Bhabhi secret affair sex story: दोस्तों मेरा नाम रेवती है और मैं दिल्ली में रहती हूँ, आज मैं आपको अपनी वो सच्ची कहानी सुनाने जा रही हूँ जो मेरी ज़िन्दगी का सबसे हॉट राज़ बन चुकी है, मुझे पूरा यकीन है कि ये सुनकर आपका लंड खड़ा हो जाएगा या आपकी बुर गीली हो जाएगी। मैं आज सच-सच बता रही हूँ कि आखिर क्या हुआ था जिसकी वजह से मैं अपने पति को छोड़कर किसी और से चुदवाने लगी।
दोस्तों ज़िन्दगी में कई बार कुछ गलत करना पड़ जाता है, लोग बाहर से देखकर कहते हैं कि फलानी गलत कर रही है लेकिन वो अंदर की मजबूरी नहीं समझते, वो नहीं जानते कि आखिर ऐसा क्या हुआ था जिसने मुझे इस राह पर ला दिया।
मेरा पति कर्ज के बोझ तले दबा हुआ है और इसी वजह से वो रात को खूब दारू पीता है, इससे मेरी सेक्स लाइफ पूरी तरह बर्बाद हो गई है, पहले भी वो मुझे कभी ठीक से चोद नहीं पाया और ना ही कभी संतुष्ट कर पाया, मैं हमेशा चुदाई के मामले में प्यासी ही रही हूँ। अब आप खुद बताओ कि कोई औरत कितने दिन तक बिना चुदाई के रह सकती है, वासना की आग को बुझाने के लिए भी तो कोई मजबूत लंड चाहिए ना।
दोस्तों मेरी उम्र अभी 28 साल है और कोई बच्चा भी नहीं हुआ, होगा कैसे जब चुदाई ही नहीं होती तो मैं अकेले कैसे माँ बन जाऊँ, माफ करना कभी-कभी गुस्सा आ जाता है जब लोग पूछते हैं कि कब माँ बनोगी, मैं क्या करूँ। अब सहा नहीं जा रहा था इसलिए मैं एक ऑफिस में काम करने लगी, मुझे वो जॉब नीचे फ्लोर में रहने वाले रोशन भैया ने ही दिलवाई थी, पति को भी कोई दिक्कत नहीं क्योंकि कर्जे की वजह से उसकी गांड फटी पड़ी है।
दोस्तों रोशन भैया तलाकशुदा हैं और अकेले रहते हैं, उनके साथ मुझे दिन में समय बिताने का मौका मिलने लगा, कई बार मैं उनके साथ जाती हूँ और साथ आती हूँ लेकिन घर से थोड़ा दूर ही उतर जाती हूँ ताकि पति को शक ना हो और लोग बुरा ना मानें कि मैं किसी गैर मर्द के साथ घूम रही हूँ। मैंने अपनी सारी बातें रोशन भैया के साथ शेयर की तो वो मुझे बहुत मदद करने लगे।
कुछ दिनों बाद मैंने अपनी पर्सनल लाइफ की बातें भी बताईं तो वो और ज्यादा मेहरबान हो गए, धीरे-धीरे मैं उनके करीब खिंचती गई और हमारा संपर्क बढ़ता गया, फिर एक दिन रोशन भैया ने कहा कि तुम चाहो तो रात में नीचे आ सकती हो, वो अकेले रहते हैं इसलिए कोई दिक्कत नहीं।
मैंने कहा ठीक है देखती हूँ, दोस्तों मैं ऐसा कोई कदम नहीं उठाना चाहती थी जिससे पति को पता चल जाए और मेरी बदनामी हो जाए।
फिर एक रात की बात है, पति दारू पी रहे थे, मैं भी उनके साथ बैठी और खुद पेग बनाकर पिलाती रही, वो इतना पी लिए कि बेहोश हो गए, मैं बड़ी मुश्किल से उन्हें बेड पर लिटाया और सुला दिया, वो तुरंत गहरी नींद में चले गए। मैं फटाफट अपने कपड़े बदले, लाल लिपस्टिक लगाई, बाल झाड़े, डियो छिड़का और नीचे रोशन भैया के दरवाजे पर खटखटाई, वो दरवाजा खोलते ही मुझे देखकर ऐसे खुश हुए जैसे लॉटरी लग गई हो। मुझे उनका वो रिएक्शन बहुत अच्छा लगा, मैं उनके गले लग गई और अपने होठ उनके होठ पर रख दिए, वो भी मुझे चूमते हुए दरवाजा अच्छे से बंद कर अंदर ले गए और मुझे गोद में उठाकर बेडरूम की ओर चल पड़े, मैं पूरी तरह मचल रही थी।
