गर्लफ्रेंड जया के साथ पहला सेक्स

Desi girlfriend first time sex – हेलो दोस्तों, मेरा नाम राहुल है। मैं 19 साल का हूँ और 12वीं में पढ़ता हूँ। मेरी गर्लफ्रेंड का नाम जया है, वो भी 19 साल की है और मेरे साथ ही 12वीं में पढ़ती है। हम दोनों के घर अगल-बगल ही हैं। मेरे घर में कुल 5 लोग हैं – मम्मी, पापा, मैं और मेरे दो छोटे भाई। जया के घर में भी 5 लोग हैं – उसकी मम्मी, पापा, जया और उसके दो छोटे भाई। आज मैं आपको जया के साथ मेरे पहले सेक्स की कहानी सुनाने जा रहा हूँ, जो आज से 6 महीने पहले की बात है।

जया और मैं पिछले 2 साल से रिलेशनशिप में हैं। शुरू-शुरू में मैं बहुत शर्मीला था, इसलिए हम दोनों ज्यादा खुलकर बात नहीं करते थे। बस नॉर्मल सी बातें होती थीं, जैसे स्कूल, पढ़ाई और दोस्तों की बातें। धीरे-धीरे समय बीतता गया और हम एक-दूसरे के साथ थोड़ा फ्रैंक होने लगे। हम रोज़ शाम को मिलने लगे। हमारे मोहल्ले में एक अपार्टमेंट बन रहा था, जो शाम को खाली रहता था। हम वहाँ मिलते थे, क्योंकि वहाँ कोई नहीं आता था। वह जगह हमारी मुलाकातों का अड्डा बन गया था।

रिलेशनशिप के 8 महीने बाद मैंने जया को पहली बार किस किया। वो भी बस उसके गाल पर। मेरे दिल की धड़कन इतनी तेज़ थी कि मुझे लगा मेरा दिल बाहर निकल आएगा। उसने भी हल्के से मुस्कुराते हुए मेरे होंठों पर किस किया। फिर मैंने भी हिम्मत करके उसके होंठों को चूमा। उस दिन हमने पहली बार लिपलॉक किया। मैं तो सातवें आसमान पर था, लेकिन जया मुझसे भी ज्यादा खुश थी। उसकी आँखों में एक अलग सी चमक थी, जो मैं आज तक नहीं भूल पाया। उसके बाद जब भी हम मिलते, किसिंग तो जैसे हमारा रूटीन बन गया। हम एक-दूसरे के होंठों को चूमते, हल्का-फुल्का गले लगाते, और हर बार थोड़ा और करीब आते।

2 महीने बाद, एक दिन जब मैं जया को किस कर रहा था, मेरा हाथ गलती से उसके बूब्स को छू गया। मुझे डर लगा कि वो नाराज़ हो जाएगी, लेकिन उसने कुछ नहीं कहा। बस हल्का सा मुस्कुराई और मेरी तरफ देखने लगी। अगली बार जब हम मिले, मैंने जानबूझकर उसके बूब्स को छुआ। इस बार भी उसने कुछ नहीं कहा, बल्कि और ज्यादा मुस्कुराने लगी। मुझे समझ आ गया कि वो भी चाहती है कि मैं आगे बढ़ूँ। फिर मैंने हिम्मत करके उसके बूब्स को दबाना शुरू किया। जया के बूब्स छोटे-छोटे थे, लेकिन मुलायम और गुदगुदे। मैंने उसकी टी-शर्ट में हाथ डाला, तो उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और धीरे से बोली, “अभी नहीं, बाद में। कोई देख लेगा।” मैंने तुरंत अपना हाथ बाहर निकाल लिया, लेकिन मेरा मन अब बेकाबू हो रहा था।

