यह कहानी(Classmate Friends sex story) उस समय की है जब विपिन 21 साल का था और पढ़ाई कर रहा था। पढ़ाई में होशियार होने के कारण उसके सभी दोस्त उससे पढ़ाई में मदद लिया करते थे। वह भी उनकी पूरी मदद करता था। उसके दोस्त पढ़ाई के प्रति समर्पित थे और लड़कियों से दूर रहते थे।
स्कूल खत्म होने के बाद सभी ने कोचिंग क्लास में जाना शुरू किया। स्कूल के दिनों में विपिन और उसके दोस्त लड़कियों से बात नहीं करते थे, इसलिए उसने कभी सेक्स का अनुभव नहीं किया था। उसका पूरा ध्यान सिर्फ पढ़ाई पर था।
उनकी कोचिंग क्लास में दो लड़कियाँ भी आईं, जिनके नाम सिमरन और दिव्या थे। सिमरन दिखने में साधारण थी, लेकिन दिव्या काफी सुंदर थी। उसे देखकर विपिन का दिल तेजी से धड़कने लगा। धीरे-धीरे उसकी उनसे दोस्ती हो गई। चूँकि उनका घर विपिन के घर के पास ही था, वे साथ आने-जाने लगे।
विपिन ने पहले सेक्स वीडियो देखे थे, और उसका मन करता था कि उसे भी कोई लड़की मिल जाए जिसे वह पटा सके। इसलिए उसने सिमरन और दिव्या पर ध्यान देना शुरू किया। लेकिन उसे डर था कि कहीं यह कोशिश उसे किसी परेशानी में न डाल दे।
कुछ दिन यूँ ही बीत गए, लेकिन कुछ नहीं हुआ। फिर एक दिन ऐसा मौका आया जिसने विपिन की किस्मत बदल दी। उस दिन दिव्या कोचिंग क्लास में नहीं आई थी, और विपिन ने सिमरन को प्रपोज कर दिया। सिमरन ने कोई जवाब नहीं दिया और वहाँ से चली गई।
इसके बाद सिमरन दो दिन तक कोचिंग नहीं आई। विपिन परेशान हो गया कि आखिर उसने ऐसा क्या कह दिया। जब वह तीसरे दिन वापस आई, तो उसके चेहरे पर अलग ही मुस्कान थी। उसे देखकर विपिन को राहत महसूस हुई।
सिमरन ने विपिन को देखकर हल्की-सी शर्माते हुए मुस्कान दी। यह देखकर दिव्या को थोड़ी हैरानी हुई, लेकिन उसने कुछ नहीं कहा। कोचिंग क्लास खत्म होने के बाद, घर लौटते समय सिमरन ने चुपके से विपिन को एक कागज़ का टुकड़ा पकड़ाया।
विपिन ने जैसे ही कागज़ खोला, उस पर लिखा था, “I love you too”। यह देखकर वह बेहद खुश हुआ। घर पहुँचकर उसने सिमरन को कॉल करने की कोशिश की, लेकिन उसने फोन नहीं उठाया। थोड़ी देर बाद सिमरन का मैसेज आया, “कॉल मत करो, मैं घर पर हूँ। मैसेज में बात करो।”
इसके बाद विपिन ने उसे मैसेज में लिखा, “I love you, सिमरन।” और सिमरन ने भी जवाब दिया, “I love you too, विपिन।”
दोनों के बीच काफी बातें होने लगीं। कोचिंग क्लास में भी वे अब साथ बैठने लगे।
क दिन कोचिंग के सर को आने में देर हो गई। क्लास में बाकी छात्र मस्ती कर रहे थे। विपिन और सिमरन क्लास के आखिरी बेंच पर बैठे बातें कर रहे थे। बातों-बातों में विपिन ने अचानक सिमरन के गाल पर एक किस कर दिया। यह देखकर सिमरन चौंक गई और गुस्से में वहाँ से उठकर चली गई।
दिनभर उसने विपिन से बात नहीं की। विपिन ने उसे कई बार मैसेज किया, लेकिन सिमरन का कोई जवाब नहीं आया।
अगले दिन सिमरन का मैसेज आया: “सॉरी, मैं यह सब नहीं करना चाहती। मुझे अभी पढ़ाई पर फोकस करना है। अगर मैं फेल हुई, तो पापा मेरी शादी करा देंगे।”
यह पढ़कर विपिन को बहुत बुरा लगा। उसने फैसला किया कि वह अब सिमरन की पढ़ाई में मदद करेगा। जब उसने यह बात सिमरन को बताई, तो सिमरन मान गई।
सिमरन के घर में उसके मम्मी-पापा रहते थे। उसके पापा प्राइवेट कंपनी में काम करते थे और मम्मी हाउसवाइफ थीं। सिमरन की मम्मी ने विपिन को उनके घर आकर सिमरन को पढ़ाने की अनुमति दे दी। अब कोचिंग के बाद विपिन शाम 6 बजे से रात 10 बजे तक सिमरन के घर पढ़ाई कराने जाने लगा।
