Sasur Bahu chudai – कहानी का पिछला भाग: बहकती बहू-28
बाकी सारा दिन काम्या की मदनलाल और सन्नी के साथ आँखमिचौली चलती रही। जब मदनलाल पास होता, तो काम्या उस पर नयनों के तीर चलाती। ऐसे समय सन्नी ख़ुद वहाँ से निकल लेता, क्योंकि उसे दोनों के रिश्ते की जानकारी थी। बाबूजी को शक न हो, इसलिए काम्या उन्हें ज़्यादा रिस्पॉन्स दे रही थी। और जब सन्नी पास होता, तो दोनों के बीच रासलीला शुरू हो जाती। सारा दिन दोनों मर्द मौका पाकर काम्या की चूचियों और नितंबों को मसलते रहे। शाम होते-होते काम्या की चूचियाँ दर्द करने लगीं।
रात को काम्या ने कल की तरह बाबूजी को निपटा दिया। कल काम्या के कमरे में प्रोग्राम हुआ था, तो सन्नी जानता था कि आज भी वहीं जाना पड़ेगा। रात गहराते ही उसने काम्या को कॉल कर दिया।
काम्या: हेलो।
सन्नी: दीदी, मैं आ जाऊँ या तुम आओगी?
काम्या: ढंग से रहेगा, तो मैं आ जाती हूँ। और कल की तरह घुड़सवारी करनी है, तो मैं उस सड़े पलंग में नहीं आने वाली!
सन्नी: ओके, दीदी, मैं ही आ जाता हूँ। बेड तुम्हारे लिए भी कंफर्टेबल है।
काम्या ने तो यूँ ही कह दिया था, लेकिन उसे पता था कि आज भी घमासान यहीं होगा। इसलिए वो पहले से सेक्सी नाइटी पहनकर सन्नी का इंतज़ार कर रही थी।
सन्नी ने अंदर आते ही देखा कि काम्या बेड पर लेटी अपनी नशीली जवानी का जलवा बिखेर रही थी। लाल मैक्सी में वो इतनी कामुक लग रही थी कि सन्नी साँड़ की तरह भड़क गया। काम्या बेहद कामुक अंदाज़ में लेटी थी और सेक्सी भाव से सन्नी को देख रही थी। उसकी आँखों में मौन निमंत्रण था, जैसा हर औरत का होता है—मुँह से कभी नहीं कहतीं “फक मी”, लेकिन उनकी अदाएँ इतनी साफ़ होती हैं कि मर्द समझ जाता है, “शी नीड्स टुडे”!
सन्नी ने बेड पर जंप मारी और काम्या को बाहों में भर लिया। दोनों प्रेमी एक-दूसरे को चूमने लगे। सन्नी के हाथ काम्या की गांड, चूचियाँ, जाँघें—हर अंग का मर्दन कर रहे थे।
काम्या: सन्नी, तू सचमे कल चला जाएगा?
सन्नी: जान, एक दिन के लिए आया था, आज तीसरी रात है। वैसे तुम बोलो, तो रुक जाता हूँ। मेरा मन भी जाने को बिल्कुल नहीं कर रहा।
काम्या: जानू, मेरा बस चले, तो तुझे कभी जाने न दूँ। पर घर में जवाब क्या दूँगी? एक काम कर, तू जल्दी-जल्दी आया कर।
सन्नी: ठीक है, हनी। वैसे मेरा मन तो जाने का है ही नहीं। दिल करता है, सारी ज़िंदगी इसी कमरे में गुज़ार दूँ!
काम्या: भैया, काश ऐसा हो पाता!
