जीजाजी और दीदी के साथ मस्ती – 2

Mom sex story: पिछले भाग(जीजाजी और दीदी के साथ मस्ती – 1) में आपने पढ़ा के मैंने कैसे मम्मी की चुदाई की। चुदाई के बाद हम दोनों एक दूसरे से चिपक कर लेटे हुए थे। मैं मम्मी के नंगे बदन को सहलाने लगा और फिर मेरे मन में आया के पता नहीं मम्मी अभी तक कितनो से चुदवा चुकी है। फिर मैंने मम्मी से पूछा के आप अब तक कितनो से चुदवा चुकी हैं तो ये सुनकर मम्मी मेरी तरफ देखकर मुस्कुराते हुए बोली के अब क्या बताऊँ तेरे पापा को तो शुरू से ही चुदाई में ज्यादा कुछ रुचि नहीं थी। वो बस अपने काम की तरफ ही ज्यादा ध्यान देते थे।

पहले यह कामुकता डॉट कॉम पर प्रकाशित थी, लेकिन जैसा की आप जानते है, हमारी ऑफिसियल साइट अब यह यानि फ्री सेक्स कहानी डॉट इन है इसीलिए अब से सारी कहानियां यही प्रकाशित होंगी।

तुम्हारे जन्म के बाद एक आदमी हमारे घर पर नौकर था। वो घर का काम में मेरी काफी हेल्प करता था। घर पर हम दोनों के और तुम दोनों भाई बहनों के अलावा कोई नहीं होता था तो हम दोनों आपस मे काफी बातें करते थे। जिस कारण हम काफी खुल गए थे एक दूसरे से। मेरी चुत में हर वक्त खुजली होती रहती थी। तुम्हारे पापा मेरी चुदाई तो करते थे लेकिन मुझे पूरा मजा नहीं आता था उनकी चुदाई से। फिर मैंने उसे पटाया और फिर उससे चुदाई करवाने लगी। वो तब उम्र में मुझसे कई साल बड़ा था। वो मेरी जमकर चुदाई करता। उसकी चुदाई से मुझे बहुत मजा आता।

जब तुम्हारे पापा नही होते तो उसका लन्ड मेरी चुत में ही रहता। फिर कई साल उससे चुदवाने के बाद मेरी शर्म हया सब चली गई। फिर कुछ सालों बाद वो चला गया तो फिर मैं अकेली हो गई। फिर तुम्हारे पापा ने एक ड्राइवर रखा। फिर मैंने उससे भी चुदवाया। मम्मी मुझे ये सब बता रही थी तब मेरा हाथ मम्मी की चुत पर था और मम्मी का हाथ मेरे लंड पर। फिर मम्मी बताने लगी के फिर कई और नौकर घर पर काम करने के लिए आये तो मैंने उन सबसे चुदवाया। फिर मैंने मम्मी से पूछा के आपने पहली बार गाँड किससे मरवाई तो फिर मम्मी बताने लगी के एक सब्जी वाला सब्जी देने आता था हर रोज।

जिस कारण हमारी अच्छी जान पहचान हो गई एक दूसरे से। मुझे पता लग गया था के वो मुझे पसंद करने लगा है। फिर मैं उससे चुदवाने लगी और फिर एक दिन उसने मेरी गाँड भी मार ली। पहली बार तो थोड़ा दर्द हुआ लेकिन फिर मुझे भी मजा आने लगा।

फिर मम्मी बताने लगी के गर्मी की छुट्टियों में तुम दोनों भाई बहन तो अपने ननिहाल चले जाते थे और तुम्हारे पापा भी घर पर नहीं होते थे तो घर पर मेरे अलावा नौकर और ड्राइवर होता था। मैं उन दोनों से एक चुदवाती थी। फिर उस सब्जीवाले से भी जान पहचान हो गई थी तो फिर वो भी मुझे चोदने लगा था। फिर मैं उन तीनों से एक साथ चुदवाने लगी। हम सब घर पर नंगे ही रहते और खूब मजे करते। ये सुनकर तो मैं बहुत ज्यादा गर्म हो गया। फिर मैंने मम्मी से पूछा के हम दोनों भाई बहन के बड़े होने के बाद भी आप चुदवा लेती थी किसी से। फिर मम्मी बोली के हाँ। नौकर और ड्राइवर से चुदवा लेती थी या किसी और को पटा लेती थी। फिर मैंने पूछा के किसी और से किससे।

फिर मम्मी बोली के बेटा आजकल औरतो को चोदने वालो की कमी नहीं है। बस उन्हें थोड़ा सा इशारा कर दो तो वो तुरंत तैयार हो जाते है। मैं अंडर गारमेंट्स लेने एक शॉप पर जाती थी तो मैं उसे खुलकर अपना साइज वगैरह बताती और उससे काफी हंसकर बाते करती थी। फिर मैंने उसे थोड़े बहुत हिंट दिए तो वो तैयार हो गया और फिर एक दिन उसने मुझे चोद दिया। फिर उस दिन के बाद मैं उसकी शॉप पर जाकर उससे जब चाहे तब चुदवा आती और वो मुझे ब्रा पैंटी वगैरह सब फ्री में दे देता था।

फिर ये सब सुनकर मैंने मम्मी से कहा के आप तो काफी चुदककड हो। ये सुनकर मम्मी हंसने लगी। फिर मैंने मम्मी से पूछा के आपको किसी ने पकड़ा नहीं है अभी तक। फिर मम्मी बोली के बेटा ऐसा कभी हो सकता है क्या के आप ये सब करो और कोई देखे भी ना। तुम तो अपने दोस्तों में बिजी रहते और तुम्हारे पापा अपने काम मे। एक बार रात को मैं नौकर से चुदवा रही थी तुम्हारी बहन ने देख लिया था। ये सुनकर मैं बिल्कुल हैरान रह गया। फिर मैंने सोचा के बहन ने तो कभी मुझे इसके बारे में नहीं बताया।

फिर मैंने मम्मी से पूछा के तो एकता ने कुछ कहा नहीं। फिर मम्मी बोली के वो काफी समझदार है मैंने उसे समझाया तो वो सब समझ गई। वो भी जवान हो रही थी तब तो मैंने भी उसे लण्ड के मजे लेने के लिए कहा तो वो बोली के वो शादी से पहले किसी के साथ नहीं करेंगी। फिर वो गर्म हो जाती तो मैं उसकी चुत सहलाकर उसे शांत कर देती जिससे उसे काफी मजा आता। फिर वो भी मेरी चुत सहलाती और फिर मैं भी झड़ जाती। फिर हम दोनों माँ बेटी मौका मिलते ही नंगी होकर एक दूसरे से चिपक जाती और मस्ती करने लग जाती। उसे मेरे नौकर से चुदवाने में कोई एतराज नहीं था तो मैं नौकर से भी मस्ती करती रही।

ये सुनकर तो मेरे पैरों तले जमीन खिसक गई। फिर मैंने मम्मी से कहा के आपने कभी मुझ पर लाइन क्यों नहीं मारी। फिर मम्मी बोली के मैंने कितनी बार कोशिश की थी। तेरे सामने कई बार नंगी भी हुई और ब्रा पैंटी में तो पता नहीं कितनी बार तुम्हारे सामने आई। लेकिन तुम्हारा ध्यान तो जवान लड़कियों की तरफ था तो तुम मुझ पर ध्यान क्यों देते। मम्मी थोड़ी गुस्सा होकर बोली। फिर मैं बोला के मम्मी मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई। मुझे आप जैसी भरे हुए बदन वाली औरते बहुत पसंद है।

फिर मैं गर्म तो था ही तो फिर मैं मम्मी के ऊपर चढ़ गया और मम्मी की चुदाई करने लगा। फिर कुछ देर बाद मम्मी घोड़ी बन गई और कहने लगी के बेटा मैंने काफी मर्दो से चुदवाया है और तुझे और तेरे पापा को धोखा दिया है। तू मुझे जो सजा देना चाहे दे सकता है। तब मैं फूल गर्म था और मम्मी की बड़ी बड़ी गाँड देखकर मेरे मुंह मे पानी आ रहा था। फिर वहीं पर बेल्ट पड़ा था तो मम्मी बोली के मेरी गाँड पर इस बेल्ट से मार। तब मेरा दिमाग बिल्कुल भी काम नहीं कर रहा था। फिर मम्मी ने जो कहा मैं वो ही करने लगा।

मैंने बेल्ट उठाई और फिर जोर से मम्मी की गाँड पर मारी। जिससे मम्मी को बहुत ज्यादा दर्द हुआ और मम्मी जोर से चीखी और मम्मी का पूरा बदन कांपने लगा। मम्मी की आंखों में आंसू आ चुके थे। फिर मैंने एक बार और पूरा जोर लगाकर मम्मी की गाँड पर बेल्ट से मारा तो इस बार तो मम्मी बेड पर उल्टी लेट गई और जोर जोर से रोने लगी। फिर कुछ देर बाद मम्मी फिर से घोड़ी बन गई। मम्मी तब बुरे तरीके से कांप रही थी और रो रही थी। फिर मैंने एक बार और मम्मी की गाँड पर बेल्ट से मारा तो इस बार तो मम्मी का पेशाब और लैट्रिन निकल गया। मम्मी की गाँड पर बेल्ट के निशान पड़ गए थे। अब तो मम्मी काफी जोर जोर से रोने लगी थी।

फिर ये देखकर मुझे थोड़ा होश आया और फिर जाकर मैंने मम्मी को अपने गले से लगाया तो मम्मी फिर मेरे गले लगकर रोने लगी। वो काफी देर तक रोती रही। फिर मैंने मम्मी की गाँड पर हाथ फेरा तो मम्मी को दर्द होने लगा। फिर मैंने कहा के सॉरी मोम सारी गलती मेरी ही है। अगर मैंने आप पर पहले ही ध्यान दिया होता तो शायद ये सब नहीं होता। आपकी कोई गलती नहीं है। सब मेरी ही गलती है। फिर मैंने बेल्ट मम्मी के हाथ मे देते हुए बोला के आप मुझे भी सजा दो। मैं आपकी चुदाई की भूख को नहीं समझ पाया और बाहर मुंह मारता रहा। दर्द के कारण मम्मी को गुस्सा तो वैसे भी आ रहा था और थोड़ा बहुत गुस्सा मैंने दिला दिया। फिर मम्मी बेल्ट लेकर बेड से नीचे उतरकर खड़ी हो गई।

तब मम्मी पूरी नंगी, बाल खुले हुए और आंखों में आंसू थे। फिर मैं घोड़ा बन गया तो फिर मम्मी बेल्ट से मेरी गाँड पर मारने लगी। मम्मी हल्के हल्के से ही मार रही थी। फिर मैंने मम्मी से जोर से मारने के लिए कहा तो फिर मम्मी पूरा जोर लगाकर मारने लगी। लेकिन फिर भी मम्मी से ज्यादा जोर से नहीं मारा गया। मम्मी ने कई बार मेरी गाँड ओर बेल्ट से मारा पर सच कहूँ तो मुझे इतना ज्यादा दर्द नहीं हुआ।

फिर मम्मी मेरे पास बेड पर आकर मेरे गले लग गई और रोने लगी। तब सुबह के 4 बज चुके थे। फिर मैंने मम्मी को बेड पर सुला दिया तो वो सो गई। उनकी गाँड पर बेल्ट के निशान दर्द कर रहे थे तो मैं फिर उनकी गाँड पर क्रीम लगाने लगा। जिससे उन्हें दर्द होने लगा। फिर उन्हें जाग आ गई और फिर उन्होंने मुझे क्रीम लगाते हुए देखा तो फिर वो पहले करवट लेकर सोई थी और फिर वो उल्टी होकर सो गई। फिर मैं भी उनकी गाँड पर क्रीम लगाकर सो गया।

