मुझको चोदा मेरे घर के नौकर ने

Servant sex story: दोस्तों, मैं आज आप सभी को अपनी सच्ची चुदाई की पूरी कहानी सुनाने जा रही हूँ। मेरा नाम पायल है और मैं बनारस शहर में रहती हूँ, मेरी उम्र इक्कीस साल की है, कद पाँच फुट छह इंच का है, मैं गोरी हूँ और मेरे मम्मे बहुत बड़े बड़े मुलायम हैं जो संगमरमर जैसे चिकने लगते हैं, मैं हमेशा अपनी चूत को साफ सुथरा रखती हूँ क्योंकि मुझे गंदगी बिलकुल पसंद नहीं है, मैं बहुत चुदक्कड़ और बेहया किस्म की लड़की हूँ, एक बार जिससे चुदना चाहूँ तो बिना चुदे मानती नहीं हूँ, मैं अपने बॉयफ्रेंड और उसके दोस्तों से कई बार चुद चुकी हूँ लेकिन असली चुदाई का मजा तब पता चला जब मैं अपने घर के नौकर से चुदी।

मेरे घर में अमित नाम का लड़का काम करता है, उसकी उम्र तेईस साल की है, कद पाँच फुट ग्यारह इंच का है, वो बहुत स्मार्ट और गठीले बदन वाला है, वो पापा की गाड़ी चलाता है और सबको ड्रॉप पिकअप करता है, मैं तो उसे देखते ही चुदना चाहती थी जब वो नया नया आया था, कॉलेज खुला तो पापा को ऑफिस छोड़ने के बाद वो मुझे कॉलेज से लाने आता था।

आज से दो महीने पहले की बात है, अमित मुझे कॉलेज से घर ला रहा था, मैंने सीट बेल्ट नहीं बाँधी थी, रास्ते में अचानक कुत्ते का बच्चा आ गया, अमित ने ब्रेक जोर से मारे, मैं आगे की सीट से फिसल कर उसके पैरों के पास पहुँच गई और मेरा हाथ उसके लंड पर पड़ गया, उसका लंड पहले से तना हुआ था, मैंने देखा वो मेरी आधी लटकी चूची को घूर रहा था, मैं सीधी हुई लेकिन मन में सोचने लगी कि उसका लंड खड़ा क्यों था, शायद वो किसी चुदाई के बारे में सोच रहा था, अमित ने पूछा कि आप ठीक हो मैडम, मैंने कहा हाँ ठीक हूँ लेकिन तुम मुझे मैडम मत कहो मेरा नाम पायल है, अमित को क्या पता था कि मैं उसके लंड की दीवानी हो चुकी हूँ, ऊपर से ही इतना मोटा लगा कि हाथ में नहीं आ रहा था।

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रोज कॉलेज आते जाते हमारी दोस्ती हो गई, घर आते वक्त हम गोलगप्पे की दुकान पर रुकते, गोलगप्पे खाते और फिर घर आते, इसी तरह दिन बीतते गए।

एक दिन अमित मुझे घर ला रहा था, मैंने कहा एक बात कहूँ, उसने कहा बोलो, मैंने कहा मैं तुमसे प्यार करती हूँ आई लव यू क्या तुम मुझसे प्यार करोगे, अमित पहले चुप रहा फिर बोला मैं तुम्हारे घर का नौकर हूँ तुम मुझसे प्यार कैसे कर सकती हो, मैंने मन में सोचा कैसे बताऊँ कि मैं तुम्हारे लंड पर मरती हूँ, थोड़ी देर बाद अमित ने गाड़ी सूनसान जगह पर रोकी, आगे की सीट फोल्ड की और पीछे आकर मुझे किस करने लगा, बोला मैं तो बहुत दिनों से तुम्हें चाहता हूँ लेकिन डरता था कि कहीं तुम पापा को बता दो तो नौकरी चली जाएगी, फिर उसने अपना हाथ मेरे हाथ पर रखा और होठों की तरफ बढ़ा, जैसे ही हाथ रखा मेरे अंदर वासना जागी, उसने होठ मिलाकर चूसने लगा, मैं भी चिपक कर उसके पतले रसीले होठ चूसने लगी, जोश इतना बढ़ा कि मैं उसके निचले होठ को काट काट कर पीने लगी, अमित के अंदर भी आग लगी वो मेरे होठ दाँतों से काटने लगा, उसके हाथ रुके नहीं मेरे बड़े गोल मुलायम मम्मों को मसलने लगे, मैं बेकाबू हो रही थी पागल सी हो गई, हम दोनों होठ पीते रहे मजा इतना आ रहा था कि पता नहीं कौन किसका होठ चूस रहा है, मैं उसके खुरदुरे जीभ को भी चूसने लगी।

लगभग चालीस मिनट तक अमित मेरे होठ पीता रहा, मैंने कहा अब घर चलें, हम घर के लिए निकले, मैंने उसका फोन नंबर ले लिया, अब फोन पर गंदी बातें शुरू हो गईं पूरी रात।

रोज कॉलेज से लौटते वक्त अमित गाड़ी सूनसान जगह रोकता, हम किस करते, अमित मेरी चूची मसलता, मैं उसके लंड को सहलाती तो वो और बेकाबू हो जाता, इसी तरह एक महीना बीत गया, मैं चुदना चाहती थी लेकिन अमित ने कुछ कहा नहीं, मैं पहले कैसे कहती।

