हेलो दोस्तों मेरा नाम रोहित है और मैं राजस्थान का निवासी हूँ और मैं राजस्थान के जयपुर शहर का रहने वाला हूँ। आज मैं आपको मेरी मौसी की लड़की की कहानी बताने जा रहा हूं जो मेरे साथ हुई सच्ची घटना के बारे में है। हम जयपुर में रहते हैं और वहीं पास में ही मेरी मौसी का घर है, मौसी जी के परिवार में मौसा जी का देहांत हो गया है। उनकी तीन लड़कियां हैं और मौसी की लड़कियों के नाम रेशमा, पूजा और सबसे छोटी वाली का नाम प्रिया है, यह कहानी प्रिया की है जो कि मेरे से तीन साल बड़ी है, मेरी उम्र अठारह की है और प्रिया की उम्र इक्कीस साल है और हम बचपन से ही एक दूसरे के अच्छे दोस्त थे और मैं बचपन से प्रिया को पसंद करता था। प्रिया मुझे बहुत अच्छी लगती थी और उससे बातें करना मुझे बहुत अच्छा लगता था, मैं स्कूल से आने के बाद किसी बहाने अपने मौसी के घर पर चला जाता था, वहां प्रिया से बातें करता था, उसके साथ काम करवाता था और भगवान से प्रार्थना करता था कि मैं प्रिया को दिल की बात कह सकूं। बचपन की पसंद कब प्यार में बदल गई पता ही नहीं चला, इधर मैं भी अठारह का हो गया। मेरी जवानी में भी आग लगने लगी और प्रिया भी अपनी जवानी का जलवा दिखा रही थी, प्रिया के वो मोटे मोटे बूब्स और वो मोटी गांड और वो संगमरमर जैसा गोरा बदन और उसके बदन से आती खुशबू मुझे पागल कर देती थी। मैं जब उसको देखता तो मेरा लंड खड़ा हो जाता था और मेरा प्यार कब उसकी चूत का प्यासा बन गया पता ही नहीं चला, अब तो बस मैं उसकी चूत के मजे लेना चाहता था और भगवान से दुआ करता था बस एक बार प्रिया की चूत के मजे दिला दे, ऐसे करते करते कई दिन बीत गए और एक दिन भगवान ने मेरी सुन ली।
उनके परिवार को कहीं जाना था सात दिन के लिए और वे प्रिया को भी साथ में लेकर जाना चाहते थे, पर प्रिया के एग्जाम नजदीक थे इसलिए प्रिया ने मना कर दिया और कहा मैं अपने एग्जाम की तैयारी करूंगी, अब मौसी जी प्रिया को घर में अकेला तो छोड़ नहीं सकते थे फिर उन्होंने मेरी मम्मी को फोन किया कि रोहित को सात दिन के लिए हमारे घर प्रिया के पास रहने के लिए भेज दो। मैं यह बात सुनकर बहुत ज्यादा खुश हुआ कि भगवान ने मेरी सुन ली, फिर मैं तैयार होकर स्कूल गया और स्कूल की छुट्टी होने के बाद सीधा अपनी मौसी जी के घर चला गया और वहीं प्रिया भी अपने कॉलेज से घर पर आ गई थी, प्रिया ने हम दोनों के लिए खाना बनाया। हम दोनों घर का काम करने लग गए और ऐसे करते करते आठ बज गए फिर प्रिया ने रात के लिए खाना बना लिया, फिर हम दोनों ने खाना खाकर टीवी देखा, जब प्रिया ने टीवी का रिमोट उठाकर फिल्म चालू की तो आगे एक रोमांटिक फिल्म चल रही थी। फिल्म में एक बहुत ज्यादा बोल्ड सीन आया क्योंकि ये हॉलीवुड मूवी थी तो मैंने अपनी आंखें बंद कर ली, पर प्रिया उस सीन को पूरे ध्यान से देख रही थी और उसके चेहरे पर हल्की सी मुस्कान थी, फिर मैं वहां से उठकर जाने लगा तो प्रिया ने मुझे पूछा कहां जा रहे हो, मैं बोला कि मैं पानी पीने जा रहा हूं, प्रिया कहती तुम बैठो मैं लेकर आ रही हूं, फिर मैं प्रिया से कहा कि यह फिल्म चेंज कर दो पर प्रिया कहती नहीं यही चलने दो। फिल्म देखते देखते दस बज गए और फिर हमें नींद आने लगी और हम सोने के लिए कमरे में चले गए और प्रिया ने भी मुझे कहा कि रोहित तुम मेरे पास ही सो जाओ क्योंकि हम घर में दोनों ही हैं।
मैं भी प्रिया के साथ एक ही बिस्तर में सो गया, रात के बारह बज गए थे और मुझे नींद नहीं आ रही थी फिर मैं प्रिया को उठाने की कोशिश की पर प्रिया नहीं उठी। मैंने आवाज लगाई और प्रिया ने कोई जवाब नहीं दिया तो मुझे लगा कि वह सो गई है पर मेरा मन मुझे सोने नहीं दे रहा था, जब प्रिया मेरी तरफ घूमी और उसने मेरे सीने पर अपना हाथ रख दिया तो मुझे भी बेचैनी होने लगी, अब मेरे से कंट्रोल नहीं हो रहा था पर डर भी लग रहा था अगर मैं कोई हरकत करता हूं और कल को प्रिया किसी को बता दे तो मुझे घर से मार पड़ेगी। मैंने हिम्मत से धीरे से प्रिया के सीने पर हाथ रख दिया पर मुझे डर भी लग रहा था