Mummy ki chut geeli sex story: नमस्कार दोस्तों, मैं आरव शर्मा हूँ, २२ साल का जवान लड़का, लम्बा कदकाठी वाला, हमेशा टाइट टीशर्ट और जींस पहने रहता हूँ, और चुदाई की शुरुआत भाग २ में आपका स्वागत है। मेरी मम्मी श्रेया शर्मा, ४२ साल की हॉट मिल्फ, गोरी चिट्टी चमकती त्वचा, भरे हुए बूब्स और मोटी गांड वाली, आजकल साड़ी में कम ही दिखती हैं बल्कि घर पर ढीली टीशर्ट और लेगिंग्स पहनकर घूमती रहती हैं जिससे उनकी चूत और गांड की लाइन साफ झलकती है, और वो थोड़ी उदास सी रहती हैं क्योंकि पापा बाहर गए हुए हैं। पहले भाग में आपने पढ़ा था कि कैसे मेरी मम्मी ने मुझे लंड हिलाते पकड़ लिया था और खुद रात को चूत में उंगली कर रही थीं, उस वक्त उनकी वो नंगी बॉडी देखकर मुझे गुस्सा तो आया ही साथ ही लंड में जोरदार उत्तेजना भी हुई लेकिन इससे पहले कि मैं कुछ कर पाता तभी सविता आंटी का फोन आ गया मम्मी को, उनकी गंदी बातें सुनकर मैं अपने कमरे में चला आया था। पहली बार मैंने मम्मी के नाम की मुठ मारी थी जिसमें उनका चूत का रस सोचकर मेरा लंड फाड़कर झड़ गया, और फिर मैंने ठान लिया कि मैं अपनी मम्मी की चुदाई करके रहूंगा भले ही कितना भी वक्त लगे, अब आगे की कहानी सुनिए।
अगले दिन मैं सुबह बहुत जल्दी उठ गया, सच बताऊं तो पूरी रात आंख न लगी क्योंकि मैं मम्मी की चुदाई की हर तरह की प्लानिंग करता रहा, कभी सोचा कि रात को चुपके से उनके कमरे में घुस जाऊं और उनकी चूत में लंड घुसेड़ दूं, कभी कल्पना की कि वो खुद मेरे लंड को चूसने लगें लेकिन कुछ ठोस प्लान न सूझा। फिर भी मुझे इतना तो समझ आ गया था कि मम्मी को चोदना आसान नहीं होगा क्योंकि कल रात उनकी सविता आंटी से हुई बातों से साफ पता चल गया था कि वो अपने सगे बेटे से कभी चुदवाने को तैयार नहीं होंगी, वो क्या ज्यादातर कोई भी मां अपने बेटे का लंड अपनी चूत में नहीं लेगी। इसलिए सबसे पहले मम्मी के दिमाग में ये बात घुसेड़ना जरूरी था कि मां-बेटे भी चुदाई करते हैं और इसके लिए मेरे पास एक शानदार आइडिया था। एक ऐसी जगह है जहां असली घरेलू पॉर्न वीडियो मिलते हैं, वो कोई साधारण पॉर्न नहीं बल्कि सच्चे मां-बेटे वाले जहां असली मां अपने सगे बेटे से चुदवा रही होती है, और वहां ढेर सारे ऐसे वीडियो मौजूद हैं। हालांकि मुझे हर किसी के वीडियो नहीं चाहिए थे सिर्फ उन क्रिएटर्स के जो सच्चे मां-बेटे हों, जैसे आरती शुक्ला और उसका बेटा विजय शुक्ला या आसमा खान और उसका बेटा यूसुफ खान वैसे ही और भी कई। अब आप सोच रहे होंगे कि मुझे कैसे पता ये सब असली मां-बेटे ही हैं तो बता दूं कि उन्होंने खुद ही अपने वीडियो में बताया है और मैंने उनसे ईमेल करके कन्फर्म भी किया था कि हां ये सच्ची मां-बेटे की चुदाई है। भले ही कोई असली न मानें लेकिन मुझे तो बस मम्मी के दिमाग में ये ख्याल डालना था कि मां-बेटे की चुदाई मुमकिन है इसलिए मैंने उनके अकाउंट से ढेर सारे वीडियो डाउनलोड कर लिए थे। अब बस ये जो वीडियो मैंने डाउनलोड किए थे उन्हें सविता आंटी के लाए वीडियो से बदलना था और ये काम आसान ही था।
शाम को फिर सविता आंटी आईं, वो ३८ साल की कामुक औरत, भारी बूब्स और कमर मोटी वाली, आज लाल साड़ी में आईं थीं जिसकी ब्लाउज से उनके बूब्स बाहर झांके पड़ रहे थे, और मुझे पता था वो पॉर्न वीडियो लेकर आई हैं। मम्मी मुझे बहाने से बाहर भेजने वाली थीं इसलिए मैं खुद ही बाहर निकल गया कहकर कि एक दोस्त से मिलना है। थोड़ी देर बाद मैं चुपके से घर वापस आया तो सविता आंटी जा ही रही थीं। मैंने उनसे कहा।
मैं: आंटी, आप जा रही हैं?