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एक रात फोन पर मैंने गंदी बातें करके उसका मूड बनाया, अमित बोला यार मेरा मन चुदाई करने को कर रहा है, अपनी मलाई जैसी मुलायम चूत कब चुदवाओगी, मैंने सोचा मौका आ गया, पहले बहाना किया फिर बोली मैं भी तुमसे चुदने को बेताब हूँ, कब चोदकर मेरी जवानी की आग बुझाओगे।

हमने प्लान बनाया, अगले दिन मैं कॉलेज जाने के बहाने उसके रूम पर गई, अमित काम खत्म कर आया, हम फ्रेश हुए, मैंने कॉलेज ड्रेस उतारकर उसकी शर्ट और लोवर पहन लिया, अमित फ्रेश होकर नीले अंडरवियर में आया, उसका लंड खड़ा था अंडरवियर में दबा हुआ।

अमित मेरे बगल में बैठा, हाथ मेरी जांघ पर रखकर सहलाने लगा, बातें करते पारा बढ़ने लगा, हाथ ऊपर जांघ से चूचियों पर पहुँचा, मैं बेकाबू होकर उसे बाहों में भर किस करने लगी, अमित ने भी भर लिया, होठ पीने लगे, वो मेरे निचले होठ दाँतों से काट काट पीने लगा, मैं आपे से बाहर, वो मस्ती से किस कर रहा था मजा आ रहा था।

पच्चीस मिनट किस के बाद अमित ने शर्ट के बटन खोले, शर्ट उतारी, लोवर उतारा, अब मैं नीले रंग की डिजाइन ब्रा और पैंटी में थी, अमित मेरी गोरी चिकनी बॉडी देख मुंह में पानी आ गया, ब्रा निकाली, बड़े मुलायम चिकने मम्मों को दबाते पीने लगा, जैसे भूखा बच्चा माँ की चूची पीता है, मेरी कामोत्तेजना बढ़ती गई, अमित देर तक मम्मे पीता रहा हाथ से जांघ सहलाता रहा।

देर तक मम्मे पीने के बाद अमित ने पैंटी चाटना शुरू किया, चूचियां मसलता रहा, थोड़ी देर बाद पैंटी निकाली, हाथ से चूत सहलाने लगा, चिकनी जांघें चाटते पैर फैलाए, मुंह से चूत चाटने लगा, खुरदुरी जीभ से गुलाबी दाना कुत्ते जैसे चाटा, मुझे करंट सा लगा तड़पने लगी, आह्ह हा हा ऊ ऊ ऊ अई अई अई इस्स्स्स उह्ह्ह ओह्ह्ह रोक नहीं पा रही थी, आँखों 앞 अंधेरा छा गया, अमित ने बीस मिनट तक फुद्दी पी।

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देर तक चूत चूसने के बाद अमित ने दस इंच बड़ा मोटा गठीला लंड निकाला, मुंह में रख दिया, मैं प्यार से चूसने लगी जैसे बच्चा लॉलीपॉप चूसता है, काफी देर चूसा।

थोड़ी देर बाद अमित ने लंड मुंह से निकाला, मुझे बेड पर लिटाया, लंड चूत पर रगड़ने लगा, मैं मदहोश हो गई मजा आ रहा था, रगड़ते रगड़ते धीरे चूत में डाला, जैसे डाला मैं चीख उठी, अमित ने धीरे धीरे डालना शुरू किया, स्पीड बढ़ाई, जैसे स्पीड बढ़ी मैं तेज चीखने लगी अई अई अई इस्स्स्स उह्ह्ह ओह्ह्ह चोदो मुझे और कसकर चोदो, चूत फट रही थी लेकिन मजा जबरदस्त, चालीस मिनट तक लगातार चूत बजाई।

अमित गांड मारना चाहता था, बोला कुत्तिया बन, मैं समझ गई, मना किया दर्द होता है, अमित ने राजी किया, मैं कुत्तिया बनी, अमित ने लंड पर तेल लगाया, गांड में डालने की कोशिश की, लंड मोटा छेद छोटा इसलिए नहीं गया, मैंने हाथ से गांड फैलाई, अमित ने डाल दिया, मैं आगे खिसकी, अमित ने फिर डाला और गांड मारने लगा, मजा लेकर मार रहा था, रफ्तार बढ़ाई, मैं पागल होकर आऊ आऊ हममम अह्ह्ह सी सी हा हा प्लीज उ उ ऊ ऊँ ऊँ माँ ओह माँ भरने लगी, दर्द के बावजूद चुदाई का मजा अलग था।

देर तक गांड मारने के बाद अमित का माल निकलने वाला था, लंड बाहर निकाला, हाथ से मुठ मारने लगा, रफ्तार बढ़ी, माल निकला, राहत मिली, चुदाई खत्म होने के बाद भी देर तक किस करते रहे।

उस दिन के बाद मैं अमित से बहुत बार चुदी, लेकिन कुछ दिन बाद पापा को पता चल गया, पापा ने अमित को बहुत मारा, इतनी पिटाई हुई कि वो करीब नहीं आता, फिर मेरी शादी हो गई, अब हर रात पति चोदते हैं, किसी और की जरूरत नहीं, इस तरह मेरी चुदाई की कहानी पूरी हुई।

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