बेड पर पहुंचते ही हम दोनों ने अपने कपड़े उतारने शुरू कर दिए, पहले मैंने अपनी साड़ी खोली फिर ब्लाउज, ब्रा, पेटीकोट और अंत में पैंटी, रोशन भैया ने शर्ट-पैंट उतारी और अंडरवियर भी, उनका मोटा लंड देखकर मेरी बुर में सनसनी दौड़ गई। वो मेरे होठ चूसने लगे, जीभ अंदर डालकर चूम रहे थे, फिर धीरे से नीचे सरके और मेरी चूचियों के पास आए, दो उँगलियों से मेरे निप्पल मसलने लगे, मैं कामुक होकर सिसकारी लेने लगी क्योंकि किसी भी औरत के निप्पल ऐसे मसले जाएं तो वो चुदाई के लिए पागल हो जाती है।
फिर वो मेरे 34 साइज के गोल बूब्स को हौले-हौले दबाने लगे, मेरे छोटे-छोटे निप्पल मेरे गोरे बदन पर और सेक्सी लग रहे थे, मैं 5 फुट 7 इंच लंबी हूँ, वजन 60 किलो है, गांड चौड़ी और कमर पतली है। रोशन भैया और नीचे सरके, मेरे दोनों पैर अलग-अलग किए और जीभ से मेरी बुर पर हलचल करने लगे, मैं पागल हो गई, गजब का एहसास था, उनकी जीभ मेरी क्लिट पर घूम रही थी, मैंने उनके सिर को दबाया और कमर उचकाने लगी। फिर उन्होंने दो उँगलियाँ मेरी बुर में डालीं और अंदर-बाहर करने लगे, मेरी बुर पूरी गीली हो चुकी थी, निप्पल टाइट हो गए थे, मैं सिसकारियाँ ले रही थी, बोली रोशन मैं बहुत सेक्सी हो गई हूँ अब मुझे चोदो देर मत करो।
वो मेरी बात मानते हुए अपना मोटा लौड़ा मेरी बुर पर रखा और जोर से घुसा दिया, वो मेरे ऊपर थे मैं नीचे, ऊपर से धक्के मार रहे थे, उनका लौड़ा मेरी बुर में पूरा समा रहा था, मैं नीचे से कमर उचकाकर धक्के ले रही थी, मेरा मुँह खुला का खुला रह गया क्योंकि उनका लौड़ा बहुत मोटा था और चोदने का तरीका कमाल का था, थप-थप की आवाज़ आ रही थी, मेरी बुर से चप-चप पानी निकल रहा था। मैं मजे लेने लगी, फिर हम 69 पोजीशन में आ गए, वो मेरी बुर चाट रहे थे मैं उनका लौड़ा मुँह में लेकर चूस रही थी, करीब 10 मिनट तक एक-दूसरे को खुश करते रहे, उनकी जीभ मेरी बुर में गहरे घुस रही थी, मैं उनके लौड़े को गले तक ले रही थी।
फिर वो मुझे घोड़ी बना दिया, मेरी गांड ऊपर की और मेरी बुर में पीछे से लौड़ा घुसाने लगे, अपने हाथों से मेरी चूचियाँ मसल रहे थे, जब धक्के मारते तो मैं हिल जाती थी, मैं भी पीछे से कमर हिलाकर पूरा लौड़ा अंदर ले रही थी, मेरी गांड पर थप्पड़ मार रहे थे, मैं चीख रही थी आह्ह्ह.. हाँ.. उफ्फ.. और ज़ोर से। फिर मैं ऊपर चढ़ गई वो नीचे, उनका लौड़ा मेरी बुर में था, मैं ऊपर-नीचे हो रही थी, धीरे-धीरे फिर तेज़-तेज़ चुदने लगी, मेरे बूब्स उछल रहे थे, वो मेरी गांड दबा रहे थे।
दोस्तों वो शनिवार की रात थी, रोशन भैया ने मुझे सुबह चार बजे तक खूब चोदा, मैं पहली बार चुदाई में पूरी तरह खुश हुई। जब मैं घर लौटी तो मेरा हरामी पति गांड फाड़कर सो रहा था, दोस्तों ऐसा किसी पत्नी के साथ नहीं होना चाहिए कि उसे कहीं और से चुदवाकर आना पड़े क्योंकि उसका पति उसे चोद नहीं सकता।