फिर सुबह 11 बजे के लगभग मम्मी ने मुझे उठाया तो मैंने देखा के मम्मी मेरे पास नंगी बैठी है, वो मेरे लिए चाय लेकर आई थी। फिर मैं उठकर बैठ गया। मम्मी मुस्कुरा रही थी। रोने के कारण उनकी आंखें सूज गई थी। फिर मैंने मम्मी से उनकी गाँड के दर्द के बारे में पूछा तो मम्मी ने बताया के उन्होंने पेनकिलर ले ली है तो अब आराम है। फिर मम्मी मेरे लंड को पकड़कर सहलाने लगी और मैं चाय पीने लगा। इतना कुछ होने के बाद भी मैं मम्मी को अब भी पहले जितना ही सम्मान और आदर भाव दे रहा था। फिर मम्मी मुझसे बोली के मैं इसके लायक नहीं हूँ। जब हम अकेले हो तब तू मेरे साथ ऐसे पेश आया कर जैसे मैं कोई रंडी हूँ।

तू मुझे नाम से बुलाया कर और मुझे गन्दी गन्दी गालियां दिया कर। फिर मैं मम्मी से बोला के आपने इतना कुछ भी गलत नहीं किया है। आप भी औरत हो आपको को भी मजे लेने का हक है। फिर मम्मी थोड़ा गुस्से से और मेरी तरफ उंगली करके बोली के जितना कहा है उतना कर। तब तक मेरी चाय खत्म हो चुकी थी और मेरा लंड भी खड़ा हो चुका था। मम्मी का नाम सीमा है तो मैं मम्मी से बोला के सीमा मेरे लंड की रानी बनोगी। तो फिर मम्मी बोली के हाँ मैं तुम्हारे लंड की रानी बनूँगी। फिर मैं मम्मी से लिप किस करने लगा और फिर मम्मी को लेटा लिया और मम्मी के ऊपर चढ़कर मम्मी के दोनों पैरो को ऊपर करके मम्मी की चुदाई करने लगा।

फिर मैं मम्मी को गन्दी गन्दी गालियां देने लगा। फिर कुछ देर चुदाई के बाद जब मैं झड़ने वाला हुआ तो फिर मैंने मम्मी को बालों से पकड़कर उठाया और पूरा लण्ड मम्मी के मुँह में ठूंस दिया। जिससे मम्मी का सांस बन्द हो गया। लेकिन फिर भी मैन मम्मी को नहीं छोड़ा और फिर सारा पानी मम्मी के गले मे छोड़ दिया। फिर मम्मी को छोड़ा तो मम्मी जोर जोर से सांस लेने लगी और खाँसने लगी। फिर थोड़ी देर बाद मम्मी नॉर्मल हो गई। फिर मम्मी घर का काम करने लगी और मैं उठकर छत पर चला गया।

फिर छत पर जाने के बाद मैंने एकता को कॉल किया और फिर उसे अकेले में बात करने के लिए कहा। फिर वो बोली के अकेली ही हूँ अभी तुम्हारे जीजू घर पर नहीं है। फिर मैंने एकता से पूछा के तुम्हे मम्मी के बारे में सब पता था फिर भी तुमने मुझे बताया क्यों नहीं। फिर एकता बोली के क्या बताती मैं के हमारी मम्मी नौकरों से चुदवाती है। फिर मैं बोला के तुम्हे बताना तो था ना मुझे। फिर बहन ने पूछा के तुम अब ये क्यों पूछ रहे हो। तुम्हे कैसे पता चला। फिर मैंने कहा के मम्मी ने खुद बताया। ये सुनकर एकता हैरान हो गई और बोली के खुद कैसे बताया। फिर मैंने एकता से कहा के मैं वीडियो कॉल करके कुछ दिखाता हूं तुम्हे पर तुम बोलना मत।

फिर वो बोली के ठीक है। फिर मैं वीडियो काल करके नीचे गया। फिर बहन ने मम्मी को नंगी देखा तो वो देखती ही रह गई। फिर मैं अपने कमरे में आ गया। फिर बहन ने पूछा के मम्मी तुम्हारे सामने नंगी क्यों घूम रही है। फिर मैंने बहन को सब कुछ बताया तो वो ये सब सुनकर गर्म हो गई और अपनी चुत सहलाने लगी। फिर बहन बोली के मम्मी को रगड़ रगड़ के चोदना। वो चुदाई की बहुत भूखी है। फिर मैं बहन से बोला के हम भी तो उन्ही के बच्चे है। हम क्या कम भूखे है। ये सुनकर एकता हंसने लगी। फिर कॉल कट करके मैं कमरे से बाहर आ गया।

मेरा लंड खड़ा था। खड़े लण्ड को देखकर मम्मी मेरी तरफ देखकर मुस्कुराने लगी। तब मम्मी खाना बना रही थी। फिर मैं के पीछे जाकर खड़ा हो गया और मम्मी की गर्दन पर किस करने लगा। फिर मम्मी मेरी तरफ घूम गई तो मम्मी के बड़े बड़े बॉबे मेरी छाती में धंस गए। फिर हम लिप किस करने लगे। साथ मे मम्मी दोनो हाथों से मेरे लंड को हिलाने लगी। फिर वो मुड़कर खड़ी हो गई और अपना एक पैर सेल्फ पर रखकर खड़ी हो गई। फिर पीछे से मैंने लंड मम्मी की गाँड में डाल दिया। फिर मैं धक्के लगाने लगा। तब मुझे बहुत मजा आ रहा था। फिर कुछ देर मैं झड़ने वाला हुआ तो मम्मी नीचे बैठ गई और मेरा लंड मुंह मे ले लिया और फिर मैंने सारा पानी मम्मी के मुंह मे डाल दिया। फिर मैंने मम्मी को पकड़कर खड़ा किया और फिर मम्मी से कहा के आई लव यू सीमा।

तुम्हारे साथ जितना मजा आया उतना मुझे किसी के साथ नहीं आया। तुम मुझसे शादी कर लो। मेरी बीवी बन जाओ। मैं इतने दिनों तक ऐसे ही और लड़कियों के पीछे भाग रहा था। जबकि असली माल तो मेरे घर मे ही था। ये सुनकर मम्मी हंसने लगी। फिर वो बोली के तुम्हारे पापा से क्या कहेंगे। फिर मैं बोला के उन्हें जो कहना है कहने दो। अब मैं शादी करूँगा तो तुम ही से करूँगा। फिर मम्मी बोली के ठीक है। फिर हमने लंच किया। लंच के बाद मम्मी मुझे अपनी शार्ट ड्रेस पहनकर दिखाने लगी। जिनमे वो इतनी सेक्सी लग रही थी के पूछो मत। ऐसी सेक्सी ड्रेसेस में मम्मी को देखकर मुझसे रहा नहीं गया तो फिर मैंने कई बार अपना लंड हिलाकर मम्मी के बोबो पर अपना पानी डाल दिया। फिर मम्मी ने अपने बोबो से वो पानी बिना साफ किये ऐसे ही घूमती रही। फिर तो मुझसे बिल्कुल भी नहीं रहा गया तो मैंने मम्मी को पकड़कर चोद दिया।

मुझे तो अब मम्मी के सामने बॉलीवुड और हॉलीवुड की सब हीरोइनस फीकी लग रही थी। मम्मी का भरा हुआ बदन कमाल का था। फिर मैंने रात को मैंने मम्मी से कहा के वो अपनी शादी के कपड़े पहने और दुल्हन की तरह पूरी सज संवर कर आये। क्योंकि मुझे मम्मी के साथ सुहागरत मनानी थी। फिर मम्मी ने वैसा ही किया। फिर वो सज संवर कर तो आई पर उसने ना ही तो मांग में सिंदूर भर रखा था और ना ही मंगलसूत्र पहन रखा था। सिंदूर और मंगलसूत्र मम्मी अपने साथ लेकर आई थी। फिर मैंने पहले तो मम्मी की मांग भरी और फिर मंगलसूत्र पहनाया।

फिर मैं मम्मी को बेड पर ले गया और फिर धीरे धीरे मम्मी के कपड़े खोलने लगा। फिर हम दोनों नंगे हो गए। फिर मैं मम्मी की जबरदस्त तरीके से चुदाई करने लगा। जिससे मम्मी की सिसकारियां पूरे कमरे में गूंजने लगी। फिर एक घण्टे की ताबड़तोड़ चुदाई के बाद हम दोनों साथ मे झड़ गए। फिर मैंने मम्मी से कहा के अब से हम हर रात को सुहागरत मनाएंगे।

फिर उस दिन के बाद से मम्मी हर रात दुल्हन बनकर आती और फिर हम खूब चुदाई करते। अब मम्मी को मम्मी नहीं बल्कि अपनी रंडी समझकर चुदाई करता था और मम्मी भी काफी खुश थी। पापा के घर आने तक हम ऐसे ही चुदाई करते रहे। फिर पापा के आने के बाद मम्मी रात को नाइटी पहनकर किचन में आ जाती और फिर हम किचन में ही चुदाई करता। इतनी सेक्सी बीवी होकर भी पापा पता नहीं मम्मी की चुदाई क्यों नहीं करते थे। फिर मम्मी ने बताया के वो सेक्सी मिजाज के नहीं है। इस कारण वो नहीं करते है। पर मेरे लिए तो ये अच्छा ही था। फिर कुछ दिन रहकर पापा चले जाते तो मेरी और मम्मी की मस्ती फिर शुरू हो जाती।

फिर मैं मम्मी को बाहर खाना खाने ले जाता और हम साथ मे मूवी वगैरह भी देखने जाते और खूब एन्जॉय करते। इससे मम्मी भी काफी खुश हो जाती। फिर मम्मी ने भी कह दिया के वो भी अब मेरी बीवी बनकर मेरे साथ अपनी बाकी की जिंन्दगी बिताना चाहती है। पर उन्हें एक डर था। मम्मी 45 साल की हो चुकी थी। वो ज्यादा से ज्यादा मुझे 10 साल और खुश रख सकती थी। पर इसके बाद वो और बूढ़ी हो जाएगी तो वो मुझे फिर ज्यादा मजा नहीं दे पाएगी। फिर मैं बोला के तुम्हे में एन्टी एजिंग दवाई दिलवाऊंगा और तुम एक्सरसाइज वगैरह करना। जिससे की तुम्हारे शरीर जल्दी बूढ़ा नहीं होगा। ये सुनकर मम्मी मुस्कुराने लगी और बोली के इससे ज्यादा से ज्यादा मैं 5 साल तक और बुढ़ापे को रोक लुंगी। लेकिन 60 की होने के बाद तो मुझे भी मजा नहीं आएगा।

फिर मम्मी बोली के तुम शादी कर लो। शादी के बाद भी तो बहुत मौके मिल जाएंगे तुम्हे मुझे चोदने के लिए। फिर मम्मी बोली के आजकल की लड़कियां काफी मॉडर्न होती है। अगर उसे हमारे रिश्ते से कोई एतराज नहीं हुआ तो फिर तो हमारी जिंदगी भर की मौज हो जाएगी। फिर मैं बोला के ऐसी लड़की मिलना नामुमकिन है। फिर मम्मी बोली के अगर वो ऐसी नहीं हुई तो हम किसी तरह उसे इसके लिए मना लेंगे। फिर मैं बोला के वो कैसे। फिर मम्मी बोली के वो सब तू मुझ पर छोड़ दे। फिर मैं बोला के ठीक है।

