मैं दिल्ली में रहता हूँ। मेरा नाम रोहन है, और मेरी प्यारी और सेक्सी वाइफ का नाम प्रीति है। प्रीति 28 साल की है, गोरी, लंबे काले बाल, और ऐसी बॉडी जो किसी का भी दिल धड़का दे। उसकी फिगर 34-28-36 है, और उसके बूब्स इतने बड़े और सेक्सी हैं कि उन्हें देखकर किसी का भी लंड खड़ा हो जाए। उसकी चूत तो इतनी प्यारी और टाइट है कि बस मन करता है कि उसमें खो जाऊँ और उसे चोदता ही रहूँ। उसकी गांड भी गोल और रसीली है, जो हर कदम पर हिलती है और देखने वाले को पागल कर देती है। मैं 30 साल का हूँ, एवरेज बिल्ड, 5 फीट 10 इंच का कद, और मेरा लंड 5 इंच का है, जो प्रीति को खुश करने के लिए काफी है। लेकिन मैं खुले विचारों वाला इंसान हूँ। मुझे सेक्स लाइफ में मज़ा चाहिए, और मैं हमेशा कुछ नया ट्राई करना चाहता हूँ।
हमारी शादी को दो साल हो चुके हैं, और इन दो सालों में मैंने प्रीति की चूत को हर तरह से चोदा है। उसकी चूत का स्वाद, उसकी टाइटनेस, और वो सिसकारियाँ जो वो चुदाई के दौरान निकालती है, मुझे पागल कर देती हैं। लेकिन दो साल बाद अब मन में कुछ नया करने की इच्छा जाग रही थी। एक ही चूत को चोदते-चोदते थोड़ा बोरियत सी होने लगी थी। मैं प्रीति से बहुत प्यार करता हूँ, लेकिन रोज़ एक ही दाल खाकर इंसान बोर हो जाता है, वैसे ही रोज़ एक ही चूत चोदने में वो मज़ा नहीं रहता। और ये बात सिर्फ मर्दों पर नहीं, औरतों पर भी लागू होती है। वो भी तो इंसान हैं। उन्हें भी तो बदलाव चाहिए। प्रीति भी शायद मेरे लंड से बोर हो चुकी होगी। वो भी चाहती होगी कि कोई नया लंड उसकी चूत में जाए, उसकी प्यास बुझाए। हर औरत का मन करता है कि वो अलग-अलग लंड से चुदवाए, और ये बात मैं समझता हूँ।
इसीलिए मैंने फैसला किया कि मैं प्रीति को किसी और के लंड से चुदवाऊँगा। लेकिन ये बात उसे कैसे बताऊँ? मुझे नहीं पता था कि वो इस बारे में क्या सोचती है। अगर मैं उससे कहूँ कि “प्रीति, किसी और से चुदवा लो,” तो वो क्या सोचेगी? क्या वो मुझे गलत समझेगी? या शायद वो भी यही चाहती हो, लेकिन खुलकर बोल नहीं पा रही हो। मैंने सोचा, चाहे जो हो, बात तो करनी ही पड़ेगी। मुझे यकीन था कि हर औरत के मन में ये इच्छा होती है कि वो नए लंड का मज़ा ले। प्रीति भी जरूर ऐसा सोचती होगी, भले ही वो मुझसे कहे न कहे।