दोनों एक-दूसरे के बदन से प्यार करने लगे। काफी देर बाद सन्नी ने काम्या की मैक्सी उतारनी शुरू की। सन्नी लड़कियों के कपड़े बड़े आराम से, पूरी लज़्ज़त के साथ उतारता था। एक-एक कपड़ा उतारकर जो अंग बाहर आता, पहले उसे खूब प्यार करता, फिर दूसरा उतारता। इससे लड़कियाँ फील करतीं कि सन्नी को उनका पूरा बदन कितना पसंद है, और वो इमोशनल हो जातीं। उसने काम्या को नीचे खड़ा किया और मैक्सी उतारी। अंदर का नज़ारा देखकर वो चौंक गया। काम्या ने उसकी लाई हुई ब्राइडल लिंगरी पहनी थी, जिसमें वो बेहद सेक्सी और कातिल लग रही थी।
सन्नी: थैंक्स, जान, यू ऑनर्ड मी बाय वेयरिंग दिस!
काम्या: भैया, डोंट से ऑनर। आइ जस्ट लव यू! पिछले दो दिन में तुमने मुझे बता दिया कि मैं इतने दिनों से क्या मिस कर रही थी। अभी तक मैं अधूरी थी, पर अब पूरी हो गई हूँ!
सन्नी उसके पीछे गया और दाँतों से उसकी ब्रा खोलने लगा। काम्या उसके इस रोमांटिक अंदाज़ से व्याकुल हो गई।
काम्या: जानू, हाउ रोमांटिक यू आर? यू आर जस्ट अमेज़िंग लवर!
सन्नी: जान, यू डिज़र्व दिस टाइप ऑफ ट्रीटमेंट बिकॉज़ यू आर यूनिक एंड अनमैच्ड!
ब्रा उतारने के बाद सन्नी उसके मम्मों को चूसने लगा, जबकि उसके हाथ पैंटी के अंदर जाकर उसकी नरम, मुलायम गांड को सहला रहे थे। काम्या ने अपनी बाहें उसकी गर्दन में लपेट दीं और उसके कंधों को चूमने लगी। दस मिनट तक दोनों खड़े-खड़े प्रेमलाप करते रहे। फिर सन्नी घुटनों पर बैठ गया और दाँतों से काम्या की पैंटी खींचने लगा। सन्नी का ये अंदाज़ काम्या को अंदर तक हिला रहा था। उसकी टाँगें काँपने लगीं।
काम्या को पूरी तरह नंगी करने के बाद सन्नी उसे कामुक निगाहों से देखने लगा। उसकी नज़र जिस अंग पर पड़ती, वहीं चिपक जाती। उसके दिलकश उरोज, गोरी चिकनी लहरदार कमर, मोटी मांसल कदली जाँघें, और सबसे ज़्यादा आकर्षक उसकी जाँघों का जोड़—उसका गोल्डन ट्रायंगल ऐसा था कि देवता भी पागल हो जाएँ।
काम्या: भैया, क्या देख रहे हो?
काम्या ने शरमाते हुए पूछा।
सन्नी: रानी! मैंने ऐसी खूबसूरती ज़िंदगी में कभी नहीं देखी, और लगता नहीं कि कभी देख पाऊँगा। तू लड़की नहीं, आग है आग! इस शबाब और जवानी पर मैं अपनी सारी ज़िंदगी कुर्बान कर सकता हूँ!
काम्या: ऐसा क्या है मुझमें?
काम्या शरमाते हुए बोली, लेकिन अंदर से अपनी तारीफ़ सुनकर खुश हो रही थी।
सन्नी: जानेमन, तुझमें क्या है, ये तू नहीं जान सकती। हीरे की कीमत हीरे को नहीं मालूम, उसे जोहरी ही जानता है।
काम्या: तू बड़ा जोहरी है ना? सभी लड़कियाँ ऐसी ही होती हैं।
सन्नी: सभी लड़कियाँ ऐसी नहीं होती, मेरी फुलझड़ी! तेरे जैसी हॉट और खूबसूरत लड़कियों को पाने के लिए तख्त-ताज लुटाए जाते हैं।
काम्या: तू क्या लुटाएगा?
