बहकती बहू-14
कहानी का पिछला भाग: बहकती बहू-13 मदनलाल ऊपर टहलने लगा। उसका दिल धड़क रहा था। उसे यकीन था, काम्या हाँ बोलेगी। इतने दिन की नजदीकी के बाद ना की कोई गुंजाइश नहीं थी। फिर भी थोड़ा नर्वस था। आखिर फैसला काम्या का था। वो दबाव नहीं डाल सकता। परेशान होकर बुदबुदाया, “जब माल पी सकती …