मैंने प्लान बनाया कि पहले प्रीति के मन में ये आग जगानी होगी। मैंने उसे कई बार XXX मूवीज दिखाईं, जिनमें ग्रुप सेक्स और स्वैपिंग की कहानियाँ थीं। मैं चाहता था कि वो इन मूवीज को देखकर उत्तेजित हो और किसी और के लंड से चुदवाने की इच्छा जाहिर करे। लेकिन शुरू में उसने कोई खास रिएक्शन नहीं दिया। वो मूवीज देखती, मुस्कुराती, लेकिन कुछ बोलती नहीं। फिर भी, मैं हार नहीं माना। मुझे अपने सपने को पूरा करना था। मैं चाहता था कि प्रीति किसी और के लंड से चुदे, और मैं उसे चुदते हुए देखूँ। ये सोचकर ही मेरा लंड खड़ा हो जाता था।
एक रात, हम दोनों बेडरूम में XXX मूवी देख रहे थे। स्क्रीन पर एक हॉट सीन चल रहा था, जिसमें दो कपल्स आपस में पार्टनर बदलकर चुदाई कर रहे थे। मैंने मौका देखकर प्रीति से पूछा, “प्रीति, ये देखकर तुम्हें कुछ नहीं होता? क्या तुम कभी ऐसा नहीं सोचती कि तुम भी किसी और के लंड से चुदवाओ? या मैं किसी और की चूत चोदूँ?” वो मेरी बात सुनकर चौंक गई। उसने हँसते हुए कहा, “ये क्या बोल रहे हो? मेरी चूत पर तो सिर्फ तुम्हारा हक है।” लेकिन उसकी आँखों में एक चमक थी, जैसे मेरी बात उसे अंदर तक हिला रही हो। उसने धीरे से कहा, “लेकिन हाँ, मूवी देखकर मन में कुछ-कुछ तो होता है। ऐसा लगता है कि मैं भी किसी और के लंड से चुदवाऊँ, और तुम भी किसी और की चूत चोदो।”
उसकी ये बात सुनकर मेरा लंड टनटना गया। मैंने उसे तुरंत अपनी बाहों में खींच लिया और उसके होंठ चूमने लगा। मेरे हाथ उसकी साड़ी के ऊपर से उसकी चूचियों को दबाने लगे। उसकी चूचियाँ इतनी नरम और भारी थीं कि मेरे हाथों में समा ही नहीं रही थीं। मैंने उसकी साड़ी का पल्लू हटाया और उसका ब्लाउज़ खोलकर उसकी ब्रा उतार दी। उसकी गोल, भरी हुई चूचियाँ मेरे सामने थीं, और उनके निप्पल्स टाइट हो चुके थे। मैंने एक निप्पल को मुँह में लिया और चूसने लगा। प्रीति सिसकारियाँ लेने लगी, “आह्ह… रोहन… और चूसो…” मैंने उसकी साड़ी पूरी तरह उतार दी और उसकी पैंटी में उंगली डालकर उसकी चूत को सहलाने लगा। उसकी चूत पहले से ही गीली थी, और मेरी उंगलियाँ उसकी चिकनी चूत में आसानी से फिसल रही थीं। वो मेरे लंड को पकड़कर सहलाने लगी और बोली, “रोहन, अगर तुम सचमुच चाहते हो कि मैं किसी और से चुदवाऊँ, तो मुझे कोई ऐतराज़ नहीं। लेकिन ये सही रहेगा?”
मैंने उसे और जोश में लाने के लिए कहा, “प्रीति, इसमें गलत क्या है? मैं चाहता हूँ कि तुम खुश रहो। मैं नहीं चाहता कि तुम चोरी-छिपे किसी और से चुदवाओ। हर औरत ऐसा करती है, लेकिन मैं चाहता हूँ कि तुम मेरी जानकारी में ऐसा करो। मैं तुम्हें बहुत प्यार करता हूँ, और तुम्हें किसी और के लंड से चुदते देखना चाहता हूँ। उससे मेरा सेक्स और भड़केगा।” प्रीति मेरी बात सुनकर मुस्कुराई और बोली, “ठीक है, लेकिन किससे चुदवाऊँ? तुम्हें कोई जानने वाला चाहिए?”