सन्नी: काश तू रिश्ते में मेरी बहन नहीं होती, तो बताता।
काम्या: क्यों, क्या करता फिर?
सन्नी: तेरे जैसे एटम बम को भगा ले जाता और अपनी बिस्तर की रानी बनाकर रखता। जीजाजी की तरह तेरी जवानी बेकार नहीं जाने देता।
काम्या: भैया, दो दिन से तो अपनी बिस्तर की रानी बना ही रहा है। फिर भगाने की क्या ज़रूरत? बिना भगाए तेरा काम चल रहा है।
सन्नी: जानेमन, ये भी कोई रानी बनाना है? घंटे-दो घंटे में रूम से जाना पड़ता है। मज़ा तो तब है, जब सारी रात तुझे नीचे लिटाकर, तुझमें डालकर रखूँ।
काम्या: सारी रात रखेगा, तो मुझे सोने भी नहीं देगा?
सन्नी: सोना हो, तो भी मेरा अंदर रहेगा।
सन्नी काम्या के पीछे गया और उसकी गोलमटोल, गद्देदार गांड को देखकर बुदबुदाया, “पता नहीं ये गांड कब मारने मिलेगी, लेकिन जब मारूँगा, ऐसी पेलाई करूँगा कि साली दूसरे दिन लंगड़ाकर चलेगी!” काम्या ने उसकी बुदबुदाहट सुनी।
काम्या: भैया, कुछ बोल रहे हो क्या?
सन्नी ने उसकी मादक गांड को दोनों पंजों में मसलते हुए कहा, सन्नी: जानेमन, तेरी ये गांड ने मेरा चैन छीन लिया। दिल करता है, अभी के अभी अंदर डाल दूँ!
काम्या: भैया, नहीं, अभी नहीं। सही वक़्त पर मैं ख़ुद मना नहीं करूँगी। तब तक सब्र करो और भगवान जितना दे रहा है, उसमें संतोष कर लो।
सन्नी: ठीक है, जान, जैसा तू बोलेगी, वैसा होगा। बस एक वादा कर।
काम्या: बोल, भैया, अपनी गर्लफ्रेंड से क्या चाहते हो?
सन्नी: बस ये वचन दे कि सबसे पहले गांड मुझसे ही मरवाएगी।
काम्या: भैया, तुम चिंता क्यों करते हो? तुम्हारे जीजू उस छेद की तरफ़ देखते भी नहीं। बाबूजी मेरी मर्ज़ी के बिना कुछ कर नहीं सकते, और वैसे भी उनका अब इतना कड़क नहीं होगा कि वहाँ झंडा गाड़ सकें। समझ लो, तुम ही एकमात्र उम्मीदवार बचे हो।
सन्नी: मतलब, जान, मेरा काम पक्का होना ही है।
काम्या: हंड्रेड परसेंट! वैसे मुझे भी एक बार वो एडवेंचर एक्सपीरियंस करना है। बस इस बार रुक जाओ, प्लीज़।
सन्नी: ठीक है, बेबी, जैसी तेरी मर्ज़ी।
सन्नी नीचे बैठ गया और काम्या की हाहाकारी गांड को चाटने लगा। उसकी इस हरकत से काम्या के मुँह से सिसकारियाँ निकलने लगीं। वो कभी उसकी गांड को चूमता, कभी दोनों हाथों से ज़ोर से दबाता, तो कभी दाँतों से काटने लगता। उसकी जीभ काम्या की गांड के दोनों फलकों को चाट रही थी। काम्या का पूरा बदन सनसना रहा था। उसकी चिकनी, मांसल गांड के स्वाद ने सन्नी को दीवाना बना दिया।
जब काम्या से सब्र नहीं हुआ, वो बोली, काम्या: भैया, कब तक उससे खेलोगे? अब कुछ करो ना, प्लीज़!
