2 Bahano ko bhai ne choda – हाय दोस्तों, मैं आपकी बहन चिक्कू, सब ठीक है ना? मैं एक ऐसी कहानी सुनाने जा रही हूँ जो सुनकर भाइयों को मुठ मारनी पड़ेगी और बहनों की चूत में उंगली करने का मन करेगा। तो तैयार हो जाओ, क्योंकि ये कहानी दिल को छू लेगी और चूत को गीला कर देगी।
सबसे पहले मैं अपनी फैमिली के बारे में बता दूँ। मेरे घर में मम्मी-पापा, मेरी बड़ी दीदी पाली, और मेरा भैया जोनी हैं। ये कहानी दो साल पुरानी है, जब मैं 18 साल की थी और 12वीं के एग्जाम देकर घर पर ही थी। पाली दीदी की शादी हो चुकी थी और वो शादी के बाद पहली बार हमारे घर आने वाली थी।
जब जोनी भैया दीदी को लाने के लिए निकलने लगे, तो मैंने भी उनके साथ जाने की जिद की। पापा ने कहा, “जोनी, चिक्कू को भी साथ ले जा।” बस फिर क्या, मैं और भैया कार से दीदी के ससुराल की ओर चल पड़े। दीदी का ससुराल हमारे घर से करीब 200 किलोमीटर दूर था। हम दोपहर को वहाँ पहुँचे और शाम को दीदी को लेकर वापस चल दिए।
रास्ते में दीदी की सास ने जोनी भैया से कहा, “बेटा, गाड़ी ध्यान से चलाना, तुम्हारी दीदी माँ बनने वाली है।” ये सुनकर भैया का चेहरा लटक गया, जैसे कोई सदमा लग गया हो। दीदी सामने वाली सीट पर भैया के बगल में बैठी थीं और मैं पीछे। रास्ते में दीदी ने भैया से पूछा, “क्या हुआ मेरे राजा भैया, मुँह क्यों लटकाया हुआ है?” भैया चुप रहे, कुछ बोले नहीं।
दीदी ने फिर कहा, “मुझे पता है तू मुझसे क्यों नाराज़ है।” भैया ने गुस्से में कहा, “दीदी, तूने मेरे साथ धोखा किया, ये ठीक नहीं किया।” दीदी ने हँसते हुए कहा, “जोनी, मेरे भाई, ऐसा कुछ नहीं है जैसा तू सोच रहा है।” इसके बाद कार में सन्नाटा छा गया। अचानक दीदी ने भैया से गाड़ी रोकने को कहा।
आप यह Family Sex Stories - Incest Sex Story हमारी वेबसाइट फ्री सेक्स कहानी डॉट इन पर पढ़ रहे है।
भैया ने गाड़ी साइड में रोकी। दीदी ने मुझसे कहा, “चिक्कू, तू यहीं बैठ, हम अभी आए।” फिर दीदी ने भैया को कहा, “चल, पहले तेरी नाराज़गी दूर कर दूँ।” दोनों सामने एक लैब में चले गए। करीब 15 मिनट बाद जब वो वापस आए, तो भैया के चेहरे पर रौनक थी। दीदी के हाथ में एक स्लिप थी। गाड़ी में बैठते ही भैया ने पूछा, “दीदी, तूने ऐसा क्यों किया?” दीदी ने हँसकर कहा, “ये मैं तुझे बाद में बताऊँगी।” फिर हम बातें करते हुए घर पहुँच गए।
घर पहुँचकर मैं सामान उतार रही थी, तभी मेरे हाथ में वो स्लिप आ गई। उसे देखकर मैं दंग रह गई। स्लिप पर दीदी के नाम के साथ पति के नाम की जगह जोनी भैया का नाम लिखा था। वो एक गर्भ टेस्ट की रिपोर्ट थी, जिसमें रिजल्ट नेगेटिव था। मेरे दिमाग में सवाल घूमने लगे। दीदी की सास ने माँ बनने की बात क्यों की? भैया इस रिपोर्ट को देखकर इतने खुश क्यों थे? मैं सोचने लगी कि जरूर दीदी और भैया के बीच कुछ तो है। मैंने ठान लिया कि इस राज़ को जानना है।
रात को जब सब सो गए, मैं चुपके से ऊपर गई। दीदी अपने कमरे में नहीं थीं। मैंने बाथरूम चेक किया, वहाँ भी नहीं थीं। फिर मुझे भैया के कमरे से दीदी और भैया की आवाज़ें सुनाई दीं। मैंने चुपके से दरवाज़े की झिरी से झाँका।
अंदर का नज़ारा देखकर मेरी साँसें रुक गईं। भैया ने दीदी को अपनी बाहों में ले रखा था। भैया बोले, “इतनी देर क्यों लगा दी?” दीदी ने जवाब दिया, “तुझसे ज्यादा जल्दी तो मुझे है। तुझे पता है, दो महीने से मैं चुदाई के लिए कितना तरसी हूँ।” भैया ने हँसकर कहा, “साली, झूठ बोलती है। वहाँ तो तेरा पति था ना चोदने के लिए? मेरा हाल तो पूछ!”
