कर्ज चुकाने भाभी बनी अरबों की रंडी

Desi bhabhi gangbang sex story – Arab big cock sex story – Bhabhi bani rakhail sex story: मेरा नाम पूनम है, दिल्ली की रहने वाली हूँ, उम्र 41 साल, शादीशुदा और एक 18 साल की बेटी की माँ। मेरा फिगर 36-26-38 है, गोरा रंग, भरी हुई चूचियाँ और इतनी बड़ी गाँड कि चलते वक्त दोनों चूतड़ अपने आप हिलते हैं। घर में सलवार-कमीज पहनती हूँ, लेकिन तंग वाली, जिससे मेरी गांड की शेप साफ दिखती है।

कॉलेज के दिनों से ही मेरी चूत का उद्घाटन हो चुका था, साढ़े अठारह की उम्र में ही सील टूट गई थी, उसके बाद 4-5 लड़कों ने मुझे खूब चोदा। सब मुझे सेक्सी सेक्सी बोलकर चिढ़ाते थे। शादी के बाद भी मैंने दो जवान लड़कों को अपने यार बनाया हुआ था, पति के लंड के साथ-साथ उनके लंड भी रोज चखती थी।

मेरे पति का पेपर का बिजनेस था, सब कुछ बहुत अच्छा चल रहा था, रोज रात को हम भरपूर चुदाई करते थे। लेकिन अचानक बिजनेस में भारी नुकसान हो गया, 30 लाख का घाटा और ऊपर से 50 लाख का कर्ज। पति उदास रहने लगे, मुझसे बात तक नहीं करते थे। एक हफ्ते तक लंड नहीं डाला, मेरी चूत तरस गई।

जब मैंने जोर डाला तो पता चला पूरा बिजनेस डूबने की कगार पर है। गहने बिके, गाड़ी बिकी, रिश्तेदारों ने मुँह फेर लिया। मेरे भाई ने बताया कि पास के सेठ दुबई से आए हैं, बहुत पैसे वाले हैं। हम तीनों उनके यहाँ गए। सेठ की नजर मेरी चूचियों पर ही अटक गई। पति से अकेले में कुछ बात हुई, फिर हम चले आए।

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घर आकर पता चला सेठ ने मुझे तीन महीने के लिए माँगा है, बदले में 50 लाख देगा। पहले तो पति ने मना किया, मुझे थप्पड़ तक मारे, लेकिन जब बेटी भूखी सो गई तो मैंने खुद कहा, मैं तैयार हूँ। पति ने रोते हुए सेठ को फोन किया। अगले दिन तीन लड़के आए, एक बैग में 50 लाख दिए और मुझे अपने साथ ले गए।

पहले दिन मुझे फाइव स्टार होटल में ठहराया गया। शाम को सेठ का आदमी आया और बोला, कल दुबई से पार्टी आ रही है, पहले उन्हें खुश करना होगा। मैंने हाँ कह दी।

अगले दिन सेठ के साथ चार-पाँच हट्टे-कट्टे अरब आए। मीटिंग खत्म हुई तो सेठ ने कहा, इन्हें अपने रूम में ले जाओ। मैं तंग कमीज़ और सलवार में थी। जैसे ही दरवाजा बंद हुआ, शाहिद ने पीछे से आकर मेरी चूचियों को जोर से दबाया, हसन ने गाँड मसलनी शुरू की, आदिल ने सलवार के ऊपर से ही चूत पर उँगलियाँ फेरना शुरू कर दिया।

तीनों मुझे अजनबी भाषा में कुछ बोल रहे थे, पर बार-बार “सेक्सी… सेक्सी…” बोल रहे थे। कपड़े उतारे, मैं पूरी नंगी बेड पर लेट गई। उनके लंड देखकर मेरी आँखें फटी की फटी रह गईं, 9-10 इंच लम्बे, मोटे, गोरे और लाल सुपारे।

शाहिद ने अपना लंड मेरे मुँह के पास लाकर हिलाया, मैंने झुककर मुँह में ले लिया, ग्ग्ग्ग… ग्ग्ग्ग… गी… गी… गों… गों… करके खूब चूसा। हसन और आदिल ने भी बारी-बारी मुँह चुदवाया। फिर हसन नीचे झुका और मेरी चूत चाटने लगा, जीभ अंदर तक डालकर आह्ह… इह्ह… ओह्ह… निकाल रहा था, मैं कूल्हे उठा-उठाकर चटवा रही थी।

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शाहिद मेरे मुँह में पूरा लंड ठूँस रहा था, मेरे गाल फूल गए, ग्ग्ग्ग… गों… गों… की आवाजें आ रही थीं। आदिल मेरी चूचियों को मसल-मसल कर लाल कर रहा था।

फिर मुझे कुतिया बनाया गया। शाहिद ने पीछे से अपना मोटा लंड एक झटके में चूत में पेल दिया, आह्ह्ह… ह्हीईई… मैं चीखी, लेकिन मजा इतना था कि कूल्हे अपने आप पीछे धकेलने लगी। हसन सामने लेट गया और मुँह में लंड दे दिया। आदिल मेरी गाँड में पहले दो उँगलियाँ डालकर खोलने लगा, फिर ढेर सारा तेल लगाकर अपना लंड गाँड में घुसेड़ दिया।

अब मेरी चूत और गाँड दोनों एक साथ भर गईं। शाहिद और आदिल जोर-जोर से धक्के मार रहे थे, हसन मुँह चोद रहा था। कमरे में सिर्फ चाप-चाप, थप-थप और मेरी दबी हुई ऊऊ… ऊईई… गूं… गूं… की आवाजें गूँज रही थीं।

20 मिनट बाद आदिल ने गाँड में झड़ गया, गर्म वीर्य अंदर तक महसूस हुआ। फिर शाहिद ने स्पीड बढ़ाई, दो मिनट में मेरी चूत में पिच-पिच करके झड़ गया, मैं भी दूसरी बार झड़ गई, पूरा बदन काँप रहा था। हसन ने मुझे सीधा किया और मिशनरी में चोदकर मेरी चूत में अपना माल डाल दिया।

तीनों के लंड फिर से खड़े हो गए। अब उन्हें पेशाब लगी। तीनों ने मुझे घुटनों पर बिठाया, मुँह खोलने को कहा। मैंने मना किया तो सेठ का नाम लेकर धमकाया। तीनों ने बारी-बारी मेरे मुँह में पेशाब की, गर्म नमकीन धार मेरे गले से नीचे उतरती गई, कुछ चूचियों पर बह गया।

उस दिन सात अरबों ने मुझे बारी-बारी और ग्रुप में चोदा। कभी दो लंड चूत-गाँड में, एक मुँह में, कभी तीनों एक साथ मुँह में ठूँसते। मैं चुद-चुद कर बेहाल हो गई थी, लेकिन पति और बेटी के लिए सब सहन कर रही थी।

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