Xxx बहू ससुर सेक्स कहानी में एक लड़की का नामर्द पति उसे सेक्स का मजा नहीं दे पाता था. तो बहू ने घर में ही अपनी अन्तर्वासना को शांत करने के लिए अपने ससुर को पटाया.
फ्रेंड्स,
मेरा नाम सीनू है. मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ. मैं एक सेक्स स्पेशलिस्ट हूँ और अपनी महिला ग्राहकों को सेक्स से संबंधित सलाह देता हूँ.
यह मेरी पहली सेक्स कहानी है, अत: कोई ग़लती हो जाए तो माफ़ कर दीजिए.
Xxx बहू ससुर सेक्स कहानी मेरी एक कस्टमर की है जिसने मेरे बोलने पर अपने ससुर से अपनी चुदाई करवाई थी.
एक दिन कस्टमर का मैसेज आया कि उसके नामर्द पति का लंड खड़ा नहीं होता है.
मैं आपको कस्टमर के बारे में बता देता हूँ.
उसका नाम रूबी है. वह विदिशा से है.
उसका फिगर 36-34-38 का है.
वह देखने में बड़ी ही गदरायी और सेक्सी माल है.
उसे देख कर किसी भी मर्द का लंड खड़ा हो जाए.
उसने अपनी कहानी मुझे बताई.
उसका पति उसको चोदता नहीं था.
पिछले 3 साल से वह अपने पति के एक दोस्त से चुदाई करवा रही थी. परंतु अब उसमें भी रुकावट हो गई है.
उसके घर में उसके सास ससुर और उसका पति ही है.
अब आप कस्टमर के मुँह से ही इस चुदाई की कहानी का मज़ा लीजिए.
रूबी- मुझे मेरे ससुर का लंड चाहिए, तुम बता सकते हो कि कैसे लूँ?
सीनू- रात में सबके सोने के बाद तुम अपने ससुर के कमरे में जाना. उसके पैर दबाने के बहाने उसके लंड से चुदने की कोशिश कर लेना. यदि वह राजी हो गया तो ठीक, नहीं तो कल दूसरी तरकीब बता दूंगा.
रूबी- अरे यार सीनू, उसके कमरे में सास भी होती है!
सीनू- सास को नींद की दवा देकर ससुर के पैर दबाने के बहाने से चली जाना!
रूबी- ओके, यह ठीक है.
रूबी रात को अपनी सास को नींद की दवा देकर सुलाने के बाद ससुर के रूम में गई.
वह उनसे पूछने लगी- ससुर जी मैं आपके पैर दबा दूं!
ससुर- ठीक है बहू, दबा दो.
रूबी अपने ससुर के पैर दबाने लगी.
पैर दबाते हुए वह ऊपर की तरफ बढ़ने लगी और ससुर के लंड को टच करने लगी.
उसके धीरे धीरे टच करते करते लंड खड़ा होने लगा.
ससुर- बहू, बड़ा अच्छा लग रहा है, तुम ऐसा करो कि मेरे पैरों की तेल मालिश भी कर दो.
रूबी- जी ससुर जी.
वह आपने ससुर के पैरों के पंजों की तेल से मालिश करने लगी.
तेल से मालिश करने में ससुर का पजामा दिक्कत दे रहा था.
रूबी- ससुर जी, आप पजामा उतार दीजिए. इससे मालिश में दिक्कत हो रही है. यह तेल से खराब भी हो जाएगा.
ससुर- बहू, तुम ही उतार दो.
रूबी खड़ी हुई और उसने ऊपर को आकर धीरे से ससुर के पजामे का नाड़ा ढीला किया और उसे नीचे सरकाती हुई उतारने लगी.
ससुर ने भी अपनी गांड उठा कर पजामा उतरवा लिया.
पजामा उतरा तो रूबी को पता चला कि ससुर ने पजामा के अन्दर कुछ नहीं पहना हुआ है.
ससुर का मोटा लंड बहू के सामने आ गया. वह अपने ससुर का हैवी लंड देख कर हैरान हो गई.
इस उम्र में इतना बढ़िया लंड जो कि 7 इंच लंबा और काफी मोटा था.
पूरा कड़क लंड उसके सामने फनफना रहा था.
