दोस्तों, ये मेरी पहली कहानी है और बिल्कुल सच्ची है। पहले मुझे लगता था कि ऐसी कहानियाँ झूठी होती हैं, पर जब मेरे साथ ऐसा हुआ जो मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था, तो मुझे यकीन हुआ कि हर कहानी झूठी नहीं होती। मेरा नाम अमन है, और मैं पुणे में रहता हूँ। अभी मेरी उम्र 24 साल है, और मैं एक आईटी कंपनी में काम करता हूँ। ये कहानी उस वक्त की है जब मैं 19 साल का था और भोपाल से इंजीनियरिंग कर रहा था। मैं असल में भोपाल का ही हूँ।
मेरे पड़ोस में एक दीदी रहती थीं, हिना खान (नाम बदला हुआ है)। क्या माल थी यार, बिल्कुल सेक्स बम! उनका फिगर था 35-28-36, और मैंने खुद नापा था एक बार मौका मिलने पर। उनकी गांड थी तो बस दिल जीत लेने वाली, मोटी-मोटी, जब चलती थी तो ऐसा हिलती थी कि दिल करता था बस पकड़ लूँ और दबाऊँ। मैं गांड का बहुत बड़ा दीवाना हूँ, और जब भी हिना दीदी चलती थीं, उनकी गांड का हिलना देखने का मौका मैं कभी नहीं छोड़ता था। मन करता था कि उनकी गांड को हाथ से सहला दूँ, पर डर भी लगता था कि कहीं बुरा न मान जाएँ।
हिना दीदी उस वक्त एमटेक कर रही थीं, और उनका स्टाइल ही अलग था। घर पे वो शॉर्ट्स और टाइट शर्ट पहनती थीं, और बाहर निकलती थीं तो टाइट सलवार-सूट या लेगिंग्स। उनका रंग बिल्कुल गोरा था, और उनके जिस्म पे एक भी बाल नहीं—स्किन इतनी स्मूथ कि क्या बताऊँ! जब भी वो बाहर निकलती थीं, मोहल्ले के लड़के सारे काम छोड़ कर उन्हें घूरते रहते थे। उनकी कार से उतरते वक्त उनके बूब्स ऐसे हिलते थे कि लगता था जैसे ब्रा नहीं पहनी। कई बार तो उनके निप्पल्स भी दिख जाते थे, और दिल करता था बस देखता ही रहूँ।
उनके घर में बस वो, उनकी मम्मी, और पापा थे। उनके पापा अक्सर काम के सिलसिले में बाहर रहते थे, और मम्मी की हॉस्पिटल में नर्स की जॉब थी, तो कभी डे शिफ्ट, कभी नाइट शिफ्ट। हिना दीदी की मम्मी भी अपने टाइम की कमाल थीं—बिल्कुल सेक्स बम, शायद जवानी में बड़ी वाली रंडी रही होगी। पर बात करने के तरीके से दोनों माँ-बेटी बहुत शरीफ लगते थे। मेरी मम्मी से हिना दीदी की खूब बनती थी, और मैं भी उनके घर आता-जाता रहता था। कभी-कभी अनजाने में उनके बूब्स या गांड को टच हो जाता था, पर वो नॉर्मल बात थी, और वो भी हँस कर टाल देती थीं।
एक दिन हिना दीदी ने मुझे मेरी गर्लफ्रेंड के बारे में पूछा। मैंने सच बोला कि मेरी एक गर्लफ्रेंड है। उन्होंने मुझे एक नॉटी सी स्माइल दी और पूछा, “तुम दोनों क्या-क्या करते हो साथ में?” मेरा दिमाग एक दम से दो धारी हो गया। हिना दीदी से ऐसी बात पहली बार सुनी थी—वो तो हमेशा नॉर्मल ही बात करती थीं, न कभी गंदी बात, न ज्यादा फ्रेंडली थीं। मैंने सोचा, ये क्या पूछ रही हैं? फिर मैंने भी थोड़ी हिम्मत करके पूछा, “आपका मतलब क्या है, दीदी? साफ-साफ बोलो ना!” उन्होंने हँस कर कहा, “अरे, मैं तो बस मस्ती कर रही थी। बता ना, कहाँ जाते हो, क्या करते हो?” मुझे लगा शायद वो सेक्स के बारे में हिंट दे रही हैं, पर मैं श्योर नहीं था।