थोड़े ही दिनों में सिमरन की पढ़ाई में काफी सुधार हुआ। वह बहुत खुश थी और विपिन भी।
कुछ दिन बाद सिमरन के मम्मी-पापा किसी रिश्तेदार की शादी में तीन दिनों के लिए बाहर गए। सिमरन की मम्मी ने विपिन को सिमरन के साथ घर पर रुकने की अनुमति दी, ताकि वह उसकी पढ़ाई में मदद कर सके।
विपिन ने तुरंत यह मौका स्वीकार कर लिया।
उस रात उन्होंने मूवी देखने का प्लान बनाया। उन्होंने एक हॉलीवुड मूवी चला दी, जिसमें कई किसिंग सीन थे। मूवी देखते समय सिमरन शर्मा गई और नजरें झुका लीं।
जब सिमरन ने मूवी के दौरान शर्मा कर अपनी नज़रें झुका लीं, तो विपिन ने उसकी तरफ देखा। उसे महसूस हुआ कि यह सही मौका है। उसने सिमरन का हाथ पकड़ा और अपनी तरफ खींच लिया। सिमरन ने खुद को छुड़ाने की कोशिश की, लेकिन विपिन ने उसे कसकर पकड़ रखा था।
विपिन ने उसे शांत करते हुए पूछा, “क्या तुमने कभी सेक्स किया है?”
सिमरन ने सिर हिलाकर “ना” में जवाब दिया। इसके बाद विपिन ने उसके कान में धीरे से पूछा, “क्या आज हम दोनों सेक्स करें?” यह सुनकर सिमरन शर्मा गई।
विपिन समझ गया कि सिमरन भी यह चाहती है, लेकिन डर और झिझक के कारण वह कुछ नहीं कह रही। उसने सिमरन को किस करने की कोशिश की, लेकिन सिमरन ने मुँह फेर लिया। थोड़ी देर तक मनाने के बाद, सिमरन आखिरकार मान गई।
विपिन ने सिमरन के गाल पर एक हल्की किस की, और फिर धीरे-धीरे उसके होंठों पर किस करने लगा। अब सिमरन भी उसका साथ देने लगी थी। किस करते हुए विपिन ने धीरे-धीरे सिमरन के बूब्स को दबाना शुरू किया। इस पर सिमरन की सिसकारियाँ निकलने लगीं, “आह… उह्ह्ह… अह्ह्ह…”
विपिन ने उसका टॉप उतारने की कोशिश की, लेकिन सिमरन झिझक रही थी। विपिन कहाँ रुकने वाला था। उसने उसका टॉप उतार दिया और ब्रा के ऊपर से ही उसके बूब्स को किस करना शुरू कर दिया। सिमरन अब पूरी तरह से गर्म हो चुकी थी। उसने खुद ही विपिन का सिर अपने बूब्स पर दबा लिया।
जब सिमरन पूरी तरह से बहक गई, तो विपिन ने उसे ब्रा उतारने को कहा। इस बार सिमरन ने बिना किसी झिझक के अपनी ब्रा उतार दी। उसके बड़े और कड़क बूब्स देख विपिन का जोश और बढ़ गया। वह उन्हें दबाते हुए, चूमते हुए, और अपनी जीभ से चाटते हुए सिमरन को उत्तेजित करने लगा।
सिमरन की सिसकारियाँ और तेज हो गईं, “आह्ह्ह… अह्ह्ह… उफ्फ्फ… अह्ह्ह…”
करीब 15 मिनट तक बूब्स को दबाने और चूमने के बाद, विपिन ने सिमरन के शॉर्ट्स को नीचे खींचा। अब सिमरन पूरी तरह से नंगी थी। उसकी चूत बिल्कुल चिकनी थी, और उसे देखकर विपिन का लंड और कड़क हो गया।
उसने सिमरन के बूब्स को छोड़कर उसकी चूत पर किस करना शुरू कर दिया। सिमरन ने खुद को पूरी तरह से विपिन के हवाले कर दिया था।
विपिन ने उसकी चूत को चाटना शुरू किया, और यह सिमरन के लिए बिल्कुल नया अहसास था। वह मछली की तरह तड़पने लगी और उसकी सिसकारियाँ और तेज हो गईं। “आह्ह्ह… ओह्ह्ह… उह्ह्ह… मर गई मैं… अह्ह्ह…”
लगातार 15 मिनट तक चूत चाटने के बाद, सिमरन का पूरा शरीर अकड़ने लगा। वह तेज़ी से साँसें लेने लगी और आखिरकार झड़ गई।
विपिन ने उसकी झड़ने की प्रक्रिया को बेहद करीब से महसूस किया। उसने सिमरन को अपनी ओर खींचा और उसके गालों को चूमने लगा।
सिमरन को झड़ते देख विपिन ने उसे अपनी तरफ खींचा और उसके हाथ को पकड़कर अपने पैंट के अंदर डाला। सिमरन एकदम डर गई और झिझकने लगी। लेकिन विपिन ने उसे समझाया और खुद अपने कपड़े उतार दिए।
जैसे ही विपिन का लंड सिमरन के सामने आया, वह हैरान रह गई और घबराकर पूछने लगी, “ये इतना बड़ा लंड मेरी चूत के अंदर कैसे जाएगा?”