फिर भैया ने दीदी के कपड़े उतारने शुरू किए। दीदी भी भैया के कपड़े उतारने लगीं। कुछ ही देर में दोनों पूरी तरह नंगे थे। दीदी ने कहा, “जोनी, तेरा जीजा तो बस नाम का मर्द है। उसका लंड मेरी चूत में गया नहीं कि वो लीक हो जाता है। उससे तो पानी भी नहीं निकलता।” ये कहकर दीदी ने भैया का लंड पकड़ लिया। मैंने जब भैया का लंड देखा, मोटा और लंबा, मेरी चूत गीली हो गई। मेरा हाथ अपने आप मेरी चूत पर चला गया और मैं अपनी कैपरी के ऊपर से चूत सहलाने लगी।
आप यह Family Sex Stories - Incest Sex Story हमारी वेबसाइट फ्री सेक्स कहानी डॉट इन पर पढ़ रहे है।
भैया ने दीदी से कहा, “पहले तेरी चूत को साफ कर दूँ, जो तेरे पति ने अपने लंड से गंदी की है।” दीदी ने हँसकर कहा, “सीधे-सीधे क्यों नहीं कहता कि तू मेरी चूत में मूतना चाहता है?” ये कहकर दीदी भैया का लंड खींचते हुए बाथरूम की ओर ले गईं। मैं चुपके से पीछे-पीछे गई।
बाथरूम में भैया ने अपने लंड का टोपा दीदी की चूत में ठोककर मूतना शुरू किया। दीदी भैया के मूत को अपनी चूत में महसूस करके “आआआह्ह्ह” करने लगीं। जब भैया ने मूतना खत्म किया, तो दीदी ने भैया का लंड चूसकर साफ कर दिया। फिर दोनों वापस कमरे में आए।
कमरे में भैया ने दीदी के मम्मे मसलने शुरू किए। दीदी भैया के लंड से खेलने लगीं। फिर भैया ने दीदी को बेड पर लिटाया, उनकी टाँगें खोलीं और पहले दीदी की चूत को चूमा। फिर अपनी जीभ दीदी की चूत में पेलकर चूसने लगे। दीदी अपनी गांड उठाकर भैया की जीभ अपनी चूत में लेने लगीं। फिर भैया ने अपना लंड दीदी के मुँह से लगा दिया। दीदी भैया का लंड चूसने लगीं।
अब दोनों 69 की पोजीशन में थे। दीदी भैया का लंड चूस रही थीं और भैया दीदी की चूत चाट रहे थे। दीदी की चूत से पानी टपक रहा था, और भैया उसे चाट-चाटकर साफ कर रहे थे। कुछ देर बाद भैया ने अपना लंड दीदी के मुँह से निकाला, उनकी टाँगें उठाकर अपने कंधों पर रखीं और अपना लंड दीदी की चूत पर सेट किया। एक जोरदार धक्का मारा और भैया का लंड दीदी की चूत में समा गया।
दीदी को दर्द हुआ और वो “आआआह्ह्ह” चीखीं। भैया ने कहा, “साली रंडी, ऐसे नाटक क्यों कर रही है, जैसे आज पहली बार चुद रही हो?” दीदी ने हाँफते हुए कहा, “नहीं रे मेरे बालमा, मेरी चूत दो महीने से ढंग से चुदाई नहीं हुई। तेरा लंड जब गया, तो थोड़ा दर्द हुआ।” भैया ने हँसकर कहा, “सच में दीदी, तेरी चूत तो पहले से भी टाइट हो गई है।”
