बीवी चुदी जंगल में

हेलो दोस्तों, मेरा नाम मोईन है। मैं मुंबई, महाराष्ट्र का रहने वाला हूँ। मैं एक फार्मा कंपनी में जॉब करता हूँ, जिसके चलते मेरा अक्सर घर से बाहर आना-जाना लगा रहता है। मेरी उम्र 27 साल है, और मेरा लंड 7 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है। मेरी शादी मेरी ममेरी बहन नुसरत से हुई है, ये हमारी लव मैरिज थी। नुसरत दिखने में गोरी-चिट्टी, उसका फिगर 32-30-34 है। उसकी चूत इतनी गोरी और चिकनी है कि बस चाटने का मन करे। उसकी टाँगें चिकनी, निप्पल गुलाबी, और बूब्स इतने मस्त कि बस देखते ही लंड खड़ा हो जाए। क्या बताऊँ दोस्तों, मेरी तो लॉटरी लग गई थी। हमारा एक 6 साल का बेटा भी है। हमारी जिंदगी मस्त चल रही थी। रोज़ रात को चुदाई, कभी मैं उसके मुँह में पिचकारी मार देता, कभी उंगलियों से उसकी चूत को शांत करता। सब कुछ परफेक्ट था।

बात उन दिनों की है जब कोरोना की दूसरी लहर आई थी। मैं घर पर ही था। उसी दौरान नुसरत की स्कूल फ्रेंड अफसाना ने एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया, जिसमें उसने नुसरत को भी जोड़ा। रात-रात भर उनकी चैट चलती रहती थी। मैं ज्यादा ध्यान नहीं देता था, लेकिन कुछ दिनों बाद नुसरत का व्यवहार बदलने लगा। वो चुदाई में पहले जैसी दिलचस्पी नहीं दिखाती थी और अपना मोबाइल मुझसे छुपाकर रखने लगी। मुझे शक होने लगा। एक रात वो थककर जल्दी सो गई। मैंने चुपके से उसका मोबाइल लिया और व्हाट्सएप चेक किया। जो देखा, उससे मेरे पैरों तले ज़मीन खिसक गई। नुसरत अपने स्कूल फ्रेंड जैन के साथ चक्कर चला रही थी। प्यार भरे मैसेज, हार्ट इमोजी, लव सॉन्ग्स—सब कुछ था। गुस्से में मैंने उसे नींद से उठाया और दो थप्पड़ जड़ दिए। मैंने सारे मैसेज दिखाए। वो डर गई और माफी माँगने लगी। गुस्से में मैंने कहा, “घर से निकल जा!” वो बिलबिलाने लगी, रोने लगी। उसे मेरी कमजोरी पता थी। उसने रोते-रोते मुझे किस किया, मेरा लंड पकड़ लिया। दोस्तों, आप तो जानते हैं, जब लंड की बात आती है, गुस्सा पल में गायब हो जाता है। उस रात मैंने जमकर उसकी चुदाई की, लेकिन अंदर से मैं अभी भी नाराज़ था।

लॉकडाउन खत्म हुआ तो नुसरत अपनी माँ के घर जाना चाहती थी। मैंने पहले मना किया, लेकिन फिर एक शर्त पर माना—वो रोज़ मुझे फोन करेगी, जहाँ जाएगी बताएगी, और वीडियो कॉल करेगी। वो मान गई और अपने गाँव चली गई। लेकिन मेरा शक अभी भी बरकरार था। मैंने चुपके से उसका इंस्टाग्राम अकाउंट अपने मोबाइल में लॉगिन कर रखा था। एक रात जब मैंने चेक किया, मेरा शक सही निकला। वो जैन से बात कर रही थी, और उनके मैसेज छुपाए हुए थे। दो दिन बाद उनकी मिलने की प्लानिंग थी। मैंने सोचा, इसे रंगे हाथों पकड़ना है। बिना बताए, मैं मीटिंग का बहाना बनाकर उसके गाँव चिपलून पहुँच गया और एक होटल में रुक गया।

मुझे लगा था कि वो बस मिलेंगे, लेकिन बात इतनी आगे बढ़ चुकी थी, मुझे अंदाज़ा नहीं था। उस दिन मैं जल्दी तैयार होकर नुसरत के घर के पास छुपकर खड़ा हो गया। करीब एक घंटे बाद उसका कॉल आया। उसने बताया कि वो अपनी चाची के घर जा रही है, बच्चा सो रहा है, और वो एक घंटे में लौट आएगी। मैंने नज़र रखी। थोड़ी देर बाद नुसरत बाहर निकली, घर से थोड़ा आगे जाकर रुकी और किसी को कॉल किया। कुछ मिनट बाद एक लड़का बाइक लेकर आया। मैंने देखा, वो जैन था—हैंडसम, गोरा-चिट्टा, 5 फुट 9 इंच का। नुसरत उसकी बाइक पर बैठी और चली गई। मैंने ऑटो लिया और उनका पीछा किया। वो एक रेस्टोरेंट में रुके, वहाँ कॉफी पी, बातें की। जैन बार-बार उसके हाथ, गाल को छू रहा था। मेरा खून खौल रहा था, लेकिन मैंने सब्र रखा, आगे देखना चाहता था।