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उस रात मैं जया के बारे में सोचते-सोचते पागल हो गया। मेरा मन कर रहा था कि जया के साथ और आगे बढ़ूँ। रात के 1 बज रहे थे। मैंने जया को फोन किया। राहुल: “जया, मुझे तुमसे अभी मिलना है।” जया: “सुबह मिल लेना, अभी कैसे आ सकती हूँ?” राहुल: “तुम्हारे घर में कौन-कौन जाग रहा है?” जया: “सब सो रहे हैं।” राहुल: “मैं आता हूँ, तुम अपना रूम खुला रखना।” जया: “नहीं, प्लीज़ मत आओ। मम्मी-पापा घर पर हैं।” राहुल: “ठीक है, कल मिलते हैं।”

अगले दिन शाम को हम फिर अपार्टमेंट में मिले। मैं थोड़ा डरते हुए बोला, “जया, मुझे तुम्हारे साथ सेक्स करना है।” वो हल्का सा मुस्कुराई और बोली, “फाइनली तुमने बोल तो दिया। मैं तो रिलेशनशिप के पहले हफ्ते से ही तुमसे सेक्स करना चाहती थी, लेकिन मैं लड़की हूँ ना, मैं बोल नहीं सकती थी। मुझे डर था कि तुम बुरा मान जाओगे। आज मैं बहुत खुश हूँ।” उसकी बात सुनकर मेरा डर खत्म हो गया। उसने कहा, “टेंशन मत लो। आज रात मेरे घर आ जाना। पापा बाहर गए हैं, और मेरे छोटे भाई जल्दी सो जाते हैं।” मैंने कहा, “ठीक है, तुम रूम खुला रखना। मैं 11 बजे आऊँगा।”

शाम को घर वापस आने के बाद मैंने मम्मी-पापा से कहा कि मैं अपने दोस्त के घर रात को रुकने जा रहा हूँ। उन्होंने हाँ कह दिया। मैंने 9 बजे खाना खाया और 10 बजे घर से निकल गया। एक घंटे तक सड़कों पर घूमता रहा, ताकि समय पास हो जाए। ठीक 11 बजे मैं जया के घर पहुँचा। उसकी मम्मी अपने रूम में सो रही थीं। जया ने मुझे चुपके से अपने रूम में बुला लिया।

जया के रूम में घुसते ही मेरे दिल की धड़कनें तेज़ हो गईं। कमरे में हल्की सी रौशनी थी, और जया ने एक टाइट टी-शर्ट और स्कर्ट पहनी थी। वो मुझे देखकर मुस्कुराई और धीरे से मेरे पास आई। मैंने उसे अपनी बाहों में लिया और धीरे-धीरे उसके होंठों को चूमने लगा। उसकी साँसें तेज़ थीं, और मैं उसकी गर्माहट को महसूस कर रहा था। मैंने उसके बूब्स को हल्के से दबाया, और वो सिहर उठी। मैंने उसकी टी-शर्ट को धीरे से ऊपर उठाया और उसे उतार दिया। उसके छोटे-छोटे बूब्स मेरे सामने थे, और मैंने उन्हें प्यार से सहलाना शुरू किया। मैंने उसके निप्पल्स को हल्के से चूमा, फिर धीरे-धीरे चूसने लगा। जया की साँसें और तेज़ हो गईं। वो बोली, “राहुल, आज रात बस बूब्स ही चूसते रहोगे या कुछ और भी करोगे?” मैंने हँसते हुए कहा, “अरे, इतनी जल्दी में क्यों हो? मैं तो 18 महीनों का इंतज़ार आज पूरा करने वाला हूँ।”

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जया ने मेरी पैंट की ज़िप खोली और मेरा लंड पकड़ लिया। उसका हाथ मेरे 6 इंच के लंड पर था, और वो उसे सहलाने लगी। मैंने भी उसकी स्कर्ट और पैंटी उतार दी। अब हम दोनों पूरी तरह नंगे थे। मैंने जया की जांघों पर हाथ फेरना शुरू किया, और धीरे-धीरे उसकी चूत तक पहुँचा। उसकी चूत गीली थी, और जैसे ही मैंने अपनी एक उंगली अंदर डाली, वो सिहर उठी। मैंने धीरे-धीरे उंगली अंदर-बाहर की, और जया की सिसकारियाँ तेज़ हो गईं। “आह… राहुल… और करो…” वो धीरे-धीरे कह रही थी। मैंने दूसरी उंगली भी डाल दी, और अब वो पूरी तरह गरम हो चुकी थी। उसकी चूत से पानी निकल रहा था, और वो बेकाबू हो रही थी।

