Masoom ladki ki chudai – Dost ki behen ki chudai: मेरा नाम निखिल गोयल है। मैं जयपुर में रहता हूँ, उम्र 26 साल, कद 5 फीट 11 इंच, रंग गोरा, और जिम की मेहनत से बदन कसा हुआ। चेहरा साफ, हल्की दाढ़ी, और आँखों में एक चमक जो लड़कियों को अक्सर पसंद आती है। मैं फ्रीलांस ग्राफिक डिज़ाइनर हूँ, दिन में मस्ती, रात में काम, और दोस्तों के साथ बीयर और गेम्स का मज़ा। मेरी ज़िंदगी में असली मज़ा तब आया जब मेरे दोस्त की बहन, रिया, मेरी ज़िंदगी में आई। रिया, 22 साल की, 5 फीट 4 इंच, पतली कमर, भरे हुए उरोज जो टाइट टॉप में उभर कर सामने आते थे, और एक ऐसी गांड जो जीन्स में कयामत ढाती थी। उसका रंग हल्का गेहुआँ, लंबे काले बाल जो कमर तक लहराते, और होंठ गुलाबी, जो हर बार मुस्कुराने पर दिल चुरा लेते। उसकी आँखों में मासूमियत थी, लेकिन बातों में चंचलता जो किसी को भी दीवाना बना दे।
ये कहानी कुछ महीने पुरानी है। मेरा दोस्त वीर, 27 साल का, मुझसे एक इंच छोटा, लेकिन मस्तमौला। रंग थोड़ा साँवला, मज़बूत कद-काठी, और हमेशा हँसी-मज़ाक में डूबा रहता। हम दोनों जयपुर के वैशाली नगर में एक फ्लैट शेयर करते हैं। दिन में गेम्स, रात में बीयर, और कभी-कभी बाहर की सैर। एक दिन वीर ने मुझे अपने घर बुलाया। उसका घर जयपुर के बाहर, मालवीय नगर की एक पॉश कॉलोनी में था। मैं बाइक पर सवार होकर, नीली जीन्स और काली टी-शर्ट में, उसके घर पहुँचा। घर में घुसते ही वीर ने मुझे गले लगाया और हम लिविंग रूम में प्ले स्टेशन पर गेम खेलने बैठ गए।
घंटा बीता होगा कि तभी कमरे में एक लड़की आई। उसे देखते ही मेरा दिल धक-धक करने लगा। उसने टाइट नीली जीन्स और सफेद क्रॉप टॉप पहना था, जो उसकी पतली कमर और भरे हुए उरोज को उभार रहा था। उसकी ब्रा की लाइनिंग टॉप के ऊपर से साफ दिख रही थी, और जीन्स में उसकी गोल-मटोल गांड इतनी टाइट थी कि हर कदम पर लचक रही थी। वीर ने हँसते हुए कहा, “ये रिया, मेरी छोटी बहन।” मैं तो बस उसे देखता रह गया। मन में एक ही ख्याल, “उफ्फ, इसकी गांड और चूचे तो कमाल हैं।” लेकिन मैंने खुद को संभाला और बस “हाय” कहकर मुस्कुराया। रिया ने भी हल्की सी स्माइल दी और किचन की तरफ चली गई।
उस दिन के बाद रिया मेरे दिमाग में बस गई। रात को सो नहीं पाता था, बस उसकी जीन्स में लचकती गांड और टॉप में उभरे चूचे याद आते। मैं हर रात उसकी तस्वीर सोचकर मुठ मारता। कुछ दिन बाद, एक रात फेसबुक स्क्रॉल करते वक्त रिया का प्रोफाइल सजेशन में दिखा। मैंने तुरंत फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज दी। अगले दिन सुबह उसने रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर ली। मैंने खुशी से उछलते हुए उसे “हाय” मैसेज किया। उसने जवाब दिया, और हमारी बातें शुरू हो गईं। शुरू में बातें नॉर्मल थीं—कॉलेज, म्यूज़िक, मूवीज़। लेकिन रिया की चंचल बातें और हँसी मुझे और खींच रही थी।