दोनों काफी देर तक रोमांटिक और कामुक बातें करते रहे, एक-दूसरे के अंगों को मसलते रहे। फिर सन्नी ने उसे उठाया और बिस्तर पर पटक दिया।
काम्या: आ! धीरे से नहीं रख सकते थे? हमेशा मुझे सताते रहते हो?
सन्नी: रानी, सताता नहीं, प्यार करता हूँ!
बेड पर नंगी पड़ी काम्या कामुक नज़रों से सन्नी को देख रही थी। सन्नी भी उसकी कातिल जवानी को देखकर पागल हो रहा था। काम्या का हुस्न ऐसा था कि मुर्दों में भी जान डाल दे। सन्नी तो गबरू जवान था। वो बेड पर कूदा और दोनों तड़पते जीव एक-दूसरे के अंगों से खेलने लगे। सन्नी काम्या के शरीर से खेलने से थकता ही नहीं था। काफी देर तक उसके पूरे बदन को चूमने, चाटने, नोचने, खसोटने के बाद उसने काम्या की टाँगें चौड़ी कीं और उसकी चूत में जीभ डाल दी।
काम्या फिर बहकने लगी। शुरू-शुरू में उसे वहाँ जीभ लगाना गंदा लगता था, लेकिन अब यही चीज़ लज़्ज़तदार लगती थी। थोड़ी देर बाद सन्नी ने उसे फिर 69 में ले आया, लेकिन इस बार वो ख़ुद ऊपर था, ताकि ज़्यादा बेहतर ढंग से हैंडल कर सके। सन्नी ने काम्या की चूत की हार्डकोर चटाई शुरू कर दी। काम्या को लग रहा था, जैसे उसकी चूत के मुहाने पर कोई अनारदाना जला रहा हो, जिसकी तपिश से वो जल रही थी। सन्नी ने फिर अपना अँगूठा चूत रस से गीला किया और उसकी गांड में डाल दिया।
काम्या: उई माँ! सन्नी यार, तू मानता क्यों नहीं? अभी वहाँ नहीं कर सकते!
सन्नी उम्र में छोटा था, लेकिन उसके लंड का जादू ऐसा चढ़ा कि काम्या उसे यार बोलने लगी।
सन्नी: थैंक्स, जानेमन।
काम्या: थैंक्स किस बात का, भैया?
सन्नी: मुझे यार बोलने का।
सन्नी: रानी, कर नहीं रहा, बस भविष्य के लिए इसे तैयार कर रहा हूँ। अच्छा, एक बात बता।
काम्या: क्या?
सन्नी: कभी जीजाजी ने यहाँ करने को नहीं बोला?
काम्या: चुप कर, वो तेरे जैसे गंदे नहीं हैं।
सन्नी: और अंकल ने तो बोला होगा। वो तो मेरे जैसे गंदे हैं ना?
काम्या: उन्होंने बोला था, मगर मैंने मना कर दिया।
सन्नी: मतलब, अपने प्यारे भैया के लिए बचा रखी है इसको। मैं तो उँगली डालते ही समझ गया था कि पड़ोसन अभी कोरी है। कोई बात नहीं, इसकी सील तो मैं ही तोड़ूँगा।
काम्या: बड़ा आया सील तोड़ने वाला! मैं कुछ उल्टा-सीधा नहीं करने दूँगी, समझ ले।
सन्नी: अरे, मैं आज के लिए थोड़े बोल रहा हूँ। जब घर में कोई न हो, तब के लिए बोल रहा हूँ।
काम्या: तब की तब देखेंगे। तू अभी की सोच।
सन्नी: अभी की क्या सोचूँ?
काम्या: क्यों, तू ये भी भूल गया कि यहाँ क्यों आया है?
सन्नी: नहीं, वो तो याद है। तुझे कसकर चोदने के लिए आया हूँ।
काम्या: बेशरम, अपनी बहन को ऐसा बोलता है? तुम लड़के लोग बहुत गंदे होते हो। अब यूँ ही मुँह चलाएगा या कुछ करना है?
