कल रात मेरी चुदाई ऐसी हुई की आज दिन भर मैं टाँगे अलग अलग करके यानी फैलाकर चल रही हूँ। मेरी बुर अभी तक सूजी हुई है गांड में भी दर्द है और चूचियाँ बड़ी हो गयी है और टाइट भी पर दर्द बहुत हो रहा है छूने पर। कल रात मेरी चुदाई मेरे भाई ने की और मेरे बॉयफ्रेंड ने दोनों साथ मिलकर मुझे चोदा इसलिए मेरी ये हाल हो गया।
आप खुद सोचिये जब एक लड़की जो पहले कभी लंड को देखि नहीं थी। और उसकी चुदाई पहली बार में दो दो लंड से हो जाये तो उसके बूर का क्या हाल होगा। मेरे साथ भी यही हुआ आज मैं आपको अपनी कहानी Free Sex Kahani डॉट in पर पढ़ेंगे। आशा करती हूँ आपको भी लगेगा की आप मुझे ही चोद रहे हैं खुब मजे दूंगी कहानी सुनाकर।
मेरा नाम नेहा है। मैं बिहार में रहती हूँ पटना की रहने वाली हु। मुझे एक लड़के से इश्क़ हो गया है। तो मैं उसके प्यार में पागल हूँ। वो मेरा पडोसी है वो मुझे बहुत चाहता है और मैं भी उससे बहुत चाहती हूँ। रात के अंधरे में हम दोनों छत पर मिलते हैं। किसी को पता भी नहीं चलता है मेरा छत और उसका छत सटा हुआ है।
रात के अंधरे में जब वो मेरे पास आता है तो मेरी चूचियां टाइट हो जाती है मेरी बूर में पानी आ जाता है मेरी धड़कन तेज हो जाती है। मैं पागल हो जाती हूँ उसको करीब पाकर। मेरे पुरे शरीर में बिजली दौड़ने लगती है। मैं अपने आप को रोक नहीं पाती हूँ। और जब वो मेरे करीब आता है तो अपना सब कुछ सौंप देती हूँ। वो मुझे चूमने लगता है प्यार करने लगता है।
दिन भर उसके याद में दीवानी रहती हूँ और फिर रात का इन्तजार करते रहती हूँ। ताकि अंधरे में छत पर जाकर अपनी चूचियां मसलवा सकूँ और वो मुझे चुम सकते और गांड मेरे सहला सके।
पर कल रात जो हुआ वो कुछ और ही हो गया। दिवाली ख़तम होते ही मेरे अंदर एक अजीब से व्याकुलता होने लगी। मुझे चुदने का मन करने लगा। अब मेरी चुत में मेरे बॉयफ्रेंड का लंड चाहिए था। इसलिए अब मेरी चूत में सरसराहट होने लगी। मैं दिन रात लंड और बूर के बारे में ही सोचते रहती थी।
और मैं अपने बॉयफ्रेंड को बोल भी दी अब मैं चुदना चाहती हूँ और वो भी तैयार हो गया। प्लान बन गया रात के ग्यारह बजे जब मेरे माँ बाप और मेरा भाई सो जाये तब। मैं तैयार थी और रात के ग्यारह बजे तो मैं छत पर पहुंच गयी। मेरा बॉयफ्रेंड पहले से ही मेरा इंतज़ार कर रहा था वो तुरंत ही मेरे करीब आ गया। अंधेरा था छत पर पर बिजली के खम्भे पर जो लाइट जल रही थी दूर में उससे थोड़ी थोड़ी रौशनी भी आ रही थी।
वो मुझे पकड़ लिया और मेरे होठ को चूसने लगा। मेरी बड़ी बड़ी जो गोल चूचियां जोर जोर से दबाने लगा मेरे तन बदन में आग लगने लगी मैं कामुक हो गयी थी। मेरे मुँह से सिसकारियां निकलने लगी। आह आह करने लगी उसने मुझे कस कर जकड़ लिया और मुझे उसकी जकड़न अच्छी लगने लगी।
धीरे धीरे वो मेरे कपडे उतार दिये। छत पर मैं शाम को ही एक रजाई रख दी थी ताकि कोई दिक्कत नहीं हो उसने मुझे रजाई पर लिटा दिया और फिर अपने भी कपडे खोल दिए। आह्हः क्या बताऊँ दोस्तों पहले तो मेरी चूचियों को खूब मसला फिर निप्पल को उँगलियों से दबाया। ओह्ह्ह्हह मजे लेने लगी फिर वो मेरी दोनों टांगो को अलग अलग किया और बिच में बैठ कर मेरी चूत चाटने लगा। उसी दिन मैं अपने चूत के बाल को साफ़ की थी। वो तो पागल हो गया वो अपनी जीभ मेरी बूर में घुसाने लगा मैं पागल होने लगी।