मैं और मम्मी अब कहीं रात को बाहर जाते और आते टाइम हमे देर हो जाती तो हम सुनसान जगह पर गाड़ी रोक लेते और फिर मम्मी सिर्फ ब्रा पैंटी में गाड़ी से बाहर निकलकर सड़क वगैरह पर घूमने लग जाती और फिर वहां मैं मम्मी की चुदाई भी कर देता। मुझे इसमे बहुत मजा आता। फिर तो मम्मी नंगी ही घूमने लगी थी। फिर वहां मैं मम्मी को घोड़ी बनाकर चुदाई करता और मैं जोर जोर से चिल्लाता के मैं मादरचोद बन गया। ये सुनकर मम्मी भी खूब हंसती। फिर एक बार मम्मी ने मुझसे पूछा के तुम्हारे सामने अगर मैं किसी दूसरे मर्द से चुदवाऊं तो तुम्हे कैसा लगेगा। फिर मैं कुछ नहीं बोला तो फिर मम्मी बोली के ओ हो इसमे इतनी सोचने वाली क्या बात है। मैं जानती हूं के कोई भी बेटा अपनी मां को किसी गैर मर्द से चुदते हुए नहीं देख सकता। लेकिन हमारी बात अलग है।

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मैं अब तक अपनी चुत में कई लंड ले चुकी हूं और अब तुम भी मुझे बहुत बार चोद चुके हो। चुदाई अलग अलग तरीको से करनी चाहिए तब ही इसमें मजा आता है। अगर तुम नहीं चाहते तो मैं किसी के साथ नहीं करूंगी। लेकिन तुम्हे एक बार ये जरूर ट्राय करना चाहिए। शादी के बाद अगर तुम्हारी बीवी ने किसी और मर्द से चुदवाने की इच्छा जाहिर की तो तुम क्या करोगे। फिर मम्मी ने मेरा हाथ अपनी चुत पर रखते हुए बोला के ये चुत है इसमें अब चाहे एक लन्ड जाए या सौ लण्ड जाए ये ऐसी ही रहेगी। फिर मम्मी बोली के हम ट्राय करके देखते है।

अगर तुम्हें अच्छा लगे तो ठीक है वरना हम कुछ और ट्राय करेंगे। अगर तुम्हारे मन मे इसके अलावा और कुछ आईडिया है तो बोलो। हम फिर उस पर विचार करेंगे। फिर मैं बोला के अभी तो कुछ नहीं है। तुम्हारा वाला आईडिया ही ठीक है। फिर मम्मी बोली के ठीक है तो फिर। मैं कुछ आदमियों को जानती हूँ। मैं उनसे बात करती हूँ। फिर मम्मी ने उनसे बात की तो फिर उनमें से एक आदमी मम्मी से मिलने के लिए तैयार हो गया। फिर पहले तो उस आदमी ने घर आने के लिए कहा। फिर मम्मी बोली के नहीं हम ही आ जाएंगे। तुम बस एक बढ़िया सा बिस्तर तैयार रखना। फिर वो आदमी मान गया। फिर मम्मी ने मुझसे कहा के हम कल रात को उसके पास चलेंगे रात को।

फिर मैं बोला के ठीक है। मेरी मोम मेरे सामने किसी और मर्द से चुदने वाली थी ये बात सोचकर ही मैं बहुत गर्म हो रहा था। फिर मम्मी बोली के तुम कल तक चाहे मुझे कितना भी चोद लो। कल रात मैं उससे चुदवाऊंगी तो तुम्हारा लंड खड़ा जरूर होगा और फिर मैं तुम दोनों से एक साथ चुदवाऊंगी। मम्मी की ये बात सुनकर तो मेरा लंड और भी ज्यादा कड़क हो गया। फिर मैं मम्मी की चुदाई करने लगा और मम्मी को काफी।देर तक चोदता भी रहा।

फिर मम्मी ने पूछा के क्या पहनकर जाऊं। फिर मैंने कहा के साड़ी ही पहन लेना। फिर मम्मी बोली के किसी की शादी में थोड़ी जाना है। फिर बोली के साड़ी पहनने और खोलने में ही बहुत टाइम चला जायेगा। फिर मैंने कहा के तो कोई मिनी ड्रेस पहन लो। फिर मम्मी बोली के हां सही कहा। फिर मम्मी ने कई ड्रेस पहनकर मुझे दिखाई और फिर हमने उनमे से एक ड्रेस सेलेक्ट कर ली। उस ड्रेस में मम्मी के बड़े बड़े बॉबे बाहर की तरफ निकले हुए थे और गाँड भी काफी बाहर की तरफ निकली हुई थी। मम्मी को देखकर मैं लण्ड हिलाने लगा। फिर ये देखकर मम्मी अपनी ड्रेस खोलकर नंगी होकर मेरे पास आई और मेरा लन्ड चुसने लगी। तब मैं बेड पर लेटा था।

फिर लण्ड चुसने के बाद मम्मी आकर मेरे लण्ड पर बैठ गई। मेरा लण्ड मम्मी की चुत से अंदर बाहर हो रहा था और मम्मी जोर जोर से सिसकारियां ले रही थी। फिर मम्मी थक गई तो फिर मैं मम्मी को बेड पर लेटाकर चोदने लगा। फिर कुछ देर घोड़ी बनाकर भी चोदा। फिर मैंने कई और पोज में भी मम्मी को चोदा। फिर मेरा झड़ने का मन तो नहीं कर रहा था लेकिन फिर मैं झड़ गया। हमने काफी देर तक चुदाई की थी। फिर चुदाई के बाद मम्मी मेरे सीने से लग गई और फिर मैं भी मम्मी की पीठ सहलाने लगा। फिर मम्मी मेरी आँखों मे देखकर बोली के हर मां बेटे को ऐसे प्यार करना चाहिए। फिर मैं बोला के हर मां तुम्हारी जितनी सेक्सी नहीं होती। ये सुनकर मम्मी हंसने लगी।

फिर उस दिन दिन में मैंने कई बार मम्मी को और चोदा। हम चुदाई से थोड़ा ऊब गए थे तो फिर उस दिन रात को मैं और मम्मी खाना खाकर बाहर घूमने चले गए। हम पैदल ही चल रहे थे और घर से थोड़ा दूर आ चुके थे। मैं और मम्मी सेक्सी बातें करते हुए चल रहे थे। जैसे कि हम हस्बैंड वाइफ हो। पर अब हस्बैंड वाइफ बनने में भी क्या कमी रह गई थी। क्योंकि सब कुछ तो हम कर चुके थे। तब हम दोनों शॉर्ट्स में थे। मम्मी वैसे तो साड़ी पहनती थी लेकिन उस दिन मम्मी ने शार्ट जीन और टी शर्ट पहनी थी। सेक्सी बातें करते करते हम गर्म हो चुके थे।

तब हम एक सुनसान सी जगह पर चल रहे थे। आसपास कोई नहीं था तो मैंने मम्मी को पीछे से पकड़ लिया और मम्मी की टीशर्ट को ऊपर करके मम्मी के बोबो के निप्पल को जोर से दबा दिया। जिससे मम्मी को थोड़ा दर्द हुआ तो मम्मी ने एक मादक सिसकारी ली। तब हम सड़क पर खड़े थे और खुलेआम ये सब कर रहे थे। फिर मैंने मम्मी की जीन खोलकर मम्मी की चिकनी चुत पर हाथ फेरने लगा। मम्मी की जीन सरककर जमीन पर जा गिरी और फिर मैंने मम्मी की टीशर्ट भी खोल दी। मम्मी ने तब हाई हील सैंडल पहने थे। फिर मम्मी ऐसे नंगी ही सड़क पर चलने लगी।

मुझे तो तब यकीन ही नहीं हो रहा था के मेरी माँ पूरी नंगी होकर सड़क पर घूम रही है। फिर मैंने मम्मी की टीशर्ट और जीन उठाई और मम्मी के पीछे पीछे चलने लगा। थोड़ी दूर चलने के बाद आगे एक टायर पंक्चर बनाने वाले कि दुकान थी और उसकी दुकान के आगे एक बल्ब जल रहा था। फिर उसे देखकर मम्मी भागी भागी मेरे पास आ गई तो फिर मैंने मम्मी को कमर से पकड़ कर अपने से चिपका लिया। फिर मम्मी बोली के शायद उस दुकान पर कोई बैठा होगा। मैं कपड़े पहन लेती हूँ। फिर मैंने मम्मी से कहा के तुम्हे कब से शर्म आने लगी। फिर मम्मी मेरी तरफ मुस्कुराते हुए बोली के बेटा मुझे शर्म तो नहीं आ रही है पर अगर कोई ऐसे तुम्हारी माँ को नंगी देख लेगा तो तुम्हारी माँ ऐसे ही चुद जाएगी किसी से। फिर मैं बोला के अब तुम्हे क्या फर्क पड़ता है। इतने लोड़ो से चुद चुकी हो एक और सही।

मेरी बात सुनकर मम्मी हंसने लगी और बोली के ठीक है तो फिर। फिर मम्मी नंगी ही चलने लगी और फिर हम दोनो उस दुकान के आगे से गुजरे तो उस दुकान पर कोई था। फिर हम दोनों उस दुकान से आगे निकल गए। हम दोनों चल ही रहे थे। फिर थोड़ी दूर और चलने के बाद मम्मी ने वापिस चलने के लिए कहा। फिर मम्मी ने सड़क पर अपने कपड़े पहनने लगी और फिर हम वापिस घर आने लगे। रास्ते मे मैं मम्मी के बदन को छेड़ रहा था और मम्मी भी इसके पूरे मजे ले रही थी। फिर हम दोनों घर पहुंचे तो फिर हम चुदाई करने लगे और फिर सो गए।

आज मैं मम्मी को चुदवाने के लिए एक आदमी के पास लेकर जाने वाला था तो फिर मम्मी तैयार होने के लिए ब्यूटी पार्लर गई। मम्मी हफ्ते में एक बार ब्यूटी पार्लर जरूर जाती है। मम्मी अपने शरीर का काफी ध्यान रखती है। फिर ब्यूटी पार्लर से हम घर आये तो आते ही मम्मी नंगी हो गई। मम्मी के बदन पर एक भी बाल नहीं था और मम्मी तब किसी पोर्नस्टार से कम नहीं लग रही थी। मम्मी को ऐसे देखकर मैं खुद को रोक नहीं पाया और फिर मैं मम्मी की चुदाई करने लगा। फिर मैं झड़ गया तो फिर हम थोड़ी देर के लिए सो गए।

फिर शाम को मम्मी ने खाना वगैरह बनाया और फिर मम्मी तैयार होने लगी। फिर मम्मी तैयार होकर आई तो मम्मी बहुत सेक्सी लग रही थी। मेरा तो तब मम्मी को चोदने का मन कर रहा था लेकिन फिर मम्मी बोली के अभी चुदाई नहीं करेंगे। वरना सारा इंटरेस्ट ही खत्म हो जाएगा। फिर हमने खाना खाया और फिर हम कार में बैठकर चल पड़े। फिर हम कुछ देर बाद हम एक घर के आगे आकर रुके। फिर हम दोनों कार से उतरकर उस घर की तरफ गए और फिर मम्मी ने गेट खटखटाया तो कुछ देर बाद एक आदमी ने आकर गेट खोला। फिर वो आदमी और मम्मी एक दूसरे को देखकर काफी खुश हुए। उस आदमी ने मम्मी की कमर में हाथ डालकर मम्मी को कसकर पकड़ लिया और फिर हंस हंसकर बाते करने लगे।