आप यह Family Sex Stories - Incest Sex Story हमारी वेबसाइट फ्री सेक्स कहानी डॉट इन पर पढ़ रहे है।
फिर भैया दीदी को चोदने लगे। दीदी चुदते हुए “आआआह्ह्ह… ओह्ह्ह… उफ्फ्फ…” की सिसकारियाँ ले रही थीं। भैया ने कहा, “दीदी, इतना शोर क्यों कर रही है? पास वाले कमरे में चिक्कू सो रही है। अगर उसे पता चल गया तो?” दीदी ने हँसकर कहा, “साले बहनचोद, तुझे तो पता है, जब मेरी चुदाई होती है, तो मुझे जोर-जोर से बोलना, गाली देना और सुनना अच्छा लगता है। अब तू इधर-उधर की बात मत कर, बस जोर-जोर से मुझे चोद।”
भैया ने धक्कों की स्पीड बढ़ा दी। दीदी भी पूरे जोश में भैया से चुदने लगीं। भैया का लंड दीदी की चूत में “थप-थप” की आवाज़ के साथ अंदर-बाहर हो रहा था। दीदी की चूत गीली थी, और हर धक्के के साथ “पच-पच” की आवाज़ आ रही थी। करीब 20 मिनट की जोरदार चुदाई के बाद भैया ने अपना पानी दीदी की चूत में छोड़ दिया।
दीदी ने हाँफते हुए कहा, “जोनी, मैं 10 दिन पहले ही पीरियड से फ्री हुई हूँ। अब मुझे लगता है, तेरा पानी मेरी बच्चेदानी में पड़ सकता है। अब तू रोज़ मेरी चुदाई करना। तेरा लंड मेरी गांड, मुँह, कहीं भी ठोक, पर पानी सिर्फ मेरी चूत में ही निकालना।” ये कहकर दीदी ने भैया का लंड चाटकर साफ किया और भैया ने दीदी की चूत चाटकर साफ की। फिर दोनों एक-दूसरे के जिस्म से खेलने लगे।
भैया ने कहा, “दीदी, आज तू मुझसे एक वादा कर।” दीदी ने पूछा, “क्या?” भैया बोले, “मुझे पता है, तेरा पति तेरी चुदाई नहीं कर सकता और तू चुदे बिना रह नहीं सकती। तो वादा कर कि तू मेरे सिवा किसी और से चुदाई नहीं कराएगी।” दीदी ने कहा, “जोनी, मैं वादा करती हूँ, मैं किसी और से नहीं चुदूँगी। पर जब तेरी शादी हो जाएगी, तो तू मुझे भूल तो नहीं जाएगा?”
भैया ने कहा, “दीदी, मैं वादा करता हूँ, मैं अपनी सुहागसेज पर अपनी पत्नी से पहले और उसके सामने तेरी चुदाई करूँगा।” ये सुनकर दीदी ने भैया का लंड चूमा और बोलीं, “ओ मेरे राजा भैया, I love you.” भैया ने कहा, “दीदी, I love you too.” फिर दोनों एक-दूसरे के होंठ चूसने लगे।
आप यह Family Sex Stories - Incest Sex Story हमारी वेबसाइट फ्री सेक्स कहानी डॉट इन पर पढ़ रहे है।
अचानक दीदी उठीं और बाथरूम की ओर गईं। मैं चुपके से देख रही थी, तभी दीदी मेरे सामने आकर खड़ी हो गईं। मुझे देखकर दीदी ने भैया को आवाज़ लगाई, “जोनी, इधर आ।” भैया नंगे ही आए और मुझे देखकर बोले, “दीदी, ये कब आई?”
