Bhabhi Devar Massage sex – एक दिन सुबह मेरे पति ऑफिस चले गए। मैं पूजा हूँ, उम्र करीब २८ साल की, गोरी चिट्टी, भरी हुई बॉडी वाली, बड़े बड़े बूब्स और मोटी गांड वाली भाभी। मेरे देवर जी, जिनका नाम राहुल है, वो २४ साल के जवान लड़के हैं, लंबे कद के, मजबूत बदन वाले, रोज की तरह क्रिकेट खेलने जाने लगे। वो स्पोर्ट्समैन हैं, हमेशा फिट रहते हैं। मैंने अपना प्लान बनाया हुआ था, क्योंकि मैं काफी दिनों से गर्म थी, पति के साथ सेक्स में मजा नहीं आता था। जैसे ही वो जाने लगे, मैंने अपने पैर को पकड़कर चिल्ला उठी, अरे ओह, मेरा पैर बहुत दर्द कर रहा है। वो रुक गए और चिंता से मेरी तरफ देखने लगे। devar se pelwane ka plan
फिर मैंने दोबारा कहा कि हाँ, पैर में बहुत तेज दर्द है, चल नहीं पा रही हूँ। राहुल ने कहा कि चलो डॉक्टर के पास चलते हैं। मैंने मना कर दिया, बोली कि इतनी सुबह डॉक्टर कहाँ मिलेगा? वो परेशान हो गए, सोचने लगे कि अब क्या करें। चूंकि वो खिलाड़ी हैं, तो बोले कि क्या मैं तुम्हारे पैर की मालिश कर दूँ? मैंने दिल में सोचा कि यही तो मौका है, मैंने तुरंत हाँ कह दिया। ऐसा चांस रोज नहीं मिलता, मैं इसे खोना नहीं चाहती थी।
राहुल ने किचन में जाकर नारियल का तेल गर्म किया। घर में सिर्फ हम दोनों थे, कोई और नहीं। वो तेल लेकर वापस बेड पर आए और पूछा कि कहाँ दर्द है? मैं शर्मा गई, चेहरा लाल हो गया। वो बोले कि अरे, शर्माने की क्या बात है? अगर जगह नहीं बताओगी तो मालिश कैसे करूँ? मैंने कहा कि घुटने के ऊपर और कमर में भी मोच आ गई है। वो बोले कि ठीक है, और तेल लेकर बैठ गए।
घर में अकेले थे, इसलिए राहुल थोड़े टेंशन में लग रहे थे। मैंने पूछा कि क्या बात है? वो बोले कि मैं तुम्हें कैसे मालिश करूँ? तुम मेरे भाई की बीवी हो, पराई औरत को हाथ नहीं लगाता हूँ। मैंने झट से कहा कि रहने दो, मेरी जान भी चली जाए तो तुम्हें क्या? दर्द मुझे हो रहा है, होने दो। मैं डॉक्टर नहीं जाऊँगी, मुझे मेरे हाल पर छोड़ दो, तुम खेलने जाओ। वो बोले कि अगर किसी ने देख लिया तो? मैंने कहा कि घर में कोई नहीं है, डरने की क्या बात? ये सुनकर वो मान गए और मालिश शुरू की। devar bhabhi dirty talk
जैसे ही उनके हाथ मेरे पैर पर लगे, मेरा पूरा बदन सिहर उठा। उनका स्पर्श इतना नरम और मजबूत था कि मैं गर्म हो गई। मैंने जानबूझकर पैंटी नहीं पहनी थी, ब्रा भी नहीं। सिर्फ गाउन था ऊपर। वो पैरों की मालिश कर रहे थे, धीरे धीरे ऊपर की तरफ बढ़ रहे थे। मैंने कहा कि घुटने के ऊपर मोच है। वो शर्माकर बोले कि कोई देख लेगा। मैंने कहा कि दरवाजा बंद कर दो, फिर करो। उन्होंने दरवाजा बंद किया और गाउन को घुटने के ऊपर उठाया।
जैसे ही गाउन ऊपर हुआ, मेरी चूत दिख गई होगी, क्योंकि पैंटी नहीं थी। वो हक्के बक्के रह गए, लेकिन फिर जोर से मालिश करने लगे। मेरी नजर उनके लंड पर पड़ी, जो टॉवल में तना हुआ फड़फड़ा रहा था। मैंने जांघें थोड़ी फैला दीं, ताकि चूत के दर्शन अच्छे से हों। वो गर्म हो गए, मालिश अब सेक्सी तरीके से करने लगे। मैंने सोने का नाटक किया, आँखें बंद कर लीं।
राहुल ने धीरे धीरे हाथ जांघों से चूत तक पहुँचा दिया। उनका हाथ मेरी चूत पर फिसलने लगा, मैं तो पानी पानी हो गई। मेरी चूत से रस निकलने लगा, शायद उन्हें गंध आ गई। उन्होंने चूत को छूना शुरू किया, एक उंगली अंदर डाली। उंगली दीवार से टकराई, मैं सिसक उठी, आह… ठंडी साँसें भरने लगी। उन्होंने मुझे उठाने की कोशिश की, बोले कि भाभी उठो। लेकिन मैं नाटक जारी रखे।
