भाभी बोलीं, मैं अभी तक कुँवारी हूँ, आराम से करना।

Virgin bhabhi fucked sex story – Devar bhabhi sex story: मैंने अपनी एक भाभी को अपनी चुदाई से पूरी तरह संतुष्ट कर दिया और उनकी दो साल की प्यास को एकदम बुझा दिया, वो दिखने में बिल्कुल सेक्सी माल थीं और मेरी नजरें उनके कर्वी जिस्म से हटने का नाम ही नहीं लेती थीं। पहली नजर में ही मैं उन्हें चोदने के सपने देखने लगा था। अब पहले अपना परिचय दे देता हूँ, घर में माँ, पापा, मैं और मेरी एक बहन थी, बहन की शादी हो चुकी है और अब सिर्फ हम तीनों रहते हैं।

दोस्तों मैं नीट का पेपर दे चुका था क्योंकि पढ़ाई में मैं काफी होशियार था और आगे की पढ़ाई के लिए गाँव छोड़कर शहर में परिवार के साथ रहने चला गया था, इसलिए गाँव आना-जाना बंद हो गया था। एक दिन मौसी का फोन आया और उन्होंने कहा कि बेटा तेरे भाई की शादी है, तुझे जरूर आना पड़ेगा। मैंने कहा ठीक है आ जाऊँगा लेकिन उस वक्त मेरे पेपर चल रहे थे, इसलिए पेपर छोड़कर नहीं जा सका।

फिर भाई की शादी के ठीक दो साल बाद मैं गाँव पहुँचा, वहाँ पहली बार भाभी और मौसी से मुलाकात हुई, मौसी ने मुझे खूब डाँटा और बोलीं कि तू शादी में क्यों नहीं आया। मैंने सॉरी कहा और बोला कि पहले भाभी को तो देख लूँ कि वो कैसी हैं, फिर उनसे मिलने गया तो वो घूँघट में बैठी थीं। घूँघट हटाकर देखा तो वो मुस्कुरा दीं, वाह क्या मस्त फिगर था उनका, उम्र करीब छब्बीस साल और फिगर 32-30-36 का, बिल्कुल माल लग रही थीं। उन्होंने कहा आओ देवर जी अब अच्छे से मिल लो और हँस पड़ीं।

मैंने भी मुस्कुराते हुए कहा कि हाँ अब बहुत अच्छे से मिलेंगे और वो फिर हँस दीं, हम दोनों हँसते-हँसते बातें करने लगे। वो चाय बनाकर लाईं और हमने चाय पी, ढेर सारी इधर-उधर की बातें की। बातों ही बातों में मैंने मजाक में कहा कि भाभी आप तो बहुत सुंदर हो, दिखने में भी मस्त माल हो, अब तक कहाँ छुपी थीं, काश पहले मिल जातीं। वो मेरी बात सुनकर हँस पड़ीं और बोलीं कि कोई बात नहीं देवर जी, अब तो थोड़ी मस्ती आपके साथ भी हो जाएगी।

मैंने कहा कि अब ले जाने से क्या फायदा, आप यहीं रहो और कुछ घंटे बातें करते-करते रात हो गई। बीच में मौसी से भी थोड़ी बात हुई और रात का खाना खाने के बाद सब सोने की तैयारी करने लगे। मैंने भाभी से पूछा कि भाई कहाँ हैं, तो वो थोड़ा उदास होकर बोलीं कि वो नौकरी के लिए शहर गए हैं और तीन-चार महीने में कुछ दिनों के लिए आते हैं। कुछ देर बाद मौसी अपने कमरे में सोने चली गईं और जाते वक्त भाभी से बोलीं कि लाला का पूरा ख्याल रखना।

इसे भी पढ़ें  पेलो मुझे मेरे राजा भैया

भाभी ने मुझे शादी की एल्बम दिखाई, हमें नींद नहीं आ रही थी और फिर वो चाय बनाकर लाईं, हम बातें करने लगे। भाभी मुझसे बोलीं कि देवर जी आप दिखने में बहुत अच्छे हो, शहर में तो दस-बीस गर्लफ्रेंड जरूर होंगी। मैंने मौके का फायदा उठाकर मुस्कुराते हुए कहा कि जब से तुम्हें देखा है, वो सब भूल गया हूँ। उन्होंने मुझे हल्का धक्का दिया और बोलीं कि चल हट बदमाश, मुझसे झूठ बोलता है। मैंने कहा सच में और वो इधर-उधर की बातें करने लगीं।

फिर वो पूछने लगीं कि शहर में तो बहुत मजा होता होगा और वो मेरे साथ बिस्तर पर लेटी हुई थीं, अब वो मुझसे ज्यादा चिपककर लेटी थीं, हमारे होंठ एक-दूसरे के बहुत पास थे, मुझे उनकी आँखों में शरारत दिख रही थी, शायद वो मुझसे कुछ चाहती थीं। मैं बरमूडा पहने था और वो मैक्सी में थीं। कुछ देर बाद भाभी की उभरी हुई छाती और उनकी बातें सुनकर मेरा छह इंच का लंड तंबू बना चुका था। फिर भाभी को नींद आने लगी और वो बोलीं कि मैं अब सोने जा रही हूँ।