दीदी ने हँसकर कहा, “साली रंडी ने हमारी चुदाई देख ली। अब इसकी चूत में भी आग लगी है। जोनी, अब तू अपना मूसल इसकी चूत में पेल दे और इसे भी मेरी तरह अपनी रंडी बना ले।” ये कहकर दीदी ने मुझे धक्का देकर भैया की ओर बढ़ाया। मैं भैया के लंड पर गिरी और मेरे होंठ भैया के लंड को छू गए।
भैया ने मुझे संभाला, मेरे मम्मे पकड़कर मुझे अपनी बाहों में लिया और मेरे होंठ चूसने लगे। तभी दीदी बोलीं, “जोनी, अब इसे छोड़। मेरा मूत निकलने वाला है।” भैया ने मुझे छोड़कर दीदी की चूत से अपना मुँह लगा लिया। दीदी भैया के मुँह में मूतने लगीं और भैया उनका मूत पीने लगे। जब सारा मूत पी लिया, तो दीदी ने भैया के होंठों पर लगा अपना मूत चाटकर साफ किया।
फिर भैया ने मुझे अपनी गोद में उठाया और बेड पर लिटा दिया। मेरे कपड़े उतारने लगे। एक-एक करके मेरी सलवार, कुर्ती, ब्रा, और पैंटी उतार दी। मैं पूरी नंगी थी। भैया ने मेरा एक मम्मा मुँह में लिया और दूसरा मसलने लगे। मैं मज़े में “आआआह्ह्ह” करने लगी।
फिर भैया दीदी की चूत चाटने लगे और अपना लंड मेरे मुँह में डाल दिया। मैं मज़े से भैया का लंड चूसने लगी। भैया ने दीदी से कहा, “देख दीदी, ये साली रंडी की तरह मेरा लंड चूस रही है।” दीदी ने मेरी टाँगें खोलकर मेरी चूत देखी और बोलीं, “जोनी, इसकी चूत तो अभी सील बंद है।” फिर दीदी ने मेरा मुँह से भैया का लंड निकाला और खुद चूसने लगीं।
आप यह Family Sex Stories - Incest Sex Story हमारी वेबसाइट फ्री सेक्स कहानी डॉट इन पर पढ़ रहे है।
फिर दीदी ने मुझे बेड पर लिटाया और अपनी चूत मेरी चूत से मिलाकर मेरे ऊपर लेट गईं। भैया ने पीछे से दीदी की चूत में लंड पेल दिया और जोर-जोर से धक्के मारने लगे। भैया का लंड दीदी की चूत में था, पर उनके टट्टे मेरी चूत पर चोट मार रहे थे। मुझे टट्टों की चोट से बड़ा मज़ा आ रहा था। करीब 15 मिनट बाद भैया और दीदी एक साथ झड़ गए। दीदी की चूत और भैया के लंड का पानी मेरी चूत पर फैल गया।
भैया ने दीदी की चूत से लंड निकाला और मेरी चूत चाटकर साफ की। फिर अपना लंड मेरे मुँह में डालकर चुसवाया। मैंने सारा पानी चाट लिया। भैया का लंड फिर खड़ा हो गया। दीदी ने कहा, “जोनी, अब सोच क्या रहा है? जल्दी से अपना लंड चिक्कू की चूत में पेल दे।”
भैया ने मेरी टाँगें उठाकर अपने कंधों पर रखीं और लंड का टोपा मेरी चूत पर सेट किया। एक धक्का मारा, लंड का टोपा मेरी चूत में फँस गया। मुझे तेज़ दर्द हुआ। मैं चीखी, “भैया, छोड़ दो, बहुत दर्द हो रहा है… आआआह्ह्ह… प्लीज़ छोड़ दो, मैं नहीं चुदना चाहती।”
