी मे भीग गई। अब मेने दीदी को पलट दिया। अब दीदी की मस्त तड़कती भड़कती जवानी मेरे सामने थी। अब मैं पीछे से दीदी के होट सेक्सी जिस्म पर किस् करने लगा। तभी दीदी सिहराने लगी। “ओह्ह्ह् आहह उँह सियस्।”

मै दीदी की मस्त गजराइ पीठ पर जमकर किस कर रहा था। मेरे थूक से दीदी की पीठ गीली हो चुकी थी। मै दीदी के जिस्म पर जमकर किस कर रहा था। दीदी उनके जिस्म को समेट रही थी। अब मैं दीदी की मस्त बिंदास गांड को मसलने लगा। “Didi Seyx Ass Fuck”

“ओह्ह्ह् दीदी बहुत ही सेक्सी गांड है। आह्हा।”

दीदी के चुतडो को मस्लने मे मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। मै उनके चुतडो को अच्छी तरह से मसल् रहा था। फिर मै दीदी के चुतडो पर चपेड मारने लगा।

“ओह्ह्ह् दीदी क्या गांड है आपकी आह्हा।”

“आईई आईई ओह्ह्ह् सिसस्।”

“हाय क्या सेक्सी चूतड है आह्हा मज़ा आ गया। ऊँह।”

“आईई ओह्ह्ह् धीरे धीरे……. मार रोहित आह्हा आईई सिसस्।”

“मारने दो दीदी बहुत मज़ा आ रहा है। आह्हा।”

मै दीदी के मस्त चिकने चुतडो खूब चपेड् मार रहा था। दीदी दर्द से सिहर रही थी। मै उनकी सेक्सी गांड पर चपेड़ जमाए जा रहा था।

“आईई आईई उन्ह ओह्ह्ह् आईई।”

फिर मैंने दीदी की गांड पर खूब सारे चपेड् मारे। अब मैंने दीदी को मेरी तरफ घुमाया और उन्हे सोफे पर पटक दिया ।दीदी सोफे के अन्दर धंस चुकी थी। तभी मैने दीदी की टाँगे पकड़कर ऊपर कर दी। अब मेने दीदी की चूत में लण्ड रखा और फिर दीदी की टाँगे पकड़कर झमाझम आँटी को बजाने लगा। “Didi Seyx Ass Fuck”

“आह्ह आह्ह आह्ह सिससस्स आह्ह आह्ह। अ।”

“साली, सोफे पर बजाने में अलग ही मज़ा आता है।”

“हाँ कुत्ते बजा ले।”

मैं ज़ोर ज़ोर से दीदी की चूत मे लण्ड पेल रहा था। दीदी को सोफे पर पटककर चोदने में मुझे बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था। मेरा लण्ड दीदी की चूत में तगडी ठुकाई कर रहा था।

“आह्ह आह्ह ओह आह्ह ओह साले आह्ह आह्ह आहा।”

“आह्ह बहुत मज़ा आ रहा है साली।”

“हां साले कुत्ते।”

तभी धमाधम ठुकाई से दीदी का पानी निकल गया। अब मेरे लण्ड के झटकों से दीदी की चूत पानी नीचे टपकने लगा था। मै दीदी को मस्ती में डूबकर बजाये जा रहा था।

“आह्ह आह्ह सिसस्ससस्स आह्ह आह्ह आह्ह ओह सिससस्स।”

फिर मैंने बहुत देर तक दीदी को सोफे पर बजाया। अब मैने दीदी को सोफे पर से उठा दिया। अब मै सोफे पर बैठ गया और दीदी को मेरे लण्ड पर बैठने के लिए कहा।

“यार टाइम लग जाएगा।”

“अरे दीदी तुम डरो मत। कोई नही आयेगा।”

तभी दीदी डरती हुई मेरे लंड पर बैठ गई और उन्होंने चूत मे लण्ड सेट कर लिया। बस फिर क्या था! दीदी शुरू हो गई। अब दीदी ने मुझे बाहो में कास लिया और वो ज़ोर ज़ोर से झटके मार मारकर चुदने लगी। “आह्ह आह्ह सिससस्स आहा ओह ऊँह आह्ह बहुत मज़ा आ रहा है कुत्ते।”