मैंने कहा कि आप भी यहीं मेरे पास सो जाओ, वैसे भी आप वहाँ अकेले सोओगी, आज मेरे साथ सो जाओ। वो बोलीं कि हाँ ठीक है, मैं तुम्हारे पास ही सो जाती हूँ, वैसे भी अकेले में डर लगता है। दोस्तों मैंने बहुत दिनों से सेक्स नहीं किया था और भाभी के बूब्स देखकर मेरा लंड धीरे-धीरे झटके देने लगा था, मैं पूरी तरह जोश में आ चुका था। भाभी मेरे पास सो रही थीं और पता नहीं कब मेरा हाथ उनके बूब्स पर चलने लगा, मैं ऐसे ही सहलाने लगा।

मैंने भाभी को किस किया, लगता है वो गहरी नींद में थीं क्योंकि कोई हलचल नहीं हुई, इससे मेरी हिम्मत बढ़ी। फिर मैंने दोनों बूब्स एक-एक करके जोर से दबाए, उनके मुँह से सिसकियाँ निकलने लगीं, आहहह स्स्ईईईई और मैं समझ गया कि भाभी को मजा आ रहा है, वो नींद में नहीं बस नाटक कर रही हैं। मैंने जल्दी से दरवाजा अंदर से बंद किया और फिर उनके पास लेट गया, उनकी मैक्सी ऊपर की और गोरे पेट पर हाथ फेरने लगा, उन्हें गुदगुदी हो रही थी, वो बार-बार काँप रही थीं।

मैं उन्हें गरम करना चाहता था ताकि वो मेरे साथ चुदाई के लिए मान जाएँ, मैंने उनके तने हुए निप्पल्स को ब्रा के ऊपर से दबाया और बूब्स चूसने लगा, वो गरम होकर हल्की सिसकियाँ ले रही थीं, ऊओह्ह्ह सईईईईइ आआहहह। अब मैं उनकी गोरी पीठ पर हाथ घुमा रहा था जो बिल्कुल नंगी थी, वो कसमसा रही थीं। सही मौका देखकर मैंने ब्रा खोल दी और खींचकर अलग कर दी, उन्होंने कुछ नहीं कहा, मैंने देखा कि पेंटी भी नहीं पहनी थी, शायद वो खुद मुझसे चुदाई चाहती थीं। अब मैं उनकी हल्के बालों वाली प्यासी चूत को छूने लगा, चूत पर भूरे बाल थे, उभरी हुई लेकिन छूने पर बहुत गरम लगी।

इसे भी पढ़ें  सौतेली माँ की चुदाई का आनन्द-1

मैंने उनके पैरों से किस करना शुरू किया, धीरे-धीरे ऊपर बढ़ते हुए चूत तक पहुँचा और चूत को भी चूमा, नाभि और बूब्स भी चूमे। फिर उनके होंठ अपने होंठों से बंद कर दिए। अब मैंने महसूस किया कि वो मेरा साथ दे रही थीं, मैं जीभ उनके मुँह में डाल रहा था और वो चूस रही थीं। मैंने अपने सारे कपड़े उतार दिए और लंड उनके हाथ में दे दिया, पहले उन्होंने धीरे से पकड़ा लेकिन महसूस करके जोर से जकड़ लिया। हम 69 पोजीशन में आ गए, मैंने कान में धीरे से कहा कि भाभी मैं तुम्हारी चूत चूसता हूँ, तुम मेरा लंड चूसो, वो अभी भी नाटक कर रही थीं।

मैंने जबरदस्ती उनका मुँह खोला और लंड मुँह में डाल दिया, धीरे-धीरे आगे-पीछे करने लगा, कुछ देर बाद रुका तो वो खुद शुरू हो गईं, लंड को मुँह से अंदर-बाहर करने लगीं। वो मजे लेकर चूस रही थीं, उनकी गरम साँसों से लगा कि वो पूरी तरह गरम हो चुकी हैं। फिर मैं 69 में उनकी चूत चूसने लगा, चूत से पानी निकल रहा था, मैं लगातार चूसता रहा और उँगली भी डालने लगा। भाभी की चूत वर्जिन जैसी लग रही थी, शायद भाई ने सही से नहीं चोदा था, दो साल में बच्चा भी नहीं था, मेरी दो उँगलियाँ मुश्किल से जा रही थीं। उँगली डालते ही भाभी पागल हो गईं।