सविता: हां बेटा, कुछ जरूरी काम याद आ गया इसलिए जाना पड़ेगा।
मैं: अरे आंटी, आप हमेशा इतनी जल्दी चली जाती हैं, हम कभी ठीक से बात ही नहीं कर पाते।
सविता: (हंसते हुए बोलीं) वो तो है बेटा लेकिन कोई बात नहीं, एक दिन मैं खाली होकर आऊंगी और हम जमकर गप्पें मारेंगे।
और जाते-जाते उन्होंने मेरे गाल पर गर्म चुम्बन जड़ दिया, उस स्पर्श से मेरा लंड थोड़ा सा खड़ा हो गया और मुझे कल रात सविता आंटी और मम्मी की गंदी बातें याद आ गईं जहां वो अपनी चूतों की भूख के बारे में खुलकर बात कर रही थीं, मैं सोचने लगा कि कितना मजा आएगा अगर मम्मी के साथ सविता आंटी की भी चुदाई कर लूं, उनकी मोटी गांड को थोकने का ख्याल आते ही लंड में हलचल हुई लेकिन पहले मम्मी पर फोकस करना था। अब मेरे पास रात के खाने तक का टाइम था सविता आंटी के वीडियो को बदलने के लिए लेकिन ये काम बहुत सावधानी से करना था। किस्मत से पड़ोस की आंटी मम्मी से मिलने आ गईं तो मुझे मौका मिल गया। मैंने मम्मी का लैपटॉप खोला लेकिन वीडियो कहां रखे हैं ये ढूंढना पड़ा, थोड़ा सर्च किया तो मिल गए, और दिमाग घूम गया क्योंकि बहुत सारे थे। मैंने सब डिलीट कर दिए और अपने डाउनलोडेड वीडियो कॉपी करने लगा, ये भी ढेर सारे थे इसलिए ट्रांसफर में टाइम लग रहा था। इस दौरान मैं मम्मी और पड़ोस वाली आंटी पर नजर रखे हुए था कि कब उनकी बात खत्म हो। आखिरकार सारे वीडियो ट्रांसफर हो गए, मैंने लैपटॉप बंद किया और वही रख दिया जहां था। अब बस रात का इंतजार था।
हमने खाना खाया और सोने चले गए लेकिन मैं सोया नहीं। फिर कल रात की तरह देर रात उठा और मम्मी के कमरे के पास पहुंचा, किस्मत अच्छी थी दरवाजा लॉक नहीं था इसलिए झांककर देखा। जैसा सोचा वैसा ही था, मम्मी पूरी नंगी बिस्तर पर लेटी हुईं थीं, उनके भरे बूब्स हिल रहे थे, चूत पर हल्के बाल और गांड ऊपर की तरफ तनी हुई, वो पॉर्न प्ले करने ही वाली थीं। जैसे ही उन्होंने वीडियो चलाया तो कुछ ही मिनटों में चौंक गईं क्योंकि वो मां-बेटे की चुदाई था जहां मां अपने बेटे का मोटा लंड चूस रही थी और बेटा मां की चूत पेल रहा था। मम्मी फटाफट बिस्तर पर बैठ गईं और दूसरा वीडियो चलाया लेकिन सब मां-बेटे वाले ही थे। मम्मी का चेहरा लाल हो गया गुस्से से, उन्होंने सविता आंटी को फोन लगा दिया और जो बहस हुई।
मां: साली छिनार, ये क्या हरामजादी का माल लाकर दे दिया है तूने मुझे?