वो आदमी मेरे सामने ही मम्मी की गाँड सहलाने लगा और फिर मम्मी ने भी उसकी लुंगी के ऊपर से उसका लन्ड पकड़ लिया। फिर उस आदमी ने मेरे बारे में पूछा तो मम्मी ने कहा के ये मेरा नया बॉयफ्रेंड है। फिर हम सब अंदर चले गए। अंदर आते ही देखा तो दारू की एक बोतल रखी थी। फिर उस आदमी ने मुझे और मम्मी को एक एक पैग बनाकर दिए तो फिर मम्मी ने मेरी तरफ इशारे से पीने के लिए कहा। फिर मैं वो पैग पी गया। उधर मम्मी और वो आदमी एक दूसरे को पैग पिलाने लगे। वो दोनों कई पैग पी चुके थे।

फिर उस आदमी ने मम्मी की ड्रेस खोलकर मम्मी को नंगी कर दिया और फिर मम्मी ने भी उस आदमी की लुंगी खोलकर उसका लण्ड पकड़ लिया और फिर उसे हिलाने लगी। ये देखकर तो मुझसे भी कंट्रोल नहीं हुआ और फिर मैं भी नंगा हो गया। वो आदमी काफी हट्टा कट्टा था और उसका लंड भी बड़ा था। मम्मी जैसी औरत को चोदने के लिए वो आदमी एक दम परफेक्ट था। फिर वो दोनों लिप किस करने लगे और वो आदमी मम्मी के बोबो को सहलाने और दबाने लगा। जब वो दोनों पूरे गर्म हो गए तो फिर वो आदमी नंगी मम्मी को अपनी गोद मे उठाकर बैडरूम में ले गया और फिर मम्मी की चुदाई करने लगा। मैं भी उनके पीछे पीछे चला गया और उन्हें देखने लगा।

मेरा लण्ड भी पूरा खड़ा हो चुका था। तो फिर मम्मी मेरा लंड मुंह मे लेकर चुसने लगी। फिर मम्मी उस आदमी के लंड पर बैठकर घोड़ी बन गई तो फिर मैंने पीछे से लण्ड मम्मी की गाँड में डाल दिया। इस तरह हम दोनों मम्मी की चुदाई करने लगे। हमारी चुदाई काफी देर तक चलती रही और फिर हम सब झड़ गए। फिर मम्मी ने हम दोनों के लन्ड चूसकर फिर से खड़े कर दिए और हम फिर से चुदाई करने लगे।

मुझे उस आदमी के साथ मिलकर मम्मी को चोदने में इतना मजा आ रहा था के पूछो मत। हमने रात भर 5 से 6 बार चुदाई की। फिर सुबह जाकर हम थोड़ी देर के लिए सोये। फिर सुबह सबसे पहले मुझे जाग आई तो मैंने देखा के मम्मी हम दोनो के बीच मस्त होकर सो रही थी। फिर मैंने मम्मी को उठाया तो फिर मम्मी उठी। फिर मम्मी ने उस आदमी को उठाया। फिर हम वापिस आने के तैयारी करने लगे तो फिर उस आदमी ने पूछा के अब कब आओगी। फिर मम्मी ने उससे बोला के मैं फोन करके बता दूँगी।

फिर मैंने और मम्मी ने कपड़े पहने और फिर हम उस घर से निकलकर कार में आकर बैठ गए। तब वहां कुछ लोग आ जा रहे थे तो वो मम्मी को ऐसे कपड़ो में देखकर देखते ही रह गए। फिर हम वहां से घर की तरफ आने लगे। तब मेरे और मम्मी के मुंह पर एक अलग ही खुशी थी। फिर मम्मी ने मुझसे पूछा के तुम्हे कैसा लगा। फिर मैंने कहा के मुझे बहुत मजा आया। फिर मम्मी बोली के मैंने कहा था ना। चुदाई बन्द कमरे में सिर्फ दो लोगो के करने की चीज नहीं है। इसे जितने लोगो के साथ करोगे उतना ही मजा आएगा। मैं भी मम्मी की इस बात से सहमत था। फिर हम घर पहुंचे और फिर हम दोनों साथ ही नहाए और फिर नंगे ही सो गए। क्योंकि हम थक चुके थे। फिर हम दोपहर को उठे तो फिर मम्मी ने खाना वगैरह बनाया और फिर मम्मी ने मुझे उठाया। मैं उठकर बाहर गया तो तब मैंने देखा के मम्मी बहन से वीडियो कॉल पर बात कर रही थी।

फिर मैंने फोन में देखने की कोशिश की तो देखा के बहन भी नंगी थी। वो दोनों माँ बेटी पूरी नंगी होकर एक दूसरे से बात कर रही थी। फिर मम्मी फोन लेकर मेरी साइड में बैठ गई और बात करने लगी। मुझे तब फोन में बहन बिल्कुल साफ दिख रही थी। लेकिन फिर भी मम्मी ने मुझसे छुपाने की कोशिश नहीं कि। मैंने सोचा के शायद बहन ने मम्मी को सब बता दिया होगा। फिर कुछ देर बाद जब उनकी बाते खत्म हुई तो फिर मम्मी ने मुझसे कहा के तुमने तो अपनी बहन को पहली बार नंगी देखा होगा ना। फिर मैंने सोचा के अब छुपाने से क्या फायदा। फिर मैंने मम्मी से कहा के आपको कुछ बताना है। फिर मम्मी बोली के क्या। यही की तुम दोनों ने सेक्स कर लिया है।

फिर मैं बोला के हां। आपको बहन ने बताया। फिर मम्मी बोली के नहीं मैंने सिर्फ अंदाजा लगाया। फिर मैंने कहा के एक और बात भी है। फिर मम्मी बोली के क्या। फिर मैंने कहा के जीजाजी को भी इसका पता है। ये सुनकर मम्मी हैरान हो गई। फिर मैंने मम्मी को सारी बात बताई तो ये सुनकर मम्मी काफी खुश हुई। फिर वो बोली के दामाद जी सेक्सी मिजाज के है। फिर मैं बोला के हां। फिर हमने खाना खाया और फिर मम्मी ने बहन को फिर से वीडियो कॉल कर ली। फिर मम्मी ने बहन से कहा के दो दो लण्ड से मजे कर रही हो और मुझे बताया भी नहीं।

तब मैं मम्मी के पास में ही बैठा था तो फिर मम्मी अपने हाथ से अपना लन्ड सहलाने लगी और फिर ये सब बहन को भी दिखाने लगी वीडियो कॉल से। फिर बहन बोली के मैं बताने वाली थी। पर कैसे बताऊं यही सोच रही थी। फिर मम्मी ने बहन से पूछा के दामाद जी काफी खुले विचारों वाले लगते है। फिर बहन बोली के हां मैंने उनसे कह दिया था के वो अगर किसी और लड़की से सेक्स करते है तो मुझे इसमे कोई एतराज नहीं है। फिर उन्हें भी अब मेरे और किसी से चुदवाने में कोई एतराज नहीं है। ये सुनकर मम्मी खुश होकर बोली के ये तो बहुत अच्छी बात है।

अब तुम दोनों ही अपनी जिंदगी अच्छे से जी पाओगे। मेरा लंड खड़ा हो गया था तो फिर मैंने मम्मी को घोड़ी बनाया और मम्मी की गाँड मारने लगा। साथ में हम बहन से बाते करते रहे। फिर हमने बहन को बताया के कैसे मैं मम्मी को उस आदमी के पास चुदवाने ले गया और फिर हमने हमने क्या क्या किया। ये सुनकर बहन भी गर्म हो गई और फिर वो भी अपनी चुत सहलाने लगी। मम्मी भी सिसकारियां लेने लगी थी। फिर मैं झड़ने वाला हुआ तो मैं जोर जोर से धक्के लगाने लगा। जिससे मम्मी की सिसकारियां काफी तेज हो गई।

मुझे मम्मी की चुदाई करते देख बहन भी काफी गर्म हो चुकी थी। फिर संयोग से हम तीनों एक साथ ही झड़े। फिर झड़ने के बाद भी हम बातें करते रहे। अब तो ये रोज का ही सिलसिला बन गया था। जीजाजी के ऑफिस जाते ही बहन मुझे कॉल कर लेती और फिर हम सब शाम तक बात करते रहते।

मम्मी बहन के सामने मेरा लंड चूसती और फिर मुझसे खूब चुदवाती। फिर मेरे मन मे मम्मी को किसी दूसरे मर्द से चुदवाने के बारे में ख्याल आया और फिर बहन ने भी मम्मी से कहा के वो मम्मी को किसी अनजान मर्द से चुदते हुए देखना चाहती है। फिर मैंने बहन से कहा के मैं भी यही सोच रहा था। फिर ये सुनकर मम्मी काफी खुश हुई के उसके दोनों बच्चे उसे दूसरे मर्द से चुदते हुए देखना चाहते है। फिर मम्मी बोली के अगर तुम दोनों यही चाहते हो तो मुझे कुछ दिन का टाइम दो। मैं कुछ इंतजाम करती हूँ।

फिर उस दिन के बाद मम्मी कोई आदमी ढूंढने लगी। इस बार आदमी ढूंढने में मैं भी मम्मी की सहायता करने लगा। मम्मी ने कुछ आदमियों से फोन करके पूछा लेकिन कहीं से कोई जुगाड़ नहीं बैठ पा रहा था। फिर मम्मी बोली के देखलो बेटा ये हाल है। यहां औरत चुत देने को तैयार बैठी है पर कोई चुत मारने वाला ही नहीं मिल रहा है। फिर मैं बोला के मम्मी उनको छोड़ो कोई दूध वाले या सब्जी वाले को या कोई यहीं घर के आसपास वाले किसी आदमी को ढूंढकर उसे पटा लो।

फिर मम्मी बोली के हां सही कह रहे हो। फिर मैं और मम्मी दिन में और रात में बाहर जाते और किसी ऐसे आदमी को ढूंढते जो कि हमारे लिए बिल्कुल फिट हो। फिर ऐसे करते करते हमे कई दिन निकल गए। एक दिन हम मम्मी के बेडरूम में लेटे थे। हम जिस बेड पर लेटे थे वो बेड मम्मी की शादी का बेड था। फिर मैंने मम्मी से ऐसे ही पूछ लिया के उन्होंने इस बेड पर कभी किसी से चुदवाया है तो मम्मी मुस्कुराकर बोली के हां।

पहले घर पर कोई नहीं होता तो वो नौकर के साथ इस बेड पर ही चुदवाती और उसके साथ नंगी सोती। घर मे जो भी नौकर काम करने के लिए आया है उससे इस बेड पर जरूर चुदवाया है। फिर कई बार तो नौकर, ड्राइवर और सब्जीवाले से तीनों से एक साथ इस बेड पर चुदवाया है। ये सुनकर मुझे तो यकीन नहीं हो रहा था के इस बेड पर जिस पर हम सोये थे मम्मी पापा और मेरे समेत लगभग 8-10 लोगो से चुदवा चुकी है। मेरी मम्मी वाकई में बहुत मस्त मम्मी है।

फिर तभी हमने एक दूधवाले से दूध लेना शुरू किया। पहले हम दूध बाजार से लेकर आते थे। फिर वो दूधिया सुबह सुबह दूध देकर जाता था तो तब कभी मम्मी तो कभी मैं उससे दूध लेते थे। मैं और मम्मी नंगे ही सोते थे तो मम्मी दूध लेने जाती तो मम्मी नाईटी पहनकर जाती जो कि उनके घुटनो तक ही आती थी और ऊपर से थोड़ी खुली हुई थी जिस कारण उनके बोबो के बीच की जगह साफ दिखती रहती। मैं दूध लेने जाता तो मैं सिर्फ अंडरवियर में जाता। वो रोज दूध देने आता था तो फिर उससे हमारी अच्छी जान पहचान हो गई थी।