रूबी- ससुर जी आपने तो अन्दर कुछ नहीं पहना हुआ है!
ससुर- बहू, मुझे रात में अन्दर कुछ भी पहनने की आदत नहीं है.
रूबी अब बार बार ससुर के लंड को देख कर उनकी टांगों की मालिश करने लगी.
ससुर जी का लंड अपनी औकात में खड़ा था और लहरा रहा था.
ससुर- बहू तुम्हारे हाथों में तो जादू है. तुम बहुत अच्छी मालिश करती हो.
रूबी- सच में ससुर जी!
ससुर- हां बहू, तुमने मेरी सारी थकान उतार दी.
रूबी- पर अभी आपके इसकी थकान नहीं उतरी है ससुर जी!
ससुर- किसकी बहू?
रूबी ने ससुर का लंड अपने हाथ में लेकर बोली- इसकी!
ससुर- आह बहू, अपने हाथों से इसकी भी थकान उतार दो न!
रूबी यह सुनते ही मस्त हो गई और ससुर के लंड को हाथ में लेकर ऊपर नीचे करने लगी. लौड़े पर तेल टपका कर उसकी मालिश करने लगी.
ससुर- आह बहू क्या मस्त मालिश करती हो तुम!
रूबी मालिश करती हुई और आगे बढ़ी.
उसने अपने ससुर के लंड को मुँह में ले लिया.
ससुर- आह यह क्या कर रही हो बहू?
रूबी- वही, जो मुझे करना चाहिए … ससुर जी आपका यह हथियार मुझे चाहिए.
ससुर- पहले बाहर चलो कमरे से, यहां तुम्हारी सास सो रही है.
रूबी- ओके.
अब वे दोनों बाहर आ गए.
ससुर- बहू क्या मेरा बेटा तुझे चोदता नहीं है?
रूबी- नहीं, उनका लंड ही खड़ा नहीं होता है. मैं उनसे सेक्स की बोलती हूँ तो बोल देते हैं कि किसी से भी चुदवा लो, मेरे से मत बोला करो!
ससुर- अरे वह ऐसा क्यों करता है?
रूबी- उसे जाने दीजिए, मैं बहुत प्यासी हूँ ससुर जी … आप पहले मेरी चूत की आग को शांत कर दो!
ससुर- तुम मेरे बेटे की बहू हो, मैं यह नहीं कर सकता.
रूबी- ससुर जी आप मुझे अपनी पत्नी समझो. आज से मैं आपकी हूँ. अपने लंड से मेरी चूत फाड़ दो. मुझे अपनी रंडी बना लो.
ससुर कुछ देर सोचने के बाद बोला- ओके बहू, चलो बाथरूम में चोदता हूँ.
वे दोनों बाथरूम में चले गए.
रूबी बाथरूम में जाते ही अपने ससुर को किस करने लगी.
ससुर अपनी बहू को किस करते हुए उसकी गांड दबाने लगा और बीच बीच में रूबी की गांड पर थप्पड़ मारता जा रहा था.
रूबी- आह उह ससुर जी … धीरे करो न … लगती है.
ससुर ने अपनी बहू का ब्लाउज फाड़ दिया और वह अपनी बहू के बड़े बड़े दूध देख कर एकदम पागल सा हो गया.
ससुर- साली रंडी, तेरे जैसा माल घर में है और मैं मुठ मार कर खुद को शांत करता था!
रूबी- आज से यह माल आपका है ससुर जी … आज से ये रंडी आपकी है, इस रंडी के साथ आपको जो करना है, मस्ती से करो … बस मेरी चूत की आग बुझा दो.
ससुर ने यह सुनकर अपनी बहू की ब्रा को भी फाड़ दिया और उसके मम्मों को मसलने लगा, पीने लगा.
वह उसके निप्पल को अपने दांतों में दबा कर काटने लगा.
रूबी एकदम से रंडी की भाषा बोलने लगी- आह मादरचोद … धीरे धीरे कर बहन के लंड … साले अपनी बहू को चोद रहा है किसी छिनाल को नहीं … आह आ पियो ससुर जी … मेरे दूध चूस को आज से ये आपके ही चूचे हैं … निकाल दो सारा दूध इनका!