उस वक्त हम लोग बिल्डिंग की सीढ़ियों पर खड़े बात कर रहे थे। मैंने कहा, “हम मूवी जाते हैं, पार्क में घूमते हैं, झील के पास टाइम स्पेंड करते हैं।” उन्होंने फिर शरारत भरी आवाज में पूछा, “तेरी गर्लफ्रेंड को कभी घर नहीं लाया? या तू उसके घर जाता है?” और ये कहते हुए उन्होंने मेरे गाल पर प्यार से थप्पड़ मारा। उनकी आवाज में एक अलग सी मस्ती थी, और मुझे लगा आज दीदी कुछ ज्यादा ही अलग मूड में हैं। मैंने भी थोड़ी हिम्मत करके कहा, “दीदी, आप साफ-साफ पूछो ना, क्या बात है!” उन्होंने हँस कर कहा, “अरे, मैं तो बस मजाक कर रही थी,” और मेरे गाल पे चिमटी काट कर चली गईं। मैं बस उनकी गांड को देखता रहा—टाइट सूट और लेगिंग्स में वो ऐसा हिल रही थी कि मेरा लंड खड़ा हो गया। मैंने अपने लंड को जोर से दबाया और उनकी गांड को घूरता रहा।
तभी उन्होंने पीछे मुड़कर मुझे आवाज दी, “अमन!” मैं एक दम से चौंक गया और हाथ हटा लिया। उन्होंने हँस कर कहा, “तेरी गर्लफ्रेंड की कहानी बाद में सुनाना!” और मेरे लंड की तरफ देखते हुए चली गईं। मेरा दिल जोर-जोर से धड़कने लगा। उस दिन मुझे लगा कि शायद हिना दीदी के साथ कुछ हो सकता है, वरना मैं तो उनके सामने हमेशा डरता था।
रात को उनकी मम्मी की नाइट शिफ्ट थी। मैं 8 बजे के आसपास घर जा रहा था जब हिना दीदी ने अपने घर का गेट खोला और कहा, “अमन, मुझे तेरी कहानी सुननी है। अंदर आ!” मैंने कहा, “ठीक है, दीदी। मैं खाना खा कर आता हूँ। आपकी मम्मी कहाँ हैं?” उन्होंने कहा, “मम्मी ऑफिस गई हैं, आज नाइट शिफ्ट है।” ये सुनते ही मेरे दिल में लड्डू फूटने लगे। उन्होंने मेरी खुशी को भाँप लिया और कहा, “इतना क्यों खुश हो रहा है?” मैं भाग कर घर गया, खाना खा रहा था कि हमारे घर की बेल बजी। मम्मी ने दरवाजा खोला तो हिना दीदी थीं। उन्होंने मम्मी से कुछ बात की और उन्हें फोन दिया। मुझे लगा शायद कोई प्रॉब्लम है, डर भी लगा। फिर मम्मी अंदर आईं और बोलीं, “हिना की तबीयत खराब है। आज रात तू उनके घर सो जा।” मेरे तो होश ही उड़ गए! मेरा लंड इतना टाइट हो गया कि लग रहा था अभी फट जाएगा।
खाना खा कर मैं उनके घर पहुँचा। दीदी ने कपड़े चेंज कर लिए थे। पहले वो सिम्पल कुर्ती में थीं, पर अब उन्होंने एक टाइट पिंक टॉप और छोटी सी ब्लैक स्कर्ट पहनी थी। टॉप इतना टाइट था कि उनके निप्पल्स साफ दिख रहे थे—लगता था ब्रा नहीं पहनी। मैं तो बस देखता ही रह गया। मैंने कहा, “दीदी, आप बहुत अच्छी लग रही हो!” उन्होंने कहा, “बस अच्छी? और कुछ?” मैंने हिम्मत करके बोला, “दीदी, आप तो इतनी सेक्सी हो कि पूरा मोहल्ला आपके पीछे पागल है!” उन्होंने हँस कर पूछा, “सच में? लोग मेरे बारे में क्या कहते हैं?” मैंने कहा, “आप बुरा तो नहीं मानोगी?” उन्होंने कहा, “अरे, कोई मेरी तारीफ करे तो बुरा क्यों लगेगा?”