एक दिन उसने मैसेज किया, “प्लीज़, मेरे भैया को मत बताना कि हम बात कर रहे हैं। वो बहुत सख्त है, हमारी बात बंद हो जाएगी।” मैंने हँसते हुए लिखा, “ठीक है, ये हमारा सीक्रेट है।” उसने एक विंक इमोजी भेजी, और मेरे दिल में आग लग गई। कुछ दिन बाद, मैंने हिम्मत जुटाकर कहा, “यार, चलो कोई मूवी देखने चलते हैं।” उसने थोड़ा सोचकर कहा, “हम्म, ठीक है।” हमने थाणे के विवियाना मॉल में मूवी देखने का प्लान बनाया। उस वक्त ‘हेट स्टोरी 3’ लगी थी। मैंने जानबूझकर कहा, “चलो, ये देखते हैं।” उसने हल्का सा हिचकते हुए कहा, “ठीक है।”
मूवी वाले दिन रिया ने काली टाइट जीन्स और लाल ऑफ-शोल्डर टॉप पहना था। टॉप इतना टाइट था कि उसकी ब्रा की लाइनिंग साफ दिख रही थी, और जीन्स में उसकी गांड इतनी उभरी थी कि हर कदम पर लचक रही थी। मैंने कॉर्नर की सीट्स बुक की थीं। मूवी शुरू हुई, और जैसे-जैसे हॉट सीन आए, मेरा लंड टाइट होने लगा। रिया थोड़ी असहज दिखी। मैंने मासूम बनते हुए कहा, “सॉरी यार, मुझे नहीं पता था ये इतनी एडल्ट मूवी है। चलो, दूसरी देखते हैं।” उसने मेरा हाथ पकड़ा और धीरे से कहा, “नहीं, ये ठीक है। यहीं देख लेते हैं।” उसका हाथ मेरे हाथ में था, और मेरी धड़कनें तेज़ हो गईं।
मैंने धीरे-धीरे उसका हाथ दबाना शुरू किया। वो कुछ नहीं बोली, बस मूवी देखती रही। मैंने हिम्मत बढ़ाई और उसकी उंगलियों को सहलाने लगा। उसने हल्का सा मुस्कुराया, लेकिन हाथ नहीं हटाया। मूवी में एक हॉट सीन आया, और मैंने धीरे से उसकी जांघ पर हाथ रखा। उसने मेरी तरफ देखा, लेकिन कुछ नहीं कहा। मैंने सोचा, शायद उसे बुरा लग रहा है। मैंने हाथ हटा लिया। मूवी खत्म हुई, और हम मॉल के फूड कोर्ट में मैकडॉनल्ड्स गए। वहाँ बर्गर खाते वक्त हमने नॉर्मल बातें कीं, लेकिन मेरे दिमाग में बस उसकी टाइट जीन्स और लाल टॉप की इमेज घूम रही थी।
उसे घर ड्रॉप करते वक्त मैंने हिम्मत जुटाकर कहा, “रिया, मुझे तुमसे कुछ कहना है।” उसने कहा, “हम्म, बोलो।” मैंने कहा, “मुझे तुमसे प्यार हो गया है।” वो चुप रही। पूरा रास्ता वो कुछ नहीं बोली, और मैं भी खामोश रहा। घर पहुँचकर मैंने बाइक रोकी, और वो बिना कुछ कहे अंदर चली गई। उस रात मैं उदास हो गया। अगले दो-तीन दिन उसका कोई मैसेज नहीं आया। मैंने कई बार मैसेज किए, लेकिन वो ऑनलाइन ही नहीं आई। मैं परेशान हो गया। फिर चौथे दिन उसका “हाय” का मैसेज आया। मैंने गुस्से में लिखा, “कहाँ थी इतने दिन?” उसने जवाब दिया, “बस, मूड नहीं था।” मैंने गुस्से में कहा, “ठीक है, फाइन।”