फिर एक दिन वो दूध देने आया तो तब हम सोये थे। उसने काफी आवाजें लगाई और डोरबेल बजाई लेकिन हमें जाग नहीं आई। फिर मुझे जाग आई तो फिर मैं नंगा ही उठकर किचन से बर्तन लेकर मैन गेट की तरफ भागा। तब तक मम्मी भी जाग गई थी। फिर मैंने ऐसे ही गेट खोल दिया। मुझे नंगा देखकर वो मुस्कुराने लगा। फिर वो दूध डालते हुए बोला के शायद मैं गलत टाइम पर आ गया आज। फिर मैं उससे बोला के अरे नहीं हम तो सोये थे। तभी मम्मी भी कमरे से बाहर निकली नाइटी में। मम्मी को देखकर वो बोला के भाभी जी भी कपड़े पहन रही है। फिर मैंने मुस्कुराते हुए उससे कहा के हम नंगे सोते है और वैसे भी वो तुम्हारी भाभी जी नही है। ये सुनकर वो दूध वाला थोड़ा हैरान हो गया। लेकिन उस दिन उसने मुझसे कुछ नहीं पूछा लेकिन उससे अगले दिन उसने मुझसे पूछा के ये आपकी कौन लगती है। फिर मैंने उससे कहा के वो मेरी मकान मालकिन है। उसका पति अक्सर बाहर रहता है तो हम मस्ती करते है। फिर ये सुनकर उसके मुँह से लार टपकने लगी।

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फिर कई दिन ऐसे ही निकलने लगे। फिर उसे पटाने के लिए मम्मी उसके सामने अपने बदन का खुलकर प्रदर्शन करने लगी। जिस कारण वो तो तब ही ढेर हो गया। फिर उसने मुझसे कहा के मुझे भी दिला दे उसकी। मैं तुम्हे दूध फ्री में दे दिया करूँगा। वो बोला के मेरे बीवी नहीं है तो बहुत मुश्किल से टाइम पास होता है। फिर मैं बोला के मैं बात करता हूँ उससे। फिर वो बोला के बात करके मुझे जल्दी बताना। मैंने उसका नम्बर ले लिया था तो फिर मैंने कहा के मैं फोन करूँगा तब आ जाना। फिर वो बोला के आप जब फोन करोगे तब मैं आ जाऊंगा। इस तरह कई दिनों तक हमारी ऐसी बातें चलती रही। फिर एक दिन सुबह 10 बजे के लगभग हमने उसे बुला लिया।

फिर मम्मी ने उससे कहा के यहां हमारी काफी इज्जत है। अगर तुमने किसी को कुछ बताया तो जान से जाएगा। फिर वो बोला के मैं किसी को कुछ नहीं बताऊंगा। फिर मम्मी ने उसे धमकाया और कहा के अगर उसने किसी को बताया तो मैं तुझे बलात्कार के जुर्म में अंदर करवा दूँगी। मेरे पति की यहां अच्छी जानकारी है। फिर वो बोला के मैं मर जाऊंगा पर किसी को कुछ नहीं बताऊंगा।

तब हम तीनों हॉल में थे। फिर मम्मी ने उसकी तरफ मुस्कुराते हुए अपनी नाइटी उतार कर नंगी हो गई और फिर घूम घूम कर उसे अपने बदन के दर्शन करवाने लगी। मम्मी को देखकर तो दूधिये के होश ही उड़ गए। फिर मम्मी दूधवाले के पास गई और उसके कपड़े खोलने लगी। फिर उसे पूरा नंगा कर दिया। दूधवाला भी काफी लंबे चौड़े बदन का मालिक था। उसका पेट थोड़ा बढ़ा हुआ था लेकिन बाकी सब ठीक था। फिर उसने मम्मी को अपनी बाहों में ले लिया और मम्मी के बोबे चुसने लगा। फिर मैं बैठा बैठा उन दोनों की फ़ोटो लेने लगा और फ़ोटो लेकर बहन को सेंड करने लगा। फिर थोड़ी देर की चूमा चाटी के बाद मम्मी उसे बैडरूम में ले गई और फिर उससे चुदने लगी।

तब मैं पास में खड़ा खड़ा उनकी वीडियो बनाने लगा। मम्मी तो।इस खेल की पूरी खिलाड़ी थी तो मम्मी ने उससे काफी अलग अलग पोज में चुदवाया। फिर वो झड़ने वाला हुआ तो उसने अपना पानी मम्मी की गाँड में डाल दिया। फिर वो दोनों चिपक कर लेट गए। मम्मी तब हांफ रही थी और फिर हांफते हुए बोली के तुम तो काफी अच्छा चोदते हो। फिर ये सुनकर वो दूधवाला बोला के आपके जैसी भाभी अक्सर सेवा का मौका दे देती है तो उन्होने मुझे सब कुछ सीखा दिया। ये सुनकर मम्मी जोर जोर से हंसने लगी।

फिर मैं भी उनके पास जाकर लेट गया और फिर मम्मी के बदन को सहलाने लगा। मैं तो पहले से ही गर्म था तो फिर मैं मम्मी को घोड़ी बनाकर चोदने लगा। मैं चोद ही रहा था के इतने में दूधवाले का खड़ा हो गया तो फिर मैं साइड हो गया और फिर वो चोदने लगा। इस प्रकार लगभग 2 घंटे तक बारी बारी से हम मम्मी की चुदाई करते रहे। फिर मम्मी थक गई थी तो फिर मम्मी करवट लेकर लेट गई तो फिर हम दोनों मम्मी की साइड में लेट गए और मैंने मम्मी की चुत में और दूधिये ने मम्मी की गाँड में लण्ड डाल दिया और करने लगे। फिर कुछ देर बाद हम झड़े तो हमे इतना मजा आया के पूछो मत। झड़ने के बाद मम्मी के चेहरे पर एक अलग ही मुस्कान थी।

फिर कुछ देर आराम करने के बाद मम्मी चाय बनाकर लाई और फिर चाय पीने के बाद हम शाम तक फिर मम्मी को चोदते रहे। फिर शाम को दूधिया चला गया तो फिर हमने बहन से बात की तो बहन बोली के उसने मम्मी की दूधिये के साथ फोटो और वीडियो देखकर कई बार उंगली की। फिर अगले दिन से अब मम्मी भी दूधिये से नंगी जाकर ही दूध लेने लगी। दूध लेते टाइम दूधिया मम्मी की चुदाई कर देता या कभी कभी सिर्फ चूमा चाटी करके ही चला जाता। फिर दूध देने के बाद वो सीधा हमारे घर ही आता और फिर हम दिन भर चुदाई के मजे लेते। फिर एक बार चुदाई के टाइम मैंने बहन को वीडियो कॉल कर ली। बहन तब बिल्कुल नंगी थी। फिर दूध वाले ने पूछा के ये कौन है फिर मैंने उसे बताया के ये मेरी दोस्त की बहन है और इसकी शादी हो चुकी है। शादी से पहले ये मेरी गर्लफ्रैंड थी पर हम अभी भी एक दूसरे से मिलते है। फिर दूधवाला ये सुनकर बहन को देखकर अपना लण्ड हिलाने लगा।

फिर वो मम्मी की चुदाई करने लगा तो फिर मैं बहन को उन दोनों की एक दम लाइव चुदाई बहन को दिखाने लगा। फिर वो झड़ गया तो फिर मैंने भी मम्मी की चुदाई की। उस दिन के बाद से हम जब भी चुदाई करते तो मैं बहन को वीडियो कॉल कर लेता और फिर बहन के सामने मैं और दूधवाला मिलकर मम्मी की चुदाई करते। ये सब देखकर बहन भी फुल गर्म हो जाती और फिर वो उँगली करके झड़ जाती।

हम सभी को दूधवाले के साथ काफी मजा आ रहा था। फिर दूधवाला रात को भी हमारे घर आने लगा और फिर रात भर हम मम्मी की चुदाई करते। फिर पापा आये तो फिर मम्मी में पापा को दूधवाले के बारे में बताया के मैंने ये नया नौकर रखा है। लेकिन पापा ने कुछ ध्यान नहीं दिया। फिर रात को जब पापा सो जाते तो मम्मी मेरे बैडरूम में आ जाती। जहां दूधवाला भी होता। फिर हम तीनों मिलकर खूब मजे करते। फिर सुबह जल्दी उठकर दूधवाला तो चला जाता और फिर वो वापिस दूध देने आता तो फिर वो दरवाजे पर खड़ा होकर ही मम्मी के बदन को सहलाने लग जाता। फिर मम्मी गर्म हो जाती तो फिर मम्मी वहीं उससे घोड़ी बनकर चुदवा भी लेती।

पापा सुबह थोड़ा लेट ही उठते है तो पापा के उठने तक मम्मी पूरी नंगी होकर ही घूमती रहती। पापा के उठने का टाइम हो जाता तो फिर मम्मी एक नाइटी पहन लेती और नीचे कुछ नहीं पहनती। फिर पापा नहाने चले जाते तो मैं मम्मी की नाइटी उठाकर कभी मम्मी के बोबो को चुसने लग जाता तो कभी मम्मी की गाँड सहलाता और कभी कभी तो गाँड मार भी लेता। अब मुझे और मम्मी को पापा का ज्यादा डर नहीं लगता था। फिर कुछ दिन रहकर पापा चले जाते तो फिर हमारी पहले की तरह ही मस्ती शुरू हो जाती।

एक दिन मैं, मम्मी और दूधवाला चुदाई के बाद बेड पर लेटे थे और मैंने टीवी पर एक पोर्न फिल्म चला रखी थी जिसमे की कई मर्द मिलकर एक अकेली औरत को चोद थे। वो औरत मम्मी के जैसे ही भरे बदन वाली थी और वो सब मर्द काले और बॉडीबिल्डर थे। वो फ़िल्म देखकर जब मैंने और मम्मी एक दूसरे की तरफ देखा तो हमने एक दूसरे के मन की बात जान ली। मम्मी उस औरत के जैसे ही कई मर्दो से चुदवाना चाहती थी। फिर मैंने भी इशारों ही इशारों में मम्मी को इसके लिए हां कर दी थी। फिर मम्मी दूधवाले से पूछने लगी के तुम्हारे साथ कितने लोग काम करते है। फिर उसने बताया के उसे मिलाकर कुल चार लोग है।

फिर मम्मी ने उससे पूछा के उनमे से किसी के साथ उनकी बीवी रहती है। फिर दूधवाले ने कहा के नहीं सब अकेले ही रहते है और बस हाथ से हिलाकर ही काम चलाते है। फिर मम्मी ने उससे कहा के वो मेरी चुदाई करेंगे। फिर ये सुनकर वो दूधवाला हंसकर बोला के क्यों नहीं करेंगे जरूर करेंगे। अगर वो आप जैसी औरत की ही चुदाई नहीं करेंगे तो किसकी करेंगे। फिर मम्मी बोली के वो किसी को बताएंगे तो नहीं। फिर वो दूधवाला बोला के नहीं मेडम। जैसे आपको लण्ड चाहिए तो उन्हें भी तो चुत चाहिए। अगर वो किसी को बताएंगे तो अपने पैरों पर ही कुल्हाड़ी मारेंगे।

