मेरा नाम राजीव है और मैं मुंबई से हूँ। मेरी हाइट 5.5 तक होगी और थोड़ा पतला-सा हूँ, लेकिन अच्छा दिखता हूँ। मैं अभी कॉलेज में पढ़ता हूँ और मुझे लड़कियों के बॉब्स बहुत ज़्यादा पसंद हैं।
चलो अब स्टोरी पर आता हूँ। मेरी एक फ्रेंड है जिसका नाम सोनाली है और उसकी उम्र 21 है। वो अक्सर टॉप-जींस या शर्ट्स या स्कर्ट्स पहनती है। उसका पहले बीएफ था, लेकिन अब वो सिंगल है। वो डैम हॉट है यार! उसका फिगर है 34-28-34, और उसके गोरे-गोरे बॉब्स तो पूछो मत… किसी की भी हालत खराब कर दें।
हम दोनों बहुत क्लोज थे। जब भी हम कहीं घूमने जाते, बाइक पर तो उसके बॉब्स मुझे पागल कर देते। जब वो मेरी पीठ से टच होते, तो मेरा वहीं खड़ा हो जाता। हम दोनों एक-दूसरे के सामने बहुत कम कपड़ों में भी आ जाते थे।
जैसे कभी-कभी वो स्पोर्ट्स ब्रा में ही रहती, जब मैं उसके रूम में होता। लेकिन हमने कभी एक-दूसरे के साथ सेक्स नहीं किया था। वो अकेले एक रूम रेंट पर लेकर रहती थी।
एक बार मैं उसके रूम गया। मैंने उसे कॉल किया, तो उसने बताया कि वो अभी बाहर है और कुछ देर में आ रही है। “तब तक मैं कुछ खा लूं।”
मैंने उसका लैपटॉप ऑन किया और गेम सर्च करने लगा, लेकिन अचानक मुझे “Personal Space” नाम का एक फोल्डर दिखा। जब मैंने उसे ओपन किया, तो उसमें सोनाली की न्यूड पिक्स थीं! वो इतनी हॉट लग रही थी कि मेरा लंड खड़ा हो गया। मैंने सारी पिक्स देखीं… हर पिक में वो न्यूड थी!
तभी कुछ आवाज़ आई, तो मैंने लैपी बंद की और देखने गया। सोनाली आ गई थी। कुछ देर उससे बात करने के बाद, मैं वहाँ से चला आया। घर जाकर सोनाली के नाम की मुट्ठ मारी और सो गया। फिर रात को सोनाली का मैसेज आया—”मैंने मेरी लैपी में क्या किया है?” मैं डर गया, लेकिन सच बता दिया—”मैंने तेरी न्यूड पिक्स देख ली थीं।”
मुझे लगा वो गुस्सा होगी, लेकिन उसने मुझे WhatsApp पर एक वीडियो भेजा। उसमें वो नंगी होकर फिंगरिंग कर रही थी! मैं वीडियो देखकर पागल हो गया। फिर मैंने उसे कॉल किया, और हमने फोन सेक्स किया। हम रोज़ गंदी चैट करने लगे।
एक दिन मैंने उससे कहा—”आई वॉन्ट टू फक यू!” लेकिन वो नहीं मानी, और मैं नाराज़ हो गया। कुछ दिन तक उससे बात तक नहीं की।
एक दिन वो मुझे मार्केट में मिली और जबरदस्ती मुझे अपने रूम में घसीट ले गई। अंदर जाते ही उसने मेरे होंठों पर जबरदस्त किस करना शुरू कर दिया। मैं शॉक था, लेकिन थोड़ी देर बाद मैंने भी जवाबी किस दिया। फिर पता ही नहीं चला कब हमारे कपड़े उतर गए… हम दोनों नंगे थे!
मैंने उसे बेड पर लिटाया और उसकी पूरी बॉडी चाटने लगा… गर्दन से लेकर पैर की उँगलियों तक! वो कभी इधर-उधर मुड़ती, तो कभी चीखती—”आह… और जोर से!” मेरा लंड पत्थर की तरह खड़ा हो चुका था। फिर सोनाली उठी और मेरा लंड मुँह में लेकर चूसने लगी—”चूस… चूस…” की आवाज़ें आने लगीं!
वो बिल्कुल वेश्या की तरह चूस रही थी… पागलों की तरह! लेकिन मैं तो जैसे स्वर्ग में था। काफी देर तक चूस-चाट चली, और मैं झड़ गया उसके मुंह पर। फिर मैं उसकी चूत चाटने लगा।
सोनाली: आह्ह!!! आआह्ह… चाट आह्ह… येस राजीव, चूस ले आह्ह…
और मैं कभी जीभ से चाटता, तो कभी जीभ अंदर घुसा देता। सोनाली बहुत ज्यादा गरम हो गई थी, और इसी में वो झड़ गई। उसका पानी मैंने चाट लिया। फिर हम दोनों शावर में गए… वहाँ एक-दूसरे से चिपककर नहाने लगे। मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया, और मैंने उससे कहा—”चलो बेडरूम में!”