मैंने कहा, “कोई भी हो, जो तुम्हें पसंद हो। तुम्हारी कोई सहेली का हसबैंड हो सकता है, या कोई पुराना दोस्त।” प्रीति ने कुछ देर सोचा और बोली, “मेरी सहेली प्रिया का हसबैंड हो सकता है। लेकिन पहले मुझे प्रिया से बात करनी होगी। उसे ग्रुप सेक्स के लिए मनाना होगा, ताकि तुम भी प्रिया को चोद सको। मुझे अच्छा लगेगा अगर तुम मेरे सामने प्रिया को चोदो।” ये सुनकर मेरा दिमाग घूम गया। प्रिया 27 साल की थी, स्लिम फिगर, 32-26-34, और उसकी चूत और गांड की बातें मैंने पहले ही सुन रखी थीं। मैंने कहा, “ठीक है, तुम प्रिया से बात करो। मैं तो प्रिया को उसकी शादी से पहले चोदना चाहता था, लेकिन तब हिम्मत नहीं हुई।”
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तीन दिन बाद, प्रीति ने प्रिया से बात की। प्रिया को ग्रुप सेक्स का आइडिया बहुत पसंद आया। उसने अपने हसबैंड, राहुल, से भी बात कर ली, जो 32 साल का था और 7 इंच का लंड रखता था। एक दिन प्रीति ने प्रिया को हमारे घर बुलाया, जब घर पर कोई नहीं था। प्रिया आई, और हम तीनों ने इस बारे में खुलकर बात की। प्रिया बहुत उत्साहित थी। उसने अपनी साड़ी में ही हमें अपने बूब्स और गांड दिखाए, और बोली, “रोहन, तुम्हें मेरी चूत चोदने में मज़ा आएगा।” मैंने उसे तुरंत अपनी बाहों में लिया और उसकी साड़ी उतार दी। उसकी ब्रा और पैंटी में वो और भी सेक्सी लग रही थी। मैंने उसकी ब्रा उतारी और उसके निप्पल्स को चूसने लगा। प्रिया सिसकारियाँ लेने लगी, “आह्ह… रोहन… और चूसो… मेरी चूचियाँ तुम्हारी हैं।”
प्रीति पास में बैठकर ये सब देख रही थी और अपनी चूत को सहला रही थी। मैंने प्रिया की पैंटी उतारी और उसकी चूत को चाटने लगा। उसकी चूत गीली और गर्म थी, और उसका स्वाद मुझे पागल कर रहा था। मैंने अपनी जीभ उसकी चूत के अंदर डाली और चूसने लगा। प्रिया चीख रही थी, “आह्ह… रोहन… और चाटो… मेरी चूत फाड़ दो…” मैंने अपनी पैंट उतारी और मेरा 5 इंच का लंड प्रिया के सामने था। उसने उसे अपने मुँह में लिया और चूसने लगी। उसका मुँह इतना गर्म था कि मुझे लगा मैं अभी झड़ जाऊँगा। लेकिन मैंने खुद को रोका। मैंने प्रिया को बेड पर लिटाया और उसकी टाँगें चौड़ी करके उसकी चूत में अपना लंड डाल दिया। वो चीखी, “आह्ह… रोहन… और जोर से… फाड़ दो मेरी चूत…” मैंने धक्के मारने शुरू किए, और हर धक्के के साथ प्रिया की सिसकारियाँ तेज़ हो रही थीं, “आह्ह… ओह्ह… और जोर से… चोदो मुझे… मेरी प्यास बुझाओ…” मैंने उसकी चूचियाँ दबाईं और और जोर से धक्के मारे। प्रिया चिल्ला रही थी, “हाँ… हाँ… मैं झड़ रही हूँ… आह्ह…” और वो झड़ गई। मैं भी कुछ देर बाद उसकी चूत में झड़ गया।