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रेस्टोरेंट से निकलकर वो चिपलून के बाहर पहाड़ी जंगल वाले इलाके में गए। बाइक रोड पर पार्क करके दोनों जंगल में चले गए। मैं भी चुपके से उनके पीछे गया। मैंने नुसरत को कॉल किया। वो डर गई, जैन से दूर हटकर बात करने लगी। मैंने पूछा, “कहाँ हो?” उसने झूठ बोला, “चाची के घर।” मैंने कहा, “वीडियो कॉल कर।” उसने रेंज न होने का बहाना बनाकर फोन काट दिया। मेरा गुस्सा सातवें आसमान पर था, लेकिन मैंने ठान लिया था कि सब देखूँगा।

वो दोनों एक नदी किनारे झरने के पास एक बड़े पत्थर के पीछे बैठ गए। नुसरत ने बुर्का पहना था। अचानक जैन ने उसे किस कर लिया। मैं हैरान रह गया। नुसरत ने उसे धक्का दिया, मैंने सोचा, शायद वो ईमानदार है। लेकिन अगले ही पल वो हँस पड़ी और जैन को बाहों में भरकर उसे किस करने लगी। दोनों एक-दूसरे की जीभ चूस रहे थे, जैसे भूखे भेड़िए। जैन ने बुर्के के ऊपर से उसके बूब्स दबाने शुरू किए, और नुसरत उसका लंड पैंट के ऊपर से सहलाने लगी। मेरा दिल टूट रहा था, लेकिन मैं चुपके से वीडियो बनाने लगा।

करीब दस मिनट तक वो एक-दूसरे को चूमते-चाटते रहे। जैन का लंड पैंट में तंबू बन चुका था, और नुसरत भी पूरी गर्म हो चुकी थी। जैन ने उससे बुर्का उतारने को कहा। जैसे ही बुर्का उतरा, मैं देखकर दंग रह गया। नुसरत ने अंदर सिर्फ़ एक लाल वन-पीस ड्रेस पहनी थी, जो जैन ने उसे गिफ्ट की थी। उसने वो ड्रेस मेरे सामने कभी नहीं पहनी थी। जैन उसकी गोरी चिकनी टाँगें और कसी हुई बॉडी देखकर पागल हो गया। उसने ड्रेस उतार दी। अंदर नुसरत ने वही नाड़े वाली ब्रा-पैंटी पहनी थी, जो मैंने उसे गिफ्ट की थी। वो मुझे कभी पसंद नहीं आई थी, लेकिन आज उसने जैन के लिए पहनी थी।

जैन ने उसकी ब्रा उतारी, और उसके 32 इंच के गोरे बूब्स आज़ाद हो गए। गुलाबी निप्पल देखकर जैन भूखे जानवर की तरह टूट पड़ा। वो कभी बूब्स चूसता, कभी निप्पल को दाँतों से हल्के-हल्के काटता। नुसरत के मुँह से “आह… उफ्फ… स्स्स…” की सिसकारियाँ निकल रही थीं। उसने एक हाथ से जैन का लंड पैंट के ऊपर से सहलाना शुरू किया, और दूसरे हाथ से अपनी पैंटी का नाड़ा खोल दिया। उसकी गोरी, चिकनी चूत जैन के सामने थी, जैसे गुलाब की पंखुड़ियाँ। नुसरत ने पूरी बॉडी वैक्सिंग करवा रखी थी, जो उसने मेरे लिए कभी नहीं की थी।

जैन ने नुसरत को पत्थर पर लिटाया और उसकी टाँगों को चूमने लगा। धीरे-धीरे वो उसकी चूत की तरफ बढ़ा। उसने चूत को मुँह में लिया और चूसना शुरू किया। नुसरत बिना पानी की मछली की तरह तड़पने लगी। जैन ने अपनी जीभ और उंगली चूत में डालकर उसे चोदना शुरू किया। नुसरत अपने बूब्स को मुँह में लेकर चूसने लगी, अपने निप्पल को दबाने लगी। कुछ मिनट बाद वो जोर से सिसकारी और झड़ गई। जैन ने उसका सारा रस पी लिया।

