सब रिश्ते भूलकर अपनी माँ की चुदाई कर (Sab bhulkar Maa ki chudai)
मैं, रवि, दिल्ली के एक छोटे से दो कमरे के फ्लैट में अपनी माँ, शालिनी, के साथ रहता था। हमारा घर पुरानी दिल्ली की तंग गलियों में था, जहाँ दिन में धूप की किरणें मुश्किल से छत तक पहुँचती थीं, और रातें गर्मी और उमस से भरी होती थीं। माँ को पापा ने शादी के …