ससुर- हां साली बहन की लौड़ी कुतिया … आज तो तेरी चूत का भोसड़ा बना दूंगा साली बड़े रसीले दूध हैं तेरे … ला बारी बारी से दोनों थन पिला!
कुछ देर तक ससुर ने अपनी बहू के दोनों दूध चूसे और उसके बाद वह अपने लंड को रूबी के हाथ में देने लगा.
रूबी अपने ससुर के लंड पर हाथ रख कर उसे मुठियाने लगी और नीचे बैठ कर ससुर के लंड को अपने मुँह में लेकर चूसने लगी.
ससुर- आह उफ्फ़ बहू … क्या मस्त लंड चूसती हो तुम … आह साली ऐसी तो कोई रंडी भी न चूसे … किधर से सीखा है लंड चूसना … तेरी सास ने भी कभी इतनी मस्ती से लंड नहीं चूसा आह.
रूबी- आह मेरे पहलवान ससुर जी, आज आपका पूरा लंड खा जाऊंगी.
वह बड़ी मस्ती से अपने ससुर के लंड को पीने लगी और उनके टट्टों को चूसती हुई अपने ससुर को चुदास से भरने लगी.
ससुर- आह बहू … मेरे लौड़े से पानी निकलने वाला है!
रूबी- आह … आने दो ससुर जी.
यह सुनते ही ससुर ने लंड से धार मारनी शुरू कर दी और बहू ने अपने ससुर के लंड का पूरा पानी पी लिया.
वह लंड को चाट चाट कर साफ करने लगी और अपने ससुर के टट्टे फिर से सहलाने लगी ताकि लंड फिर से टाइट हो जाए.
लंड सहलवाता और चटवाता हुआ ससुर कहने लगा- बहू, आज तक तेरी सास ने भी मेरा लंड इतनी मस्ती से नहीं पिया … आज तूने जो मज़ा दिया है, वह मुझको कभी नहीं मिला. अब तेरे लिए एक सोने की करधनी पक्की.
ससुर के मुँह से अपनी कमर के लिए सोने की करधनी की बात सुनकर रूबी और मस्त हो गई और वह और जोश में आकर अपने ससुर के लंड की सेवा करने लगी.
रूबी- ससुर जी अब आप भी तो मेरी चूत पी लो … बहुत आग है साली में!
ससुर- हां बहू आ जाओ अपनी टांगें खोल लो और मुझे अपनी चूत चाटने दो.
उसने अपनी बहू को फर्श पर लेटा दिया और उसके दोनों पैरों को खोल दिया.
बहू अपने दोनों पैरों को हवा में उठाए हुई थी. ससुर 69 में आ गया और उसकी टांगों के बीच में अपना मुँह लगा कर चूत चूसने लगा.
रूबी- आह मेरे सनम मस्त चूस रहे हो … आह और चूसो.
ससुर ने अपनी बहू की चूत चूसते हुए उसकी चूत में एक एक करके अपनी तीन उंगलियां डाल दीं और वह चूत में फिंगरिंग करने लगा.
रूबी- आह मेरे लवली ससुर क्या मस्त मजा दे रहे हो आह!
ससुर ने कुछ ही देर में अपनी बहू को झड़ने पर मजबूर कर दिया और वह अपनी बहू की चूत का सारा पानी पी गया.
चूत रस पी लेने के बाद उसने अपनी बहू की चूत को चाट चाट कर साफ कर दिया.
रूबी उसी 69 की अवस्था में अपने ससुर के लंड पर लग गई और लंड को चूस कर उसने फिर से लंड को खड़ा कर दिया.
रूबी- अब देर न करो ससुर जी, मेरी चूत का कल्याण कर दो.
ससुर सीधा हुआ और अपनी बहू की चूत पर लंड सैट करके वह उसके दूध चूसने लगा.
नीचे उसका लंड अपनी बहू की चूत में घुसने का रास्ता खोज रहा था.
तभी बहू ने अपने हाथ से अपने ससुर के लंड को पकड़ कर चूत में घुसने की रास्ता दिखा दी.
उसने लंड चूत के छेद पर लगाते हुए कहा- अब पेलो राजा!
ससुर ने एक ही बार में अपनी बहू की चूत में लंड पेल दिया.
Xxx बहू ससुर सेक्स शुरू हो गया.