अब जैन की बारी थी। उसने अपने सारे कपड़े उतारे। नुसरत ने उसकी अंडरवियर खींची, और जैसे ही उसका 8 इंच का लंड बाहर आया, नुसरत की आँखें फटी रह गईं। वो लंड को मुँह में लेकर चूसने लगी। कभी लंड का टोपा चूसती, कभी गोटियों को मुँह में लेकर चाटती। जैन पुरा जोश में था। वो नुसरत के मुँह में लंड को गले तक ठूँस रहा था। नुसरत के मुँह से “गप-गप” की आवाज़ें आ रही थीं, और उसकी आँखों से आँसू बह रहे थे। जैन ने उससे अपनी गाँड चटवाने को कहा। नुसरत ने मना किया, बोली, “मैंने मोईन की भी गाँड कभी नहीं चाटी।” लेकिन जैन ने ज़बरदस्ती उसका मुँह अपनी गाँड पर दबा दिया। नुसरत बेचारी उसकी गाँड चाटने लगी। मुझे गुस्सा आ रहा था, लेकिन मेरा लंड भी खड़ा हो चुका था। मैं चुपके-चुपके वीडियो बनाता रहा।

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जैन ने फिर से नुसरत के मुँह में लंड डाला और मुँह चोदने लगा। थोड़ी देर बाद वो उसके मुँह में झड़ गया। नुसरत ने उसका सारा माल पी लिया, जो उसने मेरे लिए कभी नहीं किया था। दोनों थककर पत्थर पर लेट गए। लेकिन जैन का जोश अभी खत्म नहीं हुआ था। कुछ देर बाद वो फिर से नुसरत की चूत में उंगली करने लगा। नुसरत फिर गर्म हो गई। उसने जैन का लंड मुँह में लिया, और जैन उसकी चूत में दो उंगलियाँ डालकर अंदर-बाहर करने लगा। नुसरत की सिसकारियाँ फिर शुरू हो गईं— “आह… जोर से… उफ्फ…”

जैन ने बिना देर किए अपना लंड नुसरत की चूत पर सेट किया। उसकी चूत पहले से गीली थी। एक ज़ोरदार झटके में जैन का पूरा लंड चूत में समा गया। नुसरत की चीख निकल गई, “आह… मर गई!” लेकिन जंगल में मुझे छोड़कर कोई सुनने वाला नहीं था। जैन ने चुदाई शुरू की। नुसरत दर्द में चिल्लाने लगी, “जरा धीरे चोद, मादरचोद… दर्द हो रहा है!”

जैन ने हँसते हुए कहा, “चुप रंडी, रोज़ मेरे नाम की मुठ मारकर वीडियो भेजती थी, अब नाटक मत कर!”

नुसरत भी जोश में आ गई, “हाँ चोद… जोर से चोद मेरे राजा… उफ्फ… और तेज़!”

जैन ने अपनी स्पीड बढ़ा दी। नुसरत के मुँह से गालियाँ निकल रही थीं, “चोद मुझे बहन के लौड़े… और जोर से… उफ्फ… मर गई!” मैं हैरान था। नुसरत ने मेरे सामने कभी गाली नहीं दी थी। उसका ये रूप देखकर मेरा दिल टूट रहा था, लेकिन मेरा लंड बेकाबू हो चुका था। मैंने चुपके से अपना लंड निकाला और हिलाने लगा।

जैन पुरे जोश में था। वो नुसरत की चूत को धकाधक चोद रहा था। उसने नुसरत की टाँगें अपने कंधों पर रखीं और गहरे-गहरे झटके मारने लगा। नुसरत की चूत से “पच-पच” की आवाज़ें आ रही थीं। उसकी सिसकारियाँ जंगल में गूँज रही थीं, “आह… हाँ… और जोर से… फाड़ दे मेरी चूत!” जैन ने उसके बूब्स को ज़ोर-ज़ोर से दबाना शुरू किया, निप्पल को मसलने लगा। नुसरत का पूरा बदन काँप रहा था। थोड़ी देर बाद जैन ने अपनी स्पीड और बढ़ाई और “आह…” की आवाज़ के साथ उसकी चूत में सारा माल छोड़ दिया। वो नुसरत को किस करते हुए उस पर लेट गया।