फिर मम्मी बोली के तो ठीक है उन्हें बुला लेना कल। फिर दूधवाला बोला के बुलाने पर वो आ तो जाएंगे पर आप यहां घर मे चुदाई करते करते बोर नहीं हुई। आप वहीं चलिए। वहां हम आपकी खूब सेवा करेंगे। ये सुनकर मम्मी ने मेरी तरफ देखा तो फिर मैंने हां में सिर हिलाया। फिर मम्मी बोली के तो ठीक है कल तुम सबको दूध देने के बाद घर पर आ जाना। फिर हम वहीं चलेंगे। मम्मी अब 4-5 मर्दो से एक साथ चुदने वाली थी। मम्मी ने 3 मर्दो से तो एक साथ चुदवाया था पर अब 5 मर्दो से एक साथ चुदवाने वाली थी। मम्मी की आंखों में चुदाई की वासना साफ दिखाई दे रही थी। फिर उस दिन मम्मी ने मुझसे और दूधवाले से खूब चुदवाया।

मम्मी पहले ज्यादा मोटी थी लेकिन अब मम्मी की काफी कसरत होने लगी थी। क्योंकि मैं और दूधवाला मम्मी को कभी आराम ही नहीं करने देते थे। जिस कारण मम्मी थोड़ी पतली हो गई थी। फिर दूधवाले के जाने के बाद मैंने और मम्मी ने ये बात बहन को बताई तो वो ये सुनकर वो गर्म हो गई। फिर उसने मुझसे मम्मी की उन मर्दो के साथ फोटो और वीडियो लेकर दिखाने को कहा। फिर मैं मम्मी से बोला के तुम्हारा नाम सीमा है लेकिन तुमने चुदाई की सब सीमा तोड़ दी है। ये सुनकर मम्मी हंसने लगी। फिर मम्मी उठकर कमरे से बाहर जाने लगी और मैं बहन से बातें करने लगा। मम्मी बाहर जा रही थी तो मैं मम्मी को ही देखे जा रहा था।

फिर मम्मी ने स्टाइल से एक दम पीछे मुड़कर देखा तो तब मम्मी इतनी सेक्सी लग रही थी के पूछो मत। तब मुझे पूरा यकीन हो गया के मम्मी 4-5 मर्दो से चुदवाने लायक ही माल है। क्योंकि इतनी सेक्सी औरत को चोदना तो एक आदमी के बस की बात ही ही नहीं सकती है।

फिर मम्मी चाय बनाकर लाई और फिर चाय पीते पीते हमने बहन से काफी बातें की। फिर बहन से बात करने के बाद मैं मम्मी की आंखों में आंखें डालकर देखने लगा। फिर मम्मी भी मुझे कुछ देर तो देखती रही और फिर बोली के ऐसे क्या देख रहा है मुझे। फिर मैं मम्मी से बोला के तुम साक्षात चुदाई की देवी हो। तुम्हे चोद चोद कर चाहे कोई मर्द नामर्द ही क्यों ना हो जाये फिर भी तुम्हे देखकर उसका लंड खड़ा हो जाएगा। ये सुनकर मम्मी हंसने लगी। फिर मैंने मम्मी की कमर में हाथ डालकर मम्मी को खुद से चिपका लिया।

तब मम्मी के बड़े बड़े बोबे मेरी छाती में धंसे हुए थे। फिर मैं मम्मी से बोला के मुझे तुम्हारी जैसी बीवी चाहिए। फिर मम्मी मुस्कुराकर बोली के क्यों मजा आता हैं ना जब मुझे और मर्दो के साथ चुदवाते हुए देखता है तब। फिर मैं बोला के हां। फिर मम्मी बोली के मैंने तो तुझसे पहले ही कहा था के एक बार ट्राय करके देखो बहुत मजा आएगा। फिर मम्मी बोली के तू फिक्र मत कर तेरी बीवी को मैं ऐसे ट्रेंड करूंगी के वो तुझे मुझसे भी ज्यादा मजे देगी। फिर मैं मम्मी से बोला के सच मे। फिर मम्मी ने हंसकर हां में सिर हिलाया।

फिर हम दोनों लिप किस करने लगे जो के काफी देर तक चला। फिर मेरा लंड खड़ा हो गया तो फिर मैं मम्मी की चुदाई करने लगा। तब हमने बहुत आराम से चुदाई की। मैंने मम्मी के अंग अंग को चाटा और खूब मजे लेकर चुदाई की।

फिर रात को दूधवाला आ गया तो फिर वो हमें अपने डेरी फार्म के बारे में बताने लगा। उनकी पास 15-20 भैंसे है और वो सब मिलकर काम करते है। भैंसे वगैरह रखने के लिए उन्होंने काफी लंबी चौड़ी जगह किराए पर ले रखी है। फिर दूधवाले की बात सुनकर मम्मी कहने लगी के फिर तो मैं यहां बिल्कुल नंगी होकर घुमुंगी। फिर मम्मी ने दूधवाले से कहा के तुमने अपने साथियों को बता दिया क्या के मैं आने वाली हूँ। फिर दूधवाला बोला के हां बता दिया है। वो सब अपना लंड अपने हाथ से रगड़ रगड़ कर थक चुके है।

अब वो सब आपको इतना रगड़ेंगे के आप की बस हो जाएगी। फिर ये सुनकर मम्मी मुस्कुराकर बोली के ये तो कल ही पता चलेगा। फिर बातें वगैरह करने के बाद मैं और नौकर मिलकर मम्मी की चुदाई करने लगे। हम दोनो ने मिलकर मम्मी को काफी अलग अलग पोज में चोदा। मैं और नौकर जल्दी से नहीं झड़ते है तो हम मम्मी को काफी देर तक चोदते रहते है। मम्मी भी किसी जवान लड़की की तरह उछल उछल कर हमसे चुदती रहती है। मम्मी का बदन काफी मजबूत है इस कारण वो इतनी ज्यादा देर तक टिकी रहती है। लेकिन पता नहीं कल उन मर्दो के साथ मम्मी का क्या हाल होगा।

कल क्या होने वाला है ये सोचकर ही हम सब बहुत उत्सुक थे। फिर दूधवाला तो सुबह जल्दी उठकर चला गया। फिर मैं और मम्मी भी उठे। फिर मम्मी ने थोड़ी बहुत एक्सरसाइज की। फिर इतने में दूधवाला दूध देने आया तो वो ज्यादा देर नहीं रुका और बस दूध देते ही चला गया। फिर मम्मी ने हम दोनों के लिए चाय बनाई। फिर चाय वगैरह पीकर मम्मी और मैं मिलकर मम्मी के लिए ड्रेस सेलेक्ट करने लगे।

फिर मैंने मम्मी से साड़ी पहनकर चलने के लिए कहा। क्योंकि वो साड़ी में काफी खूबसूरत लगती है। फिर मम्मी ने मेरी बात मान ली। फिर मम्मी ने खाना बनाया और फिर तैयार होने चली गई। फिर मम्मी तैयार होकर आई तो इतने में दूधवाला भी आ चुका था। फिर मम्मी को देखकर हम दोनो देखते ही रह गए। फिर मम्मी को देखकर दूधवाला बोला के आप तो कपड़ो में और भी ज्यादा खूबसूरत लगती हो। फिर मैंने मम्मी की एक फोटो लेकर बहन को भेज दी। फिर बहन ने रिप्लाई भेजा के आज तो पता नहीं मम्मी का क्या हॉल होने वाला है। फिर हम सबने खाना खाया और फिर हम कार लेकर डेरी फार्म में पहुंच गए।

वहां पहुंचकर हम डेरी के अंदर गए तो सब मम्मी को देखते ही रह गए। फिर उन्होंने मम्मी को पहले सारा डेरी फार्म दिखाया जो कि काफी बड़ा था। तब सबका ध्यान मम्मी की गाँड और बोबो की तरफ था और सबके लंड खड़े थे। मम्मी हम सब मर्दो के बीच बहुत इतराती हुई चल रही थी। फिर मम्मी ने उन सबके साथ अपनी एक फोटो खिंचवाई। पहली फ़ोटो में उन सब मर्दो ने कपड़े पहन रखे थे। फिर मम्मी ने उन सबसे कपड़े खोलकर फ़ोटो खिंचवाने के लिए कहा तो उन्होंने ऐसा ही क्या। तब मम्मी उन सबके बीच साड़ी पहनकर खड़ी थी और उन सबके लण्ड खड़े थे। फिर मम्मी ने अपनी साड़ी खोल दी। मम्मी ने नीचे एक ट्रांसपेरेंट ब्रा पैंटी पहनी थी।

मम्मी को ऐसे देखकर तो मेरा लंड भी झटके मारने लगा था। फिर मैंने मम्मी के ब्रा पैंटी में उनके साथ फोटो ली। फिर मम्मी पूरी नंगी हो गई और फिर एक एक को अपने पास बुलाकर उनसे अपनी चुत चटवाने लगी बारी बारी से। मैं और दूधवाला तो काफी बार मम्मी को चोद चुके थे। फिर हम तो दूर खड़े होकर उन्हें देखने लगे। फिर मम्मी ने उन सबके लंड पकड़कर हिलाए और चूसे भी। जिस कारण एक का तो पानी निकल गया। फिर बाकी बचे दो से मम्मी चुदवाने लगी। मम्मी घोड़ी बन गई और वो बारी बारी से मम्मी को चोदने लगे। फिर वो दोनों भी झड़ गए तो फिर मैंने और दूधवाले ने मिलकर मम्मी को एक साथ चोदा। एक औरत को एक साथ अपनी चुत और गाँड में लंड लेता देख वो सब देखते ही रह गए।

फिर हम झड़ गए तो फिर मम्मी उन तीनों से चुदवाने लगी। मम्मी को उन तीनों से चुदवाता देख मैंने अपना फोन वहीं एक जगह रख दिया और वीडियो रिकॉर्डिंग चालू कर दी। फिर मैं और दूधवाला उनके पास गए तो फिर मम्मी दोनो हाथों से हमारा लंड हिलाने लगी। तब मम्मी की चुत और गाँड में लंड था और मम्मी एक आदमी का लंड चूस रही थी। इस प्रकार मम्मी हम पांचों मर्दो को हैंडल कर रही थी।

फिर कोई झड़ जाता तो मम्मी उसका लंड सहलाने लग जाती। फिर उसका लण्ड थोड़ा खड़ा हो जाता तो फिर मम्मी उसका लंड चूसकर खड़ा कर देती और फिर खड़ा होने के बाद वो अपनी बारी का इंतजार करता और जब कोई झड़ जाता तो फिर वो मम्मी की चुत या गाँड में लण्ड डालकर करने लग जाता। इस प्रकार यह एक पूरा चक्र चल रहा था जो कि चलता ही जा रहा था। फिर ऐसे करते करते शाम हो गई और उन सबका भी काम करने का टाइम हो गया। तब जाकर हम सबने चुदाई बन्द की। चुदाई के बाद मम्मी का बहुत बुरा हाल हो चुका था।

फिर मैंने सबके साथ मम्मी की फ़ोटो खींची। फिर वहां एक बड़ा सा टब था फिर उसमें जाकर मम्मी हम सबके साथ नहाई। फिर नहाने के बाद वो सब तो भैंसों का काम करने लगे और फिर मम्मी ने कपड़े पहन लिए तो फिर कार में बैठकर हम घर आने लगे। तब मम्मी के मुंह पर एक अलग ही खुशी थी। मम्मी इतने मर्दो के साथ कई घंटों तक लगातार चुदवाने के बाद भी मम्मी थकी हुई तो बिल्कुल भी नहीं लग रही थी।