भैया ने मेरी बात अनसुनी की और एक और जोरदार धक्का मारा। इस बार आधा लंड मेरी चूत में घुस गया। मैं दर्द से बिलबिलाने लगी। दीदी ने अपनी चूत मेरे मुँह पर रख दी और बोलीं, “बस चिक्कू, अब तेरा काम हो गया। जोनी के लंड ने तेरी चूत की सील तोड़ दी। अब तुझे मज़ा आएगा।”
फिर दीदी ने भैया से कहा, “साले बहनचोद, अब ठोक दे अपना लंड अपनी बहन की चूत में।” भैया ने एक और जोरदार धक्का मारा और पूरा लंड मेरी चूत में पेल दिया। मैं फिर चीख पड़ी। भैया मेरे मम्मे मसलने लगे। कुछ देर बाद दर्द कम हुआ और मज़ा आने लगा।
आप यह Family Sex Stories - Incest Sex Story हमारी वेबसाइट फ्री सेक्स कहानी डॉट इन पर पढ़ रहे है।
भैया ने पूछा, “चिक्कू, कैसा लग रहा है?” मैंने कहा, “भैया, आप ऐसे ही पड़े रहोगे या मुझे चोदोगे भी?” मैंने अपनी गांड उठाकर नीचे से धक्का मारा। भैया ने लंड टोपे तक निकाला और एक झटके में पूरा लंड मेरी चूत में पेल दिया। इस बार दर्द के साथ मज़ा भी आया। भैया मेरे मम्मे मसलते हुए मुझे चोदने लगे।
करीब 20 मिनट बाद भैया का पानी निकलने को हुआ। भैया ने दीदी से कहा, “पाली दीदी, मैं झड़ने वाला हूँ।” दीदी ने अपनी चूत खोलकर बेड पर लेट गईं। लेकिन मैंने अपनी टाँगों से भैया को जकड़ लिया और बोली, “नहीं भैया, अपना पानी मेरी चूत में छोड़ो।” भैया के लंड से गर्म-गर्म पानी मेरी चूत में छूट गया। भैया मेरे ऊपर ढेर हो गए।
कुछ देर बाद भैया ने लंड निकाला। मैंने देखा, भैया के लंड पर खून लगा था। मैंने अपनी चूत पर हाथ लगाया, वहाँ से भी खून निकल रहा था। मैं डर गई और बोली, “भैया, मेरी चूत से खून निकल रहा है। क्या आपने मेरी चूत फाड़ दी?”
दीदी ने हँसकर कहा, “नहीं चिक्कू, ये तेरी चूत की सील टूटी है। जब लड़की पहली बार चुदती है, तो लंड चूत की सील तोड़ता है। इससे दर्द होता है और खून निकलता है। अब तेरी चूत की सील टूट चुकी है। अब तुझे चुदने में सिर्फ मज़ा ही मज़ा आएगा।”
फिर दीदी मुझे बाथरूम ले गईं। भैया भी साथ आए। दीदी ने मेरी चूत साफ की, फिर भैया का लंड साफ किया। हम तीनों बिस्तर पर लौट आए। भैया हम दोनों बहनों के बीच लेटे थे। मैंने दीदी से पूछा, “दीदी, मेरी चुदाई से पहले तुमने भैया को क्यों कहा कि मैं उनकी साली और तुम्हारी ननद हूँ?”