नुसरत इस चुदाई से पूरी संतुष्ट लग रही थी। लेकिन जैन अभी रुका नहीं। उसने अपना लंड फिर से नुसरत के मुँह में डाल दिया। नुसरत ने मना किया, “मैं थक गई हूँ, मुझे घर जाना है। फिर कभी करेंगे।” लेकिन जैन ने कहा, “चुप रंडी, अभी तेरी गाँड मारनी है।” नुसरत ने मना किया, “मेरी गाँड मोईन ने भी नहीं मारी।” लेकिन जैन ने उसकी एक न सुनी। उसने अपनी जेब से लुब्रिकेंट जेल की बोतल निकाली। नुसरत ने पूछा, “ये क्या है?” जैन ने बिना जवाब दिए उसे उल्टा किया और उसकी गाँड को चाटना शुरू किया। नुसरत तड़प उठी, “आह… उफ्फ… ये क्या कर रहा है?” जैन ने लुब्रिकेंट अपनी उंगली पर लगाया और नुसरत की गाँड में उंगली डाल दी। उसकी गाँड इतनी टाइट थी कि उंगली भी मुश्किल से गई। नुसरत चिल्लाई, “नहीं… दर्द हो रहा है!”

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जैन ने और लुब्रिकेंट अपने लंड और नुसरत की गाँड पर लगाया। उसने लंड गाँड के छेद पर सेट किया और एक ज़ोरदार झटका मारा। लुब्रिकेंट की वजह से लंड चीरता हुआ आधा अंदर चला गया। नुसरत की चीख जंगल में गूँज गई, “आह… मर गई… निकाल इसे!” वो चटपटाने लगी, लेकिन जैन ने उसे कसकर पकड़ रखा था। उसने धीरे-धीरे झटके मारने शुरू किए। नुसरत की आँखों से आँसू बह रहे थे। जैन ने उसकी कमर पकड़ी और स्पीड बढ़ा दी। उसकी गाँड से “पट-पट” की आवाज़ें आ रही थीं। नुसरत दर्द में कराह रही थी, “बस कर… मर जाऊँगी!” लेकिन जैन रुका नहीं। करीब 20 मिनट तक उसने नुसरत की गाँड मारी। आखिर में वो उसकी गाँड में झड़ गया। नुसरत की गाँड से खून और वीर्य बहने लगा। जैन ने उसे झरने में ले जाकर साफ किया।

मैं इस दौरान दो बार मुठ मार चुका था। एक तरफ गुस्सा था, दूसरी तरफ अपनी बीवी को चुदते देख मजा भी आ रहा था। दोनों ने कपड़े पहने। नुसरत ने मोबाइल चेक किया तो मेरे मिस्ड कॉल्स देखकर डर गई। उसने जल्दी निकलने को कहा, लेकिन जैन ने उसे फिर किस किया और एक और राउंड शुरू कर दिया। उसने नुसरत को पत्थर पर लिटाया, उसकी टाँगें फैलाईं और चूत में लंड पेल दिया। इस बार वो और ज़ोर-ज़ोर से चोद रहा था। नुसरत भी अब दर्द भूलकर मजे ले रही थी, “हाँ… चोद… और जोर से… फाड़ दे!” जैन ने उसकी चूत में फिर से सारा माल छोड़ दिया। उसने कहा, “चल, तुझे गर्भनिरोधक गोली दिलाता हूँ।” दोनों जंगल से निकल गए।

मैं उनकी गाड़ी के पास इंतज़ार कर रहा था। नुसरत मुझे देखकर डर गई। जैन बाइक छोड़कर भाग गया। गुस्से में मैंने बाइक पर पत्थर मारे और नुसरत को दो थप्पड़ जड़ दिए। वो रोने लगी, बोली, “हम बस घूमने आए थे।” मैंने उसे वीडियो दिखाया। वो मेरे पैरों में गिरकर माफी माँगने लगी, तलाक न देने की गुज़ारिश करने लगी। मैंने कहा, “ये वीडियो तेरे घरवालों को दिखाऊँगा।” वो और घबराई। फिर मैंने एक शर्त रखी—वो अपनी माँ और बहन, जो इस चक्कर के बारे में जानती थीं, को मुझसे चुदवाएगी। वो ना-नुकुर करने लगी, लेकिन आखिर में मान गई।

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मैं अभी भी गुस्से में था। मैंने उसे गोली दिलाई और घर ले गया। अब दोस्तों, आगे कैसे नुसरत ने अपनी माँ और बहन को मुझसे चुदवाया, वो अगली कहानी में बताऊँगा।

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1 thought on “बीवी चुदी जंगल में”

  1. Har aurat chahti hai ki uski chudayi kisi badey aur fauladi lund waley mard se ho kyonki wo shohar ke sath wo maja nahi le sakti jo ussey dusra mard deta hai … uske sath wo khul ka chudwa sakti galiyan de sakti hai aur har wo kaam kar sakti hai jissey usko maja milta ho … wahan usko judge karne wala koi nahi hota …❤️

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