फिर घर पहुंचकर मैंने बहन को वो सब फ़ोटो वीडियो सेंड की तो फिर कुछ देर बाद बहन का फोन आया और फिर बहन बोली के ये फोटो और वीडियो देखकर मुझे एक पल भी नहीं लगा के ये मेरी मम्मी है। मुझे ऐसे लगा जैसे ये कोई पोर्न स्टार है। ये सुनकर मम्मी हंसने लगी। फिर रात को खाना वगैरह खाकर हम लेटे ही थे के तभी उस दूधवाले का फोन आया और उसने कहा के वो सब आपको बहुत याद कर रहे है अगर वो आ सकती है तो। फिर मम्मी ने उससे कहा के थोड़ा तो रहम करो। तुम सबने मिलकर मुझे आज बहुत चोदा है। मुझे थोड़ा आराम तो करने दो। ताकि हम ऐसा मजा फिर से ले पाए। तुम सब मिलकर अगर ऐसे ही मुझे दिन रात चोदोगे तो फिर कैसे चलेगा।

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फिर ये सुनकर दूधवाला बोला के चलो ठीक है तो आप आराम कीजिये। फिर मम्मी ने रात को दूधवाले को भी आने से मना कर दिया। उस रात हम जल्दी ही सो गए थे और फिर सुबह जल्दी उठ भी गए। दूधवाला दूध देने आया तो उसने बताया के उन सबको आपको चोदकर बहुत मजा आया। फिर मम्मी बोली के चुदाई में तो मजा आता ही है। ये सुनकर हम सब हंसने लगे। फिर उस दिन भी सब काम वगैरह करने के बाद हम डेरी फार्म गए। उस दिन मम्मी एक शार्ट ड्रेस पहनकर गए। जिसमे मम्मी बहुत सेक्सी लग रही थी। फिर उस दिन भी हम सब ने मिलकर मम्मी की खूब चुदाई की। फिर चुदाई के बाद मम्मी नहाकर नंगी ही घूमने लगी।

तब वो सब दूध निकाल रहे थे और दूध निकाल कर एक बड़े बर्तन में दूध डाल रहे थे। तब मम्मी का मन दूध से नहाने का हुआ तो फिर वो सब भी इसके लिए मान गए। फिर मम्मी उस दूध के बर्तन में जाकर बैठ गई और फिर दूध से अपने बदन को रगड़ने लगी। मम्मी को ऐसा करते देख वो सब मम्मी को दूध की देवी कहने लगे। फिर वो सब बोले के आप सुबह शाम यहां आकर दूध से नहाया करो। फिर उस दिन के बाद मैं मम्मी को लेकर सुबह सुबह ही डेरी फार्म जाने लगा और फिर मम्मी दूध में नहाती। फिर दूधवाला उसी दूध को सभी घरों में देकर आता। वो सब तो मम्मी पर इतना मोहित हो चुके थे के उन्हें तो अब मम्मी का पेशाब भी अमृत जैसा लगने लगा था।

कई बार चुदाई के टाइम जब मम्मी का पेशाब निकल जाता तो फिर वो सब अपना मुंह आगे करके मम्मी का पेशाब पी जाते। मैंने भी ऐसे कई बार मम्मी का पेशाब पीया है। इस कारण जब मम्मी दूध में नहाती तो मम्मी को पेशाब आता तो वो सब कहते के ये तो देवी का प्रसाद है। फिर मम्मी दूध में ही पेशाब कर देती। फिर ऐसा कुछ दिन तो चला लेकिन फिर दूध फटने की ज्यादा शिकायत आने लगी तो फिर मम्मी ने दूध में पेशाब करना बंद कर दिया।

अब मम्मी की उन सबके साथ काफी जमने लगी थी तो फिर हम ज्यादातर वहीं डेरी में ही रहने लगे। पहले पहले तो हम शाम को वापिस घर आ जाते थे लेकिन फिर हम रात को भी वहीं रहने लगे। रात को मम्मी नंगी होकर हम सबके साथ सोती और हम सब खूब मजे करते। फिर ऐसे ही एक दिन शाम को पापा घर आ गए और घर पर ताला लगा देखकर पापा ने मुझे फोन किया तो मैंने पापा से कहा के हम कुछ काम से बाहर आये है। फिर पापा ने जल्दी से घर आने के लिए कहा। तब मम्मी दूध में बैठी मस्ती कर रही थी। फिर मैंने मम्मी को ये सब बताया तो फिर वो जल्दी से दूध से बाहर निकली और फिर नहाने चली गई। नहाने के बाद फिर मम्मी के कपड़ो की प्रॉब्लम हो गई। क्योंकि मम्मी घर सिर्फ एक मिनी ड्रेस में आई थी और वो भी पता नहीं अब कहाँ चली गई थी।

क्योंकि हम कुछ दिनों से घर गए ही नहीं थे। फिर मैं भागकर मार्किट से मम्मी के लिए एक रेडीमेड ड्रेस लेकर आया। फिर मम्मी ने वो ड्रेस पहनी और फिर हम घर गए। पापा तब घर के बाहर ही खड़े थे। फिर हम सब घर के अंदर आ गए। पापा ने हमसे ज्यादा कुछ नहीं पूछा। फिर वो कुछ दिन घर पर ही रुकने वाले थे। तब हम ज्यादा कुछ नहीं कर सकते थे तो हम शांत ही रहे। दूधवाला पापा के उठने से पहले आ जाता था तो उसे चुदाई का मौका मिल जाता था वरना वो ऐसे ही चला जाता। ऐसे ही हम दोपहर को कोई बहाना लगाकर डेरी चले जाते और फिर वहां हम खूब मस्ती करते और फिर जल्दी ही घर आ जाते। क्योंकि अब हम ज्यादा देर घर से बाहर नहीं रह सकते थे।

उधर बहन की प्रेगनेंसी का शायद 4 या 5 वां महीना शुरू हो गया था तो फिर बहन का ख्याल रखने के लिए जीजाजी की बहन यानी बहन की ननद आ गई थी। जिसका नाम अन्नू था। फिर एक बार बहन ने मुझे एक फोटो भेजी जिसमे बहन जीजाजी और अन्नू के सामने ब्रा पैंटी में ही बैठी थी। फिर मैंने बहन से इस बारे में पूछा तो फिर बहन ने बताया के अन्नू को इससे कोई दिक्कत नहीं है। उसने हमारी हनीमून की सब फ़ोटो देखी है।

वो कहती है के ये आपकी लाइफ है आप कुछ भी करो। बहन की ये बाते सुनकर मुझे अन्नू थोड़ी थोड़ी अच्छी लगने लगी थी। फिर कुछ दिन बाद मम्मी ने मुझे बताया के तुम्हारा पापा मुझे यूरोप घुमाने ले जाना चाहते है। तो फिर मैंने कहा के तो आपने क्या कहा। फिर मम्मी ने कहा के मैंने हां कर दी। तब मैं और मम्मी बहुत खुश हुए। फिर ये बात हमने बहन को बताई तो वो भी बहुत खुश हुई। फिर बहन ने मुझसे कहा के पापा मम्मी के जाने के बाद तू मेरे पास आ जाना। वहां अकेला क्या करेगा। फिर मैं बोला के ठीक है। फिर पापा और मम्मी जाने के तैयारी करने लगे और मैं उनकी हेल्प करने लगा।

हमने ये दूधवाले और उसके साथियों को भी बताया तो वो थोड़ा दुखी हुए। लेकिन फिर थोड़ा टाइम निकालकर मैं और मम्मी उनके पास गए तो फिर हम सबने मिलकर मम्मी को खूब चोदा। फिर वो खुश हो गए। फिर एक बार मैं, पापा और मम्मी शॉपिंग करने गए तो मम्मी हमारे सामने ही अपने लिए सेक्सी ब्रा पैंटी और शार्ट ड्रेस लेने लगी। फिर मैं बोला के मम्मी ये सब क्या कर रही हो। फिर मम्मी हंसकर बोली के इस बार मैं तुम्हारे पापा को छोड़ने वाली नहीं हूँ। फिर मम्मी ने वो वहीं ट्रायल रूम में चेंज करके भी देखी और फिर मम्मी ने पापा को भी ट्रायल रूम में बुलाकर पापा को दिखाई। तब पापा और मम्मी काफी खुश लग रहे थे। मम्मी को ये अच्छे से आता है के किसी मर्द को कैसे खुश रखना है। फिर हम घर आ गए तो उस रात पापा ने मम्मी की चुदाई भी की।

इस प्रकार ट्रिप पर जाने से पहले ही मम्मी ने माहौल बनाना शुरू कर दिया था। फिर मम्मी मेरे सामने ही घर पर ऐसी नाइटी पहनने लगी जो कि मम्मी के घुटनो से भी ऊपर तक आती थी और मम्मी के बोबे भी दिखते रहते थे। लेकिन तब भी पापा ने मम्मी को कुछ नहीं कहा। फिर मम्मी ने मुझसे कहा के मैं तुम्हारे पापा को अपना इतना गुलाम बना सकती हूँ के अगर में घर मैं नंगी भी रहूं तो भी तुम्हारे पापा मुझे कुछ नहीं कहेंगे। मम्मी की बात सुनकर हम हंसने लगे। मुझे भी मम्मी की बात पर पूरा यकीन था के मम्मी ये सब कर सकती है।

मम्मी अब चुद चुद कर बहुत खुल चुकी थी। जिस कारण वो अब कुछ भी कर सकती थी। मम्मी घर पर काम करते करते पापा के लंड को पेंट के ऊपर से सहला देती जिससे पापा हंसने लग जाते। पापा भी मम्मी की ऐसी शरारतों के कायल थे। फिर एक दिन तो मम्मी ने हद ही कर दी। मम्मी ने नहाने के बाद सिर्फ एक टॉवल लपेट लिया जो कि मम्मी के घुटनो से काफ़ी ऊपर तक था और मम्मी के आधे से ज्यादा बोबे दिख रहे थे। फिर मम्मी घर मे ऐसे ही घूमने लगी। फिर मम्मी ने पापा को नहाने भेज दिया तो फिर मैंने मम्मी को बाथरूम के बाहर ही पकड़ लिया और फिर मम्मी को नीचे बैठाकर अपना लंड हिलाने लगा और फिर सारा पानी मम्मी के बोबो पर डाल दिया।

फिर मम्मी ऐसे ही घूमने लगी। उन्होंने मेरा पानी अपने बोबो से पोंछा ही नहीं। फिर कुछ देर बाद जब पापा नहाकर आये तो फिर उन्होंने मम्मी को पकड़ लिया और मम्मी का टॉवल निकाल कर मम्मी के बोबो को चुसने लगे। लेकिन फिर जैसे ही उन्होंने मेरे पानी को चखा तो बोले के ये क्या है। फिर मम्मी ने कहा के शायद ये जेल है जो कि मैंने मुंह पर लगाया था तब यहां गिर गया होगा। फिर पापा ने ज्यादा ध्यान नहीं दिया और फिर वो मम्मी के साथ मस्ती करने लगे।

फिर इसके अलावा मम्मी फिर मिनी ड्रेस में रहने लगी और पापा से कह दिया के मेरे सब कपड़े धुलने गए है। फिर तो मम्मी अलग अलग सेक्सी टाइप की शार्ट ड्रेस पहनकर घूमने लगी। ये देखकर मैने मम्मी के पग पकड़कर मम्मी से कहा के आप प्लीज जल्दी से जल्दी पापा के साथ चली जाओ। क्योंकि अब तुम जितने दिन यहां रहोगी उतने दिन धीरे धीरे तुम्हारे कपड़े कम होते जाएंगे। मेरी ऐसी बातें सुनकर मम्मी जोर जोर से हंसने लगी। मुझे डर था के कहीं पापा को पता ना चल जाये। फिर मम्मी बोली के तुम डरो मत अगर उन्हें पता चल भी गया तो वो कुछ नहीं कहेंगे। फिर मैंने मम्मी से पूछा के क्यों आपने उन्हें सब पहले ही बता दिया क्या।