मैंने थोड़ा शर्माते हुए कहा, “लोग कहते हैं आपके बूब्स और गांड बहुत बड़े और सेक्सी हैं।” वो जोर से हँसी और बोली, “बूब्स और गांड मतलब फ्रंट और बैक? और तू क्या कहता है?” मैंने कहा, “दीदी, मैं तो आपकी गांड का दीवाना हूँ। और आपके निप्पल्स तो हमेशा खड़े रहते हैं, कितने सेक्सी लगते हैं!” उन्होंने अपना एक निप्पल टॉप के ऊपर से दबाया और कहा, “ये तो मैंने ब्रा नहीं पहनी इसलिए दिख रहे हैं। क्या तू इन्हें फील करना चाहता है?” मैं तो बस देखता रह गया, दिमाग सुन्न हो गया। उन्होंने मेरा हाथ पकड़ा, अपने मुँह में डाला, थोड़ा सा बाइट किया, और आँख मारी। फिर मेरा हाथ अपने बूब्स पे ले गईं और जोर से दबाया। मैं भी जोश में आ गया और दोनों हाथों से उनके निप्पल्स को दबाने लगा। वो “आआह, धीरे कर ना, इतना जोर से नहीं!” कहती रही, पर उनकी आवाज में मस्ती थी।
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फिर उन्होंने अपना हाथ स्कर्ट के ऊपर से अपनी चूत पे रखा और मसलने लगी। मैं समझ गया कि दीदी पूरी गर्म हैं। मैंने कहा, “दीदी, आप तो बहुत हॉट हो!” उन्होंने कहा, “अब तुझे पता चला? चलो, पहले खाना खा लेते हैं, फिर तू मुझे अपनी कहानी सुनाना।” मैंने सोचा, अभी तो लग रहा था कि लंड डाल के ही शांत होगी, पर ये क्या खाना शाना? मैंने कहा, “मैंने तो खाना खा लिया, आप खाओ। वैसे आपकी तबीयत को क्या हुआ जो मम्मी से मुझे रुकने को कहा?” उन्होंने कहा, “मेरी पीठ में दर्द है, और थोड़ी सी गर्मी भी लग रही है, शायद बुखार है।” मैंने मजाक में कहा, “गर्मी तो आप में बहुत है!” वो हँस पड़ीं और डाइनिंग टेबल पे खाना लगा कर बैठ गईं।
खाना खाते वक्त उन्होंने जान बूझ कर अपनी चम्मच गिरा दी और कहा, “अमन, जरा उठा दो ना।” मैं टेबल के नीचे झुका तो देखा चम्मच थोड़ी दूर थी। जैसे ही मैं चम्मच उठाने गया, दीदी ने अपनी टाँगें फैला दीं। ओह माय गॉड! उन्होंने पैंटी नहीं पहनी थी! उनकी गोरी, शेव्ड चूत साफ दिख रही थी। मैं समझ गया कि ये मुझे जान बूझ कर तरसा रही हैं। मैंने धीरे से उनकी जाँघों पे हाथ रखा और सहलाने लगा। वो और झुक गईं ताकि मैं उनकी चूत को अच्छे से देख सकूँ। मैंने उनकी चूत के पास नाक ले जाकर स्मेल की—क्या मस्त सेक्सी सी खुशबू थी! फिर मैंने अपनी जीभ से उनकी चूत चाटनी शुरू की। उनकी चूत इतनी गर्म थी कि मेरा लंड पैंट में तड़पने लगा। मैंने एक हाथ से अपना लंड सहलाया, पर दीदी ने देखा और कहा, “लंड को हाथ मत लगा, इसे तो मैं खेलूँगी और चूसूँगी!” उन्होंने अपनी टाँगों से मेरा लंड सहलाना शुरू किया, और साथ में सिसकारियाँ भरने लगीं। उनकी आवाज इतनी सेक्सी थी कि मैं पागल हो रहा था।
फिर वो चेयर पे ऐसे लेट गईं जैसे पूरी खुल गई हों। उन्होंने कहा, “मेरी गांड में खुजली हो रही है, प्लीज इसे चाटो ना!” मैं तो गांड का दीवाना हूँ, सो मैंने तुरंत उनकी गांड चाटनी शुरू कर दी। चूत और गांड दोनों को ऊपर से नीचे तक चाट रहा था। वो आँखें बंद करके सिसकारियाँ ले रही थीं और बोल रही थीं, “हाँ, और करो, मजा आ रहा है! अपनी उंगली से मेरी गांड फक करो!” मैंने एक उंगली उनकी गांड में डाली और चूत को चाटता रहा। थोड़ी देर बाद मैंने दो उंगलियाँ डाली, और वो “आआह, फाड़ दो मेरी गांड!” कहती रही। मैंने पूछा, “दीदी, आपकी गांड में उंगली इतनी आसानी से कैसे चली गई?” उन्होंने मेरे लंड को टाँगों से दबाते हुए कहा, “मेरे इस बदन का राज़ यही है। मैं बहुत मस्ती करती हूँ अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ। मुझे गांड में लंड लेना बहुत पसंद है। क्या तू मेरी गांड में डालेगा?”