उसने हँसते हुए लिखा, “अरे, गुस्सा मत हो। मैं जानबूझकर ऑनलाइन नहीं आई। मैं तुम्हें तड़पाना चाहती थी। वैसे, तुमने प्रपोज़ किया था, जवाब नहीं चाहिए?” मैंने रूखेपन से कहा, “तुम नहीं बोलने वाली, मुझे पता है।” उसने लिखा, “आई लव यू टू।” ये पढ़ते ही मैं पागल हो गया। उसने किस और हार्ट इमोजी भेजे, और मैंने भी ढेर सारे इमोजी भेज दिए। उस रात हमारी बातें रुक ही नहीं रही थीं। मेरा दिमाग अब डर्टी मोड में चला गया। मैंने पूछा, “अच्छा, तुमने क्या पहना है?” उसने जवाब दिया, “नाइटी।” मैंने मज़ाक में कहा, “मैं आ जाऊँ?” उसने हँसते हुए लिखा, “हम्म, आ जाओ। वैसे आकर करोगे क्या?” मैंने कहा, “वो ही जो करना चाहिए।”
बातें अब गर्म होने लगीं। उसने लिखा, “प्लीज़ वीर, मेरे पास आ जाओ। मुझे तुम चाहिए।” मैं समझ गया कि वो अब चुदने को तैयार है। मैंने कहा, “कल मेरे घर पर कोई नहीं होगा। तुम कोई बहाना बनाकर आ जाओ।” उसने कहा, “ठीक है, मैं सुबह 10 बजे आऊँगी।”
अगली सुबह मैंने फ्लैट को साफ किया, बेडशीट बदली, और एक हल्की खुशबू वाली मोमबत्ती जलाई। ठीक 10 बजे डोरबेल बजी। मैंने दरवाज़ा खोला तो रिया सामने थी। उसने नीली स्कर्ट और काला स्लीवलेस टॉप पहना था। स्कर्ट घुटनों तक थी, और टॉप इतना टाइट कि उसकी ब्रा की स्ट्रैप्स साफ दिख रही थीं। उसकी गोरी जांघें स्कर्ट से झाँक रही थीं। मैंने उसे अंदर बुलाया और दरवाज़ा बंद किया। वो अंदर आते ही मुझसे लिपट गई और पागलों की तरह मुझे किस करने लगी। उसके गुलाबी होंठ मेरे होंठों पर थे, और उसकी जीभ मेरे मुँह में घूम रही थी। मैंने भी उसे कसकर पकड़ा और उसकी कमर को सहलाने लगा। उसकी स्कर्ट के ऊपर से उसकी गांड की गोलाई मेरे हाथों में महसूस हो रही थी।
उसने मेरी काली टी-शर्ट खींचकर उतार दी और बोली, “उफ्फ, मैं उस दिन मूवी के बाद से इसका इंतज़ार कर रही थी। मुझे लगा था तुम कार में ही मुझे चोद दोगे।” मैंने हँसते हुए कहा, “अरे, तुझे इतनी जल्दी थोड़े ना छूता। अब तुझे पूरा मज़ा दूँगा।” मैंने उसका टॉप ऊपर खींचा। उसने काली लेस वाली ब्रा पहनी थी, जिसमें उसके 34C के चूचे कसकर भरे थे। मैंने ब्रा के ऊपर से ही उसके चूचों को दबाया। उसके निपल्स सख्त हो गए थे, जो ब्रा के ऊपर से उभर रहे थे। मैंने उसकी ब्रा का हुक खोला, और उसके चूचे आज़ाद हो गए। गुलाबी निपल्स, हल्के भूरे रंग के साथ, बिल्कुल परफेक्ट। मैंने एक निपल को मुँह में लिया और चूसने लगा। रिया सिसकने लगी, “आह्ह… निखिल… ऐसे ही… और चूसो।”
मैंने उसे बेड पर लिटाया और उसकी स्कर्ट ऊपर उठाई। उसने काली पैंटी पहनी थी, जो उसकी चिकनी चूत पर चिपकी हुई थी। मैंने उसकी पैंटी के ऊपर से उसकी चूत को सहलाया। वो गीली हो चुकी थी। मैंने धीरे से पैंटी नीचे खींची। उसकी चूत गुलाबी, चिकनी, और छोटी सी क्लिट उभरी हुई थी। मैंने अपनी जीभ उसकी चूत पर रखी और धीरे-धीरे चाटना शुरू किया। रिया की सिसकियाँ तेज़ हो गईं, “आह्ह… निखिल… ओह्ह… क्या कर रहे हो… आह्ह…” मैंने उसकी क्लिट को जीभ से चाटा और हल्का सा चूसा। वो पागल हो रही थी, उसका बदन काँप रहा था।
