नमस्कार दोस्तों मैं आपका मित्र अरविंद आज आपको स्वागत करता हूं, एक बेहद रोचक और मजेदार कहानी में। यह सिर्फ एक कहानी नहीं है, यह मेरे जीवन में घटित एक सत्य घटना है जिसको मैं चाह कर भी नकार नहीं सकता।
बात आज से लगभग 2 साल पहले की है सबसे पहले मैं अपने बारे में आपको बता दूं मैं एक शादीशुदा व्यक्ति हूं मेरी उम्र 45 साल है, मेरी पत्नी का देहांत कई सालों पहले हार्ट अटैक की वजह से हो गया था, इसलिए परिवार में सिर्फ हम बाप बेटी है, मेरी बेटी का उम्र 20 साल है और वह ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रही है बात उस समय की है जब वह 18 साल की हुई थी और उसने 12वीं की परीक्षा पास की थी।
मेरी बेटी का नाम सुनीता है और वह बेहद खूबसूरत है, हालांकि मुझे पता था कि मेरी बेटी अब बड़ी हो रही है लेकिन मुझे बस उसकी शादी का टेंशन हो रहा था, उसके अलावा कुछ नहीं।
लेकिन एक रात की घटना ने मेरे पूरे नजरिये को बदल कर रख दिया, एक रात में सो रहा था और रात में अचानक मुझे प्यास लगी और मैं पानी पीने के लिए उठा और मैं पानी पीकर जैसे ही वापस आ रहा था, मुझे अपनी बेटी के कमरे से कुछ आवाज सुनाई दी मैं उसकी कमरे की तरफ बढ़ा, उसके कमरे से आह आह ओह की आवाज़ आ रही थी जिसे हम मोनिंग भी कहते हैं।
हालांकि दरवाजा तो बंद था, लेकिन मैं खिड़की से अंदर का जायजा लेने के लिए झांकने लगा, खिड़की पूरी तरह से खुली हुई थी शायद उसने ध्यान नहीं दिया था। जब मैं खिड़की से देखा तो आया कि मेरी बेटी पूरी तरह से नंगी होकर बिस्तर पर लेटी हुई है और वह अपने चुत को सहला रही है और साथ ही छोटी-छोटी चूचियों को भी मसाला रही थी, यह दृश्य देखकर मैं भी गर्म होने लगा।
शुरुआत में मुझे लगा कि मुझे यहां से हट जाना चाहिए लेकिन मैं भी कई सालों से भूखा था और लगभग हर रात पोर्न देखकर मुठ मार ही लिया करता था, मैंने सोचा क्यों ना आज लाइव पोर्न देखा जाए और मैं वहीं खड़े होकर अपना लण्ड बाहर निकाला और मुठ मारने लगा मेरी बेटी अपनी चुत को बेहद तेजी से रगड़ रही थी, लेकिन मैंने ध्यान दिया वह अपनी चुत में उंगली नहीं डाल रही थी, इसका एक ही अर्थ निकलता है कि मेरी बेटी अभी सील पैक थी और वह लण्ड के लिए तड़प रही है लेकिन अभी तक कोई लण्ड उसे नहीं मिला है।
तकरीबन 5 मिनट तेजी तेजी चुत रगड़ने के बाद वह कांपने लगी और अपनी ही बिस्तर पर झड़ गई, मैं यह देखकर बेहद उत्तेजित हो गया और मैं भी अपनी मुठ की रफ्तार बढ़ा दी, मैंने देखा कि झरने के बाद मेरी बेटी ने अपनी चुत को रुमाल से साफ किया और जिस चादर पर वह झड़ी थी, उस चादर को मोड़कर उसने रख दिया क्योंकि वह गिला हो चुका था, और उसके बाद बेटी ने एक-एक करके अपने कपड़े पहने और सोने लगी, मैं अभी तक वहीं खड़ा होकर मुठ मार रहा था लेकिन मेरा माल गिरा ही नहीं।
फिर मैं अपने कमरे में चला गया और अपनी बेटी का फोटो मोबाइल में देखकर मुठ मारने लगा, करीबन 5 मिनट और मुठ मारने के बाद मेरा माल निकल गया और मैं बहुत ज्यादा संतुष्ट महसूस कर रहा था, क्योंकि बहुत दिनों बाद मैं असली जीवन में चुत का दर्शन किया था और यह मेरी खुद की बेटी का चुत था तो यह मेरे लिए अत्यंत उत्तेजित कर देने वाला था।
लेकिन दोस्तों आगे आपको पता ही है कि मेरे साथ क्या हुआ होगा, क्योंकि हूं तो मैं आखिर में एक पिता।
सुबह जैसे ही मैं उठा मैं खुद से नजर नहीं मिल पा रहा था, मैं खुद से घृणा करने लगा था मुझे लगा कि मैं कैसा पिता हूं? जो अपनी खुद की बेटी पर ऐसी नजर डाल रहा है और अपनी बेटी को फिंगरिंग करते हुए देखा और मुठ मारा।
मैंने आज निर्णय किया कि आज के बाद कुछ भी हो जाए मैं ऐसा कुछ सोचूंगा भी नहीं और फिर मैं ऑफिस चला गया और जब शाम को आया तब भी मेरे दिमाग में यही बात चल रहा था कि काश मैं पानी पीने गया ही नहीं होता, तो मुझसे यह पाप होता ही नहीं, मैं लगातार सिर्फ यही सोच रहा था कि मैं कितना गिरा हुआ हूं, कोई पिता अपनी बेटी के लिए ऐसे विचार लाता भी है क्या?