उन्हें समझ आ गया कि मुझे मजा आ रहा है। उन्होंने दोबारा शुरू किया, अब उंगली से चूत चोदने लगे। उंगली अंदर बाहर, तेज तेज। मैं फिर झड़ गई, सारा पानी उनके हाथ पर। उन्होंने चाट लिया, जीभ से साफ किया। फिर अचानक गाउन में घुस गए, चूत चाटने लगे। उनकी जीभ मेरी चूत पर लगी, मैं पागल हो गई, आहह… ऊऊ… मैंने गाउन हटाया, उठ बैठी। वो साइड हो गए, सॉरी बोलने लगे कि गलती हो गई।
मैंने पूछा कि क्या मेरी चूत पसंद आई? क्या देवरानी जी से अच्छी है? वो मेरे पास आए, किस करते हुए बोले कि तेरी चूत तो स्वर्ग है, इतनी सुंदर कभी नहीं देखी। मैंने कहा कि चाटना है तो देर क्यों? वो मूड में आ गए, मेरा गाउन उतारा, बूब्स चूसने लगे। निप्पल्स को जीभ से घुमाया, चूसा, काटा हल्का। मैं पागल हो गई, आह… राहुल… मैंने उन्हें किस किया, जीभ आपस में लिपटी। सेक्स का भूत सवार था दोनों पर।
वो बूब्स चूसते चूसते नीचे चूत पर आए, चूसना शुरू। जीभ अंदर डाली, क्लिट को चाटा, मैं चिल्लाई, आहह… ऊऊऊ… हाँ चाटो। मैंने उनका ७ इंच का लंड पकड़ा, बोली कि मुझे भी टेस्ट चाहिए। हम ६९ पोजीशन में आए। मैं ऊपर, लंड मुँह में लिया, चूसा, जीभ से टिप चाटी। वो नीचे से चूत चाट रहे थे, उंगली भी डाली। मैं तीन बार झड़ी, हर बार आह… आऊऊ… निकला। पति के साथ मुश्किल से एक बार झड़ती थी, लेकिन राहुल के साथ पहले ही तीन बार।
फिर हम खड़े हुए, किस करने लगे। उनका किस स्टाइल सेक्सी था, होंठ चूसते, जीभ अंदर डालते। उन्होंने मुझे गोद में उठाया, बाथरूम ले गए। मैंने कहा कि यहीं चोदो ना। वो बोले कि धीरज रखो रानी, जल्दी क्या है? बाथरूम में शॉवर ऑन किया। मैंने पूछा कि क्या इरादा है? वो बोले कि देवरानी को पहली बार शॉवर में चोदा था। मुझे चूमने लगे, फिर शॉवर के नीचे झुकाकर खड़ा किया।
मैं झुकी, उन्होंने लंड चूत पर रखा। मैं डर गई, सोचा फाड़ न दे। लेकिन धीरे धीरे डाला। लंड का सुपारा अंदर गया, आह… दर्द हुआ। फिर पूरा घुसा, स्पीड बढ़ाई। पानी गिर रहा था, चूत गीली थी। मैं मजा ले रही थी, कमर हिला रही थी। फिर अचानक जोर जोर से चोदने लगे, मैं हैरान, आहह… आऊच्च… धीरे… हाईई… उनका लंड चूत को पीट रहा था, थप थप की आवाज आ रही थी।
फिर मुझे शॉवर के नीचे लिटाया, ऊपर चढ़ गए। टाँगें कंधे पर रखीं, लंड डाला। चूत से पानी निकला, लेकिन घुसा दिया। टाँगें पकड़कर चोदना शुरू, जोर जोर से। मैं रेस्पॉन्स दे रही थी, नीचे से धक्का। वो बोले कि क्या मुझे चोदना चाहती हो? मैं बोली हाँ, चोदना चाहती हूँ।
हम बेडरूम आए, लेकिन उन्होंने मुझे लंड पर बैठाकर ही लाया। वो लेटे, मैं ऊपर बैठी, लंड चूत में लिया। पहले दर्द, क्योंकि ४० मिनट से सेक्स चल रहा था। फिर मजा आया, स्पीड बढ़ाई। वो बोले कि जोश चढ़ गया? मैं बोली कि तेरा लंड इतना गर्म है, पागल हो गई। फिर उन्होंने नीचे से झटके दिए, जोर जोर से। मैं झड़ गई, आह… ऊऊ… वो बोले कि मेरा निकलने वाला है। मैंने कहा अंदर डाल दे।
उन्होंने स्पीड बढ़ाई, बूब्स हिल रहे थे, कमर हिल रही थी। चूत में दर्द लेकिन मजा। फिर गर्म वीर्य चूत में गिरा, बहकर जांघों पर आया। मेरी प्यास बुझ गई। फिर ८ दिन वो रुके, रोज चुदाई की, मजा किया।