मेरी बूर काफी ज्यादा गीली हो गयी थी। फिर उसने ऊँगली डालना शुरू किया तब मेरे पुरे शरीर में बिजली दौड़ने लगी। मैं आह आह करते हुए अपनी चूचियां खुद ही दाबने लगी। मेरी बूर से गरम गरम पानी निकलने लगा। वो मेरी चुत की पानी को अपनी जीभ से चाट लेता फिर से मेरी चूत पानी छोड़ देता। मेरी बूर की गरम गरम पानी उसको मदहोश कर दिया और अब उसका लौड़ा मोटा हो गया और मेरी बूर में घुसने के लिए पूरी तरह तैयार हो गया।
मैं भी अब रुकना नहीं चाहती थी। मुझे भी बहुत जल्दी थी। वो मेरी टांगो को अलग अलग किया और फिर अपने लौड़े में थोड़ा थूक लगाया और फिर मेरी बूर में भी थूक लगाया और फिर अपना लंड मेरी बूर के मुँह पर यानी छेद पर रख कर जोर से पेल दिया। पूरा लंड तो पहले नहीं गया पर दर्द दे दे कर उसने पांच छह झटके में अंदर चला गया। पहले तो काफी दर्द होने लगा था फिर आराम से अंदर बाहर जाने लगा।
वो मुझे चोदते हुए धक्के देता और फिर मेरी चूचियां मसलता। मैं मजे ले रही थी आँखे बंद कर के चुदवा रही थी। वो मुझे जोर जोर से पेल रहा था। मैं खूबसूरत एहसास को अपनी यादों में बसा लेना चाहती थी आँखे बंद कर के सिसकारियाँ ले रही थी। और अपनी बाहों में भर ली थी अपने बॉय फ्रेंड को।
तभी अचानक मेरा भाई आ गया और बोला ये क्या हो रहा है। हम दोनों ही झट से अलग हो गए। और मैं अपने कपडे ढूढ़ने लगी। मेरा भाई मेरे बॉय बॉयफ्रेंड को एक थप्पड़ मारा और मेरे दोनों गाँव को एक हाथ से पकड़ कर दबा दिया। बोला रंडी हो गयी है इस कुत्ते से चुदवा रही थी।
मैंने कहा नहीं भैया आज पहली बार ही हुआ है ये सब। उसने भी यही बोला हां भैया इससे पहले कभी कुछ नहीं हुआ है। आज से नहीं मिलेंगे हम दोनों। पर मेरा भाई बोला चलो दोनों के घर में बात बताता हूँ तुम दोनों के बारे में। मैं कहा नहीं भैया नहीं ऐसा कुछ भी नहीं करना.
तो मेरा भाई बोला मेरी एकलौती बहन किसी और से चुदवा रही है और मैं कुछ नहीं बोलूगा ऐसा नहीं होगा। और फिर मेरा भाई मेरी चूचियों को छूते हुए बोला देखो देखो कैसी अपनी जिस्म लुटा रही थी। शर्म भी नहीं आती है। और फिर वो मेरी चूचियों को दबाने लगा और कहने लगा कुछ छोड़ेगी अपने पति के लिए या नहीं अभी तो टाइट लग रहा है कुछ दिन ऐसी ही मसलवायेगी तो चूचियों बूढी के तरह हो जाएगी।
और फिर मेरा भाई बोला जी तो करता है मैं भी चोद दूँ जब घर का माल को और कोई खा रहा है तो अपने खाये तो क्या बुराई है और फिर वो मेरी चूचियों को दबाने लगी और फिर मुझे चूमने लगा। धीरे धीरे वो मुझे लिटा दिया और मेरी बूर में ऊँगली करने लगा. मैं समझ गयी तो ये रिस्वत ले रहा है किसी से कुछ नहीं बोलने के लिए। तो मैं भी बोल दी अब किसी और कुछ नहीं कहना चाहे मेरे घर में या इसके घर में। उसने बोला किसी से कुछ नहीं कहुगा अब मैं तुम्हे छोडूंगा और साथ में ये भी चोदेगा।
फिर क्या बताऊँ दोस्तों पहले मेरा भाई मुझे दस मिनट तक चोदा फिर मेरा बॉयफ्रैंड भी साथ हो लिया दोनों मिलकर मुझे चोदने लगा. पहली बार दो दो लंड से मेरी चुदाई हो गयी रात के करीब एक बजे तक दोनों ने मुझे अलग अलग तरीके से चोदा। मैं अपनी दूसरी कहानी भी जल्द ही नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर ले कर आउंगी।