आप यह Family Sex Stories - Incest Sex Story हमारी वेबसाइट फ्री सेक्स कहानी डॉट इन पर पढ़ रहे है।
दीदी ने कहा, “क्योंकि जोनी और मैं भाई-बहन भी हैं और पति-पत्नी भी। तू मेरे पति की बहन है, तो मेरी ननद हुई। और मेरी बहन है, तो मेरे पति की साली हुई।” भैया ने कहा, “और आज से मेरी दोनों बहनें मेरी पत्नियाँ भी हैं।” फिर भैया ने हमें अपनी बाहों में ले लिया और हम नंगे ही सो गए।
अगले दिन मम्मी-पापा ऑफिस चले गए। हम तीनों भाई-बहन घर पर थे। भैया ने कहा, “दीदी, आज दिनभर हम नंगे रहेंगे और सिर्फ चुदाई करेंगे।” दीदी ने कहा, “ठीक है।” दीदी ने अपने कपड़े उतारे और मुझे भी नंगी होने को कहा। फिर हम तीनों नंगे होकर एक-दूसरे के जिस्म से खेलने लगे।
मैंने दीदी से पूछा, “दीदी, सच बताओ, तुम्हारी चूत की सील किसने तोड़ी?” दीदी ने टालते हुए कहा, “चल, ये लंबी कहानी है।” लेकिन मैंने जिद की। तब दीदी ने भैया का लंड पकड़ा और बोलीं, “चिक्कू, मेरी चूत का बैंड भी इस साले बहनचोद जोनी ने बजाया।”
दीदी ने बताया, “दो साल पहले की बात है। मैं नहाते हुए अपनी चूत की झांटें साफ कर रही थी। अचानक जोनी बाथरूम में आ गया। मैं पूरी नंगी थी, मेरी टाँगें खुली थीं। मैं अपनी चूत की सफाई में मस्त थी। ये साला मेरे नंगे जिस्म को देख रहा था। जब मैंने इसे मेरी चूत देखते हुए पकड़ा, तो मैंने इसे बाहर जाने को कहा। पर ये साला बहनचोद वहीँ खड़ा रहा और बोला, ‘दीदी, क्या मस्त और चिकनी चूत है तेरी।’ फिर ये बाहर चला गया।”
“जब मम्मी-पापा ऑफिस और तू स्कूल गई, तो ये मेरे पास आया। बेशर्मी से बोला, ‘दीदी, मुझे तुझे एक बार और नंगी देखना है।’ फिर इसने मेरे मम्मे मेरे टॉप के ऊपर से पकड़ लिए और बोला, ‘अगर तू मेरे सामने नंगी नहीं हुई, तो मैं मम्मी को बोल दूँगा कि तू किसी लड़के से चुदती है।’ मैं डर गई।”
आप यह Family Sex Stories - Incest Sex Story हमारी वेबसाइट फ्री सेक्स कहानी डॉट इन पर पढ़ रहे है।
“मैंने कहा, ‘जोनी, मैं तेरे सामने नंगी हो जाऊँगी, पर तू मेरे साथ कुछ नहीं करेगा।’ इसने कहा, ‘पहले तू नंगी हो, फिर देखते हैं।’ फिर ये मेरे कपड़े उतारने लगा। मुझे पूरी नंगी करके मेरे मम्मे मसलने लगा। मेरे मुँह से ‘आआआह्ह्ह’ निकली। मैंने इसका लंड पकड़ लिया और कहा, ‘साले, तूने मुझे नंगी कर लिया, अब मैं तुझे नंगा देखूँगी।'”
“ये साला तुरंत नंगा हो गया। जब मैंने इसका लंड देखा, तो उसे पकड़कर ऊपर-नीचे करने लगी। जोनी ने कहा, ‘दीदी, मुझे तेरी चूत चाटनी है।’ मैंने टाँगें खोलकर अपनी चूत इसके सामने की और कहा, ‘ले मेरे राजा, चाट अपनी दीदी की चूत।’ ये मेरी चूत चाटने लगा। कुछ देर बाद इसने अपना लंड मेरे मुँह पर लगा दिया। मैंने इसका लंड चूसना शुरू किया। हम 69 की पोजीशन में थे।”
“फिर जोनी ने मेरी चूत चाटना बंद किया और मेरी टाँगें खोलकर लंड मेरी चूत पर रखा। बोला, ‘दीदी, मेरे लंड का स्वाद कैसा लगा?’ मैं कुछ बोलती, इससे पहले इसने एक जोरदार धक्का मारा। इसका लंड मेरी चूत की सील तोड़कर आधा अंदर घुस गया। मैं दर्द से चीख पड़ी। जोनी ने मेरा मुँह दबा दिया।”