मैंने उसे 69 की पोज़िशन में आने को कहा। उसने मेरी जीन्स और अंडरवियर उतार दिया। मेरा 7 इंच का लंड, गुलाबी सुपारे के साथ, पूरा टनटना रहा था। उसने उसे अपने नाज़ुक हाथों में लिया और धीरे-धीरे सहलाने लगी। फिर उसने मेरा लंड अपने मुँह में लिया और चूसने लगी। उसकी गर्म जीभ मेरे सुपारे पर घूम रही थी, और मैं उसकी चूत को चाट रहा था। हम दोनों 20 मिनट तक एक-दूसरे को चूसते रहे। रिया दो बार झड़ चुकी थी, उसकी चूत का रस मेरे मुँह पर था। वो चिल्लाई, “आह्ह… निखिल… अब चोदो मुझे… प्लीज़… मैं तुम्हारी रंडी हूँ… चोद दो।”
मैंने उसे बेड पर सीधा लिटाया और उसकी टाँगें फैलाईं। उसकी चूत गीली और गर्म थी। मैंने अपने लंड का सुपारा उसकी चूत पर रगड़ा। वो सिसक रही थी, “आह्ह… प्लीज़… अंदर डालो… जल्दी करो।” मैंने धीरे से लंड उसकी चूत में घुसाया। वो चिल्लाई, “आह्ह… मम्मी… कितना बड़ा है… आह्ह…” उसकी चूत टाइट थी, और मेरा लंड धीरे-धीरे अंदर जा रहा था। मैंने धीरे-धीरे धक्के शुरू किए। रिया की सिसकियाँ अब मादक साँसों में बदल गईं, “आह्ह… हाँ… ऐसे ही… और ज़ोर से।”
कुछ देर बाद मैंने उसे घोड़ी बनाया। उसकी गोल गांड मेरे सामने थी। मैंने उसकी गांड पर हल्का सा थप्पड़ मारा, और वो सिसकते हुए बोली, “हाँ… मारो… और चोदो।” मैंने उसकी चूत में लंड डाला और ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारने लगा। उसकी चूत की गर्मी और टाइटनेस मुझे पागल कर रही थी। “फच-फच” की आवाज़ कमरे में गूँज रही थी। रिया चिल्ला रही थी, “आह्ह… निखिल… और तेज़… चोद दो मेरी चूत को… आह्ह…” वो फिर से झड़ गई, उसका बदन काँप रहा था।
मैंने उसे फिर से सीधा लिटाया और उसकी टाँगें अपने कंधों पर रखीं। इस बार मैंने पूरा लंड उसकी चूत में उतार दिया। वो चिल्लाई, “आह्ह… मर गई… इतना गहरा… ओह्ह…” मैंने ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारे, और वो हर धक्के के साथ सिसक रही थी। 15 मिनट की चुदाई के बाद मैं झड़ने वाला था। उसने कहा, “मेरे मुँह में डालो।” मैंने लंड उसकी चूत से निकाला और उसके मुँह में डाल दिया। उसने मेरे लंड को चूसा, और मेरा सारा माल उसके मुँह में चला गया। वो सारा रस पी गई।
हम दोनों थककर बेड पर गिर गए। उस दिन मैंने उसे दो बार और चोदा। पहली बार मिशनरी में, और दूसरी बार उसने मेरे ऊपर चढ़कर मुझे राइड किया। उसकी चूचे उछल रहे थे, और वो चिल्ला रही थी, “आह्ह… निखिल… तेरा लंड मेरी चूत को फाड़ देगा… आह्ह…” हम दोनों पूरी तरह संतुष्ट थे। उसने मुझे गले लगाया और कहा, “ये मेरी ज़िंदगी का सबसे मस्त दिन था।”
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