“यही तो मज़ा मैं तुझे देना चाहता था मेरी रानी। अब जमकर मज़ा ले।”

“हां साले कमीने।”

दीदी झमाझम चूत में लण्ड ले रही थी। दीदी को उचक उचककर चुदने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था। दीदी के हर झटके के साथ उनके बोबे मुझसे टकरा रहे थे।

“आह्ह आह्ह ओह सिससस्स आह्ह ओह साले हारामी।”

तभी दीदी का पानी निकल गया और नसते नाबुत होकर मुझसे लिपट गई। अब मैंने दीदी को नीचे उतार लिया। अब मैंने दीदी से घोड़ी बनने के लिए कहा।

“यार रोहित मै घोड़ी नही बनूंगी।”

“अरे यार दीदी अब नखरे मत। करो। घोड़ी बनो जल्दी।”

“यार मै नही बनूंगी।”

“अरे दीदी जल्दी करो नही तो आपकी मम्मी आ जायेगी।”

तभी दीदी सोफे पर कोहनी टेककर घोड़ी बन गई।

“ले बन गई घोड़ी अब जल्दी से बजा ले।”

“हाँ दीदी।”

अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरीज : 

अब मैंने दीदी की गांड में लण्ड सेट किया और फिर से ज़ोरदार धक्का लगा दिया। मेरा लण्ड दीदी की गांड को फाड़ता हुआ पूरा का पूरा अंदर घुस गया। लंड गांड में घुसते ही दीदी बुरी तरह से चिल्ला पड़ी। ”आईईईईई मर गईईईई। आईईईईई आईईईई ओह रोहित मैं मर जाऊंगी। बहुत ज्यादा दर्द हो रहा है।आईईईईई आईईईई प्लीज बाहर निकाल ले तेरे लण्ड को।आईईईईई आईईईई।”

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“दीदी अब लंड बाहर नही निकलेगा।”

मेरे लंड के एक ही शॉट में दीदी की हालत खराब हो चुकी थी।तभी मैंने दीदी की गांड में से लंड बाहर निकाल लिया। दीदी ने चैन की साँस ली लेकिन तभी मैंने फिर से दीदी की गांड में लण्ड ठोक दिया। दीदी फिर से बुरी तरह से चिल्ला पड़ी।

“अआईईई अआईईई आईएईई मर गई।आह आहा आहा आईईईई आईईईई आह आह आईईईई।”

अब मैं दीदी की कमर पकड़कर उनकी कसी हुई गांड में फुल स्पीड में लण्ड ठोक रहा था। दीदी की गांड मारने में मुझे बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था। दीदी दर्द के मारे बहुत बुरी तरह से करहा रही थी। “आह आह आहा आईईईई आहा आह आईईईई मम्मी।आह आह मर गई।ओह रोहित।उन्ह आह आह आहा धीरे धीरे डॉलल्लल आह उन्ह आईईईई।”

“ओह्ह्ह् साली बहुत ही सेक्सी गांड है तेरी।”

“हाँ साले मार ले मेरी गांड।”

“हाँ साली खूब गांड चोदूंगा आज तेरी।”

“आह्हा आह्हा चोद ले साले हरामी।”

मेरा लंड लगातार दीदी की गांड में अंदर बाहर हो रहा था। दीदी सोफे को पकड़कर गांड मरवा रही थी। फिर थोड़ी देर की गांड ठुकाई के बाद दीदी की चूत में से गाढ़ा माल नीचे बहने लगा। दीदी फिर से झड़ चुकी थी। अब उनकी चीखे धीमी पड़ चुकी थी। “Didi Seyx Ass Fuck”

“उन्ह आह आह आह उन्ह आह आहा ओह रोहित बस आह आहा अब मत कर।”

“अभी कहाँ से बसस। अभी तो खूब बजाऊंगा आपकी गांड।”

“ओह्ह्ह् मम्मी आह्हा आह्हा उन्ह।”

