मैं और मेरी सौतेली माँ
मैं सुनील, शकील और शेरू तीनो दोस्त दिल्ली में एक ही कमरे में रह कर पढ़ते थे । हम तीनो ही हट्टे कट्टे २२/२३ साल के नौजवान थे । एक साथ रहते रहते हमरी नजदीकियां बढ़ गयीं थी । गर्मी के दिनों मे एक दिन दोपहर मे हम सब ज़मीं पर पड़े सो रहे थे …