उन्होंने मेरा लंड पकड़ा, मुँह में लेकर चूसने लगीं और जोर-जोर से हिलाने लगीं, आधा लंड मुँह में समा रहा था, वो टट्टे खाने को मचल रही थीं। करीब पंद्रह मिनट बाद मैं उनके मुँह में झड़ गया लेकिन तब तक वो दो बार झड़ चुकी थीं। अब हम दोनों जाग चुके थे, भाभी मुझे गले से लगाए बैठी थीं, लंड सहला रही थीं और बोलीं कि तुम्हारे भाई का तो आधा भी नहीं है, तुम्हारी बीवी बहुत खुश रहेगी। फिर बोलीं कि देवर जी पूरे साल बाद आज पहली बार झड़ी हूँ, अब मेरी प्यास बुझा दो, मुझे और तड़पाओ मत, चोद दो, चूत शांत कर दो।

मैंने बिना देर किए लंड चुसवाया, वो अनुभवी रंडी की तरह चूस रही थीं। मैंने कहा भाभी आगे का काम करें और उन्हें लेटा दिया, पाँच मिनट चूत चाटी और गरम करने लगा। वो बोलीं कि देवर जी प्लीज अब डाल दो, बर्दाश्त नहीं हो रहा मेरे राजा। मैंने लंड चूत के मुँह पर रखा और जोरदार धक्का दिया लेकिन नहीं गया, भाभी कसमसा गईं। फिर धक्का दिया, फिर फिसला। भाभी बोलीं रुको और तेल की शीशी लाईं, मेरे लंड पर और अपनी चूत पर खूब तेल लगाया और बोलीं कि मैं अभी तक कुँवारी हूँ, आराम से करना।

इसे भी पढ़ें  शैतान बेटी के जाल में फंस गया बाप - भाग 2

मैंने धीरे से लंड मुँह पर रखकर धक्का दिया, चूत बहुत टाइट थी, लंड घिसता हुआ जा रहा था, भाभी जोर से चिल्लाईं लेकिन मैंने मुँह पर हाथ रख दिया और आधा लंड डाल दिया। दर्द से चूत से पेशाब निकल गया, शरीर काँपने लगा, वो छटपटाते हुए बोलीं अहह्ह्ह स्स्ईईईईईईइ मैं मर गई उफ्फ्फ्फ़ देवर जी बाहर निकालो। मैं रुककर किस करने लगा, जब ठीक हुईं तो धीरे-धीरे अंदर-बाहर करने लगा, आखिरी धक्का दिया और होंठ बंद कर लिए, वो रोने लगीं, मैं पाँच मिनट रुका।

भाभी का बुरा हाल था, बेड पर खून था क्योंकि आज उनकी सील टूटी थी। जब शांत हुईं तो मैं तेज-तेज धक्के देने लगा, वो चिल्ला रही थीं उफफ्फ्फ़ हाँ फाड़ दो उफ्फ्फफ्फ्फ़ मेरी चूत को हाँ और तेज चुदाई करो मेरे राजा, आज असली मर्द मिला है, तेरा भाई नपुंसक है, दो मिनट में झड़ जाता है, मुझे तेरे बच्चे की माँ बनना है, आज चोदकर बच्चा दे दो। मैं धक्के पर धक्के दे रहा था, चपचप की आवाजें आ रही थीं, पसीना छूट रहा था।

फिर पोजीशन बदली और उन्हें घोड़ी बनने को कहा, पीछे से लंड डाला, वो खुद हल्के धक्के लगा रही थीं, मैंने गोद में उठाकर भी चोदा, अब तक वो चार बार झड़ चुकी थीं, मैं भी झड़ने वाला था, पूछा कहाँ निकालूँ तो बोलीं आज चूत को वीर्य से भर दो, मैं तुम्हारे बच्चे की माँ बनना चाहती हूँ। कुछ देर बाद मैं चूत में झड़ गया, हम हाँफते हुए एक-दूसरे पर पड़े थे, भाभी प्यार भरी निगाहों से देख रही थीं और किस कर रही थीं। भाभी उठकर बोलीं कि तुम्हारे भाई को चोदना भी नहीं आता।

पूरे दो साल हो गए शादी को और मैं अब तक माँ नहीं बनी, उनकी चार इंच की लुल्ली है जो चूत में जाने से पहले झड़ जाती है, आज तक संतुष्ट नहीं किया लेकिन तुमने पूरी तरह कर दिया, मुझे तुमसे बच्चा चाहिए प्लीज। मैंने सांत्वना दी कि मैं हूँ ना, चिंता मत करो, जरूर बच्चा दूँगा। भाभी खुश हो गईं और बोलीं कि देवर जी जल्दी बच्चा चाहिए, अब इंतजार नहीं कर सकती। उसके बाद जब भी मौका मिला, एक महीने तक दिन-रात प्यासी भाभी को चोदा।

दोस्तों आपको ये कहानी मस्त लगी तो दोस्तों के साथ फेसबुक और व्हाट्सएप पर शेयर करें।

1 thought on “भाभी बोलीं, मैं अभी तक कुँवारी हूँ, आराम से करना।”

Leave a Comment