मैं गांड हिला हिलाकर दीदी की गांड पेले जा रहा था।आज बहुत दिनों के बाद मेरे लंड को मौका मिल रहा था। फिर मैंने बहुत देर तक दीदी की गांड मारी। “Didi Seyx Ass Fuck”

“ओह्ह्ह् रोहित तूने तो मेरी हालत खराब कर दी।”

“वो तो करनी ही थी दीदी।”

अब दीदी थककर बेड पर जा पड़ी। अब मैं भी तुरंत बेड पर आ गया।अब मैंने फिर से दीदी की चूत मे लण्ड फंसा दिया। अब मे दीदी को बाहों मे कसकर फिर से बजाने लगा। “आह्हा आह्हा ओह्ह्ह् आईई। आह्हा।”

अब ज़ोरदार ठुकाई से दीदी पसीने से लथपथ होने लगी थी। मेरा लंड दीदी को पिघला रहा था। अब मैं भी दीदी को चोद चोदकर पसीने में भीग गया था। कूलर की हवा अब हम दोनो के कम पड़ने लगी थी। मै गांड़ हिला हिलाकर दीदी की चूत की बखिया उधेड़ रहा था। “Didi Seyx Ass Fuck”

“ओह्ह्ह् आह्हा आह्हा ऊँह सिसस आह्हा। अब जल्दी से निकाल दे रोहित।”

“रुको दीदी थोड़ी देर और चोदने दो।”

“नही रोहित बहुत देर हो गई अब। जल्दी से निकाल।”

“बसस थोड़ी देर और।”

मै दीदी को बजाए जा रहा था। दीदी को जल्दी लगी हुई थी लेकिन मै दीदी को इतनी जल्दी छोड़ने वाला नही था। मै उनकी जमकर चूत ले रहा था। तभी फिर से दीदी का पानी निकल गया।

“आह्हा अह्ह्ह ओह्ह्ह् सिसस आह्हा उँह आईई आईई।”

“मज़ा आ गया दीदी ओह्ह्ह्ह।”

“हां रोहित लेकिन अब जल्दी से निकाल दे।”

“हां दीदी बस निकाल ही रहा हूं।”

तभी मैंने दीदी की चूत को मेरे लन्ड के माल से भर दिया। दीदी ने झट से मुझे बाहों में कस लिया। भयंकर गर्मी में हम दोनो पसीने से लथपथ हो चुके थे।

“रोहित अब जल्दी से कपड़े पहन यार।”

“हां दीदी।”

अब दीदी ने फटाफट से चड्ढी पहन ली और पजामा टीशर्ट पहनकर तैयार हो गई। अब मैंने भी फटाफट से कपडे पहन लिए।

“दीदी आपकी मम्मी नही आई।”

“अच्छा हुआ नही आई। नही तो मुझे बहुत डर लग रहा था।”

“आपको तो हमेशा ही डर लगता है।”

“हाँ यार।”

“अब बोबे तो चुस्स लेने दो।”

“रहने दे तेरा फिर से मुझे चोदने का मूड बन जायेगा।”

“अरे मैं सिर्फ बोबे ही चूसूंगा।”

“नही यार। अब नही।”

“अरे चूसने दो दीदी। थोड़ा सा ही टाइम लगेगा।”

कामुकता हिंदी सेक्स स्टोरी : 

तभी मैने दीदी की टीशर्ट ऊपर करके उनके बोबो को निकाल लिया। दीदी की फिर से गांड फटने लगी।

“अरे यार…………..

अब मै दीदी के बोबो को जमकर चुसस रहा था। दीदी दीवार से सटी हुई थी। मै बुरी तरह से दीदी के बोबो को मुँह मे दबा रहा था। दीदी के मस्त बोबे मुझे गजब का मज़ा दे रहे थे। फिर मैंने थोड़ी देर मे ही दीदी के बोबे चूस डाले।

“अब तो पूरा मजा ले लिया है तूने।”

“हां दीदी।”

अब मै दीदी को बढ़िया तरीके से बजाकर मेरे रूम मे आ गया। आपको मेरी कहानी कैसी लगी बताए

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