और तभी बेटी ने आवाज दिया कि पापा खाना बन गया है, खाना खा लेते हैं, और हम दोनों ने खाना खाया और उसके बाद हम दोनों अपने-अपने कमरे में सो गए, मेरे दिमाग में अभी भी वही बातें चल रही थी साथ ही यह बात भी चल रही थी कि मेरी बेटी अब बड़ी हो गई है और वह मर्द के लिए तड़प रही है यदि वह किसी गलत मर्द के साथ संबंध बना ली और उसने उसका वीडियो बना लिया या फिर कुछ और तो उसकी जिंदगी बेकार हो जाएगा।
यदि इसकी मां अभी जिंदा होती तो वह इन सब चीजों में बेटी को ज्ञान दे सकती थी, लेकिन मैं क्या ही करूंगा और मैं यही सोचता रहा और करीबन रात के 12:00 बज गए मुझे आज नींद आ ही नहीं रहा था और मन ही मन मैं पश्चात के साथ-साथ यह सोच रहा था कि क्या आज फिर मेरी बेटी कल जैसे अपनी चुत में उंगली कर रही होगी और यही सोच सोच के मेरा लैंड भी खड़ा हो रहा था और करीब 10 मिनट में अपने आप को रोकने के बाद आखिर में मैं वहां फिर से पहुंच गया यानी कि अपनी बेटी के रूम का खिड़की के पास।
और जैसा मैं उम्मीद किया था आज भी नजर कुछ वैसा ही था, अभी काम शुरू नहीं हुआ था मेरी बेटी अपने कपड़े उतार चुकी थी और मोबाइल में शायद वह वीडियो देख रही थी क्योंकि वह अभी अपनी चुत में उंगली नहीं कर रही थी सिर्फ अपने चूचियों को हल्के हल्के मसल रही थी।
यह सब देखते हुए मेरे दिमाग में सिर्फ एक बात चल रही थी कि मेरी बेटी अब जवान हो गई है उसे एक भरोसेमंद और तगड़े लण्ड की जरूरत है यदि उसे लण्ड ना मिला तो वह बाहर किसी और के साथ संबंध बनाएगी और यह बेहद रिस्की हो सकता है।
अब मेरी बेटी अपनी चुत को रगड़ना शुरू कर दी थी और मोबाइल किनारे रख दी और अपने एक हाथ से अपनी चूची को मसल रही थी और दूसरे हाथ से अपनी चुत को रगड़ रही थी बीच-बीच में वह अपने उसे हाथ के उंगली पर थूक लगा दी, जिससे वह अपनी चुत को रगड़ रही थी।
और मैं भी अब अपना लण्ड निकाल कर मुठ मारने लगा था और साथ ही मैं सोच रहा था कि कैसे मैं अपनी बेटी के लिए एक भरोसेमंद तगड़े लण्ड का व्यवस्था करूँ, क्योंकि मैं अपनी बेटी को खुद नहीं चोदना चाहता था क्योंकि मुझे पता था अभी जोश में यदि मैं अपनी बेटी को चोद दूंगा, तो फिर पूरी जिंदगी मैं अपनी बेटी की चुदाई का पश्चाताप करके गुजार दूंगा, इसलिए मैं सोच रहा था कि मुझे कोई ऐसा व्यक्ति खोजना पड़ेगा जो भरोसेमंद भी हो और ताकतवर भी।
अभी मैं यही सोच रहा था तब तक मेरी बेटी अपने बिस्तर पर तेजी से कांपने लगी और मैं अब समझ चुका था कि मेरी बेटी झड़ चुकी है और फिर उसने अपना चादर मोड कर किनारे रख दिया और अपने कपड़े पहनने लगे और कल की तरह वापस में अपने कमरे में गया और अपनी बेटी की फोटो देखकर मैंने मुठ मार ली।
दोस्तों यह कहानी थोड़ी लंबी होने वाली है, क्योंकि इसमें कई किरदार आने को है और आपको बेहद मजा आने वाला है, क्योंकि यह कहानी मेरे ऊपर घटी हुई सत्य घटना है, इसलिए मैं इसे आपके साथ पूरे सुकून से शेयर करना चाहता हूं तो मिलते हैं अगली पार्ट में।
कहानी कैसी लगी, कमेंट करके जरूर बताना।