विपिन ने कोई जवाब नहीं दिया। उसने सिमरन से लंड चूसने को कहा। पहले तो सिमरन ने मना कर दिया, लेकिन विपिन के ज़ोर देने पर वह मान गई। उसने धीरे-धीरे विपिन का लंड चूसना शुरू किया।
थोड़ी ही देर में सिमरन को लंड चूसने में मज़ा आने लगा। वह अब इसे उत्साह के साथ कर रही थी। विपिन ने खुद को रोक नहीं पाया और उसका वीर्य सिमरन के मुँह में निकल गया।
दोनों थोड़ी देर तक ऐसे ही लेटे रहे। विपिन ने सिमरन को अपनी ओर खींचा और उसकी टाँगों में अपनी टाँगें डाल लीं।
विपिन ने सिमरन के होंठों पर फिर से अपने होंठ रखे और उसे चूमने लगा। होंठ चूमते-चूमते वह उसके निचले होंठ को अपने होंठों में दबाने लगा। इसके साथ ही उसने अपनी जीभ सिमरन के मुँह में डाल दी। सिमरन एकदम गनगना उठी।
इस बीच, विपिन का लंड फिर से तनाव में आ गया और सिमरन की चूत से टकराने लगा। सिमरन मुस्कुराई और उसने हाथ बढ़ाकर विपिन का लंड पकड़ लिया।
विपिन ने सिमरन से कहा, “इसे इसकी गुफा का रास्ता दिखा दो।” सिमरन ने झिझकते हुए पूछा, “क्या यह सही होगा?”
विपिन ने उसे समझाते हुए कहा, “इसमें गलत क्या है? अगर कुछ हो भी गया तो इसे रोकने वाली दवा भी आती है।”
सिमरन ने कहा, “मैं दवा नहीं खाना चाहती। तुम कंडोम लगा लो।”
सिमरन ने अपने गद्दे के नीचे से एक कंडोम निकाला और कहा, “मैं पहले ही ले आई थी।” विपिन हँसते हुए बोला, “ओ तेरी, तू तो पहले से ही तैयार थी!”
विपिन ने अपने लंड पर कंडोम पहन लिया। उसने सिमरन को सीधा लिटाया और उसके ऊपर चढ़ गया। उसने लंड को सिमरन की चूत के मुँह पर रखा और घिसने लगा।
जैसे ही लंड अंदर गया, सिमरन दर्द से तड़प उठी और उसकी चीख निकल गई, “आह्ह्ह… ओह्ह्ह… आराम से!”
विपिन ने उसकी चीखों को नजरअंदाज करते हुए धीरे-धीरे लंड को और अंदर धकेला। कुछ देर बाद सिमरन की चूत ने लंड को अपने अंदर पूरी तरह से ले लिया।
विपिन और सिमरन दोनों की चुदाई शुरू हो चुकी थी। सिमरन की आवाजें लगातार बढ़ रही थीं, “आह्ह्ह… उह्ह्ह… और अंदर डालो…!”
अंत में, जब दोनों चरम पर पहुँचे, तो विपिन ने अपनी पिचकारी कंडोम में छोड़ दी।
इसके बाद, सिमरन और विपिन ने हर रोज़ चुदाई करना शुरू कर दिया। यह उनकी ज़िंदगी का हिस्सा बन चुका था।