काम्या की बेताबी देख सन्नी ने उसकी दोनों टाँगों को कंधे पर रखा और एक झटके में अपना खूँटा उसकी गहराई में उतार दिया।
काम्या: उई मम्मी! भैया, मार डाला! तुमसे बार-बार बोलती हूँ, एक झटके में मत घुसाया करो। रुक-रुक के नहीं कर सकते?
सन्नी: तुम्हें इस हालत में देखकर कौन रुक पाएगा? जो रुक जाए, वो पक्का हिजड़ा होगा।
सन्नी ने फिर काम्या की धुआँधार कुटाई शुरू कर दी। काफी देर तक वो उसे नीचे लिटाकर चोदता रहा। फिर अचानक पलटी मारी। अब सन्नी नीचे था और काम्या ऊपर। काम्या ऊपर-नीचे हो रही थी, और सन्नी नीचे से कमर उठाकर ताल मिला रहा था। उसके दोनों हाथ फ्री थे, तो उसने काम्या की चूचियाँ दबाना शुरू कर दिया। दूध मसलने से काम्या और मस्त हो रही थी। उसने लंबे-लंबे स्ट्रोक मारना शुरू किया। उसकी जवानी का जोश सिर चढ़कर बोलने लगा। वो छह इंच ऊपर उठती और धम्म से नीचे आती। उसके पूरे बदन में अब केवल काम ही काम रह गया था। वो टॉमबॉय बनकर सन्नी को चोद रही थी।
लंबी चुदाई के बाद सन्नी ने अपने बीज काम्या के खेत में डाल दिए। इस दौरान काम्या दो बार सिँचाई कर चुकी थी। कल सन्नी को जाना था, तो वो कई आसन आज़माना चाहता था, ताकि काम्या उसकी सेक्स पावर की मुरीद बन जाए। वो उसे सेक्स के आनंद की इंतहा दिखाना चाहता था और अपने हुनर के बदले उसे अपनी रखैल बनाना चाहता था। वो जानता था कि लउंडा जीजा और बूढ़ा ससुर उसके मुक़ाबले कहीं नहीं ठहरते। काम्या अब उसके बस में थी।
कुछ देर आराम के बाद सन्नी की बंदूक फिर फायरिंग के लिए तैयार हो गई। उसकी इस क्षमता ने काम्या को अचरज में डाल रखा था। काम्या: सन्नी, तेरा ये इतनी जल्दी कैसे तैयार हो जाता है? तेरे जीजू का तो दस-बारह घंटे मरा-सा पड़ा रहता है।
सन्नी: रानी, ये मुझे भी नहीं मालूम। तू बस आम खा, गुठली गिनने से क्या फायदा? जीजू नहीं हैं, तो क्या हुआ, “मैं हूँ ना”!
काम्या: अच्छा, एक बात बता, तू रातभर में कितनी बार कर सकता है?
सन्नी: अब ये कैसे बता सकता हूँ? रातभर यहीं रहने दे, तो पता चल जाएगा।
काम्या: अभी नहीं कर सकती। बस अंदाज़ से बता ना।
सन्नी: जान, तू इतनी सुंदर और सेक्सी है, तेरा फिगर इतना गदराया है कि रातभर में दस बार तो तुझे चोद दूँगा।
काम्या: हे भगवान! सन्नी, तेरी बीवी बड़ी लकी होगी रे! कितना स्ट्रॉंग मर्द मिलेगा उसे।
सन्नी: यार, मुझे अब शादी-वादी नहीं करनी। मैं तो बस तेरे सहारे ज़िंदगी काट लूँगा।
सन्नी एक्टिंग करते हुए बोला। काम्या उसकी नकली दीवानगी को सच मान बैठी और अंदर ही अंदर गर्वित हो रही थी।
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