सविता: अरे श्रेया आराम से, क्या हुआ? इतना गुस्सा क्यों हो रही है?
मां: गुस्से में तो साली हूं, अगर अभी तेरी शक्ल आंखों के सामने आ जाए तो तेरी गांड फाड़ दूं। ये कैसे घिनौने वीडियो हैं?
सविता: सुन श्रेया, मुझे कुछ समझ ही नहीं आ रहा, हुआ क्या है बता तो सही।
मां: अरे मूर्ख, ये सारे वीडियो मां-बेटे की चुदाई के हैं जहां मां अपने बेटे का लंड चूत में ले रही है।
ये सुनकर सविता आंटी हैरान रह गईं।
सविता: क्या बकती है? नहीं संभव है, मैंने तो ये डाउनलोड ही नहीं किए थे, दूसरे वाले किए थे ये कैसे हो गए?
मां: अच्छा अब समझी ना छिनार, कल रात की बातों से नाराज होकर तूने सोचा होगा कि इन्हें मां-बेटे वाले थमा दूं ताकि शर्मिंदा हो जाएं।
सविता: अरे श्रेया पहले तो हद में रह, हो सकता है मुझसे गलती हो गई हो ना। शायद गलत फोल्डर से डाउनलोड कर लिए, मैं तुझे जानबूझकर क्यों दूंगी? देख मैं मानती हूं गलती हो गई, प्लीज माफ कर दे।
मां: माफ करूं साली को, अब तू बता मैं क्या करूं? आज मेरी चूत की आग इन वीडियो को देखकर और भड़क गई है।
सविता: माफ कर ना यार, कल मैं तेरे लिए नए सही वाले ले आऊंगी।
मां: कोई जरूरत नहीं।
सविता: यार ऐसा मत बोल, एक बार की गलती पर इतना गुस्सा।
मां: अरे मैं इन वीडियो के लिए नहीं बोल रही, तू रोज-रोज आती रहती है और मुझे आरव को बहाने से बाहर भेजना पड़ता है, जब वो लौटता है तब तक तू निकल जाती है, उसे शक हो जाएगा इसलिए कह रही हूं जब तक मैं न बुलाऊं तब तक मत आना।
सविता: ओह ऐसे में देख, तू मुझसे नाराज तो नहीं है ना?
मां: नहीं यार, मतलब देख मैं जानती थी कि तुझे रोज बुलाने से प्रॉब्लम होगी इसलिए ढेर सारे वीडियो मंगवा लिए थे, चल कोई बात नहीं अब मैं बता दूंगी कब आना है और ध्यान रखना फिर कभी ऐसे वीडियो न लाना।
सविता: हां पक्का, पूरा ख्याल रखूंगी।
फिर मां ने लैपटॉप बंद किया साइड में रख दिया। मुझे लगा प्लान फेल हो गया क्योंकि मां ने वीडियो देखे ही नहीं और चूत में उंगली करने लगीं, उनकी उंगलियां चूत के अंदर-बाहर हो रही थीं, चूत का रस टपक रहा था, बूब्स हिल रहे थे लेकिन वो रुक गईं। मैं हताश हो गया लेकिन किस्मत ने फिर करवट ली। मां ने लैपटॉप दोबारा खोला, वीडियो चलाया और बुदबुदाईं।
मां: वैसे भी कोई चारा नहीं है पास मेरे, यही देखकर उंगली कर लूं, और वैसे भी मां-बेटे की चुदाई असल में तो होती नहीं।