प्रीति ये सब देखकर पागल हो रही थी। उसकी चूत गीली हो चुकी थी, और वो राहुल के लंड के लिए तड़प रही थी। उस रात हम सब प्रिया के घर गए और वहाँ से एक होटल में चले गए। हमने एक रूम बुक किया, और वहाँ जो हुआ, वो मेरी ज़िंदगी का सबसे हॉट अनुभव था। रूम में घुसते ही राहुल ने प्रीति को अपनी बाहों में लिया और उसे चूमने लगा। प्रीति ने अपनी साड़ी उतारी, और राहुल ने उसकी ब्रा और पैंटी भी उतार दी। प्रीति की नंगी बॉडी देखकर राहुल का 7 इंच का लंड खड़ा हो गया। प्रीति ने उसका लंड अपने हाथ में लिया और चूसने लगी। वो चूसते हुए सिसकारियाँ ले रही थी, “आह्ह… राहुल… तुम्हारा लंड इतना मोटा है… इसे मेरी चूत में डाल दो…”
इधर, प्रिया मेरे लंड को चूस रही थी। उसने मेरी पैंट उतारी और मेरे लंड को अपने मुँह में लिया। उसका मुँह इतना गर्म था कि मैं सिसकारियाँ लेने लगा, “आह्ह… प्रिया… और चूसो…” मैंने प्रिया की चूत को चाटा और उसकी चूचियाँ दबाईं। फिर मैंने उसे बेड पर लिटाया और उसकी चूत में अपना लंड डाल दिया। वो चीखी, “आह्ह… रोहन… और जोर से… मेरी चूत फाड़ दो…” मैंने धक्के मारने शुरू किए, और प्रिया की सिसकारियाँ रूम में गूँज रही थीं, “आह्ह… ओह्ह… और जोर से… चोदो मुझे… मेरी चूत की प्यास बुझाओ…”
उधर, राहुल ने प्रीति को बेड पर लिटाया और उसकी चूत में अपना 7 इंच का लंड डाला। प्रीति चिल्ला रही थी, “आह्ह… राहुल… तुम्हारा लंड कितना बड़ा है… मेरी चूत फाड़ दो… और जोर से… आह्ह… ओह्ह…” राहुल ने ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारने शुरू किए, और प्रीति की चूचियाँ हर धक्के के साथ उछल रही थीं। वो चीख रही थी, “हाँ… और जोर से… मेरी चूत फाड़ दो… मैं झड़ रही हूँ… आह्ह…” और वो झड़ गई। राहुल ने भी कुछ देर बाद प्रीति की चूत में झड़ दिया।
फिर हमने पार्टनर बदले। मैंने प्रीति को चोदा, और राहुल ने प्रिया को। रात भर हमने एक-दूसरे को बदला और चोदा। हर बार नई पोजीशन, नया मज़ा। प्रीति और प्रिया दोनों चिल्ला रही थीं, “आह्ह… ओह्ह… और जोर से… फाड़ दो हमारी चूत…” रात भर चुदाई का दौर चला, और हम चारों ने 5-6 बार एक-दूसरे को चोदा।
इसके बाद, ये हमारी ज़िंदगी का हिस्सा बन गया। हफ्ते में 4-5 बार हम मिलते, कभी प्रिया के घर, कभी हमारे घर, कभी होटल में। प्रीति को राहुल के लंड का चस्का लग चुका था, और मुझे प्रिया की चूत का। हमारी ज़िंदगी में अब मज़ा ही मज़ा था। मेरा और प्रीति का प्यार पहले से भी ज़्यादा बढ़ गया। मैं सभी हसबैंड्स को यही सलाह दूँगा कि अपनी वाइफ को खुली छूट दो। हर औरत यही चाहती है कि उसे नए लंड का मज़ा मिले। अगर वो आपकी जानकारी में ऐसा करे, तो कोई परेशानी नहीं। ये थी मेरी सच्ची कहानी। आगे के अनुभव भी लिखूँगा।
आपको मेरी कहानी कैसी लगी? क्या आपने भी कभी ऐसा कुछ ट्राई किया? कमेंट में ज़रूर बताएँ।