फिर मम्मी बोली के नहीं ऐसा नहीं है। वो मुझे जानते है के मैं काफी सेक्सी मिजाज की हूँ और वो खुद नहीं है। इस कारण वो मुझे कुछ भी करने से नहीं रोकते है। मैं चाहूं तो उनके सामने किसी दूसरे मर्द से चुदवा लूँ तो भी वो कुछ नहीं कहेंगे। फिर मैंने मम्मी से कहा के तो फिर आपको डर कैसा। आप खुलकर मजे करो। फिर मम्मी बोली के बेटा डर तो किसी का नहीं है लेकिन फिर भी कुछ पति पत्नी के बीच मर्यादा होती है। मैं उसे खत्म नहीं करना चाहती। जिस कारण मैं कुछ नहीं करती उनके सामने। अगर वो खुद ये चाहे और मुझे दूसरे मर्द से खुद करने को कहे तो फिर बात अलग है। मम्मी की ऐसी बातें सुनकर मैं कंफ्यूज होता जा रहा था।

फिर अगले दिन जब मैं सुबह उठकर अपने कमरे से बाहर आया तो तब मम्मी शॉर्ट्स में थी और ऊपर स्पोर्ट्स ब्रा पहन रखी थी। तब मैं ऐसे मम्मी को देखकर ज्यादा कुछ नहीं किया और मम्मी को इग्नोर करने की कोशिश की क्योंकि वहां पापा भी बैठे थे। फिर पापा वहां से गए तो मैंने मम्मी से कहा के मम्मी तुम तो कमाल ही करती जा रही हो। फिर मम्मी बोली के ये तुम्हारी बहन का कमाल है। फिर मैंने कहा के उसने क्या किया अब। फिर मम्मी बताने लगी के कल रात उसका फोन आया था तो उसने तुम्हारे पापा को पहले तो बहुत डाँटा के वो मेरा बिल्कुल भी ख्याल नहीं रखते है। फिर उसने कहा के ये आपका दूसरा हनीमून की तरह होगा तो आप जो करना चाहो वो करना।

फिर मैंने कहा के मैं बिकिनी पहनना चाहती हूँ तो फिर तुम्हारी बहन ने कहा के आप बिकिनी पहनना। आजकल सभी पहनती है। इसमें शर्माने वाली कोई बात नहीं है। फिर मैंने तुम्हारे पापा के सामने ही कुछ बिकिनी पहनकर उसे फ़ोटो भेजी। फिर तुम्हारी बहन ने कहा के आप कल भाई के साथ जाकर और बिकिनी ले आना। ये सुनकर मैंने कहा के बहन भी ना पूरी बेशर्म है। फिर मम्मी बोली के अरे आगे तो सुनो।

फिर तुम्हारे पापा ने कहा के हमारे बच्चे अब बड़े और समझदार हो गए है। वो हमारे दोस्त की तरह ही है अब। तुम भी अब उनसे थोड़ा खुलने की कोशिश करो। तुम उसे कल अपने साथ ले जाना और तुम्हे जो पसंद हो वो ले आना। ये सुनकर मैं बोला के हे भगवान अब आप पापा और मेरे सामने बिकिनी में रहोगी। फिर मम्मी बोली के हां डार्लिंग। फिर मम्मी हंसने लगी। मुझे इस सबमे मजा तो आ रहा था लेकिन थोड़ा डर भी लग रहा था क्योंकि पापा के सामने मम्मी बिकिनी में मेरे सामने होगी। फिर मम्मी मुझसे बोली के बेटा तू ज्यादा टेंशन मत ले और जो हो रहा है उसके मजे ले। फिर मैंने सोचा के शायद यही ठीक रहेगा।

फिर खाना वगैरह खाकर मैं और मम्मी तैयार हो गए मार्केट जाने के लिए। फिर हम जाने लगे तो मम्मी ने मेरे सामने ही पापा की गाल पर किस किया और उनसे गले मिली। ऐसे कभी पहले मम्मी ने नहीं किया था मेरे सामने। मुझे तो यकीन नहीं हो रहा था के पापा की इजाजत से मम्मी मेरे साथ बिकिनी लेने जा रही है। फिर मैं और मम्मी घर से निकले और फिर मैं मम्मी को एक शॉप पर ले गया जहां लेडीज की इनर वियर का बहुत सा सामान था।

फिर मैंने उन्हें मम्मी के लिए बिकिनी दिखाने के लिये कहा तो सेल्समैन ने मम्मी से साइज पूछा तो मम्मी ने बेहिचक अपना साइज बता दिया। फिर उसने उस साइज की बिकिनी निकाल दी। फिर मम्मी ने उनमे से वो बिकिनी सेलेक्ट की जो कि थोड़ी ट्रांसपेरेंट थी। फिर मम्मी वो चेंज करने के लिए चली गई और मुझे भी अपने साथ चेंजिंग रूम में ले गई। फिर मम्मी ने बिकिनी पहनकर मुझसे अपनी कुछ फोटो खिंचवाई। फिर वो फ़ोटो मेरे फोन से ही मम्मी ने पापा को भेज दी। फिर पापा का रिप्लाई आया के बहुत सेक्सी लग रही हो। पापा का ऐसा रिप्लाई देखकर मैं और मम्मी एक दूसरे को देखकर हँसने लगे।

फिर मम्मी ने कई लिंजरी ली और फिर वो ट्राय की और फिर उन सबकी फ़ोटो भी मम्मी ने मेरे फोन से ही पापा को भेजी। मम्मी ने पता नहीं पापा पर क्या जादू किया था जो के पापा मम्मी को कुछ नहीं कह रहे थे ऐसी फ़ोटो के लिए। फिर मम्मी ने कई ब्रा पैंटी भी ली। कई नाइटी ली और फिर वो भी मम्मी ने ट्राय करी। इस तरह मम्मी ने उस दुकान से करीब 10 हजार की शॉपिंग की। मम्मी को ऐसी सेक्सी ड्रेस में देखकर मेरा तो हाल खराब हो चुका था। फिर मैंने मम्मी को चेंजिंग रूम में ही चोदने लगा। फिर हम झड़ गए तो सब हमारी तरफ देख रहे थे जैसे कि उन्हें पता चल गया हो के हम अंदर चुदाई करके आये है। लेकिन हमने इस और ध्यान नहीं दिया।

फिर हम घर गए तो पापा मम्मी को अपने कपड़े दिखाने लगी। फिर मैं तो अपने रूम में चला गया। थोड़ी देर बाद जब मैं अपने कमरे से बाहर आया तो मम्मी एक बिकिनी पहनकर खड़ी थी और पापा भी वहीं बैठे थे। फिर मुझे देखकर मम्मी भागकर मेरे पास आई और मुझसे चिपक गई और बोली के तुम्हे मैं कैसी लग रही हूँ। तब वहां पापा बैठे थे तो मैंने मम्मी को ज्यादा गौर से तो देखा नहीं और वैसे ही कह दिया के अच्छी लग रही हो। फिर मैं भी वहीं बैठ गया और फिर मम्मी पापा से पूछने लगी के आपको और कौनसी पहनकर दिखाऊँ। फिर पापा बोले के तुम्हे जो पसंद है वो ही पहन लो। फिर मम्मी ने मुझसे पूछा के तू बता। फिर मैं कुछ देर तक नहीं बोला और फिर थोड़ा शर्माने लगा। फिर मम्मी ने मुझे अपने साथ खड़ा कर लिया और बोली के शर्माने वाली क्या बात है।

फिर मम्मी ने मेरा हाथ अपनी कमर पर रख लिया और मम्मी ने भी मेरी कमर में हाथ डाल लिया। फिर हम कुछ देर तक ऐसे ही खड़े रहे। पापा हमारे सामने ही बैठे थे तब। फिर मैं वापिस बैठ गया सोफे पर। तभी मम्मी की ब्रा खुल गई और नीचे लटक गई। फिर मम्मी ब्रा वापिस बांधने लगी लेकिन बंध नहीं रही थी। फिर मम्मी ने मुझसे बांधने के लिए कहा तो मैं खड़ा होकर बांधने लगा। तभी पापा उठकर जाने लगे और बोले के मुझडे नींद आ रही है मैं सोने जा रहा हूँ। पापा की ये बात सुनकर मैंने सोचा के इतनी सेक्सी औरत सामने हो तो कोई आदमी कैसे सो सकता है। फिर पापा के जाने के बाद मम्मी ब्रा खोलकर खड़ी हो गई। फिर मम्मी ने पैंटी भी खोल दी।

फिर मम्मी वो सब ब्रा पैंटी लेकर कमरे में जाने लगी। तभी एक ब्रा नीचे पड़ गई तो फिर मैं वो ब्रा उठाकर मम्मी के पीछे पीछे कमरे में चला गया तो देखा के पापा सच मे सो चुके थे। फिर मम्मी ने सब ब्रा पैंटी अलमारी में छोड़ दी और फिर कहा के मैं भी कुछ देर सो जाती हूँ। फिर मैंने मम्मी का हाथ पकड़ा और फिर मम्मी को खुद से चिपका लिया। फिर मैंने अपना लोअर निकाल दिया और फिर मम्मी ने मेरे खड़े लंड को देखा तो फिर वो खुद ही दीवार के सहारे झुक कर खड़ी हो गई। फिर मैंने पीछे से लंड मम्मी की गाँड में डाल दिया और करने लगा।

सामने पापा सोये थे लेकिन हम दोनों को इसका कोई डर नहीं था। फिर कुछ देर करने के बाद मैं झड़ गया तो फिर मम्मी वैसे ही नंगी जाकर पापा के पास लेट गई। फिर मैं मम्मी के पास जाकर मम्मी के बोबो को सहलाने लगा। मम्मी तो सो चुकी थी और फिर मैं भी कमरे से बाहर आ गया और अपने कमरे में चला गया। इस तरह फिर मैं शाम को अपने कमरे से बाहर आया तब भी मम्मी सिर्फ ब्रा पैंटी पहनकर ही घूम रही थी और वो ब्रा पैंटी थोड़ी ट्रांसपेरेंट भी थी। फिर मैंने मम्मी से धीरे से कहा के इससे अच्छा तो नंगी ही रह लेती।

मम्मी तब किचन में थी और पापा हॉल में ही बैठे थे। तब पापा की हमारी तरफ पीठ थी। फिर मम्मी ने एक झटके में अपनी ब्रा और पैंटी खोल दी और फिर बिल्कुल नंगी होकर काम करने लगी और मेरी तरफ देखकर मुस्कुराने लगी। फिर मैंने पापा की तरफ देखा तो वो तो अपने काम मे मगन थे। फिर मैं मम्मी से ब्रा पैंटी पहनने के लिए रिक्वेस्ट करने लगा तो फिर आखिरकार मम्मी ने ब्रा पैंटी पहन ली तब जाकर आखिरकार मुझे चैन की सांस आई। मम्मी तो आज मरवा ही देती अगर पापा मम्मी को ऐसे देख लेते तो।

फिर कुछ दिन ऐसे ही चलता रहा और पापा मम्मी के जाने से पहले मैंने मम्मी की काफी चुदाई की और फिर वो चले गए। उनके जाने के बाद मैं भी बहन के पास चला गया। फिर बहन के घर क्या क्या हुआ ये मैं अगली कहानी में बताऊंगा… आपको मेरी यह कहानी कैसी लगी कृपया कमेंट करके जरूर बताएं।

कहानी जारी रहेगी…

जीजाजी और दीदी के साथ मस्ती – 3

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