कि प्रिया उठ न जाए, प्रिया दूसरी साइड चेहरा करके सो गई मुझे लगा कि वह अभी भी नींद में है और इसी का फायदा उठाकर मैं उसके शरीर को छूने लगा, पहले उसके कंधे को सहलाया फिर धीरे से उसकी कमर पर हाथ फेरा और कई हरकतें करने लगा, ऐसे करते करते मेरा मन भी खराब हो गया और मैं जब उसके नाइट सूट की डोरी खोलने लगा तो एकदम उठ गई और मैं डर कर आंखें बंद करके सो गया। फिर वो वहां से उठकर पास में रखे सोफे पर सो गई, ऐसे करते करते और मैं सुबह जब उठा तो प्रिया वहां नहीं थी, मैं अपने कमरे से धीरे धीरे बाहर आने लगा और मुझे डर भी लग रहा था कि मेरी जो रात वाली हरकत प्रिया किसी को बता न दे, फिर मैंने किचन में देखा कि प्रिया खाना बना रही थी।
प्रिया बोली उठ गया, मैं डर गया और बोला हां मैं उठ गया, फिर मैंने पूछा कि क्या हुआ रात को आप बेड से सोफे पर कैसे सो गए थे। प्रिया बोली देखो कैसे बच्चा बन रहा है, प्रिया बोली मुझे सब पता है जो तू रात को कर रहा था, मैं ये बात सुनकर सुन हो गया प्रिया हंसने लगी, मैंने प्रिया को अपनी बाहों में ले लिया और उसके होठों को चूसने लगा, पहले हल्के से होंठों को छुआ फिर जीभ से चाटा और गहराई से किस करने लगा, प्रिया भी मेरा साथ देने लगी और अपनी जीभ मेरे मुंह में डालकर खेलने लगी। प्रिया बोली मैं तो कब से ये चाहती थी, फिर मैंने प्रिया को अपनी गोद में उठाकर कमरे में ले गया और प्रिया को बेड पर लिटा दिया और मैं उसके ऊपर गिर गया और उसकी गर्दन को चूमने लगा, पहले कान के पीछे किस किया फिर गर्दन पर जीभ फेरते हुए नीचे सरका, फिर उसके होंठों को चूसा और लंबी किस की। फिर मैंने अपने लंड को बाहर निकाला और प्रिया के हाथ में दे दिया और प्रिया मेरे लंड को हिलाने लगी, पहले धीरे धीरे ऊपर नीचे की फिर तेज करके मुठ्ठी मारने लगी, मेरा भी लंड कड़क हो गया, मैंने प्रिया की कमीज को उतारा और उसके नंगे बूब्स को मसलने लगा, दोनों हाथों से दबाया फिर निप्पल को उंगली से चुटकी ली, फिर मैंने प्रिया के एक बूब्स को अपने मुंह में ले लिया और उसकी निप्पल को चूसने लगा, जीभ से घुमाया और हल्के से काटा, मुझे बहुत मजा आ रहा था फिर मैंने एक हाथ से प्रिया के दूसरे बूब्स को पकड़ा और दबाने लगा।
प्रिया बोली थोड़ा धीरे दबाओ मुझे दर्द हो रहा है, फिर मैंने उसकी लेगिंग को उतार दिया, उसने लाल रंग की पेंटी पहन रखी थी, मैं अपने हाथ से पेंटी के ऊपर से उसकी चूत को रगड़ने लगा, पहले क्लिट पर उंगली घुमाई फिर अंदर की तरफ दबाया, प्रिया आह्ह्ह्ह आया आह्ह्ह्ह जैसी आवाजें निकाल रही थी और अपनी कमर उचकाने लगी। मैंने उसकी पेंटी को उतारा और उसकी चूत पर थूक लगाई, उंगली से फैलाया और चूत के होंठ अलग करके देखा कितनी गुलाबी और टाइट है, फिर अपने लंड को हाथ में पकड़ा उसकी चूत पर रख दिया और एक जोर से झटका मारा और मेरा सारा लंड उसकी चूत के अंदर चला गया और वो जोर जोर से चिल्लाने लगी, प्रिया बोल रही थी प्लीज बाहर निकाल बहुत दर्द हो रहा आह्ह्ह आया आआ मर गयी मम्मी फट गयी चूत मेरी प्लीज रोहित बाहर निकाल ले जान जा रही है, मैंने रुका और धीरे धीरे अंदर बाहर करने लगा, पहले हल्के स्ट्रोक्स फिर गहराई तक, अब उसे भी मजे आने लगे बोली जोर जोर से पेल मुझे, मैंने स्पीड बढ़ाई और थप थप की आवाज आने लगी, चूत से चप चप साउंड हो रहा था, प्रिया की चूत पूरी गीली हो गई थी। फिर मैंने उसे घोड़ी बनाया, प्रिया घुटनों पर आई और गांड ऊपर की, मैंने पीछे से लंड डाला और गांड पकड़कर जोर जोर से थोकने लगा, हर धक्के से उसके बूब्स हिल रहे थे, प्रिया चादर पकड़कर चीख रही थी आआह्ह उउफ्फ हां और जोर से, मैंने उसके बाल पकड़े और पीछे खींचा, फिर पैर उठाकर मिशनरी में लाया और लंड अंदर डालकर पैर कंधे पर रखे थोकता रहा, प्रिया की आंखें बंद थी और मुंह से ओओह्ह आआह्ह निकल रहा था, ऐसे करते करते मैंने सारा दिन उसकी चूत के मजे लिए, कभी 69 में मुंह में लंड दिया और उसकी चूत चाटी, कभी लपेटकर चूमा और हमे अब कभी भी मन करता है तो मैं प्रिया को घोड़ी बनाकर चोद देता।