मैं मन ही मन हंस पड़ा क्योंकि ये सच्चे मां-बेटे वाले ही थे, मां वीडियो देखने लगीं जहां बेटा मां को घोड़ी बनाकर पीछे से पेल रहा था, चपचप की आवाज आ रही थी, मां की चूत उंगली से गीली हो गई, वो तेजी से रगड़ने लगीं, सिसकारियां लेने लगीं आह्ह… उफ्फ… फिर एक घंटे बाद लैपटॉप बंद किया और सो गईं। मैं कमरे में आया, खुशी से पागल था क्योंकि मां ने देख लिया और शायद कुछ दिन और देखेंगी क्योंकि सविता नहीं आएंगी। लेकिन मुझे पता था सिर्फ वीडियो से दिमाग न बदलेगा, कुछ और सोचना पड़ेगा, लेकिन मुझे क्या पता था कि जरूरत ही न पड़ेगी। सोचते-सोचते मम्मी के नाम से २-३ बार मुठ मार ली, लंड से गर्म वीर्य निकला और सो गया।
अगली सुबह उठा, पापा को गए दो दिन हो चुके थे आज तीसरा था, मुझे पता था पापा आने से पहले मम्मी को चोदना है। पूरा दिन सोचा कैसे यकीन दिलाऊं कि मां-बेटे चुदाई करते हैं लेकिन कुछ न सूझा, रात हो गई। हमेशा की तरह मम्मी के कमरे पर गया, वो मेरे बदले वीडियो देख रही थीं चूत में उंगली करते हुए, उनकी चूत गीली चमक रही थी। आज फिर सविता का कॉल आया।
सविता: मेरी जान, क्या कर रही है?
मां: चूत में उंगली कर रही हूं।
सविता: चूत में उंगली बिना पॉर्न के, वाह क्या बात है!
मां: नहीं यार, पॉर्न देखकर ही तो कर रही हूं।
सविता: पॉर्न देखकर? नए कहां से लाई?
मां: नए नहीं, वही पुराने वाले देख रही हूं।
सविता: वाह रे छिनार, कल तो इन्हीं के लिए मुझे तेरी बेटे को चोदने वाला गालियां सुना डालीं और आज खुद इन्हें देखकर उंगली कर रही है।
मां: तुझे कितनी बार कहा है मेरे बेटे के बारे में ऐसी गंदी बातें मत करना, और देख लिया तो क्या, असल में मां-बेटे की चुदाई तो होती ही नहीं।
सविता हंसने लगी।
सविता: क्या बोली तूने, असली में नहीं होती? वाह क्या जोक ठोंका है!
मां: क्या मतलब तेरा?
सविता: तू कितनी भोली है यार जो सोचती है मां अपने बेटे से चुदवाती ही नहीं, मैंने ऐसे ढेर सारे असली मां-बेटों के बारे में सुना है जो सच्ची चुदाई करते हैं, और शायद जो वीडियो तू देख रही है उनमें भी कई असली हों।
मां: छी: इस दुनिया में कैसे-कैसे घिनौने लोग हैं, अपने सगे बेटे से चुदाई? बेहद घिनौना!
सविता: ओह घिनौना बोल रही है काकी, तू खुद तो मां-बेटे का पॉर्न देखकर चूत गीली कर रही है।
मां: देखने में क्या बुराई, असल में चुदने में तो जमीन आसमान का फर्क है।
सविता: किसने कह दिया? जो भी मां-बेटे, बाप-बेटी या फैमिली वाले पॉर्न देखता है वो असल जिंदगी में भी ऐसी चुदाई में रुचि रखता ही है।
मां: क्या बकवास कर रही है तू? मैं ये सब नहीं मानती।
सविता: कोई दिक्कत नहीं, कल मैं आकर तुझे सबूत दिखा दूंगी।
सविता ने फोन काट दिया, मां ने लैपटॉप बंद किया सो गईं। मैं कमरे में आया, खुशी का ठिकाना न था क्योंकि जो काम दिनभर न कर सका वो सविता ने कर दिया, कल वो पक्का यकीन दिला देंगी। इसी खुशी में मम्मी और सविता दोनों के नाम मुठ मारी, उनका चूत सोचकर झड़ गया और सो गया।
बाकी की कहानी अगले भाग में। आप बताइए कि आपको यह कहानी कैसी लगी।