होली का रंग- माँ की चूत के संग (Holi me Maa ki chudai)
ये कहानी उसी होली की है जब मैं छह साल बाद अपने घर पर था। मेरा नाम विनोद है, उम्र उन्नीस साल। मैं अपने शहर से कोसों दूर एक कॉलेज में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा हूँ। कॉलेज में हड़ताल की वजह से एक महीने की छुट्टी हो गई थी, और मैं घर लौट आया। …