रूबी- आह साले हरामी … मर गई … बहन के लंड एक बार में अन्दर पेलने को किसने बोला था … आह भैनचोद साले फाड़ दी मेरी चुत!
ससुर- बहन की लौड़ी … चुप साली रंडी … ऐसे चिल्ला रही है जैसे आज तक लंड लिया ही न हो … अब देख कुतिया तुझे आज असली रंडी कैसे बनाता हूँ.
वह बहू के दर्द को बिना जाने उसे धकापेल फुल स्पीड से चोदने लगा.
बाथरूम में चुदाई की आवाजें गूंजने लगीं.
कुछ ही पलों बाद रूबी मस्ती लेने लगी थी- आह चोद दे साले मादरचोद … बना दे मुझे रंडी!
ससुर- हां साली कुतिया … देख आज तेरी चूत का भोसड़ा कैसे बनाता हूँ रंडी.
रूबी- आह हां बना दे साले … तेरा गांडू बेटा तो कुछ करता ही नहीं है. उस साले को अपनी गांड मरवाने का शौक है बहन के लौड़े को … आह जाने कैसी औलाद पैदा की है तेरी लुगाई ने … आह तेरे लंड से तो वह पैदा नहीं हुआ है यह पक्की बात है. मेरी सास ने पक्का किसी हिजड़े से चूत चुदवाई होगी जो ऐसा गांड मराने वाली औलाद पैदा हुई है.
ससुर- कुतिया साली अब अपने खसम को भूल जा और मुझे ही अपना खसम बना ले … ले बहन की लौड़ी.
बाथरूम में उन दोनों की चुदाई की आवाजें तेज स्वर में गूंजने लगी थीं.
रूबी- आह क्या मस्त चोद रहा है बुड्ढे … सच में मजा आ गया.
ससुर- चल साली, अब कुतिया बन जा हरामिन.
रूबी झट से लंड निकलवा कर डॉगी स्टाइल में आ गई.
ससुर ने पीछे से अपनी बहू की कमर पकड़ कर उसकी चूत में लंड पेला और फिर से धकापेल चोदने लगा.
वह अपनी बहू के बाल पकड़ कर फुल स्पीड से चूत का भोसड़ा बनाने में लग गया था.
रूबी- चोद साले रंडी के … मादरचोद.
तभी ससुर ने बहू की चूत से लंड निकाल कर अचानक से उसकी फैली हुई गांड में पेल दिया.
रूबी- उई मम्मी रे … आह मादरचोद रंडी के जने … आह कुत्ते मर गई … साले गांड में क्यों डाला भोसड़ी के आह … निकाल हरामी!
ससुर ने उसकी कमर को ताकत से पकड़ा और दबादब गांड में लंड चलाते हुए बोला- साली रंडी, आज तुझे सड़कछाप कुतिया बना दूँगा … ले साली लंड अपनी गांड में खा.
वह फुल स्पीड से अपनी बहू की गांड मारने लगा और गांड पर थप्पड़ मार मार कर चुदाई करने लगा.
रूबी का दर्द कम होते ही वह भी अपनी गांड चुदाई का मजा लेने लगी ‘आह चोद साले भोसड़ी के.’
अब ससुर कभी अपनी बहू की चूत में लंड डालता तो कभी गांड में लंड डाल कर चोदने लगता.
रूबी- वाह साले रंडी के … साले क्या चोद रहा है बुड्ढे … जो मजा तेरा बेटा नहीं दे पाया मुझे … वह तूने दिया है भैन के लंड … आह फाड़ दे मेरी चूत को और बना ले मुझे अपनी पर्सनल रंडी आह.
ससुर- अब ज्यादा चुदुर चुदुर न कर कुतिया … मेरे लंड का काम तमाम होने वाला है … जल्दी बोल बहन की लौड़ी कि लंड की रबड़ी किधर निकालूँ?
रूबी- आह मेरी जान मुझे लंड का पानी पीना है.
ससुर ने झटके से लंड चूत से बाहर निकाला और अपनी बहू के सामने खड़ा होकर उसे लंड पिलाने लगा.
रूबी भी अपने ससुर के लंड का पूरा पानी पी गई.
दोस्तो, अगली कहानी बहुत जल्दी लेकर आऊंगा.