10 मिनट तक उंगली करने के बाद जया पूरी तरह जोश में थी। उसने कहा, “राहुल, अब और मत तड़पाओ। डाल दो…” मैंने उसे बेड पर लिटाया और उसके पास तेल की बोतल देखी। मैंने अपने लंड पर और उसकी चूत पर तेल लगाया। उसकी चूत बहुत टाइट थी, क्योंकि ये हम दोनों का पहला सेक्स था। मैंने धीरे से अपना लंड उसकी चूत पर रखा और अंदर धकेलने की कोशिश की। लेकिन उसकी चूत इतनी टाइट थी कि लंड अंदर नहीं जा रहा था। मैंने थोड़ा और ज़ोर लगाया, और मेरा लंड का सुपारा अंदर चला गया। जया को दर्द हुआ, और वो बोली, “आह… धीरे करो, दर्द हो रहा है।” मैं रुक गया और उसके होंठों को चूमने लगा, ताकि उसका ध्यान दर्द से हटे।

थोड़ी देर बाद मैंने फिर से धीरे-धीरे लंड अंदर डाला। इस बार तेल की वजह से मेरा पूरा लंड उसकी चूत में चला गया। जया ज़ोर से चीखी, और उसकी आँखों से आंसू निकल आए। मैंने तुरंत उसके होंठों को चूम लिया और उसे शांत किया। थोड़ी देर रुकने के बाद मैंने धीरे-धीरे धक्के लगाने शुरू किए। जया अब मज़े में थी। वो सिसकारियाँ ले रही थी, “आह… आह… राहुल… और ज़ोर से…” उसकी आवाज़ मुझे और जोश दिला रही थी। मैंने धक्कों की स्पीड बढ़ा दी, और अब कमरे में सिर्फ हमारी साँसों और चुदाई की आवाज़ें गूँज रही थीं – थप-थप-थप।

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मैंने जया को पलटा और उसे घोड़ी बनाया। इस पोजीशन में उसकी चूत और टाइट लग रही थी। मैंने फिर से लंड अंदर डाला और धीरे-धीरे धक्के मारने लगा। जया की सिसकारियाँ अब और तेज़ हो गई थीं, “आह… आह… राहुल, चोदो मुझे… और ज़ोर से…” उसका ये गंदा बोलना मुझे और उत्तेजित कर रहा था। मैंने धक्कों की स्पीड बढ़ा दी, और अब हम दोनों पूरी तरह चुदाई के नशे में डूबे थे।

करीब 20 मिनट तक चुदाई करने के बाद मुझे लगा कि मेरा निकलने वाला है। जया ने कहा, “राहुल, मेरी चूत में मत झड़ना।” लेकिन मुझे इतना मज़ा आ रहा था कि मैंने उसकी बात नहीं सुनी और उसकी चूत में ही झड़ गया। जया थोड़ा नाराज़ हुई और बोली, “ये क्या किया? मैंने बोला था बाहर निकालो।” मैंने कहा, “सॉरी, जया। मैं कंट्रोल नहीं कर पाया। मैं कल तुम्हें i-पिल ला दूँगा।” वो बोली, “ठीक है।”

अब मैं जया को हर महीने 3-4 बार चोदता हूँ। एक बार तो जया प्रेग्नेंट भी हो गई थी, लेकिन हमने उसका अबॉर्शन करवा दिया। अब उसकी चूत इतनी ढीली हो गई है कि उसमें दो लंड भी आराम से चले जाएँ। लेकिन मैं जया से बहुत प्यार करता हूँ।

आपको मेरी कहानी कैसी लगी? कमेंट में ज़रूर बताएँ।

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