मैं उसे बेडरूम में लेकर आया और साथ में थोड़ी सी क्रीम ली। चूत और लंड पर लगा दी और धीरे-धीरे घुसाने लगा। पर उसकी चूत बिल्कुल कुंवारी थी, इसलिए लंड अंदर नहीं जा रहा था। मैंने फिर उसके दोनों पैरों को अपने कंधे पर रखकर फैला दिया। जिससे उसकी चूत पूरी खुल गई, और मेरा आधा लंड अंदर चला गया!
लंड घुसते ही वो चीखने लगी, और मैं जोर-जोर से धक्के देने लगा। क्या मज़ा आ रहा था… वो बेड पर लेटी थी, और मैं ऊपर से जमकर चोद रहा था! 10-15 मिनट बाद वो अकड़कर मुझे जकड़ लिया… और झड़ गई। फिर मैं उठा और उसके मुंह में लंड डाल दिया। वो उसे चूसने लगी, और मैं उसकी गांद को दबा रहा था!
फिर मैंने उसे घोड़ी बनाया और उसकी गांद चाटने लगा। वो तो जैसे पागल ही हो गई! काफी देर तक चाटने के बाद, मैंने लंड पर क्रीम लगाई और घुसा दिया उसकी गांद में। वो चिल्लाने लगी, लेकिन मुझे उसका चिल्लाना और उत्तेजित कर रहा था।
मैं चोदता रहा… काफी देर तक। फिर जब मेरा माल निकलने वाला था, तो उसने कहा—”अंदर ही निकाल दो!” और फिर मैं झड़ गया। उसके बाद हम सो गए। शाम को जब मैं उठा, तो वो नंगी मेरे लंड को चूस रही थी। इस बार मेरा हार्ड सेक्स करने का मूड था!
फिर मैंने उसे उठाया और उसके मुंह में लंड डाल दिया… जोर-जोर से धक्के लगाने लगा। उसकी सांस रुक रही थी, लेकिन मैं चोदता रहा। फिर मैंने उसे नीचे लिटाया और उसकी चूत को काटने लगा… कभी काटता, कभी चाटता। वो पागल हो रही थी!
फिर मैंने उसे घोड़ी बनाई… चूत में लंड डालकर, उसके बाल पीछे खींचे और जोर-जोर से धक्के मारने लगा। वो चिल्लाने लगी—”फक मी! फक मी! आआह्ह… आआम्म… आश!”
काफी देर तक चोदने के बाद, हम दोनों साथ में झड़ गए। वो उठी और मेरे लंड को मुंह में ले लिया… मैं समझ गया कि इसे और चुदाई चाहिए! मैंने उसे कहा—”दुबारा खड़ा कर!” लंड को चूस-चूसकर वो फिर से चूसने लगी।
थोड़ी देर तक चूसने के बाद, मैंने उसे अपनी बाहों में लेकर स्मूच करना शुरू कर दिया। और अपने लंड को उसके जिस्म पर रगड़ने लगा… थोड़ी देर में मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया। सोनाली मुस्कुराने लगी…
लेकिन अब मेरा उसकी गांद चोदने का मन था। मैंने उसे पेट के बल लिटाकर, उसकी गांद के छेद को फैलाया और गाढ़ा थूक उसकी गांद पर लगा दिया। फिर अपना लंड उसकी गांद के छेद पर जोर से रगड़ने लगा। सोनाली बेहाल होकर तड़पने लगी—”डाल दे यार! गांद में डाल दे… मत सताओ!” मैंने भी जोर से झटका मारा और अपना लंड उसकी गांद के अंदर घुसा दिया! वो चीखी—”आआह्ह… ओह मेरी गांद!” और मैं जानवरों की तरह चोदने लगा।
थोड़ी देर आराम करने के बाद, मैं फिर से गांद मारने लगा। कई बार उसकी गांद को फैलाकर, जोर-जोर से धक्के दिए… इतना चोदा कि मेरा माल उसी की गांद के अंदर झड़ गया! सोनाली चुदाई से भर गई थी… हम दोनों थककर चूर हो गए। फिर हम नंगे ही सो गए, एक-दूसरे से चिपके हुए। सुबह जब नींद खुली, तो वो फिर से मेरा लंड चूस रही थी! उस दिन के बाद, हम हमेशा साथ रहने लगे… जब मन करता, बिस्तर पर लेटकर चोदते… जब मन करता, शावर में घुसकर गांद मारते!