मैं तो सुन के पागल हो गया। मैंने सोचा, ये तो पूरी रंडी है, और मैं इसे शरीफ समझ रहा था! मैंने कहा, “दीदी, चलो बेडरूम में चलते हैं।” वो बोलीं, “हाँ, मेरे रंडवे, चल!” मैं उनकी गांड को हिलते हुए देखता रहा जब वो आगे-आगे चली। मैंने कहा, “दीदी, मैं आपकी गांड का इतना बड़ा फैन हूँ कि इसके लिए कितनी बार मुठ मारी होगी।” उन्होंने कहा, “आज दिल भर के इसे खा लेना!” वो मेरे पास आईं, मेरा 7-इंच का लंड पकड़ा, थोड़ा आगे-पीछे किया, और झुक कर उसे 7-8 बार चूसा। फिर मेरा लंड पकड़ कर मुझे बेडरूम की तरफ ले गईं।
बेडरूम के दरवाजे पे मैंने उन्हें दीवार से लगा दिया, उल्टा किया, और अपने लंड से उनकी गांड को टच करने लगा। उनके बूब्स और निप्पल्स को टॉप के ऊपर से ही दबाने लगा। वो सिसकारियाँ लेते हुए बोलीं, “मेरी टी-शर्ट निकाल दो, मेरे बूब्स चूसो!” मैंने उनकी टी-शर्ट उतारी और उनके पिंक-पिंक बूब्स और बड़े-बड़े निप्पल्स को चूसना शुरू किया। क्या मस्त बूब्स थे, बिल्कुल मुलायम और 1-इंच के निप्पल्स को मैंने थोड़ा सा बाइट भी किया। फिर हम बेड पे गए। वो उलटी लेट गईं, और मैंने उनकी गांड को फिर से चाटना शुरू किया। उनकी गांड इतनी मुलायम थी कि मैं पागल हो रहा था। मैंने अपनी जीभ उनकी गांड के होल में डाली, और वो “आआह, और अंदर डालो!” कहती रही।
मैंने अपना लंड उनकी गांड के होल पे रखा और धीरे से धक्का दिया। उनकी गांड इतनी टाइट थी कि पहले तो लंड फिसल गया, पर थोड़ी देर बाद जब मैंने जोर लगाया, तो लंड अंदर चला गया। वो जोर से चीखीं, “आआह, धीरे करो, मेरी गांड फट जाएगी!” मैंने धीरे-धीरे धक्के मारने शुरू किए, और वो मजा लेने लगीं। उन्होंने कहा, “और जोर से, फाड़ दो मेरी गांड!” मैं पूरे जोश में था, और उनकी गांड को जोर-जोर से चोदने लगा। साथ में उनके बूब्स दबाता रहा और उनके निप्पल्स को मसलता रहा। वो सिसकारियाँ ले रही थीं, “हाँ, अमन, ऐसे ही चोदो, मेरी चूत भी चोदो!”
मैंने उन्हें सीधा किया और उनकी चूत में लंड डाला। उनकी चूत पूरी गीली थी, और लंड आराम से अंदर चला गया। मैंने जोर-जोर से धक्के मारने शुरू किए, और वो “आआह, ओह्ह, और जोर से!” कहती रही। उनकी चूत इतनी गर्म थी कि मैं झड़ने वाला था, पर मैंने कंट्रोल किया। मैंने उन्हें डॉगी स्टाइल में किया और फिर से उनकी गांड में लंड डाला। इस बार मैंने पूरा जोर लगा दिया, और वो मजा लेते हुए चिल्लाती रही, “हाँ, मेरी गांड मारो, फाड़ दो इसे!”
करीब 20 मिनट तक मैं उनकी गांड और चूत दोनों को चोदता रहा। फिर मैं झड़ने वाला था। उन्होंने कहा, “मेरे मुँह में झड़ो!” मैंने अपना लंड उनके मुँह में डाला, और वो उसे चूसने लगीं। थोड़ी देर बाद मैं उनके मुँह में ही झड़ गया, और उन्होंने सारा माल पी लिया। वो हँस कर बोलीं, “तेरा लंड कितना टेस्टी है, अमन!”
उस रात हमने 3 बार चुदाई की—एक बार गांड में, एक बार चूत में, और एक बार उनके मुँह में। सुबह तक हम दोनों थक कर सो गए। हिना दीदी के साथ ये एक्सपीरियंस मेरे लिए जिंदगी भर का यादगार पल था। आज हिना दीदी की शादी हो चुकी है, पर जब भी मैं भोपाल जाता हूँ और वो मिलती हैं, हम थोड़ी सी मस्ती कर लेते हैं। अब तो वो और भी सेक्सी हो गई हैं, और उनकी गांड अब भी मेरी वजह से हिलती है!
दिल्ली ncr किसी भी भाभी या लड़की को सेक्स करना हे तो मुझे कॉन्टेक्ट कर सकते हे