“फिर इसने एक और धक्का मारा और पूरा लंड मेरी चूत में पेल दिया। मेरे मम्मे मसलने लगा। जब मेरा दर्द कम हुआ, तो जोनी ने लंड टोपे तक निकाला और एक झटके में फिर पूरा पेल दिया। मैं फिर चीखी। जोनी धीरे-धीरे मेरी चूत में लंड पेलने लगा। अब मुझे मज़ा आने लगा और मैं अपनी गांड उठाकर चुदने लगी।”
“जब जोनी का पानी निकलने वाला था, मैंने कहा, ‘लंड निकाल।’ पर इस साले ने मेरा पानी मेरी चूत में छोड़ दिया। मैंने कहा, ‘जोनी, ये तूने क्या किया? अगर मैं माँ बन गई तो?’ जोनी ने बेशर्मी से कहा, ‘दीदी, जब माँ बनेंगी, तब देखा जाएगा।'”
आप यह Family Sex Stories - Incest Sex Story हमारी वेबसाइट फ्री सेक्स कहानी डॉट इन पर पढ़ रहे है।
“फिर जोनी कंडोम ले आया। मैंने इसके लंड पर कंडोम लगाया। जब जोनी ने कंडोम वाला लंड मेरी चूत में पेला, तो मुझे मज़ा नहीं आया। मैंने कहा, ‘जोनी, मुझे मज़ा नहीं आ रहा।’ जोनी ने कंडोम हटाया और फिर लंड मेरी चूत में पेल दिया। इस बार मुझे बहुत मज़ा आया। जोनी ने अपना पानी मेरे मुँह में छोड़ दिया। मुझे इसके पानी का स्वाद बहुत अच्छा लगा।”
ये कहकर दीदी ने भैया से कहा, “जोनी, अब मेरी चूत में बहुत खुजली हो रही है।” भैया ने अपना लंड दीदी की चूत में पेल दिया। फिर भैया ने मुझे चोदा और अपना पानी दीदी की चूत में छोड़ा। मैंने कहा, “भैया, मुझे भी आपके लंड का पानी पीना है।” दीदी ने कहा, “जब तक मैं जोनी के पानी से माँ नहीं बन जाती, तब तक इसका पानी सिर्फ मेरी चूत में छूटेगा।”
“उसके बाद तू इसके पानी को अपनी चूत, मुँह, या गांड में ले सकती है।” भैया ने कहा, “दीदी, तू जल्दी माँ बन जा। मेरा लंड अपनी बहन के बच्चे का मामा बनने को उतावला है।” दीदी ने हँसकर कहा, “मेरे चोदू बहनचोद भाई, तू अपनी बहन के बच्चे का मामा बनेगा।” फिर हम सब हँसने लगे।
फिर भैया ने कहा, “मुझे मूतना है।” हम तीनों बाथरूम गए। भैया ने मुझे दीवार के सहारे घोड़ी बनाया और अपने लंड का टोपा मेरी चूत में पेलकर मूतने लगे। भैया का मूत मेरी चूत में जा रहा था। दीदी झुककर मेरी चूत से निकलता मूत पीने लगीं। ये सिलसिला ऐसे ही चलता रहा। भैया हमें दोनों बहनों को अपनी पत्नियों की तरह रोज़ चोदने लगे।
करीब 20 दिन बाद दीदी को अचानक उल्टी होने लगी। घर में सिर्फ हम दोनों बहनें थीं। मैं भैया को फोन करने लगी, तो दीदी ने रोका और हँसकर कहा, “चिक्कू, डरने की बात नहीं। मैं माँ बनने वाली हूँ। ये बात मैं जोनी को खुद बताऊँगी।”
आप यह Family Sex Stories - Incest Sex Story हमारी वेबसाइट फ्री सेक्स कहानी डॉट इन पर पढ़ रहे है।
जब भैया घर आए, तो दीदी ने कहा, “जोनी, मैं तेरे बच्चे की माँ बनने वाली हूँ और तू अपने बच्चे का मामा।” भैया बहुत खुश हुए। फिर भैया ने हमें दोनों बहनों को जोरदार चोदा। अब दीदी का पाँचवाँ महीना चल रहा है और भैया हर रात मुझे अपनी पत्नी की तरह चोदते हैं।
आपको मेरी और दीदी की चुदाई की कहानी कैसी लगी? प्लीज़ कमेंट करके जरूर बताएँ।